सुपर हीरो का संसार
संध्या पांडेय
अमेरिका ने हमें कई सुपर हीरो दिए हैं। आज पूरी दुनिया उनकी दीवानी है। बच्चे हों या वयस्क, सभी उनका आनंद लेते हैं। कोई कॉमिक्स में उन्हें पढ़ता है तो कोई फिल्मों में उन्हें देखता है। पहली बार सुपर मैन का कॉन्सेप्ट तब आया जब अमेरिका 1929 की विश्वव्यापी मंदी से परेशान था। सुपरमैन ने फैंटेसी में ही सही, मुश्किलों से जूझने और जीतने का एक अहसास अमेरिकियों को दिया। यही अहसास अब दूसरों को भी होता है। आइए मिलते हैं ऐसे ही कुछ सुपर हीरोज से:
सुपरमैन: यह पहला सुपर हीरो है जिसने आते ही दुनिया को चमत्कृत कर दिया। सन 1932 में इसकी रचना जैरी सीगल और जोई शुस्टर नामक दो छात्रों ने की थी। 1938 में इसे डीसी कॉमिक्स ने छापा। सुपरमैन दरअसल एक असाधारण शक्ति प्राप्त इंसान है, जिसका जन्म क्रिप्टन नामक एक काल्पनिक ग्रह पर हुआ। ग्रह के नष्ट होने की आशंका को भांपकर उसके वैज्ञानिक पिता ने उसे एक रॉकेट में बिठाकर पृथ्वी पर भेज दिया। एक किसान दंपती ने उसे गोद ले लिया। बचपन से ही उसमें असाधारण गुण दिखने लग जाते हैं। वह उड़ सकता है, आर-पार देख सकता है, उसके जख्म आसानी से भर जाते हैं। अपने इन गुणों का उपयोग वह इंसानियत के दुश्मनों से लड़ने में करता है। 1978 में पहली बार इस पर फिल्म बनी।
बैटमैन: सुपरमैन की लोकप्रियता ने लोगों को और भी ऐसे नए चरित्र गढ़ने की प्रेरणा दी। बैटमैन उसी क्रम में सामने आया। इस चरित्र की रचना बॉब केन व बिल फिंगर ने की। इसे डिटेक्टिव कॉमिक्स ने मई 1939 में पहली बार छापा। यह ब्रूस वेन नामक अमेरिकी उद्योगपति की कहानी है। वेन एक मानवतावादी है जो जरूरतमंदों की मदद करता है। बचपन में उसके सामने ही उसके पैरंट्स की हत्या होती है। बड़ा होकर वह उन हत्यारों से बदला लेता है। इसके लिए वह चमगादड़ जैसा एक कॉस्ट्यूम तैयार करता है। लेकिन दूसरे सुपर हीरोज की तरह उसके पास असाधारण शक्तियां नहीं होती हैं। वह अपनी बुद्धि के सहारे दुश्मनों से लड़ता है। वह अपनी लड़ाई के लिए विज्ञान का सहारा लेता है। मार्शल आर्ट में भी वह माहिर है। वर्ष 1989 में इस पर पहली बार फिल्म बनी।
स्पाइडरमैन: स्टेन ली का रचा यह चरित्र 1962 में पहली बार आया। इसमें सुपरमैन और बैटमैन की कई खूबियों को समेटा गया। यह हाईस्कूल में पढ़ने वाले छात्र पिटर पार्कर की कहानी है जो अपने चाचा और चाची के साथ रहता है और पड़ोस की लड़की से गुपचुप प्यार करता है। एक जेनेटिक प्रयोगशाला में दौरे के दौरान पिटर को एक जेनेटिकली विकसित मकड़ी काट लेती है। इससे उसके भीतर अद्भुत शक्तियां आ जाती हैं। वह अपने शरीर से मकड़ी की तरह जाले निकालकर कहीं से भी कूद सकता है, कहीं भी आ जा सकता है। इस क्षमता का उपयोग वह अपने परिवार और समाज के दुश्मनों से लड़ने में करता है। इस पर बनी फिल्मों ने पूरी दुनिया में धूम मचाई है। भारत में तो क्षेत्रीय भाषाओं तक में यह डब की गई।
आयरनमैन: सुपर हीरो आयरन मैन के कारनामे टीनेजर्स को खासतौर से लुभाते हैं। आयरन मैन अमेरिकी कॉमिक्स का एक कैरेक्टर है, जो मार्च 1963 में सामने आया। इसके लेखक स्टेन ली हैं। यह टोनी स्टार्क नामक एक ऐसे अमेरिकी उद्योगपति की कहानी है जिसने अपने लिए एक खास आयरन सूट तैयार किया है। इसे पहनकर वह असाधारण क्षमता हासिल कर लेता है और अपराधियों-आतंकवादियों का सफाया करता है। आयरनमैन की सामना भी कई ऐसे चरित्रों से होता है जो सामान्य मानव से अलग हैं। आयरनमैन पर बनी फिल्में खासतौर से लोकप्रिय रही है। हाल में आयरनमैन-3 भारत में काफी लोकप्रिय हुई थी। अब इसके चौथे संस्करण की तैयारी चल रही है। आयरन मैन का किरदार निभाने वाले अभिनेता रॉबर्ट डाउनी जूनियर को अपनी इस भूमिका के कारण काफी प्रसिद्धि मिली है।