Momal :Diary ki gahrai - 33 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 33

Featured Books
Categories
Share

मोमल : डायरी की गहराई - 33

पिछले भाग में हम ने देखा कि मोमल और अब्राहम की अच्छी तरह शादी हो गई थी लेकिन फीलिक्स के साथ कुछ अजीब हो रहा था। पहले उसने एक बहुत बड़ी लाल आंखो वाली काली पंछी देखी फिर उसने एक धड़कता हुआ दिल देखा लेकिन सिर्फ दिल ही दिख रहा था वो किस के सीने में धड़क रहा है ये पता नही चला। अब्राहम चिंतित हो कर कॉलेज चला गया।

अब आगे :__

कॉलेज पहुंचते ही सभी अब्राहम को शादी की मुबारक बाद देने लगे और वो झूठी मुस्कान से सब को थैंक्स कहते हुए क्लास जा रहा था। तनाव उसके चहरे पर नज़र ना आ रहें हों लेकिन अपने प्यारों की फिक्र अंदर ही अंदर खोखला किए जा रही थी। 

उसके मन में एक और सवाल उठा था यही के क्या फीलिक्स के माता पिता की आत्मा अब भी यही है? उन्हे मुक्ति नहीं मिली या कोई और बात है जो हम समझ नहीं पा रहे हैं।
उसने कॉलेज के बाद उसी गांव में जाने का सोचा जहां फीलिक्स मिला था। 
कॉलेज में छुट्टी होते ही अब्राहम तेज़ी से अपनी कार के पास जाने लगा की अंकल हैरी ने आवाज़ लगाई :" अब्राहम सर!

उनकी आवाज़ सुन कर वो रुक कर उनके पास आने का इंतज़ार करने लगा। अंकल हैरी पास आ कर बोले :" उम्मीद है की लूना बहुत अच्छी होगी लेकिन क्या आपको पता है आज उसका बर्थडे है!"

अब्राहम ताज्जुब से :" क्या!...आज लूना बर्थडे है?.... आप ने मुझे पहले क्यों नहीं बताया! मैं ने उसका id Card भी नही देखा था।"

अंकल हैरी हंस कर बोले :" अच्छा कोई बात नही बस उसे एक सिरप्राइज दे दीजिएगा!"

अब्राहम :" नही ऐसे तो नही होगा! आपको भी आना है शाम को एक छोटी सी पार्टी रखेंगे!.... मैं मोमो को बोल देता हूं शायद उसे भी ध्यान नहीं रहा होगा।"

गाड़ी में बैठ कर उसने मोमल को कॉल किया :" मोमो आज लूना बर्थडे है!... तुम बड़ी भाभी से कह कर तैयारी करो मैं आधे घंटे में आ जाऊंगा।"

मोमल ने उधर से परेशान हो कर कहा :" लेकिन आपको देर क्यों हो रही है? फीलिक्स बे सबरी से आपका इंतज़ार कर रहा है।"

अब्राहम :" मैं आ कर बताता हूं फिलहाल तुम एक छोटी सी पार्टी का इंतज़ाम करो!"

ये कह कर उसने कार स्टार्ट की और नदी के किनारे वाले गांव की तरफ चला गया। 

मोमल बड़ी भाभी के पास जा कर हिचकिचाते हुए बोली :" भाभी आज लूना का बर्थडे है! अब्राहम कह रहे थे की एक छोटी सी पार्टी रखनी है।"

भाभी :" अरे तो सुबह ही बताना था ना ! ओह गॉड कितनी हड़बड़ी हो जायेगी। तुम लोग भी न! खुद बच्चे जैसे हो और बच्चों को एडॉप्ट कर लि!...चलो तैयारी करते हैं फिर !"

मोमल :" सॉरी भाभी ! मुझे ध्यान नहीं था।"

इधर अब्राहम ने गांव में पहुंच कर एक जगह गाड़ी पार्क की और फीलिक्स के जले हुए घर की तरफ बढ़ा। दहलीज़ पर कदम रखा ही था के किसी की गहरी आवाज़ आई  :" कौन हो और अंदर क्यों जा रहे हो? 

अब्राहम ने पीछे मुड़ कर देखा तो एक बुज़ुर्ग मछवारा था जिसके हाथ में मछली पकड़ने वाला जाल भी था। 
वो उस आदमी के पास जा कर बोला :" मैं डॉक्टर अब्राहम विल्डर!....दरअसल ये जानना चाहता हूं के यहां के सभी लोगों ने अपना घर क्यों छोड़ दिया? और इस जले हुए घर के मालिक का क्या हुआ ?

उस आदमी ने मुस्कुरा कर कहा :" अच्छा तो आप कोई ऑफिसर है? साकार के तरफ से आएं हैं क्या?

अब्राहम ने झूट बोलना ही सही समझा और हां में हां मिलाते हुए कहा :" हां! आपको मेरे सवालों का जवाब देना चाहिए !"

बूढ़े आदमी ने एक बार खामोशी से उसकी तरफ देखा फिर वहां चबूतरे पर बैठ गया और फिर इशारे से अब्राहम को भी बैठने के लिए कहा। 

अब्राहम ने बैठते हुए पूछा  :" कुछ महीने पहले यहां क्या हुआ था?

आदमी ने एक लंबी सांस ली और कहा :" इस घर के मालिक और मालकीन कुछ साल पहले अपने छोटे से बच्चे को लेकर रहने आए थे क्यों के बच्चे के पिता की नौकरी यही पास में कहीं लगी थी। उन दोनों में अक्सर झगड़ा होता रहता था। आसपास के लोग जानने की कोशिश करने लगे के आखिर इन दोनों में किस बात की लड़ाई होती रहती है। लोगों ने जानने की कोशिश की तो पता चला इस बच्चे का बाप कोई और है। पति का कहना था के शादी के समय ही वो गर्भवती थी क्यों के शादी के सात महीने बाद ही बच्चे की पैदाइश हो गई थी। लेकिन पत्नी हमेशा इस बात से इंकार करती रही। उसका कहना था के उसे शादी से पहले किसी ने नहीं छुआ था और ये बच्चा उसके पति का ही है। इसी बात को लेकर उनके बीच समय समय पर बहस होता रहता। 
कुछ समय बाद बच्चे में कुछ अजीब शक्तियों के होने का भी अंदाज़ा हुआ। वो बच्चा हर किसी के सीने में घूरता रहता और कहता की तुम्हारा दिल दिखाई दे रहा है। 
जब गांव वालों ने उसकी ये बात सुनी तो हर एक में ये बात मशहूर हो गई , ये बहुत ही खौफनाक बात थी। एक इतिहास के ज्ञानी ने कहा के ये एक तरह के शैतान होते हैं जो काली शक्तियों के दुनिया के बसने वालों में से हैं। इन्हे काले जादू का देवता भी कहा जाता है। ये शैतान कुंवारी लड़कियों की तरफ आकर्षित होते हैं अगर शैतान को मौका मिल जाए तो वो लड़की के साथ शारीरिक संबंध बना लेता है और लड़की को पता भी नहीं चलता। इस लिए मुमकिन था के बच्चे की मां के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा। 
गांव के लोग बहुत चिंतित थे और उन लोगों से गांव छोड़ने को कहने लगे लेकिन घर का मलिका जाना नहीं चाहता था। गांव के लोग बहुत डरे हुए ही थे के एक दिन आग लग गई, आग लगने से अफरातफरी मची थी। उसी दौरान कई सारे लोगों ने गांव के आसमान में बड़ी बड़ी पंछियों को एक साथ उड़ते हुए देखा। ये देखने के बाद लोगों को यकीन हो गया के बच्चा शैतान का वंशज है। इस लिए डर के मारे लोगों ने इधर उधर जाना शुरू कर दिया। जो लोग अब तक नही गए थे, उन्हे कुछ न कुछ भयानक दिखता और वे डर जाते । आखिर कार परेशान हो कर सब चले गए इस तरह ये छोटा सा गांव खाली हो गया। 
मैं नदी के किनारे ही रहता हुं। मेरा घर यही है इस लिए कभी कभी आ जाता हूं। मैं ने खुद अपने खिड़की के पास लाल लाल आंखे देखी थी। सिर्फ आंखे दिख रही थी। ना कोई चहरा था ना कोई शरीर और वो आंखे किसी इंसान की तो हो ही नहीं सकती। बहुत बड़ी बड़ी और भयानक थी।
वो बच्चा यही कहीं भटकता फिर रहा था लेकिन अब वो कुछ दिन से दिखाई नहीं दे रहा है। 

अब्राहम ने कहा :" मैं ने ये भी सुना है की बच्चे के मां बाप की रूह यहां के लोगों को परेशान करने लगी थी इस लिए लोग भाग गए ? क्या आपको कुछ और मालूम है इस बारे में ?

मछवारे ने कहा :" जी नही साहब ! कुछ लोगों का मानना था की उन दोनों की आत्माएं परेशान कर रही थी लेकिन ऐसा नहीं है। वे बुरे लोग नही थे। यहां के लोग इतना ही जानते हैं जितना मैं ने आपको बताया। एक बात और है इस से जुड़ा हुआ !"

अब्राहम उत्सुकता से :" कौन सी बात ?

मछुआरा :" यही के पुराने ज़माने में इंसान इन्ही शैतानों से काले जादू का हुनर सीखते थे और जो काले जादू का माहिर होता था उसे भी लोगों का दिल साफ दिखाई देता था। ऐसे लोग बहुत ही खतरनाक होते थे। ऐसे लोगों को अक्सर मार दिया जाता था क्यों के ये लोग न चाहते हुए भी  मासूम लोगों पर जादू कर देते थे। अगर वे लोग जादू करना छोड़ दे तो जी नही पाएंगे जैसे नशे का आदी हर हाल में नशा करता है चाहे उसकी जान पर ही क्यों न बन आए ठीक इसी तरह उन लोगो का जादू का नशा होता था।"

मछुआरा ये सब बता रहा था और अब्राहम के बार बार रोंगटे खड़े हो रहे थे। उसे रह रह कर फीलिक्स का वो मासूम चहरा याद आ जाता। दिल में अजीब सी बेचैनी पैदा हो गई, जज़्बातों की लहरे दिल को जला रही थी क्यों के उसने दिल से फीलिक्स को अपना बेटा मान लिया था। उसे वो एक साधारण जिंदगी जीते हुए देखना चाहता था लेकिन ये जानने के बाद की वो एक शैतान का वंशज है दिल के टुकड़े टुकड़े हो रहे थे। अब भी खुद को दिलासे दे रहा था के किसी भी तरह उसे शैतान बनने से बचा लेगा।

उसने एक उम्मीद के साथ पूछा :" इन शैतानों से पीछा छुड़ाने का कोई तरीका तो होगा ना ?

मछुआरा :" तरीका तो हमे नहीं मालूम साहब जी! किसी बड़े ज्ञानी को ही इसके बारे में पता होगा।"

अब्राहम :" क्या आप मुझे बता सकते हैं ऐसे ज्ञानी गुरु कहां मिलेंगे ?

मछुआरे ने सोचते हुए कहा :" एक गुरु जी काफी लोकप्रिय हैं! वो उन पहाड़ों पर रहते हैं! मैं ने सुना है की वो सब से ऊंची चोटी में रहते हैं।"( सामने दिख रहे विशाल पर्वत की ओर उंगली से इशारे कर के कहा)

अब्राहम को मोमल का कॉल आने लगा तो वो मछुआरे को शुक्रिया कह कर वहां से घर की ओर चला गया। 

गाड़ी चलाते हुए उसके नज़र से फीलिक्स का चहरा हट ही नहीं रहा था। उसे एक एक बात याद आने लगी। उसने भी उस बड़ी चिड़िया को देखा था जो गांव वालों ने आग लगने के दिन देखा था। 

परेशान परेशान सा घर पहुंचा। घर में सारी तैयारियां हो चुकी थी। गुब्बारों से सजाया गया था। काफी चमक धमक थी। बच्चे बहुत खुश थे। 
उनके साथ साथ फीलिक्स भी बहुत खुश था। उसके चहरे पर अलग ही रौनक थी। शायद इस से पहले उसने इतनी मस्ती नही की थी। उसने जैसे ही अब्राहम को आते देखा डैड कह कर दौड़ा और जा कर उस से लिपट गया। अब्राहम ने प्यार से उसके सर पर हाथ फेरा इतने में लूना भी पापा कह कर लिपट गई, वो बिलकुल नन्हीं परी लग रही थी। 
उन दोनो को ऐसा करते देख एलेक्स और नताशा भी चाचू कह कर आ गए , अब्राहम ने हंस कर कहा :" अरे अरे मैं सौ साल बाद नही आ रहा हूं!.... जाओ तुम लोग खेलो मैं देखता हूं तैयारी कैसी चल रही है। And happy birthday my princess Luna!"

लूना उसके गाल पर किस दे कर बोली :" thank you papa !"

बच्चे गुब्बारों के साथ खेलने लगे। मोमल इन्ही तैयारियों में जुटी थी। 

मझली भाभी वोही हॉल में खड़ी ये सब देख कर मुंह बिचका कर बोली :" दोनो मियां बीवी एक जैसे हैं! बोरिंग"

अब्राहम ने किचन में देखा के बड़ी भाभी और मोमल काम वाली बाई के साथ साथ खाने की तैयारियां कर रही थी। अब्राहम ने दरवाज़े पर खड़े हो कर मोमल को बाहर आने के लिए कहा। 

मोमल आते ही बोली :" कहां रह गए थे आप? रात हो गई है अब आए हैं!... अंकल हैरी आ गए हैं न?

अब्राहम :" हां अंकल हैरी आ गए हैं!.... फीलिक्स को घर से बाहर जाने मत देना! मैं ने सुबह उसे घर से बाहर देखा था। मोमो हमे पहाड़ों पर जाने की तैयारी करनी होगी!"

मोमल ताज्जुब से :" लेकिन पहाड़ों पर क्यों जाना है?

अब्राहम ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा :" गुरू जी से मिलने, आज बर्थ डे सेलिब्रेट कर लेते हैं!... कल इस बारे में बात करेंगे बस हमे फीलिक्स को प्रोटेक्ट करना है इतना समझ लो।"

मोमल का दिल घबरा उठा। वो समझ सकती थी के अब्राहम को कुछ ज़रूर पता चला होगा इस लिए वो ऐसा कह रहे हैं। हर पल डर लगा रहता के ना जाने कब कौन सा हादसा हो जाए, मुसीबतों और डर के साए में दिन काटते काटते अब तो इस तरह जीने की आदत सी पड़ गई थी।

(अगला भाग जल्द ही)