internet wala love - 90 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 90

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इंटरनेट वाला लव - 90

कर ये भाई आ गया में अब हैपी ना. नमस्ते पंडित जी. कैसे है आप सब ठीक है ना.

हा नमस्ते नमस्ते बेटा सब ठीक है. आपने याद किया तो बस आ गए. चलिए में देखता हु शादी की सही तारीख ठीक है.

हा पंडित जी तारिक निकालिए. ताकि हम उन लोगो बता सके. वहा से कुछ ज्यादा ही प्रेशर है. इस लिए वरना आपको ऐसे आपातकालीन में कभी कष्ट नही देते.

अरे बेटा इसमें कष्ट क्या यही तो हमारा काम है. आप थोड़ा सा वक्त दे हम आपको अभी बता देते है. की आपकी शादी कब होगी ठीक है.

कुछ देर बाद. . .

तो हितेश बेटा आपकी शादी की तारीख निकल के आ रही है. इस महीने की 5 तारीख को यानी परसो. आपकी शादी हो सकती है. इसे आगे फिर तीसरे महीने में वो भी 28 तारीख. इस लिए आपकी ये तारीख सही रहेगी ना.

अरे सही क्या ये तो बहुत अच्छी तारीख है यानी 5 तारीख शादी है. सो फाइनल पंडित जी यही तारीख रहेगी.

ठीक है बेटा जी जैसी आप लोगो की मर्जी चलो अब हमे भी आज्ञा दीजिए. हमे अब कही और भी जाना है.

अरे पंडित जी चाय नाश्ता तो कर के जाइए प्लीज और आराम से जाइए जल्दी तो हमे थी ना. सो अब आपको इमरजेंसी में बुलाया था इस लिए आप थोड़ा आराम से जाइए प्लीज आप हमारा इतना मान रखिए.

जी हितेश बेटा हम आपकी बात का मान रखते है. और आपकी भावनाओं की कद्र करते है. लेकिन अभी कुछ भी खा नही सकते है. क्यू की हम किसी शुभ कार्य करने जाते है. तब कोई भी चीज को खाते नही है. बस आप पानी मंगा लीजिए.

ठीक है. सुनो आस्था जी जरा पंडित जी के लिए पानी लेकर आइए ना. और हा मम्मी से कहना की भूमि जी के घर ये खबर पहुंचा दे. इस महीने की 5 तारीख को शादी है.

कुछ देर बाद. . .

अरे भूमि.. भूमि कहा हो यार. सुनो ना समदन जी का फोन आया था. बोल रहे थे की शादी की डेट इस महीने की 5 तारीख है. मतलब की दो दिन बाद.

अच्छा इतनी जल्दी आ गई शादी की डेट. वेरी नाइस हा. वाकई में बंदे ने कर दिखाया.

अच्छा और सुनो उन्होंने और भी बहुत कुछ कहा है. कहा है की अब सिर्फ दो दिन के बाद शादी है. तो तैयारिया धूम धाम से शुरू करो ताकि हमारे बच्चो की शादी भी धूम धाम से शादी हो. ठीक है समझ गए ना ऐसा.

वाव मम्मा ये तो बहुत अच्छी बात है. तो फिर चलो तैयारिया करो हम शादी के लिए तैयार है. चलो चलो सब लोग काम पर लगो.

ओहो क्या बात है. मैडम अब ऑर्डर भी मरने लगी है. ठीक है बेटा अब हमारा तो फर्ज ये शादी करवाना सो हम तो अपना फर्ज पूरा कर लेंगे पर मेरी बच्ची तुम्हे हम बहुत मिस करेंगे.

अरे मम्मा में तो मजाक कर रही हु. आपको भला कोई कुछ भी काम करने को कह सकता है क्या. घर में इतने सारे लोगो के होते हुए. और आप भी बहुत याद आओगे हमे.

पढ़ना जारी रखे. . . . . .