Ishq Da Mara - 36 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 36

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इश्क दा मारा - 36

रानी की बात सुन कर यूवी की मां बोलती है, "बेटा मेरा बस चलता तो मैं इसकी भी शादी कर देती, मगर इसके पापा ने बोला है कि यूवी कभी भी शादी नहीं करेगा, ये बस जिंदगी भर यू ही गुंडा गर्दी करता रहेगा"।

तब रानी बोलती है, "ऐसा थोड़े ही होता है, काकी "।

तब राधा बोलती है, "रानी चुप चाप जा कर कमरे में बैठ जाओ, मां को बहुत काम है"।

उसके बाद रानी वहां से चली जाती है।

उधर गीतिका की मॉम उसके डैड से बोलती है, "और मिनिस्टर साहब तो फिर आपने क्या सोचा है "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "किस बारे मे?????

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "MLA साहब के बारे में, मेरे डैड ने अपनी पूरी जिंदगी राजनीति में लगा दी और, एक आप है जिससे कि राजनीति होती ही नहीं है "।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "मैं किसी राजनीति परिवार से नहीं हु, फिर भी पूरी कोशिश कर रहा हूं "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "दो महीने बाद MLA के इलेक्शन है, और मैं चाहती हूं कि इस बार हमारा बेटा MLA बने "।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "आपके बेटे को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है, वो अपना पूरा ध्यान बस अपने बिजनेस में लगाना चाहता है "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "आप और आपके बच्चे, बस अपनी ही मर्जी के मालिक हैं, मेरी तो कोई वैल्यू ही नहीं है "।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "आपको क्या लगता है कि, आपकी बहु आपके बेटे को राजनीति में आने देगी"।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "उसकी टेंशन आप मत लीजिए , आप से जो मैने बोला है, बस करिए"।

उधर यूवी गीतिका की बुआ जी के घर जाता है और देखता है कि गीतिका वहां पर रहती है, गीतिका को देख कर यूवी चौक जाता है और यूवी को देख कर गीतिका।

तब यूवी बोलता है, "तुम यहां पर क्या कर रही हो ????

तब गीतिका  बोलती है, "ये सवाल मुझे पूछना था, कि तुम यहां पर क्या कर रहे हो"।

तब यूवी बोलता है, "तुम मेरा पीछा करते हुए यहां पर आ गई हो "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हारा दिमाग तो ठीक है, मैं तुम्हारा पीछा करूंगी "।

तब यूवी बोलता है, "जब तुम हॉस्पिटल आ सकती हो तो यहां पर क्यों नहीं "।

तब गीतिका बोलती है, "तुम समझते क्या हो अपने आप को"।

तब यूवी बोलता है, "मेरा छोड़ो और अपना बताओ कि तुम क्या कर रही हो यहां पर"।

तब गीतिका बोलती है, "तुम्हे इससे क्या, मैं कही पर भी जाऊ, और तुमने मेरी उस दिन हेल्प क्यों की थी, अगर तुम उस दिन मेरी हेल्प ना करते तो आज मैं यहां पर ना होती "।

तब यूवी बोलता है, "मैने भी उस दिन बड़ा ही बुरा काम किया था तुम्हे बचा कर "।

तब गीतिका बोलती है, "अपनी बकवास बंद करो और बताओ कि तुम यहां पर क्या कर रहे हो "।

तब यूवी बोलता है, "तुम पहले मुझे ये बताओ कि तुम यहां पर क्या कर रही हो, क्या हुआ शहर वालो ने तुम्हेवहां से निकाल दिया है जो तुम यहां पर आ गई हो "।

तभी पीछे से गीतिका के फूफा जी बोलते हैं, "यूवी तुम ये कैसी बात कर रहे हो गीतिका से.............