“ख्वाबो के परिन्दे“
हर किसी को ख्वाब होता है ! की में वो करुँगी, वो बनूँगी, अभी तो वो सपने पुरे करने बाकि है, में वो करना चाहती हु ..! जी हा, आप जरुर अपने सपने पुरे कर सकते है !
हमारे ख्वाब और हमारे विचार ही हमारा भविष्य बनाते है.! ख्वाब इतना सा छोटा शब्द है पर वो ही शब्द बहोत बड़ा होता है .! ख्वाब को पूरा करने के लिए हमें दिन और रात एक करने चाहिए.! ख्वाब का दो प्रकार होता है...एक तो जो खवाब हम दिन में देखते है और दूसरा खवाब जो रात को हम नींद में देखते है.! पर सच्चा ख्वाब वो होता है जो हमे दिन और रात का अहेसास ही ना कराये.. मतलब की हमे रात को नींद और दिन में चैन ना आने दे .!
किसी शायर ने क्या खूब कहा है की “ किसी चीज़े को पुरे दिल से चाहो तो पूरी काइनात उसे तुमसे मिलाने की कोसिस करेंगी “
अगर हमे कोई न कोई ख्वाब देखे है तो उसमे कोई ना कोई मुश्किल और रूकावट आयेंगी जरुर पर सच्चे मन और लगन के साथ उसे पूरा करने की कोसिस करोंगे तो जल्द ही आप के खवाब पुरे होंगे.! किसी भी मुश्किल से हमें डरना नहीं चाहिए बल्कि उसे सोच समज कर आगे चलना चाहिए.!
हमारी मंजिल, हमारे ख्वाब को पूरा करने का हक सब को है .! उसे पूरा करने के लिए एक ही तररिका है .! हम जैसा सोचते है जैसा चाहते है.! जैसी हमारी प्रतिक्रिया है वो सच होती है.! इसलिए हमें हर वक्त अच्छा ही सोचना चाहिए.! अच्छा सोचने से हमारे साथ अच्छा ही होता है और बुरा सोचने से बुरा ही होता है.!
इन खुले बदलो, खुले आसमान, में घुमने की आज़ादी सब को होती है.! वैसे ही हमारा चाहना, हमारी मंजिल, हमारा हौसला , और हमारे ख्वाब आसमान को छूने के जैसे होने चाहिए.!
इस पूरी दुनिया में कोई भी इन्सान ऐसा नहीं होगा की उसके ख्वाब ना हो.! और हा कोई भी इन्सान ऐसा नहीं होगा की उसने एक मिनिट भी सोचना बंध किया हो.! क्योकि हर इन्सान के पास दिमाग होता है और दिमाग कभी सोचना बंध नहीं कर सकता.! हम जैसा सोचते है बिलकुल वैसा ही हमारे साथ होता है.! फिर भी एक हम है की अच्छा सोचने का प्रयास नहीं कर सकते.!
हमारे दिमाग और दिल में सिर्फ और सिर्फ हमारी मंजिल, हमारे ख्वाब ही होने चाहिए.! और हा किसी को गिरा ने से हमारी मंजिल हमे पल- दो पल मिल सकती है ना की हमेशा हमेशा के लिए.!
ये ज़मी, ये नदी, ये आसमान, ये हवा, ये ज़हा, क़ुदरत का करिश्मा है.! हमे कुछ देर के लिए इन प्राकृतिक सुंदरता के साथ वक्त बिताना चाहिए.! और हमारे ख्वाब , हमारी मंजिल, को ध्यान में रख के सोचना चाहिए... देखिये ज़रूर कुछ अच्छा ही विचार आयेगा.!
ख्वाब को पूरा करना हो तो हमारे मन में सिर्फ हमारी चाहना हमारी मंजिल ही होनी चाहिए.! किसी का बुरा करके हमारे ख्वाब कभी पुरे नहीं हो सकते.! अच्छा देखिये.! अच्छा सुनिए.! अच्छा काम कीजिये.! तो कुदरत आप के साथ ही होंगे..!!!!!!!
रिंकल राजा