Devil Ceo Ki Mohabbat - 77 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 77

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 77

अब आगे,

अर्जुन की पूरी बात सुनकर अब आराध्या ने उस पर थोड़ा गुस्सा करते हुए कहा, "जब शॉपिंग पर लेकर ही नहीं जाना चाहते थे तो फिर झूठा वादा क्यों किया..!" 

आराध्या का चेहरा गुस्सा करने की वजह से हल्का सा लाल हो चुका था जिसको देखकर अब अर्जुन ने उससे कहा, "मैने कोई झूठा वादा नहीं किया है पर तुम पूरी तरह से ठीक नहीं हुई तो मैं तुम्हे अपने कमरे से बाहर जाना तो क्या इस बेड के नीचे भी नहीं उतरने दूंगा समझ में आया तुम्हे..!" 

अर्जुन की पूरी बात सुनकर अब आराध्या कुछ बोलने को हुई ही थी कि अर्जुन ने इस बार फिर से और अपने चेहरे पर मुस्कान लाते हुए और उसको देखते हुए उससे कहा, "और अच्छा ही है न कि मैं अपनी अरु बेबी को यू ऐसे अपनी ही व्हाइट शर्ट में देखूं..!" 

और अब अर्जुन ने अराध्या को अपनी परेशानी जताते हुए या ये कहो उसके और परेशान करते हुए उससे कहा, "पर तुम्हारे लिए एक परेशानी है बेबी..!" 

आराध्या वैसे ही अर्जुन की बातों से डर चुकी थी और जब अर्जुन ने कहा कि कोई परेशानी है तो उसने थोड़ा रोनी आवाज में उससे कहा, "और वो क्या परेशानी है..!" 

आराध्या की रोनी आवाज सुनकर अब अर्जुन ने उसको थोड़ा चिढ़ाते हुए उससे कहा, "और ज्यादा दिनों तक तुम ऐसे ही मेरी व्हाइट शर्ट में रही न तो पता नहीं मैं कब तक अपने आप पर कंट्रोल कर पाऊंगा..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने अपना इसलावा गटक लिया और झट से उस रेशमी मुलायम ब्लैंकेट को ओड लिया और वही अर्जुन के चेहरे पर जो अभी तक हल्की सी मुस्कान थी..!

वो गहरी होती जा रही थी क्योंकि अर्जुन अब तक ये तो जान चुका था कि वो, उसके करीब आने से डरती है और वही हमारे अर्जुन को उसके पास रहना बहुत ज्यादा पसंद है और साथ में उसको आराध्या को चिढ़ाने में बहुत ज्यादा मजा आता था..!

वैसे तो हमारे अर्जुन के करीब आने के लिए दुनिया की हर एक लड़की तैयार रहती हैं मगर अर्जुन ने आज तक किसी को ये मौका न तो कभी दिया था और अब न ही कभी देगा..! 

और अब अर्जुन ने अराध्या को और चिढ़ाते हुए उससे कहा, "क्या हुआ तुम तो अभी से डर गई और वैसे भी तुम मेडिसिन लेने को तो तैयार हो नहीं तो फिर जब आधी रात को तुम मुझे परेशान करोगी तो..!" 

अर्जुन अपनी बात पूरी कर पता उससे पहले ही आराध्या ने बिना सोचे समझे ही उससे कह दिया, "मुझे क्या किसी पागल कुत्ते ने कटा है जो मैं आपको आधी रात को परेशान करूंगी..!" 

आराध्या ने ये सब इसलिए भी कहा था क्योंकि वो अर्जुन की बातों से डर गई थी और अब चाहे कुछ भी हो जाए वो उससे कुछ नहीं कहने वाली थी..!

आराध्या की बचकानी बाते सुनकर अब अर्जुन ने उससे कहा, "चलो अच्छा ही है नहीं तो तुम मुझे परेशान करती और मेरी नींद खराब हो जाती क्योंकि तुम ये मेडिसिन नहीं खा रही हो ना..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने उससे पूछा, "आप कहना क्या चाहते है..?" 

अराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन के चेहरे पर एक टेड़ी मुस्कान आ चुकी थी और उसने उससे कहा, "वो क्या है न तुम ये मेडिसिन नहीं खाओगी तो तुम्हारा दर्द कम नहीं होगा और अगर दर्द कम नहीं हुआ तो फिर तुम मेरी नींद खराब करोगी क्योंकि इस कमरे का दरवाजा मेरे फेस या फिर फिंगर लॉक से ही खुलेगा तो तुम बाहर भी नहीं जा सकती हो और विला में मौजूद किसी के अंदर इतनी हिम्मत नहीं कि वो फर्स्ट फ्लोर पर मुझसे पूछे बगैर भी आ सके और साथ में जब मेरी नींद खराब होगी तो फिर मैं तुमसे कुछ भी मांग सकता हु और फिर भी तुम्हे यही मेडिसिन खानी पड़ेगी क्यूंकि इतनी रात को मैं डॉक्टर तो बुला सकता हु मगर वो भी तुम्हे यही मेडिसिन खाने को बोलेगा, तब क्या करोगी तुम, बताओ मुझे..!" 

अर्जुन की पूरी बात सुनकर अब आराध्या उसको ही देखे जा रही थी और फिर उसने अपने साइड में रखी शॉर्ट अलमीरा के ऊपर रखे फर्स्ट एड बॉस में से उस मेडिसिन के पैकेट को देखा तो उसने अपने मन में कहा, "हां शायद यही दवाई मेरी जानू मुझे खिलाती थी जब मुझे ज्यादा दर्द होता था..!" 

और फिर क्या उसने अर्जुन के हाथ में रखी मेडिसिन न खाकर उस ही मेडिसिन के पैकेट में से दूसरी मेडिसिन निकल ली और अर्जुन के हाथ से पानी का गिलाश लेकर उसको खा लिया..!

वही अर्जुन ने जो मेडिसिन अपने हाथ में पकड़ी हुई थी उसको देखकर मुस्करा गया क्योंकि वो समझ चुका था कि आराध्या आखिर क्यों दवाई खाने से मना कर रही थी पर उसको इस बात का शुक्र था कि आखिरकार आराध्या ने मेडिसिन खा ही ली..!

और वो बात अलग है कि आराध्या ने उसके हाथ में रखी हुई मेडिसिन नहीं खाई मगर उस फर्स्ट एड बॉस में एक ही मेडिसिन का पैकेट था जो पेन रिलीफ मेडिसिन थी और अराध्या ने उस पैकेट में से ही मेडिसिन निकलकर खाई थी इसलिए अब अर्जुन ने अपने हाथ में रखी हुई मेडिसिन को उसी पॉकेट में वापस से डाल दिया..! 

और अब आराध्या को सीधे करके लिटा दिया और फिर उसको उस रेशमी मुलायम ब्लैंकेट को अच्छे से उड़ा दिया और अब आराध्या ने जैसे ही अपनी आंखे बंद करी ही थी कि उसको अहसाहस हुआ कि कोई उसको पकड़े हुए है तो जब उसने अपनी आंखे दुबारा खोली तो उसने देखा कि अर्जुन उसको पकड़कर सो रहा था..! 

तो अब आराध्या जितना अर्जुन की पकड़ से छुटने की कोशिश करे अर्जुन उसको दुबारा से फिर से पकड़ लेता और अब अर्जुन ने उसके कान के पास जाकर कहा, "कोई फायदा नहीं है मेरी जान क्योंकि तुम मुझसे कभी दूर नहीं जा पाओगी..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या कुछ कहना चाह रही थी मगर मेडिसिन के असर से उसकी आंखे भारी होने लगी और कुछ देर बाद वो नींद के आगोश मे चली गई और वही जब अर्जुन ने उसको सोते हुए देखा तो उसको कसकर गले लगाकर सो गया जैसे वो अभी उठकर ही भाग जाएगी..!

सुबह का समय, अर्जुन का कमरा,

अर्जुन, अराध्या को अपनी बाहों में लेकर आराम से सो ही रहा था तभी सूरज की किरणे उस कमरे में फैल गई और अर्जुन के कमरे में लगी शीशे की खिड़कियों से होती हुई सीधे आराध्या के चेहरे पर पड़ने लगी..!

और वही सूरज की किरणे के अराध्या के चेहरे पर पड़ने से अब वो चिड़ते हुए खुद से बोली, "यार तू जल्दी से कमरे की खिड़कियों बंदकर दे क्योंकि इससे मेरी नींद में खलल पड़ रहा है..!" 

आराध्या की आवाज सुनकर अबतक अर्जुन की नींद खुल चुकी थी और वो अब अपनी बाहों में आराम से सो रही आराध्या को देख रहा था और जब अर्जुन ने अपनी आंखे खोलकर अपने साथ सो रही आराध्या को देखा तो वो अपने चेहरे पर मुस्कान लाने से खुद को रोक न सका और फिर आराध्या को देखकर मुस्कराने लगा..!

वही आराध्या जो सूरज की किरणों से परेशान हो रही थी और फिर उसने अपनी नींद भरी आवाज में फिर से खुद से बोलने लगी, "बंद कर दे न खिड़की को ये मुझे परेशान कर रही है..!" 

आराध्या की बात सुनकर अर्जुन फिर से मुस्करा उठा और अबकी बार उसको कुछ याद आया और  उसने अपने एक हाथ आराध्या की कमर पर से हटाकर फिर साइड में रखी टेबल पर से अपना आईफोन उठा लिया और किसी को मैसेज कर दिया..! 

और फिर से अपना आईफोन वही टेबल पर ही रखकर आराध्या को उसकी कमर से पकड़ते हुए अपनी ओर कर लिया और उससे प्यार से कहने लगा, "उठ जाओ अरु बेबी सुबह हो चुकी है और क्या तुम्हे शॉपिंग के लिए नहीं जाना है..!" 

और जब अराध्या ने अर्जुन की आवाज सुनी तो वो थोड़ी कन्फ्यूज्ड हो गई और उसने अपनी आंखों को पूरा खोलकर सामने देखा तो उसको अपने सामने अर्जुन का चेहरा दिखाई दिया जो उसको देखकर ही मुस्करा रहा था..!

वही जब अराध्या ने अर्जुन की मुस्कान देखी तो उसने अपनी घबराई नजरों से उसको देखा क्यूंकि जब भी अर्जुन ने उसको मुस्कराते हुए देखा है तो हमारी बेचारी आराध्या के साथ कुछ न कुछ जरूर से हुआ है..!

और अब उसने अपनी नजरों को घुमाते हुए कमरे को देखा तो उसको याद आया कि वो तो अभी अर्जुन के कमरे में मौजूद हैं जबकि उसको नींद में लग रहा था कि वो अभी अपने होस्टल के कमरे में अपने बेड पर जानवी के साथ सो रही है..! 

और कुछ देर अर्जुन के कमरे को देखने के बाद अब आराध्या ने एक नजर अर्जुन को देखा और फिर बेड पर से उठने लगी पर आराध्या बेड पर से उठने की बहुत कोशिश कर रही थी मगर वो बेड पर से उठ ही नहीं पा रही थी क्योंकि अर्जुन उसको अपनी बाहों में लिए हुए था और जिस पर आराध्या ने नींद में होने की वजह से ध्यान नहीं दिया था..! 

और काफी कोशिश करने के बाद भी जब आराध्या ना उठ सकी तो अब उसने कोशिश करना बंदकर दिया और जिससे वो अर्जुन के सीने पर जा गिरी और उसके छोटे से दोनों हाथ अर्जुन के सीने पर जा लगे और वही आराध्या के हाथों को महसूस करके अर्जुन को बहुत अच्छा लग रहा था..! 

और जब आराध्या को अहसास हुआ कि अर्जुन उसको ही देखकर मुस्करा रहा था तो वो अब फिर से उठने की कोशिश करने लगी पर अब तक अर्जुन ने अराध्या की कमर पर अपनी पकड़ को कस दिया है जिससे वो कितनी भी कोशिश कर ले, वो उठ ही नहीं सकती थी..!

और अब काफी कोशिशों के बाद भी आराध्या उठ न सकी तो अब उसने अर्जुन की ओर देखा और अपनी मासूम सी शकल बनाते हुए उससे कहा, "छोड़िए मुझे जाना है..!" 

आराध्या की बात सुनकर अर्जुन अपनी पकड़ को थोड़ा ढीला छोड़ने लगा तो आराध्या के चेहरे पर मुस्कान आ गई क्यूंकि उसको लग रहा था कि अर्जुन ने उसकी बात को मान लिया और अब जैसे ही आराध्या ने फिर से उठने की कोशिश करी ही थी कि..!

अर्जुन ने फिर से अपनी पकड़ को कस दिया जिससे इस बार अराध्या फिर से अर्जुन के ऊपर गिर गई और उसका चेहरा, अर्जुन के बिल्कुल सामने ही था और दोनों के होठों में ज्यादा दूरी नहीं रह गई थी..!

और वही आराध्या ने तो अपनी आंखों को अबतक बंद कर लिया था पर वही अर्जुन, उसके कांपते होठों को ही हिलते हुए देख रहा था और उसके चेहरे पर से मुस्कान जाने का नाम ही नहीं ले रही थी और अब अर्जुन ने उससे पूछा, "कहा जाना चाहती हो, बताओ मुझे..?" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने अपने झुकी हुई नजरों से और अपनी धीमी आवाज में उससे कहा, "वो मुझे बाथरूम जाना है..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने उसको छेड़ते हुए बोला, "तो जाओ न तुम्हे किसने रोका है..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने अपनी झुकी नजरों को उठाते हुए अर्जुन को देखा और फिर थोड़ा चिड़ते हुए उससे कहा, "आप छोड़ेंगे तब तो जाऊंगी न..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने उसको एक नजर देखा और फिर कुछ सोचते हुए और अब थोड़ा मुस्कराते हुए उससे कहा, "छोड़ तो मैं दूंगा मगर मुझे क्या मिलेगा..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या कन्फ्यूज्ड हो गई कि अब इन्हें क्या चाहिए होगा मगर जब उसने अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान दिखी तो थोड़ा घबरा गई मगर अपने आपको शांत करते हुए उसने उससे पूछा, "आपको मुझसे क्या चाहिए और मैं आपको दे भी क्या सकती हु..?" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने उससे होठों की तरफ देखा और अपने सुख चुके होठों पर अपनी जीभ फेरते हुए उससे कहा, "दे तो तुम मुझे बहुत कुछ सकती हो पर अभी मुझे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए तो बस अभी के लिए तुम, मुझे एक गुड मॉर्निंग किस दे दो..!" 

आराध्या ने अर्जुन के मुंह से किस का जिक्र सुना तो उसने अपना इसलावा गटक लिया और उसको अपनी घबराई हुई नजरों से देखने लगी और कुछ देर तक अपनी घबराई हुई नजरों से अर्जुन को देखने के बाद अब उसने अर्जुन से कहा, "क्या किस, नहीं मैं किस नहीं करूंगी और प्लीज मुझे छोड़ दीजिए क्योंकि मुझे बाथरूम जाना है..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन फिर से मुस्करा उठा था क्यूंकि वो समझ चुका था कि आराध्या का बाथरूम जाना तो एक बहाना है वो तो बस उसके करीब नहीं आना चाहती थी..!

और अब अर्जुन ने अपनी गर्दन को आराध्या के गले में छुपा लिया और उसके कान के पास धीरे से कहा, "ठीक है अगर तुम्हे नहीं करना तो कोई बात नहीं पर इसमें तुम्हारा ही घाटा है क्यूंकि मुझे कोई परेशानी नहीं है तुम्हे अपनी बाहों में लेकर पूरे दिन ऐसे ही सोने में और अगर तुमने मुझे मेरा मॉर्निंग किस नहीं दिया तो हम पूरा दिन यही पर रहेंगे जिससे हम तुम्हारी शॉपिंग के लिए भी नहीं जा पाएंगे, तो एक बार फिर से सोच लो..!" 

अर्जुन की पूरी बात सुनकर अब आराध्या ने अपने मन में सोचते हुए कहा, "नहीं बिल्कुल भी नहीं मुझे आज किसी भी कीमत पर इस विला से बाहर जाना है नहीं तो ये डेविल मेरे साथ जबरदस्ती शादी कर लेगा और फिर मेरा इस विला और इनकी कैद से निकलना मुश्किल हो जाएगा..!" 

आराध्या ये अपने मन में बोल ही रही थी कि अब उसको अपनी गर्दन में कुछ गिला गिला महसूस होने लगा था और जिसको महसूस करके अब उसकी आंखे फैल सी गई क्यूंकि उसको अहसास हो गया था कि अर्जुन उसकी गर्दन को अपने होठों से चूम रहा था..!

अर्जुन के ऐसा करने से आराध्या को अपने शरीर में एक अलग सी हलचल महसूस हो रही थी क्योंकि ये सब आराध्या के लिए बहुत नया था और अराध्या आज तक किसी भी रिलेशनशिप में किसी भी लड़के के साथ नहीं रही थी और इसलिए ही किसी ने भी उसको आज तक किसी ने नहीं छुआ था..!

आराध्या, अर्जुन के ऐसा करने से बहुत ज्यादा हैरान हो चुकी थी और अब उसको थोड़ी घबराहट भी होने लगी थी और वही अर्जुन, अराध्या की घबराहट से अनजान उसके गले को अपने होठों से धीरे धीरे चूम रहा था..!

और साथ ही अपने हाथ को उसकी कमर पर ऊपर से नीचे तक फेर रहा था और अर्जुन अपने हाथ से आराध्या की कमर को सहला रहा था और अब वो धीरे धीरे अपने हाथ को ऊपर की तरफ ला रहा था..!

वही जब आराध्या को ये महसूस हुआ कि अर्जुन अपने हाथ को ऊपर की तरफ ला रहा है तो उसकी सांस मुंह में आकर अटक गई और उसने अपने हाथ से अर्जुन के हाथ को पकड़ लिया और फिर एक सांस में ही उससे बोल दिया, "रुक जाइए, मैं करती हु आपको किस, बस आप आगे मत बढ़िए..!" 

To be Continued......❤️✍️

तो अब अर्जुन, अराध्या के साथ क्या करने की कोशिश कर रहा था और क्या आराध्या, अर्जुन की कैद से आजाद हो पाएगी और क्या कभी आराध्या, अर्जुन से दूर जा पाएगी या फिर नहीं और क्या अब अर्जुन, आराध्या को शॉपिंग पर लेकर जाएगा और क्या अर्जुन अपने आप पर ज्यादा दिनों तक कंट्रोल रख पाएगा..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।