Aahi Chali Novel World Mein - 2 in Hindi Drama by payal chandora books and stories PDF | आहि चली नॉवेल वल्ड मै - 2

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आहि चली नॉवेल वल्ड मै - 2

हेल्लो फ्रेड्स 

आप सभी कैसे है मेरा नाम पायल है ओर ये कहानी एक ऐसी लड़की की है जो अपने परेशानियो से जुज रही है ओर दुसरो के लिए खुशिया चाहती है

तो आइये कहानी को शुरु करते है मुझे आशा है की आपको ये कहानी जरूर पसंद आयेगि 




थोड़ी हि देर मै दोनो चाहत के घर के सामने खड़े होते है।

(चाहत एक रिच फेमेली से बिलोग करती है ,चाहत के दादाजी को अपने बेटे पर भरोसा बिल्कुल नहीं था कियोकि वो कम्पनी को लॉस मै लेकर चल रहे थे ,ओर हद तो तब हो गई जब चाहत की मा के गुजर जाने के दूसरे हि दिन  वो अपने पन्नी ओर एक बची के साथ घर मै आये , चाहत के पिता शांतनु चाहत की मा प्रेणा को धोखा दे रहे थे ओर वो बच्ची उनकी अपनी बेटी थी, चाहत के दादाजी अमन सिंग ने सारी प्रोपटी चाहत के नाम कर दी थी ,इसलिए शांतनु अपनी बेटी को नापसंद करने लगा ओर बचा कुछा चाहत की सौतेली मा ओर बहन ने शांतनु को चाहत के खिलाफ भड़काना शुरु कर दिया चाहत कुछ भी करती ,वो दोनो मा बेटी शांतनु की नजर मै उसे बुरा बना देते थे ओर वक्त के साथ शांतनु चाहत से नफ़रत करने लगा)




आही अंश को गाड़ी मै रुकनें को कहती है ओर खुद कार से निचे उतर जाति है जिन्दगी के कार से उतरने के बाद अंश चाहत के बंगलों  के सामने कार पार्क कर देता है ।

तभी अंश को किसी आदमी का कॉल आता है।

अंश फोन उठता है उस आदमी से कहता है क्या खबर है ,वो आदमी अंश को कहता है बोस उस लड़की सिया का किडनेप हो चुका है ओर उसको किडनेप किसी ओर ने नहीं बल्कि सिया मेम के बॉयफ्रेंड ओर उनकी बहन ने करवाया है।

अंश सीरियस टोन मै उस आदमी से कहता है सिया अभी काहा है ,वो आदमी अंश को जवाब देते हुए कहता है बोस मै अभी लोकेशन भेजता हु ।

अंश उस लोकेशन को सीन करता है ओर फिर अपनी कार चालु कर वाहा से चला जाता है दूसरी तरफ आही चाहत के घर के सामने खड़ी थी ओर अंदर जाने को होती है ,तभी एक गार्ड आही को अंदर जाने से रोकता है ।

आही उस गार्ड को इग्नोर कर अंदर जाने लगती है,आही को अंदर जाता देख कर वो गार्ड घबरा जाता है ओर आही को रोकने के लिए उसके पीछे जाने लगता है ।

आही चाहत के घर के होल मै पोहोच जाति है ,ओर अपने फोन का केमेरा ओन कर देती है ओर सब रिकॉड करने लगती है सामने होल मै तिन लोग बेटे थे चाहत के पिता शांतनु ,चाहत की सौतेली मा रवीना , चाहत की सौतेली बहन मेघा बेटे थै।

,आही समज गई थी के ये तीनो चाहत की फेमेली है तभी पीछे से गार्ड आता है ओर आही को बाहर चलने को कहता है ।

आही बिना कुछ कहे बड़े हि इस्टाइल से अंदर जाति है। ओर उन तीनो को देखने लगती है।

मेघा आही का अचानक से उसके घर मै घुस कर उन्हे गुरते देखना बरदास नहीं कर पा रही थी ,वो सोफे से उठ कर चिलाते हुए आही से कहती है ।

हाउ डेयर यु अंदर कैसे घुसी तुम गार्ड घबराते हुए कुछ कहने को होता है ,तो आही जोर जोर से हसने लगती है, आही को हस्ता देख सब कन्फियूज हो जाते है ,आही हस्ते हुए मेघा से कहती ये सही है पहले तो खुद चोरी करो फिर इल्जाम दुसरो पै डाल दो।ओर फिर वो मेघा पे डॉन्ड मारते हुए कहती है वैसे तुमने क्या कहा मै अंदर कैसे आई सो इस्टुपिट गर्ल अपने पेरो से आई हु ओर फिर अपनी शब्द पर जोर देते हुए कहती है तुम क्या सिर के बल अंदर आती हो ।

ये सुन कर मेघा का चेहरा गुस्से से तमतमाने लगता है । शांतनु गुस्से से उबलते हुए खड़ा होता है ओर आही से बोलता है तुम्हारी इतनी हिम्मत की मेरे घर पर हि मेरी हि बेटी से बतमीजी से बात करो ।

आही शांतनु को टोकते हुए बड़े हि अएरोगेड वड्स मै कहती है ये ठीक है ,अपनी एक बेटी को सिर पर चढ़ा कर रखो ,ओर दूसरी बेटी को जान से मार दो ।

शांतनु गुस्से मै कहता है ये क्या बकवास है ओर फिर गार्ड को गुरते हुए कहता है यै क्या बकवास है ओर इसे तुमने अंदर कैसे आने दिया लगता है तुम्हे अपनी नौकरी प्यारी नहीं रही ।

गार्ड शांतनु की बात सुन कर डर जाता है, गार्ड को डरता देख आही कहती है तुम्हे डरने की जरूरत नहीं है ,तुम्हारी नौकरी कही नहीं जाएगी

ओर फिर आही शांतनु की तरफ देखती है ओर उसके थोड़ा नजदीक आती है ओर अपनी काम आवज मै कहती है  तिन दिन पहले तुमने बासु कम्पनी मै घोटाला किया 5 हफ्ते पहले मंत्रा कम्पनी के डोकूमेंट बदले ओर भी बोहोत से धोखा धडी के काम किये क्यू सबको बताऊ शांतनु की डर से हालत खराब होने लगती है उसका चेहरा डर के मारे काला पड़ गया था ,ओर वो डर से दो कदम पीछे चला गया ।

आही अपनी गहरी आवाज मै कहती है सोफे पर बैठ जाओ शांतनु आही के कहने पर धम ....  की आवाज के साथ बैठ जाता है ।




आही कमर पर अपने हाथ मोड़कर मेघा , रवीना को देखने लगती है।

शांतनु आही के बिहेवयर से समज जाता है की वो क्या चाहती है , वह  पहले गार्ड को बाहार जाने का इशारा करता है फिर बाद मै रवीना ओर मेघा को सोफे पर बैठने को कहता है , रवीना को अब बोहोत तेज गुस्सा आ रहा था ओर वो आही पर चिलाने लगती है , आआ अ तुम..

वो इतना कहती है की आही नर्म आवाज मै कहती है प्रतिक आहुजा आही के मुह से ये नाम सुन रवीना घबराने लगती है ओर अपने मन मै सोचती है इसे प्रतिक के बारे मै कैसे पता चला 

(रवीना ओर प्रतिक का अफेयर चल रहा है ओर शांतनु इस बात से अनजान है)

मेघा आही को अपनी खुनसभरी नजरों से घूरते हुए कहती है, मोम ,डेड आप दोनो इस लड़की को कुछ कहते क्यू नहीं इस को अभी के अभी निकालो यहा से ,मेघा की बाते सुनके आही कहती है अंश की बहन आहाना का एक्सीडेंट चाहत ने नहीं बल्कि तुमने ओर तुम्हारी मोम ने करवाया ना, ये बोल आही मुस्कुराने लगती है।

आही की बात सुनके मेघा चौक गई ओर हड़बड़ाहट मै बोली ये तुम क्या कह रहि हो ऐसा कुछ भी नहीं है ,फिर वो रवीना को देखने लगती है जिसका चेहरा डर से सफ़ेद पड़ गया था ओर उसके हाथ पैर काप रहे थे ।

आही मेघा को गुरते हुए कहती है अपनी बेटी को समजा लो मिस्टर शांतनु , शांतनु गुस्से से मेघा को देखता है ओर कहता है चुप हो जाओ मेघा ओर सोफे पर बैठ जाओ, मेघा अपने डेड को अपने ऊपर गुस्सा करते देख कुछ नहीं कहती ओर बैठ जाति है।

आही एक चेयर के पास जाति है ओर बड़े हि इस्टाइल मै उस चेयर को खींचते हुए सिंग फेमेली के सामने आ जाति है, ओर किसी रानी की तरह  उस कुर्सी पर बैठ जाति है।ओर कहती है चलो शुरु से शुरु करते है, ओर एक नजर अपने हाथ मै पकड़े फोन को देखती है, जिसमे रीकॉडिंग चालु थी फिर सिंग फेमेली को देख कर आगे कहती है बताओ तुम चाहत से इतनी नफरत क्यू करते हो ओर शुरु से ऐंड तक ए टू  जेड तक बताना कुछ भी मिस नहीं होना चाहिए ।

ओर कोई भी सवाल नहीं सवाल सिर्फ मै करुँगी ओर तुम तीनो मेरे सवालों के जवाब दोगे सो नाऊ ईस्टाट रिकॉडिंग चालु थी ओर सबसे पहले शांतनु कहता है , मै रवीना से प्यार करता था पर मेरे पापा अमन सिंग मेरी शादी अपने दोस्त की बेटी प्रेणा से करना चाहते थे ,मै इस शादी के खिलाफ था मेने उनसे कहा की मै प्रेणा से नहीं बल्कि रविना को चाहता हु पर उन्होंने मेरी एक ना सुनि ओर उन्होंने मेरी शादी प्रेणा से करवा दी मुझसे रहा नहीं गया ,ओर मेने प्रेणा को धोखा देकर रवीना से दूसरी शादी कर ली ,रवीना ने मेरी बेटी मेघा ओर प्रेणा ने मेरी बेटी चाहत को जन्म दिया ।

कुछ हि सालो बाद प्रेणा का एक्सीडेंट हो गया जिसमे उसकी मोत हो गई ,मेने भी मोके का फायदा उठाया ओर सिंग विला मै रवीना ओर मेघा को ले आया, शांतनु रुक जाता है ओर उसकी बात को रवीना आगे बढ़ाते हुए कहती है, मुझे चाहत को देख कर चिढ मचती थी इसलिए मेने शांतनु को उसकी बेटी के खिलाफ भड़काना शुरु कर दीया ओर वो मेरी बातो मै आने भी लगा, इस काम मै मेरे साथ मेरी बेटी मेघा भी थी ,हम दोनो मा, बेटी उसे मारते ,पीटते मेंटल ओर फिजिकल टॉर्चर करते।

शांतनु हैरानी से रवीना की तरफ देख रहा था जैसे की वो उसकी बात सुन कर चौक गया हो ।

आही शांतनु का रियेक्सन देख ,उसे नीची नजरों से देखने लगती है ओर सिंग फेमेली को आगे बोलने का इशारा करती है, शांतनु कहता है इन सब के बीच मै ओर एक दम से अपनी मुट्ठियाँ भींचते हुए अपनी लाल ओर गुस्सैल आँखो से कहता है, मेरे बाप ने सारी  जमीन ,जायदाद चाहत के नाम कर दी, आही शांतनु से नजरें हटा कर मेघा की तरफ कर लेति है ,मेघा आही की नजरें अपनी तरफ होते देख , जिजकते हुए कहती है, हमे चाहत को अपने रास्ते से हटाना था इसलिए मेने डेडी ओर मोम ने एक प्लेन बनाया।

मेघा थोड़ी देर रुक कर अटकाते हुए आगे कहती है , अ. .अ. ....अंश की बहन आहाना का एक्सीडेंट करवाएगे ओर इसका सारा इल्जाम चाहत के ऊपर डाल देंगे ताकि, अंश अपनि बहन का बदला चाहत से ले ओर चाहत को मार कर हमारे रास्ते से हटा दे ,ओर उसकी सारी जायदाद हमारे नाम हो जाये ।

आही एक गहरी सास छोड़ती है ,ओर केमेरा बंद कर देती है।

ओर चुपचाप वाहा से उठकर विला से बाहार जाने लगती है,विला के बाहर आने के बाद जब वो आस -पास अंश की कार नहीं दिखती तो वो वाहा खड़े एक  गार्ड से कार के बारे मै पूछती  है ,वो गार्ड आही के घर के अंदर जाने के तुरंत बाद कार के निकलने की इन्फॉमेंसन देता है।

आही कन्फियूजन मै वाहा पर हि खड़ी होती है ,तभी उस को एक ख्याल आता है ओर वो जल्दी से विला मै जाति है  टेबल पर रखी कार की  उठा लेती है ,ओर विला से चली जाति है कार की चाबी से कार का डोर खोलती है ,ओर कार चला के वाहा से चली जाति है

दूसरी तरफ सिंग विला मै पुरी सिंग फेमेली आही को हैरानी से जाते हुए देख रही थी। कैसे आही यहा आई ,उनके हि घर मै उनके मुह से सच बुलवाया ,ओर बिना कुछ कहे चली गई ,फिर अचानक आई चाबी उठाई ओर फिर चली गई ,उनको तो अब डर लग रहा था ,की आही फिर ना आ जाये ।

शांतनु ने खुद को शांत किया ओर एक कॉल लगया ओर कहा अभी मेरे घर एक लड़की आई थी उसके बारे मै मुझे सब जानना है वो आदमी शांतनु से लड़की का नाम पूछता है,शांतनु गुस्से मै कहता है अगर  मुझे पता होता तो तुजसे पूछता किया ओर कॉल कट कर देता है 

यहा अंश एक छोटे से घर के सामने खड़ा था वो उस घर के करीब जाता है तभी अंश को दो गार्ड दिखाइ देते है अंश के आँखो मै खुन उतर आता है ,ओर वो उन गार्ड के पास जाने लगता है ओर वो गार्ड भी अंश की दिशा मै देखते है पर उन्हे वाहा कोई दिखाइ नहीं देता ,अंश आही को वाहा देखकर हैरान हो जाता है।

अंश आही से चिढ़ते हुए कहता है ये क्या कर रही हो तुम , आही अंश को गुस्से मै गुरतें हुए कहती है ,मै क्या कर रही थी या तुम क्या कर रहे थी मेने कहा ना मेने कहा ना मै सिया को बचा लुगी।

अंश गुस्से मै आही को कहता है जिस लड़की का मुझे नाम तक नहीं पता उस पर मै क्यू विशवाश करु ,आही अंश को sarcastic वे मै कहती है जैसे की मै तुम्हे जानती हि नहीं अंश ,आई नो वेरी वेल की तुम कोन ओर क्या हो ,तुमने मेरे बारे मै जरूर पता लगाने की कोशिश की होगी लेकिन जान नहीं पाये ,पर मै तुम्हे अच्छे से जानती ओर समझती हु ।

ट्रस्ट मी अंश मै सिया को कुछ नहीं होने दूगी ओर अगर तुमने सिया को बचाया तो सिया को निखिल का सच कभी पता नहीं चलेगा, अंश थोड़ा शांत होकर आही से कहता है ।

पर तुम कैसे कह सकती हो की निखिल का सच दो दिन बाद सिया के सामने आएगा।

आही एक गहरी सास लेती है ओर कहती हैै , ऐसी बोहोत सी चीजे है अंश जो मुझे पता है,पर तुम्हारे सवालों का जवाब मै नहि दे सकती ,पर इतना जान लो अगर मुझे सिया को चोट  पहुंचानी होती, तो मै ये सब तुम्हे क्यू बताती ,ओर रही बात पेसो की तो तुम मेरे बारे मै कुछ भी जान नहीं पाये ।

अब तुम अंदाजा लगा लो की मै कितनी पावरफुल हु ओर जाने लगती है ,अंश एक नजर उस घर को देखता है जहा सिया केद है ओर एक  नजर आही को क्यूर्स वे मै देखता है।

ओर आही के पीछे-पिछे जाने लगता है ओर कहता है  हे अपनी पहचान ना सही नाम तो बता सकती हो ओर आही को देखता है।

आही मुस्कुराते हुए  कहती है।  आ ओर फिर थोड़ा रुक कर हि कहती है

अंश कहता है नाम पूछ रहा हु , तुम तो भाव खा रही हो, नहीं बताना तो मत बताओ।




आही हस्ते हुए कहती है ऑफो मेरा नाम आही है अंश आही की तरफ देख कर मुस्कुराता है आही कहती है  फाइनली अंश जी मुस्कुराये ओर अपनी तिरछी नजरों से अंश को देखती है ।अंश आही की बात सुन्नकर जल्दी से अपनी मुस्कान छुपा लेता है, ओर अपने सीरियस मॉड पर आ जाता है।

अन्श का विला

कुछ हि देर मै दोनो कार से अंश के विला पर पहुंच जाते है अंश आही से कहता है ,तुम दो दिन यही रुक जाओ ,आही धीमी आवाज मै कहती है ,ओर जा भी कहा सकती हु ,अंश आही को खुद मै हि बड़बड़ाते हुए देख कर कहता है।

आही क्या तुम्हे कुछ कहना आही अंश की तरफ देकती है,ओर कुछ सोच कर हा मै सिर हिलाते हुए अंश से कहती है ,हा मुझे एक फोन चाहिए ।

अंश आही की पॉकेट मै फोन देखकर कहता है ,हा कल तक मिल जायेगा ,ओर फिर अंश ओर आही अंश के विला की अंदर चले जाते है।

(अंश एक हेंसम लड़का है 25 साल का, रुड, ओर गुस्सैल टाइप का बंदा अपने सामने किसी को भी उची आवज मै बोलने तक नहीं देता एक ऐरोगट बिजनेस टायकून )

अंश की पुरी फेमेली होल मै बेटी थी पर जैसे हि उन सब ने अंश के साथ एक लड़की को देखते है तो सब हैरान हो जाते है 

सबकी हैरानी से अंश को बिल्कुल फर्क नहीं पड़ा वो अपने नो एक्सप्रेशन मॉड मै हि था आही को भी कोई वर्क नहीं पड़ा ,कियोकि अगर ये लोग ऐसे एक्सप्रेशन ना देते तो आही को जरूर अजीब लगता आही को सबके बारे मै पता था ,कियोकि आही ने पुरी नॉवेल पड़ रखी थी।




हेल्लो  फेमेली  आज का एपिसोड बस यही तक आगे का एपिसोड कल मिलेगा ,तो केसी लगी , आपको मेरी कहानी आप इस कहानी को अपना बोहोत सारा प्यार देना ओर रीडर्स कहानी को पड़ते रहिये लाइक  जरूर करना ,अगर कोई गलती हुई है तो माफ़ करना अगर कुछ सवाल हो तो कमेंड मै मुझे बता देना बस प्यार देते  रहिये  धन्यवाद ।