Reborn to be Loved - 5 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | Reborn to be Loved - 5

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Reborn to be Loved - 5

Chapter - 5 आरवी ने मारा थप्पड़ और फोर्सफुल किस 


पीछले भाग में आपने पढ़ा.…


आयुषमान शीधांश की बात सुन के घबरा जाता है वो कुछ कहने वाला होता है कि शीधांश कॉल disconnect कर देता है। वही आयुषमान हैरानी से फ़ोन की तरफ देखता है उसे तो यकीन ही नही हो रहा था कि ये वही बॉस है जो कुछ टाइम पहले तक तो लड़कियों से दूर भगत था। और आज एक लड़की की इनफार्मेशन निकलने को कह रहा था।

आयुषमान को लगता है कि शायद उसने कुछ गलत सुन लिया। इसलिए वो बार बार रिकॉर्डिंग सुनता है। कई बार रिकॉर्डिंग सुनने के बाद फिर से हैरान हो जाता है। फिर अपना सर हिलाता है और अपने काम पर लग जाता है।

अब आगे.

प्रेजेंट टाइम

अचानक से कार रुकती है और शीधांश अपने ख्यालों से बाहर आता है और ड्राइवर की तरफ देखता है। ड्राइवर कहता है "सिर हम पहुंच गए। शीधांश सीधा गाड़ी से बाहर निकलता है और घर के अंदर जाते हैं।

जैसे ही वो room का दरवाजा खोलता है। उस अंधेरे कमरे में एक साइड पर एक लड़की अपना मुंह छुपाए बैठी होती है। वो लड़की और कोई नहीं आरवी ही थी।

शीधांश चल के आरवी के पास पहुंचता है। जब आरवी को किसी के आने की आहट महसूस होती है तो वो अपना सिर उठाकर उसे देखती है।

शीधांश झुकते उसके गालों पर हाथ रखता है। अचानक डरी सहमी आरवी की आंखें गुस्से से तमतमा जाती हैं। और वो शीधांश के हाथों को झटक देती है। और उठकर शीधांश के गाल पर एक जोरदार तमाचा जड़ देती है। उसके ऐसा करने से शीधांश का चेहरा एक जगह झुक जाता है। अब शीधांश की आंखें गुस्से से लाल हो गई थी। आरवी के कंधों को पकड़ता है और उसे दीवार से सटा देता है।

वो उसे forcefully kiss करने लगता है उसकी इस किश मैं प्यार तो बिल्कुल नही था, था तो सिर्फ एक सनक, पागलपन , एक बेरहमी। शीधांश बड़ी ही बेरहमी से आरवी के होठों को चूमें जा रहा था और बीच बीच मैं उसके लिप्स पर बाइट भी कर रहा था।

आरवी उससे छूटने की कोशिश करती है पर छूट नही पाती शीधांश तकरीबन बीस मिनट तक लगातार उसे किश करता रहता है। जिससे अब आरवी सांस भी नही ले पा रही थी। आखिर मैं वो बेहोश होने लगती है। लेकिन शीधांश को उसकी कोई खबर ही थी और वो बेहोश हो भी जाती है।

शिधांश को जब महसूस होता है कि आरवी ने कोशिश करना बंद कर दिया है तो वो उसकी तरफ देखता है। आरवी की आंखें बंद हो चुकी थी और वो अब पुरी तरह से बेहोश हो चुकी थी।

वो आरवी को बिस्तर पर लिटाता है और उसके पास ही बैठ जाता है.

तुझे हासिल करूँगा ये ज़िद्द है,

चाहे कुछ भी करे ये जहां मैं लिखूँगा,

ये तक़दीर तेरी चाहे कुछ भी लिखे आसमान,

तुझे हासिल करूँगा ये ज़िद्द है,

चाहे कुछ भी करे ये जहां मैं लिखूँगा,

ये तकदीर तेरी नाते तल भी लिरते सात्ययान

शीधांश आरवी के चेहरे को छूता है और बल सहलाता है,

तेरे हसने पे तेरे रोने पे तेरे होने पे ना होने पे हक़ है मेरा,

अब तेरे बिन जीने से भी हर्ज है. दर्द है.

ये जो दर्द है ये दर्द ही मेरा इश्क है मेरा इश्क है दर्द है.

ये जो दर्द हैये दर्द ही मेरा इश्क है मेरा इसक है.

अचानक कुछ याद करके उसके हाथ आरवी के चेहरे पर केस जाते.

चाहे नहीं रूबरू पर मेरी नज़र में है तू,

जब तक ना पा लूँ तुझे ना आएगा मुझको सुकून,

चाहे नहीं रूबरू पर मेरी नज़र में है तू,

जब तक ना पा लूँ तुझे ना आएगा मुझको सुकून,

फिर वो आरवी को देख कर एक सनकी की तरह मस्कराने लगता है।

बर्बादियों के रास्ते मैने चुन लिए तेरे वास्ते

रब जाने क्यूँ पिघलता नहीं दिल तेरा ख़ुदगर्ज है,

ओर झुक कर फिर से उसके चेहरे पर किस करता है और उसे

हग कर लेता है दर्द है. ये जो दर्द है ये दर्द ही मेरा इश्क़ है मेरा इश्क़ है दर्द है. ये जो दर्द है ये दर्द ही मेरा इश्क़ है मेरा इश्क़ है.

तुम मेरी सनक हो आरवी ओबसेशन हो प्यार नही करता मैं तुमसे पर तुम्हे खुद से दूर जाने नही दूंगा बोहोत प्यार करती हो न उससे वो भी तुम्हे मुझसे दूर नही कर पायेगा। जो चीज़ मुझे पसंद आती है उसे मैं छीन लेता हूं जैसा तुम्हे छीन लिया।

फिर वो पागलों की तरह हँसने लगता हैं। इस वक्त शीधांश बहुत खतरनाक लग रहा था। अगर कोई भी उसे देखता तो डर के मारे मर ही जाता।

फिर वो एक female servant को इंटरकॉम करके अंदर बुलाता है। और उससे कहता है "इसे उठने के बाद कुछ खिला पिला देना। आज से इसकी जिम्मेदारी तुम्हारी है अगर इसे कुछ भी हुआ तो मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा।"

इतना बोलकर शीधांश एक नजर आरवी की तरफ देखता है और घर से बाहर निकल जाता है।

शीधांश वहां से निकल कर कार मैं बैठ जाता है और ड्राइवर को कार स्टार्ट करने के लिए बोलता है। ओर ड्राइवर कार घर की तरफ मोड़ देता है।

कार अपने स्पीड से चल रही थी और शीधांश फिर से अपने पुराने ख्यालों में खो जाता है। अचानक उसके दिमाग में वही बातें घूमने लगती हैं और एक आवाज़ आती है। "तू कभी खुश नहीं रह सकता तुझे कुछ भी नहीं मिलेगा तू चाहे जो मर्जी कर ले। हमेशा तड़पता रहेगा हमेशा तड़पेगा तुझे तेरी जिंदगी में कुछ नसीब नहीं होगा। तू है ही नहीं इस लायक। सबसे बेस्ट चीज हमेशा मेरी होगी। तुझे तुझे हमेशा घटिया चीज मिलेगी। किसी के जोर जोर से हंसने की आवाज आने लगती है।

शीधांश इस बात को सुनकर इतना ज्यादा परेशान हो जाता है कि वो अपने कानों पर हाथ लगाकर। जोर-जोर से बोलने लगता है कि चुप कर चुप चुप कर चुप चुप कर। वो इतनी जोर से बोल रहा था कि ड्राइवर एकदम से घबरा गया और उसने गाड़ी की ब्रेक लगा दी। उसमें पीछे मुड़कर शीधांश की तरफ देखा जिसका चेहरा पूरा पसीने से भर गया था।

कौन है ये सकस जिसकी याद से ही शीधांश इतना घबरा गया?

To be continued…

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