internet wala love - 94 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 94

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इंटरनेट वाला लव - 94

हा ये ठीक रहेगा. चलो अब तुम तैयार हो जाओ बेटा. शाम को तुम्हारी शादी की रस्में शुरू करनी है. आज सुबह ही करना था. पर तुम लोग अब आ रहे हो सो. अब शाम को ही शादी के लिए तैयार होना पड़ेगा.

ठीक है मम्मा में तैयार हो जाऊंगा ठीक है. आप जरा पापा को बोल देना की ये सब अक्षय ने संभाल लिया ऐसा ठीक है. वरना वो फालतू में परेशान होंगे.

अरे तेरे पापा तो अभी यही पर खड़े थे. कहा गए. इतनी देर में. ये ना कब कहा चले जाते है. पता ही नही चलता. में बता दूंगी बेटा तुम टेंशन मत लो. तुम अब अपनी शादी पे ध्यान दो ठीक है.

हा मम्मा ठीक है. हम समीर भाई के साथ थोड़ी बाते करना चाहते है. आस्था जी आप भी आइए. आपका भी काम है हमे.

कुछ देर बाद. . .

अरे भूमि तुम्हारी शादी क्या हो जा रही है. तुम तो जैसे हमे भूल ही गए हो. ना कॉल ना एसएमएस. अच्छा है हा तेरा तो. पहले तो साथ छोड़ना तक सोचती थी. लेकिन अब तो बहुत इग्नोर मार रही है. ये तो ठीक नही है.

ओ हेल्लो कहा किधर गाड़ी घुसादी थोड़ा आराम से. तुझे पता है ना की मेरी शादी होने जा रही है. उसमे मुझे टाइम नही मिला यार. और यार में तुझे भूल उतनी मुझ में हिम्मत नही. अरे बाबा तुम तो मेरी जीवन की अनोखी आश हो. में जब जब तेरे साथ रही हु. में बिलकुल ठीक रही हु. और हर वक्त में मेरी हेल्प की है. तेरी बातों के लिए अभी बहुत वक्त है. फिलहाल चल तेरी नाराजगी दूर करती हु.

अच्छा ऐसा तो क्या करेगी. की मेरी नाराजगी दूर हो जाएगी तेरे से. पर सुन कुछ गलत मत करना ठीक है. और हा थोड़ा आराम से मेरी जान तुझे लग ना जाए. अभी शाम को तुम मेंहदी लगाने के लिए बैठने वाली हो. पता है ना तो कही लग ना जाए यार तेरे को. अरे कमीनी रुक भी जा. इतना क्यू दौड़ा रही है.

चलो ये गाड़ी निकलो हम शॉपिंग कर के आते है. चलो आज वो सारी चीज़े खरीदेंगे जो सिर्फ मन को भाएगा. और तन पर सजेगा. और दिल तक उसकी खूबसूरती महसूस हो.

हा ठीक है. लेकिन थोड़ा आराम से चल ले बेटा गाड़ी कही ठोक मत देना. वरना लेने के देने पड़ जायेंगे. घर वाले हमारी बैंड बाजा देंगे.

कुछ नही होगा बस तुम थोड़ा मुंह पे ताला लगाकर बैठो ठीक है. जस्ट अभी पहुंच जायेंगे ठीक है. वैसे ये तो बताओ की इस शहर में बढ़िया शॉप कौन सी है.

अरे वही जो. जहा पर वो गल्ला नही है. रीतू भाई उसके बाजू में जो बड़ा शॉप है. वहा पर ले चलो वहा ना तुम्हे हर वो चीज़े मिल जायेगी. जो तुम्हे पसंद होगी.

ठीक शाम के 8 बजे ने के बाद. . .

आस्था बेटा सुनो तो. अब हितेश बेटे को बोलो की अब वो नीचे आ जाए रेडी हो गाया हो तो. देखो बेटा सारे मेहमान आ गए है. रस्में करनी है. जल्दी लेकर आओ. और समीर बेटा तुम भी जाओ. पता नही ये लड़का अंदर कर क्या रहा है.

पढ़ना जारी रखे. . .