Bandhan Pyar ka - 29 in Hindi Moral Stories by Kishanlal Sharma books and stories PDF | बन्धन प्यार का - 29

Featured Books
Categories
Share

बन्धन प्यार का - 29

नरेश टेक्सी और गाइड करके लौट आया था।
हिना बोली"क्या हुआ
"एक घण्टे बाद टेक्सी आ जायेगी
"और गाइड
"वह भी साथ आएगा
","तो जल्दी तैयार हो जाओ
"मैडम आप बाथरूम खाली करेगी तभी तो मैं अंदर जाऊंगा
"अभी आती हूँ
नरेश ,हिना के निकलने का इन तजार करने लगा ।
हिना बालो को झटकते हुए बाहर निकली।उसे देखते हए नरेश गुनगुने लगा
न झटकों जुल्फों से पानी
मेरा शौहर तो मोहद रफी हो रहा है
"तुम चीज ही ऐसी हो।गायक बन जाऊंगा
"अब नहा लो
नरेश बाथरूम में चला गया।हिना तैयार होने लगी।नरेश भी नहाकर आ गया।हिना को लाल ड्रेस में देखकर बोला
लाल छड़ी
और उसने हिना को बाहों में भरकर चुम लिया।
"तैयार होने दो
तभी दरवाजे पर दस्तक हुई थी। नरेश ने डोर खोला था।वेटर चाय नास्ता लेकर आया था।दोनों तैयार होकर नास्ता करने लगे।वे फ्री हुए तभी फोन आ गया था।टेक्सी आ गई थी।हिना औऱ नरेश नीचे आये थे
"कहा ले जा रहे हो?"हिना ने टेक्सी में बैठते हु गाइड से पूछा था।
"मेटरहोर्न पीक
उनके बैठते ही टेक्सी चल पड़ी थी।हिना,नरेश से बाते करने के साथ चलती कार से बाहर का नजारा देख रही थी।सड़क के दोनों तरफ रंग बिरंगे फूलों के पेड़,तरह तरह की पत्तियों के पेड़ घाटी में अपूर्व सुंदर छटा बिखेर रहे थे।ऐसा सुंदर नजारा तो उसने लंदन में भी नही देखा था।उस नजारे को देख कर वह मंत्र मुग्ध रह गई
"तुंमने इतना सुंदर दृश्य कही देखा है?"
"सुना है कश्मीर इतना ही सुंदर है लेकिन मैं गया नही हूँ।"
और कार सरपट दौड़ती रही।फिर कार रुक गयी थी।
"हम आ गए हैं।"ड्राइवर बोला था।वे लोग कार से नीचे उतरे थे।गाइड बोला,"यहा से हमे पैदल ही चलना पड़ेगा।"
और वे पैदल चल दिये। पर्यटक कार से उतरकर पैदल ही जा रहे थे।
",यह मेटरहोर्न पीक है।यह ऐल्प्स पर्वत की ही एक चोटी है।यह चोटी यूरोप में सबसे ऊंची है।"गाइड पर्वत श्रंखला के बारे में बताते हुए बोला था।
"कितनी ऊंचाई है इसकी?"गाइड की बात सुनकर हिना ने पूछा था।
"चार हजार मीटर से भी ज्यादा है
"अरे यह तो बहुत है,"नरेश बोला,"पर्वतरोही भी आते होंगे यहा तो
"बहुत ही दुर्गम चढ़ाई है इस चोटी की।इस पर चढ़ना बहुत ही दुर्गम है।अब तक पांच सौ से भी ज्यादा पर्वतरोही इस चोटी पर चढ़ने के प्रयास में अपनी जान गंवा चुके हैं
",तो क्या अब नही आते पर्वतरोही?"नरेश बोला था।"
"क्यो नही।आदमी का जोश कभी खत्म नही होता।जज्बा,जुनून और कुछ कर गुजरने की तमन्ना आदमी मे हर समय जिंदा रहती है।"गाइड ने विस्तार से पर्वतरोही और प्रयास करने वालो के बारे में बताया था।
",काफी पर्यटक आते है यहाँ?"लोगो की भीड़ देख कर हिना बोली थी।
"यह स्विट्जरलैंड का बेहतरीन और सबसे ज्यादा प्रशिद्ध पर्यटन स्थल है।देशी ही नही विदेशी पर्यटकों के लिये भी यह आदर्श है।हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से यहा पर्यटक आते हैं,"गाइड बोला,"यह जगह स्केटिंग करने वालो,पैदल वाक और प्रकृति प्रेमियों के लिय भी बहुत ही उत्तम स्थान है।"
गाइड उन्हें चारो तरफ घुमाने लगा।बर्फ से ढकी चोटी बेहद ही सुंदर लग रही थी।
"यहां के दृश्य तो बेहद सुहाने है
"यहाँ पर्यटक ही नही आते फ़िल्म वाले भी आते है
"क्यो
"फ़िल्म की शूटिंग के लिये। हर भाषा की फ़िल्म की शूटिंग यहा होती रहती है,"गाइड बोला,"आप किस देश से है?"
"मैं इंडिया और यह पाकिस्तान से।"नरेश बोला था
"लव मैरिज है