Devil Ceo Ki Mohabbat - 72 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 72

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 72

अब आगे,

समीर की पूरी बात सुनकर अब अर्जुन ने समीर को देखा और बिना किसी भाव के समीर से अपने कड़क आवाज में कहा, "मैने जो कुछ भी अराध्या के साथ किया है वो बिलकुल सही है क्योंकि मैंने उसको लाख बार समझाकर देख लिया मगर वो मुझे छोड़ने की बात अपने मन से निकाल ही नही रही थी और तो और वो वही बात बार बार दोहरा रही थी कि वो मुझे छोड़कर चली जायेगी और मुझे छोड़ दो मुझे यहां से जाने दो और मै उसकी बार बार की जिद से तंग आ चुका था और इसलिए ही मैंने उसको अंधेरे कमरे में बंद कर दिया और जब तक उसकी अकल ठिकाने पर नही आ जाती हैं वो वही उस ही अंधेरे कमरे में बंद रहेगी..!" 

अर्जुन की पूरी बात सुनकर अब समीर उसको हैरानी से देख रहा था और उसको तो अर्जुन पर यकीन नही हो रहा था कि वो, अराध्या को अपने साथ रखने के लिए और अपनी बात मनवाने के लिए उसके साथ ऐसा व्यवहार करेगा और उसको अंधेरे कमरे में बंद करने की सजा तक सुना देगा..! 

अब समीर ने कुछ देर तक अर्जुन को देखा और फिर कुछ सोचते हुए अर्जुन से कहा, "अच्छा तो उसने तेरी बात नही मानी तो तूने उसको उस अंधेरे कमरे में बंद कर दिया और तुझे लगता है कि तेरा ऐसा बर्ताव करने से वो तेरे साथ रहने के लिए तैयार हो जायेगी नही बल्कि वो तो तेरे ऐसे बर्ताव से तुझसे और भी ज्यादा डरने लगेगी और तुझसे दूर जाना चाहेगी और तुझे तो उसको प्यार से समझाना चाहिए और न कि ऐसी सजा देकर क्योंकि इंसान प्यार की भाषा आसानी से समझ जाते है न कि जोर जबरदस्ती की..!" 

समीर की पूरी बात सुनने के बाद, अब अर्जुन ने अपने चेहरा दूसरी तरफ कर लिया और फिर समीर से शांत मगर डरा देने वाली आवाज में उससे कहा, "तू जानता तो है कि मुझे ये प्यार व्यार से मनाना नही आता है और मुझे बस एक इसी तरह से ही लोगो को अपनी बात समझना और उस बात को मनवाना आता है और मै ऐसे ही अराध्या को समझाऊंगा तो तू इस मामले से दूर ही रह तो अच्छा होगा..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब समीर को अबतक गुस्सा आ चुका था और उसने अपने गुस्से में अर्जुन से कहा, "ठीक है तुझे जो करना है कर और मै तुझसे कुछ नही कहूंगा क्योंकि तू करेगा तो वही तो तू करना चाहता है मगर एक बात कहना चाहूंगा कि तू जो भी कर रहा है न वो बहुत ज्यादा गलत है और कही इसी वजह से तुझे बाद में पछताना न पड़े इसलिए जितना जल्दी हो सके मेरी बात को समझ जा..!" 

अपनी बात कहकर अब समीर अपनी कुर्सी पर से उठ खड़ा हुआ और गुस्से से अर्जुन के केबिन से बाहर निकल गया और समीर के जाने के बाद, अर्जुन ने उसको जाते हुए देखा और फिर अपनी किंग साइज कुर्सी पर से खड़ा हुआ और अपने सामने रखी हुई शीशे की मेज पर से अपने गुस्से में अपना एक हाथ मारकर सारा का सारा सामान नीचे जमीन कर गिरा दिया..! 

वही दूसरी तरफ, अराध्या और जानवी का कॉलेज, 

जानवी अपने कॉलेज के कॉरिडोर में घूम रही थी और उसके दिमाग में यही चल रहा था कि आखिर आराध्या उसको बिना बताए अपने घर केसे जा सकती है क्यूंकि उसको पता था कि अराध्या का उसके परिवार में ही रह रही उसकी बुआ से उसके रिलेशन कुछ खास अच्छे नहीं थे और इसी वजह से अराध्या अपनी घर जाना अवॉइड ही करती थी..! 

और तो और वो अपनी छुटिया भी अपने होस्टल में ही निकल दिया करती थी और इसलिए ही जानवी का दिल ये मानने को तैयार ही नहीं था कि अचानक से अराध्या अपने घर जा सकती हैं और जानवी ये बात सोच ही रही थी कि तभी अचानक वहा उसके सामने राहुल आकर खड़ा हो गया और वही जब जानवी ने राहुल को अपने सामने खड़ा देखा तो उसको बहुत ज्यादा गुस्सा आने लगा..! 

और फिर जानवी, राहुल को कुछ बोले बगैर ही गुस्से में वहा से जाने लगी और वही जब राहुल ने देखा कि जानवी उससे कुछ बोले बगैर ही वहा से जा रही हैं तो अब राहुल ने उसके पीछे से जाकर उसका हाथ पकड़ लिया और उसको अपनी ओर खींचते हुए जानवी से कहा, "कहा जा रही हो, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है..!" 

जानवी के जब राहुल की बात सुनी तो पहले तो गुस्से में राहुल का हाथ झटक दिया और फिर थोड़े गुस्से के साथ राहुल से कहा, "लेकिन मुझे तुमसे कोई बात नही करनी है और अगली बार मेरा हाथ पकड़ने की कोशिश भी मत करना, समझ में आया तुम्हे..!" 

वही अब जानवी अपनी बात कहकर वहा से जाने लगी..! 

और जब राहुल ने उसकी बात सुनी तो उसको बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया और अब वो जानवी के पास गया और जानवी को उसके कंधो से पकड़ते हुए उससे कहने लगा, "क्यू,क्यू ना हाथ पकडू तुम्हारा जबकि तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो और मेरा पूरा हक है तुम्हे छुने का और आज के बाद ये बात दुबारा अपने जुबान पर लाने की कोशिश भी मत करना, समझ में आया तुम्हे..!"

राहुल की बात सुनकर अब जानवी ने अपने दोनो हाथों से राहुल को धक्का दे दिया और फिर उससे कुछ दूरी बनाते हुए खड़ी हो गई और फिर अपने गुस्से में राहुल से कहा, "नही मै तुम्हारी कुछ भी नही हु और तुम शायद भूल गए हो कि तुमने उस दिन खुद मुझसे ब्रेकअप किया था और इसलिए अब हमारा कोई रिश्ता नहीं है और जो कुछ भी हुआ वो अच्छा ही हुआ क्योंकि जिस इंसान को मेरी अरु की कोई फिकर नही है उससे मेरा कोई रिश्ता नहीं हो सकता है समझ में आ गया तुम्हे तो अगली बार ये बात याद रखना कि आगे से मुझसे बात करना या मुझे छूने का अब तुम्हारा कोई भी अधिकार नही है..!" 

जानवी की बात सुनकर अबतक राहुल इरिटेट हो चुका था और उसने अपने गुस्से में जानवी से कहा, "अरु, अरु, अरु बस तुम्हे उस अराध्या की ही पड़ी रहती हैं और उस दिन भी बस उस अराध्या के लिए ही हमारा झगड़ा हुआ था और सिर्फ उस दिन ही नही जब भी हमारा झगड़ा हुआ है तो उसकी वज़ह वो अराध्या ही होती है और आज भी तुम मुझसे उस अराध्या के लिए ही लड़ रही हो जबकि वो तो अपने घर गई हुई है और तुम मुझसे ऐसे लड़ रही हो जैसे वो मर गई हो..!" 

राहुल ने अपनी बात कही ही थी कि तभी जानवी ने राहुल के गाल पर एक चाटा जड़ दिया जिससे राहुल के बाकी बचे शब्द उसके मुंह में ही रह गए और अब राहुल का चेहरा एक तरफ हो गया और जानवी के चाटे की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के स्टूडेंट्स भी उस आवाज को सुनकर रुक गए..! 

और अब वो स्टूडेंट्स बस जानवी और राहुल को ही खड़े हुए देख रहे थे और कुछ देर बाद राहुल ने अपना चेहरा जानवी की तरफ कर लिया और अब वो, जानवी को अपने गुस्से में घूर रहा था..!

वही जानवी ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड राहुल को चाटा मारने के बाद, 

कुछ देर जानवी ने राहुल को अपने अंशु भरी आंखों से देखा और फिर अपने गुस्से में राहुल से कहा, "तुम्हारी हिम्मत भी केसे हुई मेरी अरु के लिए ऐसा बोलने की और आगे से तुमने कभी भी मेरी अरु के लिए ऐसा कुछ भी कहा ना तो तुम्हारे लिए मुझसे बुरा कोई नही होगा और तुम्हारा कोई अधिकार नहीं है कि तुम मेरी अरु के लिए ऐसी घटिया बाते कहो और आगे से मुझे अपनी ये शकल भी मत दिखा देना वर्ना मुझसे बुरा तुम्हारे लिए कोई नही होगा और मेरी ही गलती थी कि मैने तुम जैसे घटिया इंसान से प्यार किया था और अगर तुमने अब मेरे सामने दुबारा आने की कोशिश भी करी ना तो प्रिंसिपल सर से तुम्हारी शिकायत कर दूंगी और तुम्हे इस कॉलेज से निकलवा भी दूंगी..!" 

अपनी बात कहकर अब जानवी अपने गुस्से में वहा से चली गई..!

वही जानवी के जाने के बाद, 

अब राहुल, जानवी को अपने गुस्से में जाते हुए देख रहा था और राहुल ने कुछ देर तक जानवी को जाते हुए देखा और फिर जानवी के चले जाने के बाद अपने गुस्से में दात पीसते हुए अपने आप में बड़बड़ाते हुए कहा, "जानवी, ये तुम ने मेरे साथ अच्छा नही किया और तुम्हे सबके सामने मेरे साथ ऐसा व्यवहार नही करना चाहिए था और सबसे बड़ी बात कि तुम्हे मुझ पर हाथ नही उठाना चाहिए था और अब तुम देखना कि मै तुम्हारे इस चाटे का बदला तुमसे केसे लेता हूं और अबतक तुमने मेरा प्यार देखा और अब तुम मेरी नफरत देखोगी, "So Wait & Watch..!" 

अपनी बात अपने आपसे गुस्से में कहकर अब राहुल वहा से चला गया..! 

वही दूसरी तरफ, शेखावत कॉरपोरेशन कंपनी में,

अर्जुन अपने केबिन में बैठकर अपने काम में अपने मन को लगाने की कोशिश कर रहा था और अर्जुन बहुत ज्यादा कोशिश कर रहा था कि वो अपने काम में अपना मन लगा सके मगर उसका ध्यान बार बार अराध्या की तरफ ही जाए जा रहा था और साथ में समीर की कही हुई बाते कही ना कही उसके मन को झंझोर रही थी..!

अर्जुन ने कुछ देर और अपने काम को करने की कोशिश करी मगर जब उसका अपने काम पर फोकस ही नही हुआ तो वो अब अपनी किंग साइज कुर्सी से उठ खड़ा हुआ और अपने सामने रखी हुई शीशे की मेज पर रखा हुए टेलीकॉम से अभिनाश को कॉल करा और अभिनाश ने पहली ही रिंग में अर्जुन का कॉल रिसीव कर लिया..! 

कॉल रिसीव हो जाने के बाद अब अर्जुन ने अभिनाश से कहा, "समीर को अभी के अभी मेरे केबिन में भेजो..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब अभिनाश ने अर्जुन से कहा, "बॉस, समीर सर तो ऑफिस में नही है..!" 

अभिनाश की बात सुनकर अब अर्जुन ने उससे पूछा, "अभी तक तो ऑफिस में ही था तो अब कहा चला गया..?"

अर्जुन की बात सुनकर अब अभिनाश ने अर्जुन से कहा, "जी बॉस, समीर सर अभी कुछ देर पहले ऑफिस में ही थे अभी पांच मिनट पहले ही वो किसी काम से ऑफिस से निकल गए..!" 

अभिनाश की बात सुनकर अब अर्जुन ने कॉल कट कर दिया..! 

होस्टल में, अराध्या और जानवी का कमरा,

वही राहुल से झगड़ा होने के बाद अब जानवी अपने होस्टल चली आई थी और जानवी पहले से ही ऐसे अचानक से अराध्या के अपने घर चले जाने से परेशान थी और ऊपर से राहुल ने आज जो कुछ भी किया उससे जानवी का अपने कॉलेज में एक पल भी रहना मुश्किल हो रहा था और इसी वजह से जानवी अपने लेक्चर लिए बगैर ही अपने होस्टल वापस चली आई थी..! 

जानवी अपने होस्टल आने के बाद अपने कमरे में जाकर बेड पर बैठकर अब थोड़ा परेशान होते हुए खुद मे ही बड़बड़ाते हुए बोली, "मुझे तो कुछ समझ में नही आ रहा है कि आखिर हो क्या रहा है और आराध्या ऐसे बिना बताए अपने घर चली गई और ऊपर से उसने एक भी कॉल नही किया और ना ही कोई मैसेज किया और ये राहुल तो मेरे पीछे हाथ धोकर पड़ गया है और जब सब कुछ खतम कर दिया है तो फिर सब कुछ खतम ही कर दे ना क्यू मेरे पीछे पड़ा हुआ है और मुझे आज ऐसा लग रहा है कि मैने राहुल से प्यार करके बहुत बड़ी गलती कर दी है और वो मेरे प्यार के लायक ही नहीं था और आराध्या बिलकुल सही ही कहती है कि हम अट्रेक्शन को प्यार समझकर बहुत बड़ी गलती कर देते है जबकि प्यार और अट्रेक्शन में बहुत ज्यादा अंतर होता है और सही मे आज मुझे बहुत पछतावा हो रहा है कि मैने अराध्या की बात पर ध्यान क्यू नही दिया..!" 

अपनी बात अपने आप में कहकर अब जानवी ने अपने कॉलेज बैग में से अपना फोन निकल लिया और फिर अराध्या के घर वाले नंबर पर कॉल करने लगी मगर जब जानवी ने अराध्या के घर वाले नंबर पर कॉल लगाया तो उसको पता चला कि कोई भी कॉल को रिसीव ही नही कर रहा था..!

बस रिंग ही जा रही थी और जानवी ने अराध्या के घर वाले नंबर पर बहुत बार कॉल किया मगर किसी ने भी जानवी का कॉल रिसीव ही नही किया और इसी वजह से ही जानवी ने फस्ट्रेडेड हो गई और अब उसने अपना फोन अपने बेड पर फेक दिया और जानवी ने इरिटेड होकर अपना फोन अपने बेड पर फेक तो दिया था..!

मगर साथ में अपने आप में बड़बड़ाते हुए कहने लगी, "अरु तू कहा पर है और मेरा कॉल रिसीव क्यू नही कर रही है तू इतनी भी लापरवाह तो नही हो सकती हैं कि एक बार मुझको भी न बताए और तू एक कॉल या एक मैसेज भी ना कर सके और मुझे बिना बताए अचानक से घर चली जाए और ऊपर से तू मुझसे बात भी नही कर रही हैं..!" 

अपनी बात अपने आपसे कहने के बाद अब जानवी कुछ सोचने लगी और जानवी ने कुछ देर सोचा और फिर शांत होते हुए खुद से ही कहने लगी, "कही ऐसा तो नहीं कि अराध्या अपने घर जाकर किसी मुसीबत में ही फस चुकी हो क्योंकि अरु की सगी बुआ उससे बहुत ज्यादा नफरत करती हैं तो इसी वजह से वो मुझसे बात नही कर पा रही हो और अगर ऐसा है तो मुझे तुझ तक पहुंचकर बात करने के लिए ही कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा..!" 

अपनी बात बोलकर जानवी अपने बेड पर से उठ खड़ी हुई और फिर अपने फोन को अपने बैग में डालकर और अब अपने रूम को लॉक करके कही चली गई..! 

वही दूसरी तरफ, शेखावत विला में,

एक कमरे में समीर और तन्मय वहा मौजूद थे और साथ में उस कमरे में एक लड़का भी था और जो अपने गुस्से में अपने कमरे की चीज़ों को इधर से उधर फेक रहा था तो अब समीर ने उस लड़के से पूछा, "आखिर बताएगा भी तुझे हुआ क्या है..?" 

समीर की बात सुनकर अब उस लड़के ने गुस्से में उससे कहा, "मुझे वो लड़की चाहिए..!" 

उस लड़के की बात सुनकर समीर और तन्मय दोनो के होश ही उड़ चुके थे और अब दोनों कभी एक दूसरे के मुंह को देखते तो कभी उस लड़के को और साथ में तन्मय और समीर को समझ ही नहीं आ रहा था कि इस लड़के को अचानक से हो क्या गया है..! 

वही जब उस लड़के ने तन्मय और समीर का ध्यान कही और देखा तो इस बार उस लड़के ने कोई कांच का गिलास उठाकर जमीन पर फेक दिया और जिससे समीर और तन्मय को होश आ गया और वो लोगों झट से अपनी जगह से पीछे हट गए और अब समीर ने उस लड़के से कहा, "अभी, तू पागल हो गया है क्या जो ऐसे कांच के गिलास को फेक रहा है..!" 

To be Continued......❤️✍️

क्या जानवी कभी पता लगवा पाएगी कि आराध्या कहा पर फंस चुकी है और अब वो अपने रूम को लॉक करके कहा गई होगी और क्या कभी अर्जुन को समझ आएगा कि वो जो भी आराध्या के साथ कर रहा है वो सब गलत है और क्या उसको कभी इस बात का पछतावा होगा और कौन होगा ये अभी..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।