Tera...Hone laga hu - 1 in Hindi Love Stories by Sony books and stories PDF | तेरा...होने लगा हूं - 1

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तेरा...होने लगा हूं - 1

हयात बीच रिजॉर्ट  -

गोवा, शाम का वक्त

लाल रंग का शादी का लहंगा और कीमती गहनों से सजी एक लड़की  sea beach के पास खड़ी होकर उसके और तेजी से अति हुई लहरों को सुनी नजरों से देख रही थी। उसके बंधे जुड़े में से कुछ बाल हवाओं से उड़कर उसके चेहरे को ढक रहे थे। बिखरे बालों की वजह से उसका आधा चेहरा दिख नहीं रहा था। फिर भी किसी को अपनी ओर खींचने के लिए उसकी वो आधी अधूरी झलक ही काफी थी।वो लड़की सुनी नजरों से लहरों को देखते हुए अपने ही ख्यालों में डूबी समंदर के ओर कदम बढ़ाने लगी। दिल दहला देने वाली आवाज के साथ एक बड़ी सी लहर उसकी और तेजी से बढ़ रही थी। उसकी और बढ़ती हुई लहर को उस लड़की ने एक नजर देखा । दोनों हाथों से अपनी लहंगे को मुट्ठी में कस ते हुए उसने अपनी आंखें कसकर बंद कर ली। और अपने कदमों को लहरों की दिशा के और तेजी से बढ़ाने लगी । लहरें उससे टकराती उससे  पहले ही किसी ने उसे अपने ओर खींच लिया और दूसरे ही पल वो लड़की किसी के मजबूत बाजुओं में थी।



तेज़ धड़कनों के साथ उसने धीरे से अपनी आंखें खोली और सामने खड़ी सख्श को देखने लगी । जो आसमानी रंग की शेरवानी पहने उसे अपनी बाहों में भरे उसी के नजरों में देख रही थी । वो सख्श वैसे ही उसे देखते हुए अपने एक उंगली से उसके चेहरे पर बिखरे बालों को हटाकर कानों के  पीछे कर देता है। और कानों के पास आकर फूसफुसाती आवाज में ,"मूझसे छुटकारा पाने के लिए मरना चाहती हो स्वीटहार्ट ?शौक से मर सकती हो।"कहते हुए वो सक्स उस लड़की को हल्के समंदर की ओर धक्का दे देता है और उससे कुछ कदम पीछे के तरफ़ हट कर सर्द आवाज में बोला,"10 कदम पीछे मौत तुम्हारा इंतजार कर रही है और 10 कदम आगे मौत से भी बत्तर जिंदगी एंड चॉइस इस योर्स। आखिर ये तुम्हारी जिंदगी है तो फैसला भी तुम्हारा ही होना चाहिए । कोई जबरदस्ती थोड़े ही कर सकता है तुम्हारे साथ।"कहते हुए वो एक डेविल स्माइल करता है और पीछे मुड़ते हुए दुलहन सी सजी पुरे रिजॉर्ट के तरफ़ देख बेपर्वा भाव से बोला, "शादी का वक्त हो गया है मंडप में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं ।अगर सुसाइड का प्लान चेंज हो जाए तो हुलिया ठीक करके मंडप में आ जाना और मरने का मन हो तो अपने साथ अपनी पुरी फैमिली को भी लेते जाना। क्यों के तुम्हारे जाने के बाद मेरा टॉर्चर सायद वो बर्दास्त नहीं कर पाएंगे।"कहकर वो रिजॉर्ट के ओर तेजी से कदम बढ़ाने लगा।



वो लड़की पीछे से फ्रस्ट्रेशन गुस्सा और नफरत के साथ चीखते हुए , "क्यों कर रहे हो मेरे साथ ऐसा? आखिर गलती क्या है मेरी?नहीं करनी तुम से शादी। नफरत है तुमसे ।तुम्हारे सकल से। जाने दो मुझे यहां से प्लीज।"चीख ते चिल्ला ते हुए वो वहीं रेत पर घुटनों के बल बैठ जाती है । उस लड़की की बात सुनकर वो सक्स उसके  तरफ़ तेजी से आते हुए उसके पास पंजों के बल बैठ जाता है। और बड़े ही बेरहमी से उसके बालों को भींच ते हुए नफ़रत और गुस्से से दांत पीस कर बोला,"Can't लिव यू फ्रॉम नाउ ऑनवॉर्ड्स। ये मेरे रास्ते में आने से पहले सोचना चाहीए था तुम्हें, मिस काया देशमुख। बडा शौक चढ़ा था ना मेरे ex wife के साथ मिलकर मेरे खिलाफ साजिश करनेका तो अब भुगतो।"उस सख्श ने कहा और उसके बालों को छोड़ गर्दन को दबोच कर अपने चेहरे के पास लाते हुए नफ़रत भरी आवाज में दांत पीस ते हुए कुछ सोच ने के अंदाज में बोला ,"Hmmm, क्या कहा था तुमने उस दीन, हां...यही ना के एक सैतान के परवरिश से हमारे सोसायटी को एक और सैतान भले ही मिल सकता है इंसान नहीं कभी नहीं मिल पाएगा।"कहते हुए उसने अपनि एक जलती नजर काया के आंखों में डाला जो आसूं, दर्द और नफ़रत भरी नजरों से उसे ही देख रही थी।


उस सख्श ने अपने माथे को काया के माथे से जोड़ा और अपनी आंखे बंद करली। और धीमी आवाज में बोला,"जितनी नफ़रत तुम्हारे इन आंखों में मेरे लिऐ है उससे कई गुना ज्यादा नफ़रत मेरे अन्दर है तुम्हारे लिऐ। इतनी के अपने हाथों से तुम्हारे टुकड़े टुकड़े करके गिफ्ट पैक करके अपने ex wife को देनेका बडा मन कर रहा है।"कहते हुए उसने अपना माथा उससे हटा कर उसके चहरे को गौर से देखने लगा। वो सख्श इसबक्त किसी सनकी सैतान से कम नहीं लग रहा था। उसने काया के आंखों के बहते आंसुओं को गौर से देखा और उसके चहरे को अपने हथेली में भरते हुए अपने उंगलियों से उसके आंसू पोंछ कर हस्की आवाज में बोला,"तुन्हारे ये आंसू सुकुन दे रही हैं मुझे, लेकीन इसबक्त तुम्हें दुनियां की सबसे खुबसूरत ब्राइड दिखनी है तो ये रोने धोने का प्रोग्राम नर्क में पहंच कर करलेना ।"नर्क सुनकर काया उसे सावलिया नजरों से देखने लगी तो वो एक डेविल मुसकुराहट के साथ बोला,"जहां बडा डेविल और छोटा डेबिल रहते हैं वो जगह हेल ही तो होगी ना , जिसे तुम्हीं हेवन बनानेका जिम्मा उठाया है my स्वीटहार्ट। तो बेस्ट ऑफ़ लक ।"कहते हुए उसने एक झटके के साथ काया को खुद से दूर कर दिया , और खुद खड़ा होकर काया की बाजुओं को खींचकर उसे अपने सामने खड़ा  करते  हुए बोला,"दोबारा अगर समंदर की गहराई नापने का मन करे तो ये याद रखना कि समंदर की गहराई में समाकर भले ही तुम मूझसे छुटकारा पा लोगी,लेकिन तुम्हारे बाद जो तुम्हारे फैमिली के साथ होगा वो बस सोचकर ही तुम्हारी रू कांप जाएगी। कहते हुए उसने काया के बाजुओं को खींचकर रिसोर्ट के अंदर चलने लगा।


काया उससे अपनि बाहें छुड़ाते हुए चिल्ला कर बोली ,"आई हेट यू मिस्टर मोक्ष शेखावत । तुम सच मुच एक सैतान ही हो।"ये सुनकर मोक्ष के कदम थम गए और  मुड़कर सिर टेढ़ा किए किसी सनकी इंसान की तरह काया को देखने लगा। और एक डेविल स्माइल के साथ सर्द आवाज में बोला ,"आई नो इट मिस काया देशमुख और मुझे अच्छा लगता है जब कोई मुझसे नफरत करता है।"बोलकर वो काया की नजरों में देखते हुए एक-एक कदम उसके और बढ़ा ने लगा। काया उसे सहमी नजरों से देखते हुए अपने कदम पीछे की ओर हटाने लगी।मोक्ष अपने कदम काया की ओर बढ़ाते हुए दबे लफ्जों में बोला , "कब तक और कहां तक भागोगी मुझसे स्वीटहार्ट? बहुत जल्द तुम Mrs मोक्ष सीखावत बनने वाली हो । दो जिस्म एक जान होने वाले हैं हम ।"काया पीछे कदम हटाते हुए नफरत भरी आवाज में बोली,"नेवर, तुम्हें खुद को छुने देना तो दूर तुम्हारे करीब रहना भी मुझे गवारा नहीं है।"मोक्ष उसके ओर तेजी से कदम बढ़ाकर उसे कमर से पकड़ कर अपने करीब खींच लाया और काया एक ही झटके में उसके सीने से लग गई ।मोक्ष अपने होठों को उसके कानों के पास करते हुए  धीमी और तपती आवाज में ,"मैं जो चाहे तुम्हारे साथ कर सकता हूं स्वीटहार्ट और तुम कुछ भी नहीं कर सकती। रोकना तो बहत दुर की बात है दुबारा मेरे सामने तेज आवाज से भी बात की तो 


कहकर वो एक टेढ़ा स्माइल कर  काया के कांप ते होठों को दिखने लगा। और घिरे घिरे उसके होठों के क़रीब अपना चेहरा झुकाने लगा।उसके कानों को अपने होठों से छू ते हुए उसके गर्दन और कंधे पर अपने होंठ फैसलाने लगा । काया गुस्से और नफरत से खुद को उससे  छुड़ाने की नाकाम कोशिश करने लगी और मोक्ष की पकड़ उसके कमर पर और भी सख्त होती जा रही थी। मोक्ष वैसे ही उसकी गर्दन पर अपने होंठ रखते हुए दबे आवाज में बोला,"जितना मेरे खिलाफ जाने की कोशिश करोगि उतना  मुझे अपने जिस्म के करीब महसूस करोगी ।अगर नहीं चाहती कि मैं तुम्हारे करीब आऊं तो गुड गर्ल की तरह चुपचाप मेरे साथ मंडप में बैठ जाओ और पूरी दुनिया को ये यकीन दिलाओ कि हम दोनों दुनिया के सबसे बेहतरीन कपल है। और तुम मेरे बेटे के लिए सबसे बेहतरीन मां साबित होगी ।"कहते हुए बेहद इंटेंस के साथ उसने काया की गर्दन को चूमा और उसे खुद से अलग कर दीया।


रिजॉर्ट में सजे हुए मंडप की तरफ इशारा करते हुए बोला ,"वेलकम टू हेल स्वीटहार्ट, बहुत शौक चढ़ा था ना मेरे बेटे को सुधारने का, उसे अच्छा इंसान बनाने का ,तो चलो दिया मौका । शामिल करता हूं तुम्हें अपनी शैतानी दुनिया में । अब जी भर के हमें सुधारो ।"कह कर फिर एक शैतानी हंसी हंसते हुए वो रिसोर्ट के अंदर चला गया । थोड़ी देर बाद मंडप में जब दुल्हन को बुलाया गया दुल्हन के लिबास में सजी हुई काया को देख   सब की नजर उस पर ठहर सी गई बस मोक्ष को छोड़कर। मोक्ष मंडप में अग्निकुंड के पास  बैठकर एक टक जलती आग को ही घूरे जा रहा था। जैसे उसके अंदर की आग और अग्निकुंड की आग के बीच में कोई जंग छिड़ी हो।


पंडित जी ने सारे रश्मों के बाद जब फिरों के लिए कहा और हर एक फेरों का मतलब समझाने लगे  काया के कदम जैसे ठहर से गए । ये देखकर मोक्ष चारों ओर नजर डालने लगा। मीडिया और गेस्ट की नजर उन दोनों पर ही टिकी हुई थी। वही मंडप के थोड़े ही दूरी पर किसी की गहरी नजर पुरी तरह मोक्ष और काया पर ही टिकी हुई थी।ये देखकर मोक्ष दांत पीस ते हुए काया की कलाई पकड़ कर अपने और खींचा और  मंडप में ही सबके सामने उसके गालों को चूमते हुए  दबे आवाज में बोला"जितनी परेशानी तुम यहां  मंडप में मेरे लिए खडी करोगी उतनी ही परेशानी तुम अपने फैमिली के लिए भी खड़ी करोगी स्वीटहार्ट । देखलो सब कितने खुश है । उनकी खुशी बरकरार रखना नहीं चाहोगी?"अपनी बात कहकर उसने काया  की कमर को छोड़ दिया और उसकी कलाई पकड़ कर तेज कदमों से फेरे लेने लगा।


काया ने एक नजर अपने मां-बाबा के ऊपर डाला जो सुकून भरी नजरों से अपनी बेटी को इतने बड़े घराने की दुल्हन बने देख रहे थे ।और मंडप के पास खड़ी अपनी बहन को देखा जो खुद को खूबसूरती  से सजाए हुए अपनी बहन की शादी इंजॉय कर रही थी। काया ने खुद को संभाला और एक गहरी सांस लेकर पंडित जी के मंत्रों के साथ मोक्ष के कदमों से कदम मिलाने लगी।


उन सात फेरों के बाद उसकी पूरी जिंदगी, पूरी दुनिया बदलने वाली थी । वो एक ऐसी दुनिया में जाने वाली थी जहां वो किसी को नहीं जानती थी नाहीं उसे कोई जानता था और शायद अपनी जिंदगी में चाहता भी नहीं था । वो तो बस एक सजा भुगतने के लिए जा रही थी उस नर्क में। नम आंखों से फेरे लेते हुए वो अपने ही बेबसी पर मुस्कुरा देती है ।और 7 दिन पहले की अपनी जिंदगी और अपने उस गुनाह को याद करने लगती है जिसकी सजा वो आज से भुगतने वाली थी।





To  be continued ❤️


काया ने ऐसा क्या किया था जिस केलिए उसे मोक्ष सिखावत से शादी करनी पड़ रही है? जानने केलिए आगे पढ़ते रहें।