Shoharat ka Ghamand - 101 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 101

Featured Books
  • My Wife is Student ? - 25

    वो दोनो जैसे ही अंडर जाते हैं.. वैसे ही हैरान हो जाते है ......

  • एग्जाम ड्यूटी - 3

    दूसरे दिन की परीक्षा: जिम्मेदारी और लापरवाही का द्वंद्वपरीक्...

  • आई कैन सी यू - 52

    अब तक कहानी में हम ने देखा के लूसी को बड़ी मुश्किल से बचाया...

  • All We Imagine As Light - Film Review

                           फिल्म रिव्यु  All We Imagine As Light...

  • दर्द दिलों के - 12

    तो हमने अभी तक देखा धनंजय और शेर सिंह अपने रुतबे को बचाने के...

Categories
Share

शोहरत का घमंड - 101

आर्यन की मॉम की बाते सुन कर आलिया बोलती है, "आपको बस मेरी ही बेशर्मी नजर आ रही है, आपके बेटे की बेशर्मी आपको नजर नहीं आ रही है, आपका बेटा कोई दूध पीता बच्चा तो नहीं है, जो मेरे बहकाने से मेरी बातो में आ गया"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "कैसी लड़की हो तुम, इतना कुछ करने के बाद भी तुम मुझ से जबान लड़ा रही हो "।

तब आलिया बोलती है, "मैं आपसे जबान नहीं लड़ा रही हूं, बस बता रही हूं "।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "मैं तो तुम्हे एक सीधी सादी लड़की समझती थी, मगर तुम तो कुछ और ही निकली, लोग सच ही कहते हैं कि गरीबों से कभी भी प्यार से बात नहीं करनी चाहिए, वरना वो सर पर चढ़ जाते है, हमने तुम्हे एक गरीब लड़की समझ कर नौकरी दी, और तुमने हमारे ही बेटे को फंसा लिया और चोरी चुपके उससे शादी कर ली "।

तब आलिया बोलती है, "काश आप के हसबैंड मुझे उस दिन नौकरी ही न देते"।

ये बोल कर आलिया कमरे में चली जाती हैं।

अरुण आर्यन से बोलता है, "भाई तू शादी के बाद बहुत ही बोरिंग हो गया है"।

तब आर्यन बोलता है, "देख यार तू ये शादी शादी बोल कर मेरा दिमाग मत खा, और क्या बोलना चाहता है, अच्छे से बोल "।

तब अरुण बोलता है, "यार पहले तेरी सारी राते क्लब में कटती थी,और अब तो तू क्लब भी नहीं जाता है "।

तब आर्यन बोलता है, "हा यार तू बिल्कुल सही बोल रहा है, बड़े दिन हो गए है क्लब गए हुए, चल आज चलते हैं "।

तब अरुण बोलता है, "तू सच बोल रहा है "।

तब आर्यन बोलता है, "तुझे क्या लगता है कि मैं झूठ बोल रहा हूं, चल पहले घर चलते हैं, फिर कपड़े चेंज करके क्लब चलेंगे "।

उधर आलिया की मम्मी खाना बना रही होती हैं। ईशा मीनू से बोलती है, "दीदी तुम क्या अब स्कूल नहीं जाओगी "।

तब मीनू बोलती है, "जाऊंगी"।

तब ईशा बोलती है, "मगर तुम तो पापा को देखती हो "।

तब मीनू बोलती है, "पापा भी तो हमारी जिम्मेदारी है न"।

तब ईशा बोलती है, "तो फिर ठीक है एक दिन तुम स्कूल जाना, और एक दिन मैं, तो आज मैं स्कूल गई थी, तो कल तुम जाना"।

तब मीनू बोलती है, "नहीं ईशा, तुम छोटी हो अभी , तुम्हारा रोज जाना जरूरी है, मेरा क्या, मैं तो बड़ी हु, कुछ दिनों तक नहीं जाऊंगी तो कुछ नहीं होगा"।

तब ईशा बोलती है, "बोल तो ऐसे रही हो कि जैसे कितनी बड़ी दादी अम्मा हो, चुप चाप से वही करो जो मैं बोल रही हूं "।

तब मीनू बोलती है, "अच्छा ठीक है, अभी तुम दो दिन और चली जाओ उसके बाद मैं चली जाऊंगी "।

तब ईशा बोलती है, "अच्छा ठीक है, वैसे भी पापा हम दोनों के है, तो जिम्मेदारी भी हम दोनों की है "।

उधर आर्यन घर आता है तो उसकी मॉम उसे बोलती हैं, "वाह बेटा वाह, बहुत ही अच्छा बदला ले रहे हो तुम हम से "।

अपनी मॉम की बाते सुन कर आर्यन चौक जाता है और बोलता है, "मॉम आप ये कैसी बाते कर रही हो, मैं भला आप से बदला क्यों लूंगा "।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "हम तुम्हे यहां से भेज रहे थे तो तुमने उसका बदला लिया नहीं उस बेशर्म लड़की से शादी करके "।

तब आर्यन बोलता है, "मॉम मैने आप से बोल तो है कि एक महीने में मैं उसे तलाक दे दूंगा "।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "अब जब तक तुम्हारी तलाक नहीं हो जाती हैं, तब तक क्या मैं उस लड़की की गालियां खाऊ "।

ये सुनते ही आर्यन चौक जाता है और बोलता है, "मॉम आप ये क्या बोल रही है, आलिया आपको गालियां दे रही हैं..............