ACP RUDRA - 3 in Hindi Thriller by rk bajpai books and stories PDF | एसीपी रुद्र - 3

Featured Books
Categories
Share

एसीपी रुद्र - 3

अगली सुबह रूद्र अपने ऑफिस आने के लिए तैयार होता है कार में बैठता है और ऑफिस आता है विकास और उसकी टीम पहले से ही वहां मौजूद होती है रुद्र सबसे मिलता है और अपने केबिन में जाकर दोनों फाइलों को पढ़ता है  और फिर  विकास को अपने ऑफिस के अंदर बुलाता है

रुद्र फाइल पढ़ते हुए - विकास पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई?

विकास- सर मैने डॉक्टर से बात की है कल तक रिपोर्ट आ जाएगी ।

दोनों बात कर रहे  होते हैं कि पूछताछ के लिए जिन-जिन लोगों को बुलाया गया था वह सभी लोग आ गए थे अब एक-एक करके रूद्र सभी से पूछताछ करता है रुद्र जहां पूछताछ के लिए बुलाता है उसे टेबल में दोनों लड़कियों की फोटो रखता है अब रूद्र एक-एक को बुलाता है सबसे पहले रूद्र प्रिंसिपल से पूछताछ करता है

अब रुद्र और प्रिंसिपल आमने-सामने बैठे हुए हैं रुद्र दोनों फोटो प्रिंसिपल को दिखाता है और पूछता है

रुद्र - तो आप है कॉलेज के प्रिंसिपल आपके कॉलेज में यह सब हुआ और आपको इसकी खबर तक नहीं

प्रिंसिपल - जी सर लेकिन सर मेरा इसके से कोई लेना-देना नहीं है मैं कॉलेज बंद होने के बाद रोज की तरह अपने टाइम से निकल ही रहा था

।।अब प्रिंसिपल एक फ्लैशबैक स्टोरी सुनाता है।।

प्रिंसिपल अपने केबिन को बंद करके जा ही रहा है कि उसने प्रोफेसर के केबिन का दरवाजा खुला देखा और वह अंदर जाता है देखता है कि प्रोफेसर डीके शर्मा किताब पढ़ रहे हैं

प्रिंसिपल केविन के अंदर जाता है और प्रोफेसर डीके शर्मा से हंसते हुए कहता है 

प्रिंसिपल - अरे शर्मा जी आज आप गए नहीं क्या यही रुकने का इरादा है 

प्रोफेसर भी हंसते हुए कहते है 

प्रोफेसर - अरे नहीं नहीं सर आज मेरी धर्मपत्नी अपने बहन और बच्चों के साथ घूमने गई हैं तो उसे आने में लेट हो जाएगा तो सोचा मैं भी यहां से देर से ही निकलू 

प्रिंसिपल- लगता है बीवी का डर है शर्मा जी

इतना कहकर दोनों तेज तेज हसने लगे 

                      वर्तमान समय

जहां रूद्र प्रिंसिपल से पूछताछ कर रहा है

प्रिंसिपल- सर मर्डर के 1 दिन पहले प्रोफेसर ही देर तक अपने ऑफिस में रुके थे शायद इसके बारे में उन्हें ही कुछ पता हो क्योंकि मैं तो उसके बाद अपने घर आ गया था

रुद्र - ठीक है आप जा सकते हैं कुछ याद आए तो बताइएगा और मुझे जरूरत पड़ी तो आपको फिर बुला लेंगे

प्रिंसिपल- जी बिल्कुल

अब प्रिंसिपल बाहर जाने लगते हैं और विकास भी उसी टाइम अंदर आता है

विकास रुद्र से - सर मैने प्रोफेसर के ऑफिस में जिस लड़की की लाश मिली थी उसके बारे में पता किया  उसका नाम अंजली है और उसकी लास्ट टाइम बात प्रोफेसर से हुई थी यही कोई रात के 10:00 बजे और सर उसके पहले एक किसी राहुल का नंबर है जिसकी सिर्फ और सिर्फ पिछले तीन दिन से इनकमिंग कॉल ही आई है और उसके बाद अंजली की बात प्रोफेसर से हुई थी और सर हो सकता है कि ये राहुल इस लड़की के पीछे पड़ा हो और इसे मार कर प्रोफेसर के ऑफिस में डाल गया हो ताकि प्रोफेसर के ही ऊपर सारा का सारा इल्जाम आ जाए 

रुद्र - वैसे ही राहुल है कौन

विकास - सर राहुल अंजली के साथ ही उसके क्लास में पढ़ता था 

रुद्र -मतलब राहुल प्रोफेसर और अंजली एक दूसरे को जानते थे और यह भी हो सकता है कि शायद तभी अंजली ने प्रोफेसर को इस राहुल की शिकायत के लिए कॉल किया हो 

विकास कॉल लिस्ट देखते हुए 

विकास - हो सकता है नहीं सर हो सकता था 

रुद्र अब और भी कंफ्यूजन में - what यह तुम क्या कर रहे हो 

विकास अब वो कॉल लिस्ट रूद्र को दिखाता है और कहता है कि 

विकास - सर हो सकता था कि राहुल की शिकायत के लिए अंजली ने प्रोफेसर को फोन किया हो अगर यह कॉल इनकमिंग ना होकर आउटगोइंग होती 

रुद्र अब चौक जाता है और कहता है

रुद्र - इसका मतलब प्रोफेसर; भला डीके शर्मा को इतनी रात में कॉल करने की क्या जरूरत? ऐसा करो प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाओ 

अब प्रोफेसर भी अंदर आता है विकास और रुद्र वहीं रहते हैं रूद्र प्रोफेसर से सवाल करता है 

रुद्र - हां तो प्रोफ़ेसर साहब इस घटना के एक दिन पहले कहां थे 

प्रोफेसर भी वही स्टोरी बताता है जो कुछ समय पहले प्रिंसिपल ने रूद्र को बताई थी

प्रोफेसर- सर मैं उसके एक दिन पहले वही कॉलेज में ही रुका था हालांकि प्रिंसिपल जी से मेरी बात हुई थी वह कॉलेज बंद होते ही चले गए थे और मैं देर रात तक गया था क्योंकि मेरे घर पर कोई नहीं था 

रुद्र-  वैसे कितने बजे तक गए थे आप

प्रोफेसर- सर मैं तकरीबन 9:00 बजे के आसपास अपना केबिन बंद करके चला गया था 

यह सब बात प्रोफेसर डर डर के बताता है जिससे रुद्र और विकास को शक होने लगता है लेकिन फिर भी रुद्र उन्हें जाने को बोल देता है

इंस्पेक्टर विकास - सर आपने इसको जाने को क्यों बोल दिया आप देख रहे थे ना कि वह कितना डरा हुआ था 

रुद्र - हां मैंने देखा लेकिन बिना पोस्टमार्टम के हम कैसे प्रूफ करेंगे कि यह मर्डर है या सुसाइड और ऐसे तो बस पूछताछ कर सकते हैं रिपोर्ट आने दो फिर मैं इन सबको बताता हूं तुम जब तक उस राहुल के बारे में पता करो और उसको कल यहां पर बुलाओ 

विकास- हां सर आपके कहने से पहले ही मैंने सब इंस्पेक्टर विपिन और भोला को उसके घर भेज दिया है

रुद्र- हां good अच्छा चलो रात भी हो रही है कल रिपोर्ट आने के बाद सबको फिर से बुलाते हैं और जांच पड़ताल करते हैं 

विकास - ठीक है सर जय हिंद सर क्या मैं आपके घर ड्रॉप कर दूं 

रुद्र - अरे नहीं नहीं मेरे पास कार है और वैसे भी मैं यहीं पर रुकूंगा तुम जाओ मैं तब तक यही कुछ पता लगाता हूं मैने नौकरी नहीं छोड़ी भले ही सस्पेंड हूं लेकिन मेरे लिए आज भी मेरी ड्यूटी पहले है 

विकास - मैं जानता हूं सर

विकास जाने ही लगता है कि वह रुद्र के चेहरे पर उदासी देखता है और उनसे कहता है

विकास - सर आप अभी भी उस बच्चे के बारे में सोच रहे है न लेकिन आप कब तक उस बच्चे के लिए अपने आप को दोषी मानेंगे 

रुद्र - जब तक मैं उसे बच्चे की मां को इंसाफ और उस बच्चे के कातिल को ढूंढ नहीं लेता तब तक मुझे नींद नहीं आने वाली खैर छोड़ो; ठीक है फिर तुम निकलो मैं भी काम कर लूं

विकास- ओके सर 

इतना बोलकर विकास भी बाहर आ जाता है और बाहर आकर हवलदार भोला को फोन करता है