Momal :Diary ki gahrai - 42 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 42

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मोमल : डायरी की गहराई - 42

पिछले भाग में हम ने देखा की अब्राहम किसी वायरस के इंफेक्शन के कारण अस्पताल में एडमिट था जहां पर फीलिक्स ने दो ऐसे लोगों को पकड़ा जो उसे एंटीडोट के नाम पर कुछ और दे रहे थे। उन्हे उसने बांध कर के बाथरूम में छुपा दिया ताकि उन लोगों से सच उगलवाया जा सके, अब्राहम की हालत ठीक नहीं थी उसके डॉक्टर एंटीडोट बनाने की कोशिश में लगे थे। इधर मोमल अस्पताल के बाहर अपनी गाड़ी पार्क करके तीनों मां बेटी भागी भागी अंदर गई। 

अब आगे :__

वो फीलिक्स को कॉल करते हुए जा रही थी। इधर से मोमल दौड़ती हुई जा रही थी उधर से फीलिक्स दौड़ता हुआ आया दोनों आपस में मिल गए फिर वो जल्दी में पूछने लगी :" तुम्हारे डैड कहां है मुझे उनके पास ले चलो!... मुझे उनसे मिलना है ,अभी इसी वक्त।"

फीलिक्स उसे संभाल कर बोला :" मॉम मॉम आप उनसे ऐसे नही मिल सकते! पीपीई कीट पहनना पड़ेगा वरना आप भी इनफैक्ट हो सकती हैं। मॉम समझने की कोशिश कीजिए!"

मोमल को फीलिक्स अब्राहम के कमरे के बाहर ले गया और उसे कांच के खिड़की से दिखाया। 
उसे देख कर मोमल के आंखों से झर झर आंसुओ के बौछार बरस पड़े। लूना भी देख कर पापा कहते हुए रो पड़ी। फेलिसिया की लंबाई खिड़की तक नहीं पहुंच रही थी तो फीलिक्स ने उसे गोद में उठा कर दिखाया। वो पापा पापा कह कर आवाज़ देने लगी। सब में एक मातम छा गया था।

फीलिक्स ने तीनों मां बेटी को समझाया :" डैड हमे सुन सकते हैं इस लिए उनके सामने कोई रोना मत नही तो उनका मन और बेचैन होगा। उन्हे जल्द से जल्द रिकवर होना है।"

फीलिक्स ने उन सब को वहां वेटिंग रूम में बैठाया और उन दो लोगों के पास गया जिन्हें उसने बाथरूम में बंद कर के आया था। जा कर उसने दो दो तमाचे लगाए और कॉलर पकड़ कर पूछा :" बताओ मेरे डैड को क्यों मारना चाहते हो? बताओ वरना तुम दोनो का कचूमर बना कर टॉयलेट में फ्लश कर दूंगा।"

उसके थप्पड़ से उन्हें होश आया और अपने इर्द गिर्द नज़र दौड़ा कर देखा। अपने बंधे हुए हाथ पैर को देखते ही चिल्लाने की कोशिश करने लगा लेकिन फीलिक्स ने उनके मुंह के सामने अपनी मुट्ठी बंद की और फिर कुछ ऐसा हुआ जिसकी वे लोग कल्पना भी नहीं कर सकते थे। उनके मुंह से आवाज़ ही नहीं निकली। उन्हे लग रहा था के वे बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाना चाहते हैं लेकिन एक बारीक सी आवाज़ भी नहीं निकली। मन विचलित हो गया। खुद को गूंगा पा कर फीलिक्स के सामने हाथ जोड़ने लगे।
उन दोनों ने इशारा कर के बताया के वे सब बताएंगे लेकिन उन्हें ठीक कर दें।

फीलिक्स ने उन दोनों के सीने में अपनी दो उंगलियां रखी जिस कारण उनके मुंह से कुछ खतरे खून निकल पड़े। उसके उंगली रखने से उन्हें ऐसा लगा जैसे कोई बड़ा सा पत्थर सीने में रख दिया हो। उनके आंखो के सामने अंधेरा छा रहा था। सांसे फूल रही थी और उन्हें ऐसा महसूस हो रहा था के सामने बैठा नौजवान इंसान नही बल्के मौत का फरिश्ता है जिसकी मुट्ठी में उनकी जान है। उस से नज़रे मिलाना भी मुश्किल हो रहा था। उसकी खूंखार आंखों से दिल कांप उठा और दिमाग में सनसनी छा रही थी। 
खून निकलने के बाद उनकी ज़बान चली। उनमें से एक ने हकलाते हुए कहा :"ह, हम जितना जानते हैं हम आपको जरूर बताएंगे हमारी बातों को यकीन कीजिए हमने आपके पिता को मारने की कोशिश नहीं की बल्कि हमें जो करने के लिए कहा गया हमने वही किया! हमें नहीं मालूम के उस एंटी डॉट में क्या था बस इतना मालूम था कि वह वायरस के लिए आंटी डॉट नहीं था बल्के शायद उसे देने से उनकी जान को खतरा होता! हम लोग स्टूडेंट है और हम अपने प्रोफेसर की बात मान कर उन्हे ये दवाई देने आ गए थे!.... प्लीज़ हमे माफ कर दीजिए और जाने दीजिए!"

फीलिक्स ने लाल आंखो से कहा :" कौन है वह प्रोफेसर मुझे नाम बताओ उसका! तभी तुम लोगों को आजाद करूंगा!" 
फीलिक्स की आवाज़ में लोहे की कड़क जैसी सख्ती थी।

उन्होंने भय में बताया :" डॉक्टर नैथन! उन्होंने ही हमे ऑर्डर दिया था डॉक्टर अब्राहम को ये इंजेक्शन देने के लिए! इसके बदले में वो हमे टॉपर बनने में और एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट बनने में मदद करेंगे। "

फीलिक्स ने उन दोनों को सख़्ती से पकड़ कर कहा :" जो कुछ अभी तुम दोनों के साथ हुआ वह सब कुछ भूल जाओ! ना तुमने मुझे कभी देखा ना कुछ बताया!"

ये कह कर उसने उन दोनों के कान के पीछे अंगूठे से दबाया और दोनों फिर से बेहोश हो गए। 

उन दोनों को बेहोश कर के फीलिक्स अब्राहम के पास आया। उसके सर पर हाथ रख कर बोला :" डैड हिम्मत मत हारना! आपको मुझे अभी गले लगाना है। मुझे देख कर खुश होना है। बाहर मॉम आईं हैं और दोनों बहनें भी हैं। आपको इस वायरस से लड़ कर उठना ही होगा। हिम्मत रखिएगा डैड आपके लिए एंटीडोट बनाया जा रहा है।"

अब्राहम की आंखे नही खुल रही थी लेकिन वो फीलिक्स की बातें सुन सकता था। उसके बंद आंखों से आंसुओ की धारियां बह रही थी। 

फीलिक्स वहां से तेज़ी से निकल गया। उसकी फुर्ती ऐसी थी के पास से गुजरने पर हवा का झोंका गुजरने जैसा महसूस होता था। 

सब से पहले वो अब्राहम के डॉक्टर के पास गया जो उसका इलाज कर रहे थे। उसने वहां जा कर पूछा के एंटीडोट बना है या नही। डॉक्टर ने बताया के अभी तक कोशिश जारी है। उसने उन्हे जल्दी करने को कहा और फिर वहां से वो डॉक्टर नैथन को तलाश करने निकल गया। 
डॉक्टर नैथन यूनिवर्सिटी में ही था। वो अब्राहम के उमर का ही था और उसके साथ काम करने वाला कलीग भी। उसे हमेशा अब्राहम से जलन होती थी लेकिन ज़ाहिर नही करता था और इस तरह अब्राहम की हर कामयाबी उसके मन में ज़हर भरता गया।

उधर अब्राहम के कमरे के बॉथरूम में उन दो बेहोश पड़े स्टूडेंट्स को होश आया। उन्हे जब होश आया तो वे हक्का बक्का हो कर एक दूसरे को देख रहे थे। फीलिक्स ने जो कुछ उनके साथ किया था वो सब वे भूल गए थे। उन्हे लग रहा था की वे नींद से उठे हैं लेकिन उनके सीने में और सर में दर्द है। वे दोनों सदमे में कमरे से बाहर चले गए। अपने दिमाग पर ज़ोर डालते हुए बातें करते हुए जा रहे थे :" कुछ याद क्यों नहीं आ रहा है यार ! हम बाथरुम में कैसे चले गए और कब गए ? दोनो साथ में क्यों थे? हमारे साथ कुछ तो गलत हुआ है। या हम पागल हो गए हैं। तेरे सीने में दर्द है ? "
दूसरा लड़का कराहते हुए बोला :" हां यार सीना और सर भी बहुत दुख रहा है। हमे डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए शायद!... हम बाथरुम में बेहोश हो गए होंगे लेकिन क्यों बेहोश हुए होंगे ? आहा मेरे दिमाग खराब हो रहा है!....कुछ समझ क्यों नही आ रहा है।"

दीन से रात हो गई और फीलिक्स अपने कैद से आज़ाद होते ही इधर परेशान परेशान घूमने लगा। वो अब्राहम से मिल कर बाते करना चाहता था उसकी खुशी को महसूस करने के लिए उसका दिल बेचैन था। 
यूनिवर्सिटी के लंबे चौड़े बिल्डिंग में इधर उधर हर किसी से डॉक्टर नैथन के बारे में पूछते हुए जा रहा था। 
ढूंढते ढूंढते एक सफाई कर्मचारी ने कहा :" आप प्रोफ़ेसर नैथन को ढूंढ रहे हैं क्या ? 

फीलिक्स ने जल्दी में कहा :" हां हां मैं उन्हीं को ढूंढ रहा हूं। क्या आप मुझे बता सकते हैं वो अभी कहां मिलेंगे?

सफाई कर्मचारी ने कहा :" हां वो तो अभी घर निकल गए ! रास्ते में ही होंगे!... रात हो गई ना! आज शायद बहुत काम रहा होगा इस लिए देर तक रुके थे वैसे तो शाम को ही चले जाते हैं।"

फीलिक्स अंदर ही अंदर उबल रहा था उसने कहा :" उनके घर का पता बता सकते हैं?

सफाई कर्मचारी :" हमें तो नहीं पता सर की वो कहां रहते होंगे! किसी बड़े कॉलोनी में ही रहते होंगे हम तो ऐसे छोटे-मोटे जगह में रहते हैं।"

फीलिक्स उन्हें शुक्रिया कहते हुए वहां से हवा की रफ्तार में निकल पड़ा।

उसने अंदाजा लगा लिया कि वह किस तरफ गया होगा आगे जाकर उसे एक लाल गाड़ी दिखाइ दी। गाड़ी के पीछे लिखा था "मदर अर्थ" वह उसके पीछे लगा। अपनी रफ्तार तेज़ की और गाड़ी के सामने जाकर रुका। अंदर बैठा सख्श डॉक्टर नैथन ही था। अचानक अपनी गाड़ी के सामने किसी को लपक कर आते देख उसने ब्रेक लगा दी और आंखे फाड़ फाड़ कर देखने लगा। 
फीलिक्स ने गुस्से में आ कर गाड़ी पर एक हाथ मारा और उस जगह से आग लगना शुरू हो गया। 
गुर्रा कर उसने डॉक्टर नैथन को बाहर आने का इशारा किया। डॉ नैथन को मालूम नहीं था कि उसकी गाड़ी में आग लग चुकी है। उसने बाहर आने से इनकार कर दिया और दोबारा गाड़ी स्टार्ट की लेकिन अब गाड़ी कहां स्टार्ट होने वाली थी। धीरे-धीरे उसके इंजन में आग लगने लगी थी।
फीलिक्स साइड में खड़ा हो कर तमाशा देखने लगा। डॉक्टर नैथन कोशिश पर कोशिश कर रहा था लेकिन उसने कोशिश करना बंद कर के हक्का बक्का हो कर सामने से उठता धुंआ को देखने लगा। आंखे फटी फटी और मुंह खुला रहा गया। 
सड़क में बाकी गाडियां सन सन चल रही थी। ऐसा लग रहा था हर किसी को कहीं जाने की जल्दी है। कोई किसी पर ध्यान ही नही देता है। 
डॉक्टर नैथन ने किनारे खड़े फीलिक्स को डरते हुए धीरे धीरे मुड़ देखा। उसकी चील की निगाह देख कर रूह कांप उठी। जब देखा के गाड़ी में आग बढ़ता जा रहा है तो हड़बड़ा कर बाहर निकल गया। उसके बाहर निकलते ही फीलिक्स ने गिरेबान पकड़ कर उसे दबोच लिया। डॉक्टर नैथन ने थर थर कांपते हुए कहा :" कौन हो तुम ? ऐसा क्यों कर रहे हो?... क्या तुम कोई भूत हो या पिशाच हो? कौन हो तुम?

फीलिक्स ने कड़क कर मगर धीमे आवाज़ में कहा :" मैं उसी डॉक्टर अब्राहम विल्डर का बेटा हूं जिनको तुम अपने रास्ते से हटाना चाहते हो!.... अब बताओ मेरे डैड की हालत तुम ने ऐसी क्यों की ? बताओ वरना इस जलते कार में झोंक दूंगा और मैं ये धमकी नही दे रहा हूं ऐसा सच में कर सकता हूं। नमूना देखना चाहोगे?

फीलिक्स ने डॉक्टर नैथन का हाथ जलते कार के इंजन में रख दिया। वो चिल्ला उठा और खुद को उसकी पकड़ से छुड़ाने के लिए जी जान से ताकत लगाने लगा। लेकिन सारी कोशिश नाकाम थी। करहाते चिल्लाते हुए उसने कहा :" प्लीज़ मुझे छोड़ दो प्लीज़! मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हूं! मेरे छोटे छोटे बच्चे हैं मां बाप है प्लीज़ ऐसा मत करो!"

फीलिक्स ने दांत पीसते हुए कहा :" जिसको तुम ने मारने की कोशिश की उसके भी बीवी बच्चे हैं। तब ये खयाल नहीं आया?.... मेरे साथ चल कर अपने किए को ठीक करो तभी मैं तुम्हे छोडूंगा।"

डॉक्टर नैथन ने हाथ जोड़कर कहा :" हां हां मैं सब ठीक कर दूंगा! जहां जाना है ले चलो बस मुझे मारना मत मेरा ज़िंदा रहना ज़रूरी है।"

फीलिक्स ये कहते हुए उसे ले जाने लगा :" तो तुम्हे क्या लगता था मेरे डैड बेकार थे उनका ज़िंदा रहना ज़रूरी नहीं था। हर कोई किसी के लिए ज़रूरी होता है। अगर किसी के ज़िंदा न रहने से किसी को फ़र्क नही पड़ता तो मौत उसे खुद आ कर गले लगा लेती है। उसे मारने का अधिकार सिर्फ ईश्वर को है किसी इंसान को नही।.... एक बीस साल के लड़के की ये बात तुम हमेशा याद रखोगे।"

उसने डॉक्टर नैथन को एक टैक्सी में बैठाया साथ में खुद भी बैठा और टैक्सी ड्राइवर से "मदर अर्थ यूनिवर्सिटी" ले जाने को कहा। 

इधर मोमल और दोनो बेटीयां अब्राहम को देखने के लिए तरस रही थी। लेकिन उन्हें अंदर जाने की इजाज़त नहीं थी। डॉक्टर्स बस उन्हे दिलासे दे रहे थे की एंटीडोट बन रहा है। एंटी डॉट देते ही वो ठीक हो जाएंगे। लेकिन सच तो ये था की जिस ने वायरस बनाया था वोही एंटीडोट बना सकता था और वो सख्श डॉक्टर नैथन था। 

(अगला भाग जल्द ही)