अब आगे,
वही जब दिनेश, अर्जुन की साइड का दरवाजा खोलकर बस अराध्या की साइड के दरवाजे की तरफ बढ़ा ही था कि अर्जुन ने उससे कहा, "मैं हु यहां तो तुम्हे करने की कोई जरूरत नहीं है..!"
अर्जुन की बात सुनकर दिनेश हैरान ही रह गया उसको तो अपने कानो पर विश्वाश ही नहीं हो रहा था कि आज उस का बॉस किसी लड़की के लिए खुद उस कार का दरवाजा खोलने वाला है..!
अपनी बात कहकर अब अर्जुन ने अपनी कोट के बटन लगा लिये और फिर अराध्या के दरवाजे की तरफ पहुंच गया और उसने जैसे ही दरवाजा खोलने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया ही था कि कार का दरवाजा खुद ही खुल गया..!
पर जैसे ही आराध्या ने अपने सामने अर्जुन को खड़ा देखा तो दरवाजा जितनी स्पीड से खुला था तो बंद भी उतनी ही स्पीड से ही हो चुका था जिसको देखकर अब अर्जुन अपनी एक आईब्रो ऊपर उठाकर आराध्या के साइड के दरवाजे को देख रहा था..!
और आराध्या के द्वारा की गई अर्जुन के साथ इस हरकत पर दिनेश की हसी छूट गई मगर जब अर्जुन ने उसको देखा तो दिनेश ने अपना सिर झुका लिया और जब दिनेश ने अपनी एक आंख उठाकर अर्जुन की तरफ देखा ही था कि उसने पाया कि अर्जुन अभी भी उसको ही घूर रहा था..!
तो अब दिनेश के कानो मे आवाज सुनाई पड़ी तो उनसे पीछे मुड़ कर देखा तो पाया कि समीर की कार वहा आ चुकी थी तो अब दिनेश ने अर्जुन के सामने बात को घुमाते हुए कहा, "बॉस, मैं समीर सर की कार को पार्किंग एरिया में लगा आता हु..!"
और समीर की कार से तन्मय के निकलते ही दिनेश कार में बैठ गया और जल्दी से समीर की कार को वहां से लेकर पार्किंग एरिया की तरफ बढ़ गया और जाते हुए अब दिनेश ने अपने आप से कहा, "थैंक गॉड, समीर सर बिल्कुल सही समय पर आए है नहीं तो मुझे तो लगा था कि बॉस ने आज मुझे मौत के दर्शन करवा ही दिए होते..!"
वही अब समीर, अभिनाश और तन्मय, अर्जुन के पास पहुंच गए और अर्जुन ने जैसे ही आराध्या के लिए उसकी तरफ का दरवाजा खोला तो अराध्या बिल्कुल खोने में चिपक गई और अब अर्जुन ने अराध्या से कहा, "कार से बाहर निकल लो..!"
अर्जुन की बात सुनकर, अराध्या झट से कार का दरवाजा खोलकर बाहर निकल गई मगर उस तरफ से नहीं जहां अर्जुन खड़ा हुआ था बल्कि वो तो दूसरी तरफ से निकल गई थी और बहुत ही आराम से कार के दरवाजे को बंद भी कर दिया था..!
आराध्या ने कार के दरवाजे को बंद ही किया था कि उसकी नजर अपने सामने की ओर गई जहां दिल्ली शहर का सबसे एक्सपेंसिव शॉपिंग मॉल था और अराध्या उसको देखती ही रह गई थी..!
आराध्या को यू उस एक्सपेंसिव मॉल को देखता हुए देख कर अब अर्जुन उसके पास पहुंच गया और उसका हाथ पकड़ लिया और उसको अपने साथ उस एक्सपेंसिव मॉल में अंदर लेकर जाने लगा और साथ में उसके पीछे पीछे समीर, तन्मय और अभिनाश भी जा रहे थे..!
और साथ में अर्जुन के वेल ट्रेंड बॉडीगार्ड्स भी साथ में चल रहे थे और साथ में वो लोग अर्जुन और आराध्या के लिए रास्ता साफ भी कर रहे थे और अब अर्जुन, आराध्या को लेकर उस एक्सपेंसिव मॉल में अंदर पहुंच गया था..!
और वो दोनों उस एक्सपेंसिव मॉल के बीचों बीच में खड़े हुए थे और साथ में समीर, तन्मय और अभिनाश के साथ साथ अर्जुन के सारे बॉडीगार्ड्स भी वही खड़े हुए थे..!
और वही आराध्या उस एक्सपेंसिव मॉल को हैरानी से देख रही थीं क्योंकि आराध्या ने आज से पहले इतना बड़ा और एक्सपेंसिव मॉल कभी नहीं देखा था क्योंकि उसने तो आज तक सिर्फ एक छोटे से मार्केट से ही शॉपिंग की थी..!
और मॉल बगैरा से भी वो तब ही शॉपिंग करती थी जब जानवी उसको जबरदस्ती अपने साथ शॉपिंग करने के लिए लेकर जाती थी और सारा खर्चा भी खुद जानवी ही उठाया करती थीं क्योंकि आराध्या एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करती थी..!
और साथ में वहां मौजूद लोगों को देख कर लग रहा था कि ये मॉल कितना एक्सपेंसिव होगा क्यूंकि सब लोगों की पर्सनेलिटी और कपड़ों को देखकर यही लग रहा था कि ये मॉल की चीजों को सही में सिर्फ बहुत ज्यादा अमीर लोग ही अफोर्ड कर सकते है..!
आराध्या उस एक्सपेंसिव मॉल की हर एक जगह और चीज को अच्छे से देख रही थी और तभी अर्जुन की नजर उस पर गई तो अब उसने थोड़ा सा मुस्कराते हुए आराध्या के कान के पास जाकर उससे कहा, "अगर अपनी ही चीज को निहार लिया हो तो शॉपिंग कर ले..!"
अर्जुन की बात सुनकर अराध्या थोड़ी हैरान रह गई और फिर अपनी कंफ्यूजन का सॉल्यूशन पाने के इरादे से अब उसने अर्जुन से पूछा, "अपनी चीज़ से आप का क्या मतलब हैं..!"
आराध्या की बात को सुनकर अब अर्जुन थोड़ा सा मुस्करा दिया और उसने सामान्य होकर उससे कहा, "हां, अपनी चीज़ क्यूंकि ये मेरा मॉल है और मैने तुम से कहा था न कि अब से मेरी हर एक चीज तुम्हारी है और जब ये मॉल मेरा है तो इस का मतलब ये है हुआ कि अब से ये मॉल तुम्हारा भी है..!"
अर्जुन की बात सुनकर, अराध्या अपनी आंखे बड़ी बड़ी कर के उसको ही देख रही थी मगर अब उसने अर्जुन से कुछ कहना ठीक नहीं समझा और अपनी को नीचे झुका लिया..!
अब अर्जुन ने कुछ देर तक अराध्या को देखा और फिर अपने आस पास खड़ी भीड़ की नजरों को देखा और फिर अपने से थोड़ी दूरी पर ही खड़े तन्मय को इशारा करके बुलाया और अर्जुन का इशारा पाए ही तन्मय जल्दी से उसके पास पहुंच गया..!
अब अर्जुन से उसके कुछ कहा और तन्मय ने अपना सिर हां में हिला दिया और वहा से सीधा किसी शॉप की तरफ चला गया और अपनी बात तन्मय से कहकर अब अर्जुन, आराध्या के पास पहुंच गया और उसने उससे कहा, "तुम्हे मेरी बाते याद है न जो मैने तुम से अपने रूम में कही थी..!"
अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने अपने सिर को थोड़ा सा ऊपर करते हुए अपना सिर अर्जुन की तरफ देखते हुए हां में हिला दिया और तभी तन्मय भी आ गया और उसने अर्जुन से कहा, "ये लीजिए सर..!"
तन्मय की बात सुनकर अब अर्जुन ने उसके हाथ में पकड़े हुए मास्क को ले लिया और खुद पहनने के बाद दूसरा अपने हाथों से अराध्या को पहना दिया और अब अराध्या, अर्जुन को देख रही थी जैसे उससे पूछ रही हो कि..!
उसने उसके साथ ऐसा क्यों किया तो अब अर्जुन ने अराध्या की आंखों को पढ़ते हुए अब उससे कहा, "ऐसा करना जरूरी था मेरी जान क्योंकि मैं नहीं चाहता हूं कि मेरी जान को मेरे अलावा कोई और भी देख सके..!"
अर्जुन ने अराध्या से ऐसा इसलिए भी कहा था क्योंकि उस एक्सपेंसिव मॉल में मौजूद हर लड़के और लड़की की नजर सिर्फ और सिर्फ आराध्या और अर्जुन पर ही ठहर चुकी थीं और वो लोग बस एक तक उन दोनों को निहारे ही जा रहे थे और सब लोग बस उन दोनों की ही बाते कर रहे थे..!
और अर्जुन को ये बिलकुल भी बर्दाश नहीं था कि उसकी अराध्या को उसके अलावा कोई और भी देखे और साथ में उसके दुश्मनों की कोई कमी नहीं थी और वैसे तो अर्जुन को आज तक किसी से भी कभी कोई डर नहीं लगा था..!
मगर आज वो आराध्या के लिए डर रहा था कि कही उसकी वजह से उसका कोई दुश्मन उसके साथ कुछ गलत न कर दे और बस इसी वजह से अर्जुन ने खुद तो मास्क पहना ही साथ में आराध्या को भी पहना दिया..!
और अर्जुन के ऐसा करते ही अब समीर, तन्मय, अभिनाश और उसके बाकी के सारे वेल ट्रेंड बॉडीगार्ड्स ने भी मास्क पहन लिया और अब अर्जुन के कुछ वेल ट्रेंड बॉडीगार्ड्स उस एक्सपेंसिव मॉल के बाहर खड़े हो गए तो कुछ उसके साथ ही खड़े रहे..!
और अब अर्जुन ने अराध्या के हाथ को पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया था क्यूंकि आराध्या उससे थोड़ी दूर जाकर खड़ी हो गई थी और अब जब अर्जुन के ऐसे खींचने से अराध्या के करीब आ गई तो अब अर्जुन ने उसकी कमर पर अपना हाथ डालते हुए उसको लेकर एस्केलेटर की तरफ बढ़ गया..!
अर्जुन जब आराध्या की कमर पर अपना हाथ डाल कर एस्केलेटर की तरफ बढ़ ही रहा था तो आराध्या अपने हाथ से अर्जुन के हाथ को अपने कमर पर से हटाने की कोशिश कर रही थी और तभी वो दोनों एस्केलेटर पर चढ़ गए..!
और जब अर्जुन ने देखा कि अराध्या उसके हाथ को उसकी कमर पर से हटाने की कोशिश कर रही है तो अब अर्जुन ने अपनी पकड़ उसकी कमर कर कस दी और जिसकी वजह से आराध्या को दर्द महसूस हुआ और उसके मुंह से हल्की सी आह की आवाज निकल गई..!
अर्जुन ने जब आराध्या के मुंह से हल्की सी आह की आवाज सुनी तो उसने आराध्या की तरफ देखते हुए अपनी कड़क आवाज उससे कहा, "मुझसे दूर जाने की कोशिश भी मत करना मेरी जान क्योंकि तुम अगर मुझसे दूर जाओगी तो तुम्हे ही दर्द महसूस होगा..!"
अर्जुन की कड़क आवाज सुनकर अब आराध्या ने उससे कुछ नहीं कहा और अपना सिर नीचे झुका लिया और वही अब अर्जुन और आराध्या एस्केलेटर से फर्स्ट फ्लोर पर पहुंच चुके थे..!
और उन दोनों के पीछे पीछे दूसरी एस्केलेटर से आ रहे समीर, तन्मय और अभिनाश भी वही पहुंच चुके थे और अर्जुन की बॉडीगार्ड्स सीढ़ियों से चल कर फर्स्ट फ्लोर तक पहुंच गए थे..!
अब अर्जुन ने अराध्या को देखा जो अपना सिर झुका कर खड़ी हुई थी तो अब अर्जुन ने कुछ देर तक अराध्या को देखा और फिर उसको अपने करीब कर लिया..!
और अब अर्जुन उसको साथ लेकर आगे बढ़ा ही था कि उसने आराध्या से पूछा, "मेरी जान, पहले तुम कुछ खाओगी या फिर पहले शॉपिंग करना चाहोगी..?"
अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने अपना सिर ऊपर कर लिया और फिर अर्जुन को देखते हुए अपनी धीमी आवाज में उससे कहा, "पहले मुझे शॉपिंग करनी है..!"
आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने अपने सिर को धीरे से हिलाते हुए कहा, "जैसा तुम कहो मेरी जान..!"
अपनी बात आराध्या से कहकर अब अर्जुन ने अराध्या को अपने करीब कर लिया और उसको एक लेडीज शॉप की तरफ बढ़ गया और अब अर्जुन, आराध्या को लेकर एक लेडीज शॉप के अंदर चला गया..!
और उसके पीछे पीछे समीर, तन्मय और अभिनाश भी जाने ही वाले थे कि अर्जुन ने उन तीनों को रोकते हुए कहा, "तुम लोग यही रहो तब तक मैं अपनी जान को शॉपिंग करवा कर आता हूं..!"
अर्जुन की बात सुनकर अब समीर कुछ बोलने ही वाला था कि अर्जुन, आराध्या को लेकर वहां से उस लेडीज शॉप के अंदर चला गया तो अब समीर ने अर्जुन पर गुस्सा करते हुए उससे कहा, "ये खुद को समझता क्या है..!"
समीर ने अपनी बात कही ही थी कि अब उसकी बात सुनकर तन्मय ने उससे कहा, "आप तो ऐसे कह रहे है जैसे आप अपने दोस्त को जानते ही नहीं है..!"
तन्मय की बात सुनकर अब समीर उसको घूरने लगा ही था कि अब अभिनाश ने बात को ज्यादा ना बढ़ाते हुए उन दोनों से कहा, "अरे यहां तो प्ले स्टेशन गेम्स की भी शॉप है तो जब तक बॉस, आराध्या मैम को शॉपिंग करवा रहे हैं तब तक एक एक गेम हो जाए..!"
अभिनाश को ये बात बहुत अच्छे से पता थी कि समीर, तन्मय और अभिषेक को प्ले स्टेशन पर गेम्स खेलना बहुत ज्यादा पसंद था और जब वो सब एक साथ होते थे तो सब मिलकर गेम्स खेला करते थे..!
अभिनाश की बात सुनकर अब जब तन्मय और समीर ने उस गेम शॉप को देखा तो दोनों एक दूसरे को न देखते हुए उस शॉप की तरफ बढ़ गए..!
और जब अभिनाश ने उन दोनों को गेम शॉप की तरफ जाते हुए देखा तो उसने अपने आप में बड़बड़ाते हुए कहा, "अच्छा हुआ कि मैने गेम शॉप देख ली नहीं तो ये दोनो यही बच्चों की तरह लड़ने बैठ जाते..!"
अब समीर और तन्मय उस गेम शॉप के अंदर ही जाने वाले थे और समीर तो अंदर चला ही गया था कि अब तन्मय ने उस गेम शॉप से बाहर आकर चिल्लाते हुए अभिनाश से कहा, "अबे आयेगा भी या वही बॉस का इंतेज़ार करने का इरादा है तेरा..!"
अभिनाश ने अपनी बात अपने आप से कही ही थी कि अब उसने तन्मय का चिलाना सुना तो मुस्कुराते हुए उससे बोला, "अरे आ तो रहा हु..!"
अपनी बात कहकर अब अभिनाश भी भागता हुए उस गेम शॉप की तरफ बढ़ गया..!
दूसरी वही तरफ, लेडीज शॉप में,
अर्जुन, आराध्या को अपने साथ उस लेडीज शॉप में लेकर पहुंच गया और उसको वो लेडीज शॉप दिखाते हुए उससे कहा, "ये लो मेरी जान, तुम्हे यहां जो कुछ भी पसंद आ जाए वो सब तुम ले लेना..!"
अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या उस लेडीज शॉप में रखी चीजों को देखने लगी और वहा उस लेडीज शॉप में तरह तरह की ड्रेस रखी हुई थी और मेकअप का सारा सामान और हर एक वो चीज को लड़की को चाहिए होती हैं वो सब वहां उस लेडीज शॉप में मौजूद था..!
आराध्या उन सभी समान को देख ही रही थी और वहा हर चीज की इतनी वैरायटी थी कि अब आराध्या को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था और इसी वजह से उसके चेहरे पर कन्फ्यूजन के भाव नजर आ रहे थे..!
और जब अर्जुन ने अराध्या के चेहरे पर कन्फ्यूजन के भाव देखने के बाद अब अर्जुन ने कुछ देर अराध्या को देखा और फिर उस लेडीज शॉप में मौजूद फीमेल एम्प्लॉय को आवाज दी और अर्जुन ने तो एक ही फीमेल एम्प्लॉय को बुलाया था..!
मगर उसकी कड़क आवाज सुनकर उस लेडीज शॉप में मौजूद सभी फीमेल एम्प्लॉय डर गई और फिर वो सब वहां उसके सामने आकर खड़ी हो गई थी..!
अब अर्जुन ने एक नजर उन सभी फीमेल एम्प्लॉय को देखा और फिर अराध्या की तरफ देखते हुए अपनी रौबदार आवाज में उन सभी फीमेल एम्प्लॉय से कहा, "मेरी जान को जो कुछ भी पसंद आए तो उसको वो चीज पैक करके दे देना और मेरी जान की पर्सनेलिटी पर सूट होने वाला एक ड्रेस अभी के अभी लेकर आओ..!"
अर्जुन की रौबदार आवाज को सुनकर सभी फीमेल एम्प्लॉय थोड़ा डर गई मगर उन सभी ने एक साथ अपनी गर्दन हां में हिला दी और उन में से ही एक फीमेल एम्प्लॉय वहां से ड्रेस कॉर्नर की तरफ बढ़ गई और वहा से एक ड्रेस निकाल करके आई..!
To be Continued......❤️✍️
तो अब देखते हैं कि आगे क्या होने वाला है और क्या आराध्या कभी अर्जुन से दूर जाने में कामयाब हो पाएगी भी या फिर उसको हमेशा अर्जुन के साथ ही रहना पड़ेगा और क्या सच में अर्जुन को ये बिलकुल भी बर्दाश नहीं कि उसकी अराध्या को उसके अलावा कोई और देख सके और तो अब देखना ये है कि अर्जुन का आराध्या के लिए यही पागलपन उसके लिए किस हद तक जा सकता है..?
हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।