Momal :Diary ki gahrai - 45 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 45

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मोमल : डायरी की गहराई - 45

पिछले भाग में हम ने देखा कि मोमल ने दोनो बेटियों को स्कूल भेज दिया। वो अब्राहम से मिलने जा रही थी तभी फीलिक्स ने उसे अपना लॉकेट पहना दिया और कहा के ये हर चीज से हिफाज़त करता है। मोमल अब्राहम और फीलिक्स आपस में बात कर के कई सालों बाद इस तरह खुल कर हंस बोल रहे थे लेकिन उनकी खुशी परेशानी में तब बदल गई जब घर के सजावट के लिए रखा लैंडलाइन फोन में किसी औरत का कॉल आता है जो सिर्फ लूना का नाम लेकर और आगे कुछ नहीं बोलती है। घबराने की बात ये थी के उस लैंडलाइन फोन में कॉल आ ही नहीं सकता। उसका कोई कनेक्शन ही नही है। फिर ये कॉल कैसे आया?

अब आगे :__

फीलिक्स लूना के स्कूल में पहुंच गया था। उसने मेन गेट के पास बैठे बूढ़े वॉचमैन से अंदर जाने की बात कहीं लेकिन उन्होंने मना कर दिया क्यों के उसके पास आईडी प्रूफ नहीं था। उन्हे इस बात का सबूत चाहिए था की वो लूना का भाई है या नही। फीलिक्स चाहता तो एक झटके में लोहे के दरवाज़े को तोड़ कर अंदर जा सकता था लेकिन अब्राहम की नसीहत को याद कर के उसने वॉचमैन से मिन्नत कर के कहा :" ठीक है अंकल आप मुझे अंदर नही जाने देंगे लेकिन मेरी बहन को तो यहां बुला सकते हैं न!.... मेरी बहन का नाम लूना है और वो ग्यारवी में पढ़ती है। प्लीज़ उसे बुला दीजिए! मेरा उस से मिलना बहुत ज़रूरी है।"

वॉचमैन ने उकताहट में कहा :" अरे भई छुट्टी में सिर्फ दो घंटे है फिर तो वो आयेंगी ही तब मिल लेना!"

अब फीलिक्स को थोड़ा गुस्सा आने लगा था। उसने आंखे दिखा कर कहा  :" अगर ज़रूरी नहीं होता तो मैं आप से रिक्वेस्ट नही करता! मैं बस उस से एक बार बात करना चाहता हूं।"

वॉचमैन उसके गुस्से के भाव को समझ कर अंदर गया और लूना के क्लास में जा कर पढ़ा रहे टीचर से कहा :" सर डिस्टर्ब करने के लिए सॉरी लेकिन इस क्लास में लूना विल्डर नाम की स्टूडेंट का भाई आया है और उस से मिलने की ज़िद कर रहा है!.... लूना को बस अंदर से ही बात करवा दूंगा! ज़रा उसे भेज दीजिए!"

अधेड़ उमर के टीचर ने कहा :"  Go Luna and come back quickly.

लूना तेज़ी से अपनी सीट से उठी और ओके सर कहते हुए भागी भागी मेन गेट के पास गई। क्लास की बाकी लड़कियां भी लूना के भाई को देखना चाहती थी इसलिए वह खिड़कियों से झांकने लगी। कुछ लड़कियों ने देखा और कुछ लड़कियां बस कोशिश करती रह गई इतने में उनके टीचर चिल्ला उठे :" what's going on?.... Be quiet and sit straight"

सारी लड़कियां डांट सुन कर ठीक से बैठ गई। लूना और फीलिक्स के बीच मेन गेट था। उसे सही सलामत देख कर फीलिक्स के जान में जान बसी। लूना ने ताज्जुब से कहा :" भैया !... आप यहां क्यों आए हैं क्या हो गया है सब ठीक तो है ? 

फीलिक्स थोड़ी देर सोचने लगा के उसे क्या जवाब दे। उसने बहाना बनाया :" हां लूना सब ठीक है! वो बस मॉम को तुम्हारे बारे में बुरा सपना आया था इसलिए वह परेशान हो गईं थी। तो मैंने सोचा कि मैं तुम्हें देख कर आता हूं उनके दिल को तसल्ली हो जाएगी!.... तुम यहां ठीक तो हो ना कोई परेशानी तो नहीं है ?

फीलिक्स को लग रहा था के उसने बुरा सपना आने का बहाना बनाया लेकिन उसे ये मालूम नही था के ये बात सच है की मोमल को बुरा सपना आया था।

लूना मद्धम सी मुस्कुरा कर बोली :" मम्मा भी न!... बहुत चिंता करती है। जिस दिन वो कातिल मुझे लेने आया था उस दिन से वो डर गईं हैं!.... उनसे जाकर कहिए मैं बिल्कुल ठीक हूं और कुछ देर में छुट्टी भी हो जाएगी फिर हम घर आ जाएंगे।"

फीलिक्स मुस्कुरा कर बोला :" ठीक है तुम अपना ख्याल रखना!...तुम्हारे पास तो मोबाइल है ना ? कोई भी प्रॉब्लम हो मॉम के फोन में कॉल कर देना! उनका मोबाइल मेरे ही पास है।"

लूना :" ओके भैया अब आप जाओ।"

फीलिक्स वहां से घर के लिए निकल पड़ा। और लूना अपने क्लास चली गई। उसके जाते ही उसके आसपास बैठी सहेलियां बड़े उत्सुकता के साथ बोलने लगी :" वो तुम्हारा भाई था?.... सच में वो तुम्हारा भाई था? हम ने आजतक देखा क्यों नही! वो कितना कुल लग रहा था।"

लूना टीचर के डर से धीमी आवाज़ में बोली :" मैं ने कहा था ना के वो बाहर विदेश में रहते हैं। अब आए हैं! और हां वो कुल दिखते हैं मेरे भैया वॉर्म हैं। उन में पानी कम आग ज़्यादा है तो लाइन मारने की गलती मत करना वरना जल जाओगी।"

लड़कियों में से एक ने कहा :" मुझे तो ऐसा ही पसंद है।

लूना तेज़ आवाज़ में :" चुप कर!"

टीचर ने घूर कर देखा तो सब शांत हो कर बैठ गई।

फीलिक्स घर आ गया। घर में मोमल उसी के इंतज़ार में बैठी थी। उसे देखते ही हड़बड़ाहट में पूछने लगी :" कैसी है लूना! उस से मिले की नही?

फीलिक्स :" हां हां मॉम मैं उस से बात कर के आ रहा हूं!.... वो बिलकुल ठीक है।"

मोमल ने चैन की सांस ली। "ओह गॉड थैंक यू"
(उसने सोफे पर बैठते हुए गॉड का शुक्रिया किया)

अब्राहम ने कहा  :" हमें केयरफुल रहना पड़ेगा क्योंकि यह कोई नार्मल बात नहीं थी ऐसे टेलीफोन पर कॉल आना जिसका कनेक्शन ही काटा हुआ हो यह तो अननेचुरल बात है! जब लूना आए तो उसे बाहर मत जाने देना।"

फीलिक्स :" डैड अभी आपको रेस्ट की ज़रूरत है! आप आराम कीजिए मैं उसका ख्याल रखूंगा!"

अब्राहम :" मैं ठीक हूं बेटा! आराम कर के थक गया हूं।"

मोमल :" तुम्हें लेकर मैं शाम को शॉपिंग पर जाऊंगी यह तीनों बाप बेटी घर पर रहेंगे! तुम्हारे लिए कुछ ज़रूरी सामान खरीदना है ना। एक मोबाइल भी लेना है और अब तुम्हें ड्राइविंग भी सीखनी है तुम्हारा लाइसेंस भी बनवाना है! बहुत सारे काम है।"

अब्राहम :" तुम इन सब की चिंता मत करो यह सब करने के लिए बहुत सारे लोग हैं मैं किसी को कह दूंगा सारा काम हो जाएगा और बात रही ड्राइविंग की तो वह मैं सिखा दूंगा। इसमें कौन सी बड़ी बात है!"

कुछ देर बाद दोपहर ढाई बजे लूना और फेलिसिया घर आ गई। 
घर में कुछ लोग ऊपर के कमरे में फर्नीचर लगा रहे थे। लूना आ कर स्कूल बैग सोफे पर रखते ही मोमल से लिपट गई और बोली :" मम्मा आप इतनी टेंशन क्यों लेती हैं!.... देखिए आपके डार्क सर्कल्स हो गए हैं! मैं नही चाहती मेरी मम्मा ओल्ड लेडी दिखे। मैं चाहती हूं मेरी मम्मा हमेशा यंग एंड ब्यूटीफुल रहे!"

मोमल हंस कर :" हां तुम्हारे कहने से मैं हमेशा यंग एंड ब्यूटीफुल रहूंगी!.... तीन बच्चों की मां हूं ओल्ड तो दिखना ही होगा अब मुझे! वरना सब फीलिक्स और लूना की बड़ी बहन कहेंगे!"

लूना हंसते हुए बोली :" कहेंगे नही कहते हैं!.... जब भी आप स्कूल जाती है ना मेरे क्लास के लीचड़ लड़के कहते हैं! तुम्हारी मम्मा तो क्रश मेटेरियल है!.... दो लड़को के तो कान खींच कर लाल किया था मैने! एक घंटे तक एक पैर में खड़ा रखा था टीचर से बोल कर!"
और पता है आज क्या हुआ!... भैया को मेरे क्लास की कुछ लड़कियों ने देख लिया अब वे मुझे परेशान करने लगी के तुम्हारा भाई तो बड़ा कुल है ,अपने भाई का नंबर दो, बात कराओ, ये कराओ , वो कराओ!... मेरा तो दिमाग खराब कर दिया सब ने!

(उसने सोफे पर बैठ कर अपने मोजे उतारते हुए बताया)

फेलिसिया जैसे मुंह लटका कर गई थी वैसे ही मुंह फूला कर हॉल में बैठ गई। इतना उदास चहरा था के लगता था अभी रो पड़ेगी। 

मोमल ने जब उसे देखा तो पास बैठते हुए बोली :" तुम्हे क्या हुआ ? मुंह लटका कर गई थी अब भी वैसी ही हो! क्या बात है?

उसने नाराज़गी से देखते हुए कहा :" भैया स्कूल आए थे और मुझे पता भी नहीं!... मैं भी अपने दोस्तों को उनसे मिलवाती!.... मैं उनसे बहुत गुस्सा हूं वो क्या सिर्फ दी के भाई हैं मुझसे तो किसी को प्यार ही नही है!"

ये कह कर उसने बैग उठाया और अपने कमरे में पैर पटकते हुए चली गई। 

मोमल और लूना ने हंसी और हैरत के मिले जुले भाव से एक दूसरे को देखा। 
ऊपर के कमरे को फीलिक्स के लिए तैयार किया जा रहा था और फीलिक्स वोही पर था। मोमल वहां गई और फेलिसिया के गुस्से के बारे में बताया और कहा के " जा कर मनाओ उसे वरना उसे सच में लगेगा के उस से कोई प्यार नही करता और यही बात ज़िंदगी भर याद रखेगी। तब तक मैं उसके लिए कुछ खाने का बना कर लाती हूं।

फीलिक्स नीचे आया और उसके कमरे में गया। देखा तो वो सिकुड़ कर बिस्तर पर लेटी हुई है। उसने अपने मोजे भी नहीं उतारे थे। 

फीलिक्स उसके पास बैठा और बालों पर हाथ फेरते हुए प्यार से बोला :" मेरी प्यारी सी क्यूट सी बहन! गुस्सा हो मुझसे ? 

फेलिसिया ने अपने सर से उसका हाथ हटा दिया और तकिए में चहरा छुपा लिया। 

फीलिक्स ने उसके पैर से मोजे उतारते हुए कहा :" तुम्हे पता है फेलिसिया! मेरे और तुम्हारे नाम का एक ही मतलब है! हमारे नाम का मतलब है "हैप्पी" तो हम सेम सेम हुए न!.... गुस्सा मत करो मेरी प्यारी बहन चलो आज मैं, मॉम और तुम मार्केट जायेंगे। शॉपिंग करेंगे और जो तुम्हारी मर्ज़ी हो तुम्हे वो दिलाऊंगा! प्रॉमिस "

फेलिसिया मुंह फूला कर बोली :" आपके पास पैसे हैं?

फीलिक्स ने मुस्कुराते हुए उसके कान में धीरे से कहा :" मेरे पास डैड का क्रेडिट कार्ड है। उन्होंने शॉपिंग के लिए दिया है तो हम यूज कर सकते हैं।"

अब फेलिसिया का मन ठीक हुआ और उठ कर बैठी। उसने तिरछी आंखों से देखते हुए कहा :" आप मेरे स्कूल आयेंगे न फिर से ?

फीलिक्स :" हां ज़रूर क्यों नहीं!.... देखो मॉम तुम्हारे लिए कुछ बना कर लाई है।"

मोमल प्लेट में पैन केकस बना कर लाई साथ साथ में लूना भी कमरे में आई। वो फेलिसिया को देख कर दबी दबी हंसी हंस रही थी। फेलिसिया ने उसे हंसी रोकते हुए देख लिया और खुनखुना कर बोली :" देखो दी हंस रही है। मज़ाक उड़ा रही है मेरा।"

लूना और फीलिक्स ने उसे दोनों तरफ से पकड़ा और सर पर किस्स कर के लूना बोली :" तुम तो हमारी नकचड़ी प्रिंसेस हो सब की दुलारी!.... चलो मम्मा का बनाया हुआ डिलीशियस केक खा लो और मूड ठीक करो अपना!"

तीनों बच्चों को मोमल प्यार भरी नज़रों से मुस्कुराती हुई देख रही थी। 
शाम को फेलिसिया भी मार्केट जाने के लिए तैयार हो गई जैसा के फीलिक्स ने उस से वादा किया था। 
अब्राहम मास्क पहन कर कमरे से बाहर आया और सब से बोला :" एक काम करो सब साथ चलते हैं!.... मैं और लूना ही क्यों रह जाए घर में ! सब चलते हैं।"

फेलिसिया खुश हो कर :" हां हां पापा सब चलते है ना!.... मज़ा आयेगा।"

अब्राहम :" ओके बेटा लेकिन मुझसे थोड़ी दूरी बनाए रखना।"

सभी लोग घर से निकले। मोमल कार ड्राइव कर रही थी। खुशी का माहौल था। तीनों भाई बहन बैक सीट में बैठे ढेर सारी बातें कर रहे थे। 

मार्केट जा कर उन्होंने बहुत सारी शॉपिंग की और तीनों भाई बहन ने बहुत मस्ती किए , अब्राहम और मोमल बड़े दिनों बाद अपने बच्चों को इतना खुश देख कर खिल उठे थे। 

शॉपिंग मॉल में फीलिक्स अपने लिए कपड़े और कुछ ज़रूरी सामान खरीद रहा था। वो कपड़ो को छू कर देख रहा था। उसने नोटिस किया के उसके बगल में एक तीस बत्तीस साल की औरत खड़ी है जो बिलकुल शांत है। उसकी आंखों में कोई चमक नही है। मूर्ति सी लग रही है। वो बस किसी एक तरफ देख रही थी। जब फीलिक्स ने उसे बिना पलकें झपकाए किसी को देखते हुए देखा तो उसे अजीब लगा। उसने देखा के वो जिस तरफ देख रही है वहां मोमल और अब्राहम खड़े हो कर कुछ सामान देख रहे थे। फीलिक्स को अब उस पर शक होने लगा। वो उस औरत के सामने आ कर खड़ा हुआ तो उसका सर चकरा गया ये देख कर के उसके सीने में दिल धड़क नहीं रहा है। उसका दिल दिखाई तो दे रहा है लेकिन उसमे धड़कन नही है। फीलिक्स ने पहली बार किसी को देखा था जिसका दिन नही धड़क रहा था। उसके दिमाग में सनसनी छा गई ये सोच कर के मरे हुए लोगों का दिल धड़कता नही है तो ये ज़िंदा कैसे खड़ी है? और इस से भी ज़्यादा शक पैदा करने वाली बात ये है की वो सिर्फ मॉम डैड को क्यों देख रही है? आखिर कौन है?

फीलिक्स के सामने खड़े होने के बावजूद भी वो अपनी जगह से नही हिली। न ही उन्हें देखना बंद किया। 
फीलिक्स ने जब उसके आंखों के सामने हाथ हिलाया तो वो आंखे बड़ी बड़ी कर के फौरन वहां से दौड़ कर चली गई। अब फीलिक्स कहां रुकने वाला था वो भी उसके पीछे भागा। वहां पर क्या हो रहा था इस बात की खबर मोमल और अब्राहम को नहीं थी। वे सब खरीदारी करने में व्यस्त थे।

To be continued......