Revenge by Cruel Husband - 1 in Hindi Love Stories by starwriter books and stories PDF | Revenge by Cruel Husband - 1

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Revenge by Cruel Husband - 1

चित्रांगदा शर्मा - उम्र 20 साल, बड़ी-बड़ी आँखें, कंधे तक बाल, गुलाबी होंठ, ऊंचाई 5 फीट 3 इंच। रंग सावला, लेकिन इतनी खूबसूरत कि किसी परी से कम नहीं। वह कॉलेज में पढ़ रही है।

विवान शर्मा - चित्रांगदा का बड़ा भाई, उम्र 28 साल। चित्रा के माता-पिता के मरने के बाद विवान ने ही माता-पिता की कमी को पूरा किया है और चित्रा को बड़े प्यार से पाला है।

गौरी शर्मा - विवान की पत्नी और चित्रा की भाभी। दूध जैसा गोरा रंग, बिल्कुल किसी अप्सरा की तरह। उनके दिल में बाकी भाभियों की तरह चित्रा के लिए कोई जलन या ईर्ष्या का एहसास नहीं है।

Male lead side

अभिराज सिंह राजपूत - उम्र 28 साल, ऊंचाई 6 फीट 5 इंच का, बिल्कुल किसी ग्रीक गॉड की तरह। पर जितना सुंदर, उतना क्रूर और हृदयहीन।

आकांक्षा सिंह राजपूत - अभिराज की छोटी बहन, जो बिल्कुल मासूम और भोली है। उम्र 20 साल और अभी ये कोमा में है।

[आकांक्षा के अलावा अभिराज का कोई नहीं है इस दुनिया में]

रणविजय रंधावा - उम्र 26 साल, ऊंचाई अभिराज जितनी, एकदम अभिराज की कार्बन कॉपी, क्रूर और बेरहम। ये अभिराज का बेस्टफ्रेंड है।

अविनाश कपूर - उम्र 27 साल, एकदम हैंडसम और कोमल दिल का इंसान। भले ही इसके दोस्त अभिराज और रणविजय हैं, लेकिन ये उनका कार्बन कॉपी बिल्कुल नहीं है। ये थोड़ा प्लेबॉय टाइप का है।

अमीषा कपूर - अविनाश की छोटी बहन, जिसकी उम्र 17 साल है। ये बिल्कुल टॉमबॉय है और रणविजय को पसंद करती है। बहुत ज्यादा बदमाश और बोल्ड पर्सनैलिटी वाली है, लेकिन सिर्फ रणविजय के सामने किसी चूहे की तरह है। अभी ये स्कूल में है, 11वीं क्लास में।

एक लड़की अपने कॉलेज से बाहर किसी से फोन पर बात करती आ रही थी। वो बोल रही थी कि ''भैया, आप मेरी फिक्र मत करो, मैं खुद आजाऊंगी घर सही से।''

फोन के दूसरी तरफ से एक आदमी बोला, ''चिंता कैसे ना करूं चित्रांगदा, तू बस जल्दी आ जा, फिर मेरी सारी चिंता दूर हो जाएगी।''

जी हां, ये फोन पर बात करने वाली कोई और नहीं, बल्कि हमारी हीरोइन चित्रा थी, जो कि अभी अपने भैया विवान से बात कर रही थी।
चित्रांगदा फोन पे अपने भाई से बात कर रही थी, इतने में उसको पीछे से आवाज आई, ''रुको चित्रा।'' चित्रा पीछे देखी तो उसका दोस्त राहुल था। वो उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोला, ''जल्दी छुट्टियां एन्जॉय करके कॉलेज आना।'' चित्रांगदा ने उसको एक प्यारी सी स्माइल दी और बोली, ''ठीक है।'' वो दोनों इस बात से अंजान थे कि अभी वो किसी की नज़र में हैं।

दूसरी तरफ़ बिहार (पटना),

एक आदमी विला के अंदर अपने स्टडी रूम में था, तभी उसका फोन वाइब्रेट करता है। वो अपने फोन को चेक करता है तो उसमें कुछ तस्वीरें मिलती हैं। उन तस्वीरों को देखकर एकदम उसकी आँखें लाल हो जाती हैं (ये तस्वीरें चित्रा और राहुल की थीं, जिनमें वो दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए थे)।

वो आदमी तस्वीरें देखते हुए कहता है, ''एक बार तुम अभिराज सिंह राजपूत की कैद में आ जाओ, फिर तुम्हें भगवान भी नहीं बचा पाएगा। बहुत गर्मी है ना तुम्हारे, मैं तभी तो किसी और का हाथ पकड़ के घूम रही हो। बहुत जल्दी तुम्हारी जिस्म की गर्मी को मैं ठंडा कर दूंगा।''

तभी अभिराज किसी को फोन करता है और एकदम ठंडी आवाज़ में बोलता है, ''पकड़ लो उसको'' और फोन कट कर देता है।

दिल्ली -

चित्रा रेलवे स्टेशन के लिए निकल रही थी, तभी किसी ने पीछे से पकड़ लिया और उसके चेहरे पर कपड़ा रख दिया, जिसके कारण वो बेहोश हो गई।

दूसरी तरफ,

एक विला के अंदर दो आदमी सोफे पर बैठ के ड्रिंक कर रहे थे। दोनों हैंडसम और ब्यूटीफुल थे। तभी उन दोनों में से एक ने बोला, ''यार, ये लड़कियां बड़ी कमाल की होती हैं।'' तभी दूसरे ने कहा, ''कभी लड़कियों के सिवा भी कुछ काम कर लिया कर।'' तभी वो पहला वाला बोला, ''यार रणविजय, तुम और वो अभिराज दोनों एक जैसे हो, क्रूर और बेरहम।”
दोनों हैं रणविजय और अविनाश।

रणविजय और अविनाश बात कर रहे थे, तभी अविनाश का फोन वाइब्रेट करता है और वो विला से बाहर चला जाता है, और उसके पीछे रणविजय भी। अविनाश रणविजय से बोलता है, ''तू रुक, मैं 10 मिनट में आया।'' रणविजय अपनी ठंडी आवाज में बोला, ''हम्म, ठीक है'' और वो गार्डन में चला जाता है। गार्डन में जाते ही उसकी नजर एक लड़की पर गई, जो देखने में 17 साल की थी।

वो अभी गार्डन में आंख में मिचौली खेल रही थी। तभी वो लड़की भागती हुई आई और रणविजय के सीने से लगकर बोली, ''अब कह जाओगे मुझसे बचकर?''

इस वक्त रणविजय की आँखें लाल हो गईं और उसने गुस्से से बोला, ''दूर हटो, ये क्या कर रही हो अमीषा?'' अमीषा एकदम डर गई और बोली, ''मुझे माफ कर दो, प्लीज। मुझे पता नहीं था कि आप हो।'' इतने में रणविजय ने बोला, ''ये तुम्हारी क्या उम्र है खेलने की?'' वैसे तो अमीषा किसी से नहीं डरती थी, पर रणविजय से उसे बहुत डर लगता था।

रणविजय ने उसका हाथ जोर से पकड़ा और बोला, ''अगली बार से नहीं होना चाहिए।'' इस बार अमीषा की आँखों से आंसू आ रहे थे और वो रोते-रोते हां में अपनी गर्दन को हिला दी।

तभी रणविजय ने उसका हाथ छोड़ा और जैसे ही वहां से निकला, उसका लेग स्लिप कर गया और अमीषा के ऊपर गिर गया, और उन दोनों के लिप्स टच हो गए। रणविजय की बॉडी में तो करंट लग गया और उसकी आँखें फेल गईं। इतने में अमीषा ने उसे जोर से धक्का दिया और एक थप्पड़ उसके मुंह पर मार दिया। रणविजय का चेहरा एकदम डार्क हो गया और उसने अमीषा को दीवार से लगा दिया और उसके जबड़े को प्रेस करते हुए बोला, ''ज्यादा हाथ-पैर चल रहे हैं तुम्हारे।'' और इतना बोलकर उसने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और भावुक चुंबन करने लगा। वो इस वक्त बहुत गुस्से में था। लगभग 15 मिनट के बाद उसने अमीषा को छोड़ दिया