My Wife is Student ? - 23 in Hindi Love Stories by zarna parmar books and stories PDF | My Wife is Student ? - 23

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My Wife is Student ? - 23

स्वाति क्लास में आकर जल्दी से हिमांशु सर के नोट्स लिखने लगती है ..माया उसके कानो के पास आते हुए कहती है: क्या हुआ सर ने तुम्हे क्यों बुलाया था? 

माया की बात सुनकर स्वाति कहती है: कुछ नहीं उन्हें सिर्फ काम था इसलिए एक मिनिट तू ये सब छोड़ मुझे अपनी नोट्स दे साथ में ,।। 

स्वाति जल्दी जल्दी लिखने लगती है .. लेकिन तभी वह पर प्यून आ जाता है! ओर उन सबके सामने देख कर कहता है: हिमांशु सर को किसी कारण के चलते हुए लैक्चर देने के लिए नहीं आ पाएंगे ,।। आप लोग चाहे तो सेल्फ स्टडी या फिर आप लोग खेल सकते हैं गार्डन में .. 


ये सुनते ही स्वाति बड़ी खुश हो जाती है! ओर भगवान को धन्यवाद कहने लगती है! रोहित और मोहित दोनो ही उन तीनों के पास जाते है.  ओर खेलने के लिए कह देते है! अब तो स्वाति ये सोचती हैं हिमांशु सर आज नहीं आने वाले हैं तो कल ही दिखा देगी इसलिए वो भी उन चारो के साथ खेलने के लिए चली जाति है .... 


आदित्य जो अपनी केबिन में बैठा हुआ था! जिसके सामने अभी हिमांशु सर बैठ हुए थे! वो आदित्य से पूछते हुए कहते है: क्या हुआ? सर आपने आज का लैक्चर क्यों नहीं लेने दिया?? 

तभी आदित्य खड़ा होता है! ओर कहता है: कुछ नहीं में ये सोच रहा था कि हमारी कॉलेज को इस साल किस जगह पर पिकनिक जाना चाहिए?? ? ।।

हिमांशु सर खुश होते हुए कहते है: क्या? पिकनिक?? 


आदित्य: जी ह पिकनिक,।। हमे बताए और आज आप सब लोग बैठ कर शाम तक हमें नक्की करके देना ठीक है ? 

हिमांशु सर : ठीक है! पक्का सर .. वो इतना कह कर मुस्कुरा कर चल पड़ते है .... 


हिमांशु सर के जाने के बाद प्यून आदित्य के पास गरम हॉट एंड ब्लैक कॉफी दे जाते है. उनके जाने के बाद ..आदित्य खिड़की के पास आता हैऔर गहरी सांस लेने लगता है! तभी उसे गार्डन में स्वाति खेलते हुए दिखाई देती है! ये खेलते हुए देख आदित्य के फेस पर n चाहते हुए भी स्माइल आ जाती है ।।।।


स्वाति जो अभी खेल रही थी! अचानक से धक्का लगने के वजह से नीचे गिर जाति है! ओर उसके घुटनो में दर्द और खून आने लगता है! ये देख कर आदित्य को फिकर तो होती है! लेकिन वो कुछ जाता ta नहीं.. 

आदित्य प्यून को बुलाते हुए कहता है: मिस स्वाति को अभी मेने गिरते हुए देखा है! तो उसे हमारे कैंपस के मेडिकल विभाग में लेकर जाओ और उनका अच्छी तरह से इलाज करवा लो .. 


प्यून: ठीक है। सर .. वो सर झुका कर चला जाता है... 

उसके जाने के बाद आदित्य वापस खड़की की ओर देखने लगता है! वो देखता हैं प्यून थोड़ी देर बाद स्वाति और उसके दोस्तों के पास आ जाता है! लेकिन स्वाति मना कर देती है! तभी प्यून के मुंह से निकल जाता हैं: आप चलिए वरना आदित्य सर हमे डांटेंगे ... 

प्यून के मुंह से इसी बात सुनकर स्वाति सोने आस पास देखने लगती है! माया मन ही मन में मुस्करा देती है.. ओर मानुषी सवालिया भरी आंखों से प्यून की ओर देख कर कहती है; सर को थोड़ी पता हैं.. ओर सर स्वाति के मेडिकल विभाग में न जाने से तुम्हे क्यों dantenge ??


तभी स्वाति जो इधर उधर देख रही थी उसकी नजर दूर खिड़की पर खड़े आदित्य के पास चली जाति है! ओर स्वाति आदित्य के आंखो में लगातार देखने लगती है! 

आदित्य  जब स्वाति को अपनी तरफ देखते हुए देखता है: तो वो भी उसकी ओर देखने लगता है; .. 


स्वाति के कानो में माया की आवाज आती है: कोई नहीं ये कॉलेज सर की है! ओर उनका ही फ़र्ज़ हैं हमे सही सलामत रखने का इसलिए .... चल स्वाति जब तक तू चलेगी नहीं तब तक प्यून चाचा को दांत पड़ेगी .. वो इतना कह कर स्वाति को खींचते हुए लेकर जाति और मानुषी को क्लास में जाने के लिए कह देती है .... 


मेडिकल विभाग में अभी स्वाति अपनी चोट सही ही कर रही थी! तभी वह पर आदित्य आ जाता है! ओर आदित्य को देख कर माया खड़ी हो जाति ही! ओर स्वाति भी खड़ी होने की ट्राई करती है! लेकिन आदित्य उसे बैठ ने का इशारा कर देता है! 


आदित्य उसकी ओर देख कर कहता है: अब कैसी हैं?? चोट?? 


ये सुनकर माया के मन ही मन में हसी के गुब्बारे फूट रहे थे! तभी स्वाति स्माइल करते हुए कहती है: जी में ठीक हु! 


ये सुनते ही आदित्य कहता है: ठीक हैं तो अब क्लास अटेंड करने चले जाना ... वो इतना कह कर वहा से चले जाता  है! .. 


उसके जाते ही स्वाति माया की ओर देख कर कहती है: देख तूने कैसे कहा क्लास में चली जानी .. जैसे में तो जाने ही नहीं वाली थी! तभी माया उसके माथे पर चमाट लगते हुए कहती है: पागल हैं क्या??? वो तुम्हारी परवाह करते है! तभी तुम्हे कहा है! देखा नहीं तूने? वो कैसे तुम्हारे पास आए तुम्हारी खबर पूछने के लिए ओर प्यून को भी उन्होंने भेजा था! मुझे तो लगता है ! हमारे हैंडसम सर तुम्हारे लिए फिसलते जा रहे है! ..


माया स्वाति को टीज करते हुए कह रही थी! स्वाति माया की ओर देख कर कहती है: क्या बकवास कर रही हो! 

माया: ये बकवास नहीं हैं मेरी जान.. 

स्वाति: क्या सच में?? 

माया उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहती है: जी बिल्कुल .. 

स्वाति ये सुनकर मन ही मन में मुस्कुरा देती है .. 


To be continued 💫 🦋 💙