Ishq da Mara - 29 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 29

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इश्क दा मारा - 29

नव्या की बाते सुन कर गीतिका को गुस्सा आ जाता है और वो बोलती हैं, "तेरा दिमाग तो ठीक है तू ये क्या बोल रही है"।

तब नव्या बोलती हैं, "जी मेरा दिमाग तो बिल्कुल ठीक है, मगर लगता है कि तेरे घर वालों का दिमाग ठीक नहीं है"।

तब गीतिका बोलती हैं, "ऐसा कैसे कर सकते हैं वो मेरे साथ, मैं अभी जाती हूं उनके पास "।

तभी गीतिका अपने डैड और मॉम के पास जाती है और बोलती है, "डैड मैं ये क्या सुन रही हूं "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "तुमने जो भी सुना है बिल्कुल सही सुना है, अब जल्दी से जा कर अपनी पैकिंग करो, तुम्हारे फूफा जी आने ही वाले होंगे"।

तब गीतिका बोलती हैं, "मॉम आप मुझ से बिना पूछे ऐसा कैसे कर सकती है "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "जिस तरह का तुमने काम किया है न, उस हिसाब से तो हमे तुम्हे जिंदा ही जला कर मार देना चाहिए था या फिर जहर दे कर"।

तब गीतिका बोलती हैं, "हा तो वो ज्यादा सही रहता न इससे, आपको वही करना चाहिए था, तो फिर आपने क्यों नहीं किया मेरे साथ ऐसा"।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "जबान बंद करो और जा कर अपनी पैकिंग करो "।

तब गीतिका बोलती हैं, "मॉम मैने कुछ भी गलत नहीं किया है, बल्कि उस दिन वो राजीव ही मेरे साथ बदतमीजी कर रहा था, और उस अंजान लड़के ने मेरी हेल्प की थी, और मैं तो उसे जानती तक नहीं हूं कि वो कौन था "।

तब गीतिका की मॉम बोलती है, "तुम्हे क्या हम शक्ल से पागल लग रहे हैं "।

तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "गीती मुझे तुम से ऐसी उम्मीद नहीं थी, जैसा तुमने किया है "।

तब गीतिका बोलती है, "डैड मैने कुछ भी गलत नहीं किया है, मैं सच बोल रही हूं"।

तब गीतिका की भाभी बोलती है, "तुम जैसी ही लड़कियां होती है, जिनके मां बाप मजबूरी में आ कर, अपनी इज्जत बचाने के लिए, अपनी बेटी की शादी या तो किसी नौकर से कर देते हैं या फिर राह चलते किसी गरीब से "।

तब गीतिका बोलती हैं, "भाभी आप तो मुंह बंद ही रखिए अपना "।

तब गीतिका के भाई बोलते हैं, "ये बिल्कुल सही बोल रही हैं, हमे ऐसा ही करना चाहिए था तुम्हारे साथ भी, मगर डैड की वजह से हम तुम्हे बुआ जी के पास भेज रहे हैं, देखो, अभी भी वक्त है जा कर अपनी पैकिंग कर लो, वरना मैं खुद किसी भी राह चलते गरीब या नौकर को बुला कर तुम्हारी शादी करवा दूंगा"।

तब नव्या गीतिका को समझा कर कमरे में ले जाती हैं। तब गीतिका कमरे में जा कर बोलती हैं, "यार तू मुझे वहां से क्यों ले आई, मुझे कुछ बोलने तो देती"।

तब नव्या बोलती हैं, "यार सब बहुत गुस्से में हैं और तेरी बात कोई भी नहीं सुनेगा, उल्टा जो बोल रहे है कर देंगे "।

तब गीतिका बोलती हैं, "ऐसे कैसे किसी से भी मेरी शादी कर देंगे "।

तब नव्या बोलती हैं, "देख तेरे पास अब कोई भी ऑप्शन नहीं बचा है और अब तुझे बुआ जी के पास जाना ही होगा, और जब सबका दिमाग ठंडा हो जाएगा तो फिर आ जइयो "।

तब गीतिका बोलती हैं, "तुझे क्या लगता है कि एक बारे यहां से जाने के बाद मैं वापस आऊंगी यहां ..............