Ishq ki sacchai in Hindi Love Stories by Roshan baiplawat books and stories PDF | ईश्क की सच्चाई।

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ईश्क की सच्चाई।

लड़की अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है - "अच्छा, अगर मेरी किसी और से शादी हो जाए, तो तुम क्या करोगे?"

लड़का - "तुम्हें भूल जाऊंगा।" (लड़के ने छोटा सा जवाब दिया)

ये सुनकर लड़की गुस्से में दूसरी तरफ घूम कर बैठ गई। फिर लड़के ने कहा - "पर सबसे बड़ी बात ये है कि तुम मुझे भूल जाओगी, शायद मुझसे भी जल्दी।"

लड़की ने हैरानी से पूछा - "कैसे?"

लड़का बोलने लगा - "सोचो, शादी का पहला दिन है। तुम एक नए घर में हो, सुंदर गहनों और मेकअप में सजी हुई, हर तरफ कैमरों का फ्लैश और लोगों की भीड़। उस माहौल में चाहकर भी तुम मुझे याद नहीं कर पाओगी।

"और मैं? तुम्हारी शादी की खबर सुनकर कहीं दोस्तों के साथ, किसी कोने में पड़ा रहूंगा। फिर जब होश आएगा, तो शायद मैं तुम्हें बेवफा कहूंगा, तुम्हारी याद में रो दूंगा।

"शादी के बाद तुम्हारा बिजी वक्त शुरू हो जाएगा। तुम अपने पति और नई जिम्मेदारियों में व्यस्त हो जाओगी। हो सकता है कभी-कभार मुझे याद करोगी, जब पति का हाथ पकड़ोगी या बाइक पर उसके पीछे बैठोगी।

"और मैं? मैं तो जैसे जिंदगी का मकसद ही खो दूंगा, अपने दोस्तों को समझाऊंगा कि 'प्यार मत करना, इसमें कुछ नहीं मिलता, सब खत्म हो जाता है।'

"फिर वक्त बीतेगा, तुम नई जिम्मेदारियों में और घिर जाओगी। एक दिन तुम माँ बन जाओगी। तब तुम शायद मुझसे पूरी तरह आगे बढ़ जाओगी, क्योंकि अब तुम्हारी दुनिया में एक नई ज़िम्मेदारी होगी। और तब तक मैं शायद तुम्हारी जिंदगी से पूरी तरह गायब हो चुका होऊंगा।

"उधर मैं भी धीरे-धीरे अपनी जिंदगी में बिजी हो जाऊंगा, और तुम्हारी यादें धुंधली हो जाएंगी। हाँ, कभी कोई जोड़ी दिखेगी तो शायद तुम्हारी याद आ जाए, लेकिन अब तकलीफ नहीं होगी।"

यहाँ तक सुनने के बाद, लड़की की आँखों में आँसू छलक आए। दोनों चुपचाप एक-दूसरे की ओर देख रहे थे, और आँखें भरी हुई थीं।

थोड़ी देर बाद लड़की ने कहा - "तो क्या सब कुछ यहीं खत्म हो जाएगा?"

लड़का - "नहीं। किसी दिन जब तुम अपने पति से नाराज़ होकर रात में जाग रही होगी, और उधर मैं भी अपनी पत्नी से खफा होकर जागूंगा, तो उस रात हमारी आँखों में नींद नहीं होगी। पूरी दुनिया सो रही होगी, बस हम दोनों जाग रहे होंगे। हम अपने अतीत को याद करेंगे, एक-दूसरे को महसूस करेंगे, लेकिन इस बात का पता सिर्फ हमें और शायद ऊपरवाले को ही होगा।"

ये कहानी कहीं पढ़ी थी, अपनी सी लगी, इसलिए यहाँ लिख दी है। 💞
 कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद🙏🙏🙏

इस पर मैंने कुछ शेर भी लिखे हैं इन्हें भी एक बार पढ़ना जरूर......

.....  शाम के अंधेरे में तेरी गली में जाना ।
       अच्छा लगता है यार तुझे यू बैठकर निहारना।
       फिर तेरी अदाओं के सोखा ने मुझे इस कदर मारा। 
       तुझसे दूर होकर भी तेरी गली में जाना।
       प्यार होता है किसी से इस कदर भी ?
       तुझसे दिल लगाकर मैंने ये जाना। 
       फिर शाम के अंधेरे मै तेरी गली में जाना।

. मोहब्बत हमने भी जबरदस्त की थी। 
    उसके मेरे बीच यह बात हुई थी 
   यार तू बदला तो मर जाऊंगी।
  फिर किसी तीसरे ने हमारी शोक सभा की थी।
     
      
. की मेरे दिल में वो। उसके दिल में कोई और है।
    शांत रहता हूं अक्सर मैं। पर मेरे दिल में न जाने कैसे। शोर है। 
और जिसे जाना तो वह तो चला गया। कि जिसे जाना था वह है तो चला गया। 
पर आज भी मुझे क्यो उसी का इंतजार है। 
न जाने क्यों। मेरे दिल में ये केसा शोर है।

   Roshan baiplawat 💔