Novel ki duniya in Hindi Love Stories by Neelam Mishra books and stories PDF | नोवल की दुनिया।।

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नोवल की दुनिया।।

तेजू . तेजू उठ जा यार रात भर न जाने कोन सी ऐसी किताब पड़ रही थी महारानी की समय की खबर ही नहीं रही। तेजू जल्दी उठ वरना ये दिया पटेल अपने तरीके से उठाएगी समझी। 

 

अरे यार सोने दे ना जब देखो टीवी सीरियल के सास की तरह बड़बड़ करती रहती है।

 

ओ महारानी आज हमारा ऑफिस पर काम का पहला दिन है। अगर जॉब नही करनी तो कोई बात नही मुझे तो ये जॉब करनी है और में तो चली तैयार होने बाय बाय 

 

इतना सुनना था की तेजस्वी हड़बड़ा के जल्दी उठ गई बिना नहाए तैयार होने लगी। तभी बाथरूम से दिया निकली और अपने सर पर हाथ रख कर बोली इसका कुछ नही हो सकता है। 

 

दोनो ने ब्रेकफ्स्ट जल्दी से किया और स्कूटी पर बैठ ऑफिस के लिए निकल गए।।

 

रास्ते में दिया स्कूटी चला रही थी और तेजस्वी बैठी थी। दिया ने तेजस्वी को देखा और बोला महारानी ऐसा क्या पढ़ रही थी जो i इतना लेट हो गया।

 

तेजस्वी:; अरे यार पूछ मत ये कहानी की विलन काफी बेवकूफ होती है अरे जब हीरो ने मना कर दिया तो क्यों पीछे लगी रहती है । अरे ये न सही तो कोई और सही नही तो एक के चकर में अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेती है। 

 

मैं होती तो ऐसा करती ही नही अरे मैं तो उसे भाव ही नही देती ऐसा बोल ही रही थी की तभी एक ट्रक से उनकी बहुत तेज टकर हुई जिससे दोनों पहाड़ की तरफ गिरी दिया ने तो अपने आप को किसी तरह बचा लिया पर तेज पहाड़ के नीचे जा गिरी आआआआआ ........

 

और इसीके साथ तेज की एक जोर दार चीख उस पहाड़ इलाका में गूंज पड़ी। 

एक सुंदर सा कमरे में एक राउंडसेप पर एक लड़की बेजान सी पड़ी हुई थी। ओ लड़की दिखने में बहुत सुंदर दिख रही थी। तभी उसकी आखें धीरे धीरे खुलने लगी उसने अपने चारो तरफ देखा तो अपने मन में सोचा ये में कहा हू और मेरे साथ तो दिया थी ओ कहा है। 

 

हा ये तेजस्वी थी ओ धीरे धीरे उठी और अपनी नजर चारो तरफ  दौड़ाई ये कहा हु में। ए हॉस्पिटल तो नही लग रहा फिर में कहा हू । 

 

तभी तेजस्वी की नजर सामने आइने पर गई और खुद से बोली ये कोन है और कितनी सुंदर है है यार काश मैं भी इस की तरह दिखती तो क्या बात होती । फिर उसने अपने सीने पर हाथ रख लिया। फिर कुछ सोच कर एक मिनट ये चेहरा कुछ जाना पहचाना लग रहा है। 

 

फिर अपने मन में सोचती हुए कहा देखा है।🤔🤔🤔 अरे हां ये तो उसी कहनी की विलन सौम्या है जो कल रात मैने पड़ी थी। 

 

देखा हू न में स्मा😳😳...... !???????

 

एक मिनट फिर तेजस्वी आइने के पास गई और एक टक देखने लगी फिर अपने एक हाथ उपर किया फिर दूसरा हाथ उपर किया फिर कुछ देर देखने के बाद नहीहीहीही.....

 

हे भगवान यह मेरे साथ अन्याय क्यों मैने किसी का क्या बिगड़ा था। मुझे कही भेजना ही था तो की और भेजते इस नोवल में कियू भेजा 🥺🥺🥺🥺 और ओ भी विलन बना कर।

 

ऐसा कह कर तेजस्वी रोने लगी।

 

कुछ घंटों बाद:: तेजस्वी बेड पर बैठ कर खुद से बोली ठीक है जब मुझे न्यू लाइफ मिली है तो इसे में अपने तरीके से जिउगी।

 

मैं ओ गलती नही करूंगी जो सौम्या ने किया था। और जब ओ गलती करूंगी ही भी तो सौम्या जैसे मेरी हालत होगे भी नहीं उसे याद आया की किस तरह सौम्या ने इस कहानी के हीरो यानी अरनव रायजादा को पाने के लिए हर गलत सही काम करती है। यहां तक की इस कहनी के मेन लीड हीरोइन यानी सोनी को काफी परेशान करती है। सोनी सौम्या के मौसी की लड़की थी सोनी की मां पापा कार एक्सीडेंट में  डेथ हो जाने के बाद से ही सोनी को सौम्या की मां ने गोद लेलिया तब सोनी 12 साल की थी और सौम्या 10 साल की।

 

आगे कहानी में बहुत कुछ ऐसा है जो धीरे धीरे पता चलेगा।।

 

नोट:::अब से तेजस्वी को सौम्या बोलूगी

 

सौम्या ने मन में सोचा अभी कहानी पहुंची कहा है उसने अपने दिमाक पर जोर दिया तो पता चला की कल सोनी से सौम्या का ब्रेसलेट टूट गया था जो उसके दादा जी ने दिया था और गुसे में आकर सौम्या ने सोनी को थपड़ मारा था। जिसे देख कर सौम्या की मां ने सौम्या को थपड़ मारा और काफी भला बुरा कहा था यहां तक की उसके बड़े तीनो भाई ने भी। जिससे सौम्या खुद को काफी अकेला पाया और नीद की गोलियां खा ली थी। ये सब याद करते ही सौम्या के आखों में पानी आ गया उसने अपने मन में सोचा सौम्या को गलत रास्ते पर लेजाने का कारण सबसे बड़ा हाथ सौम्या के परिवार का है  अगर वक्त रहते उसे संभाल लेते तो शायद जो सौम्या के साथ हुवा ओ नहीं होता

 

ख़ैर जो भी हो अब इन्हें में बताऊंगी की तेजस्वी है क्या चीज अपप्प्स सॉरी सौम्या है क्या चीज।😈😈😈😈😈😈

 

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