द ओल्डेस्ट लिविंग लीजेंड ऑफ़ बॉलीवुड
अगर द ओल्डेस्ट लिविंग लीजेंड ऑफ़ बॉलीवुड की बात की जाए तो निश्चित रूप से अभिनेत्री कामिनी कौशल का नाम सर्वोपरि होगा . हालांकि आजकल की युवा पीढ़ी को शायद कामिनी कौशल के कौशल का पता नहीं होगा . कामिनी कौशल का जन्म 24 फ़रवरी 1927 को लाहौर , पंजाब ( तत्कालीन ब्रिटिश इंडिया अब पाकिस्तान में ) में हुआ था . बॉलीवुड में कामिनी कौशल नाम से प्रसिद्ध इस अभिनेत्री का नाम उमा कश्यप है . 97 + वर्ष की उम्र में भी वे एक्टिव हैं . बॉलीवुड में 1946 में तत्कालीन ख्यातिप्राप्त फिल्म ‘ नीचा नगर ‘ से उनका करियर शुरू हुआ और 2022 की फिल्म ‘ लाल सिंह चड्ढा ‘ तक उन्होंने अभिनय किया है . 1946 से ले कर 1963 तक वे अनेकों तत्कालीन मशहूर अभिनेताओं के साथ लीड रोल में रहीं हैं .
प्रारम्भिक जीवन - कामिनी के पिता श्री राम कश्यप लाहौर में बॉटनी के प्रोफेसर थे . स्वयं कामिनी ने इंग्लिश ऑनर्स से स्नातक किया है . उनके अनुसार उनका फिल्मों में आने का कोई इरादा नहीं था . उन्हें तैराकी , घुड़सवारी , स्केटिंग आदि का शौक था . शुरू में उन्होंने आकाशवाणी में काम किया जिसके लिए उन्हें दस रुपये मिले थे . 1942 से 1945 तक कॉलेज के ज़माने उन्होंने स्टेज एक्ट्रेस का काम किया
फ़िल्मी सफर - 1946 में चेतन आनंद ने अपनी फिल्म “ नीचा नगर “ में कामिनी कौशल को लीड रोल दिया और इसी पहली डेब्यू फिल्म से वे बहुत प्रसिद्ध हुईं . इस फिल्म के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है . उस समय उनकी शादी नहीं हुई थी .
उनकी बड़ी बहन की दो बेटियां थीं पर उनकी मृत्यु एक दुर्घटना में हो गयी . इसके चलते अचानक उनकी शादी अपनी बहन के पति बी एस सूद , चीफ इंजीनियर बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट , से हुई . शादी के बाद भी लगभग दो दशक तक तत्कालीन स्टार्स दिलीप कुमार , अशोक कुमार , देव आनंद , राज कपूर , अभी भट्टाचार्य और राजकुमार के साथ बतौर नायिका काम किया है . दिलीप कुमार के साथ उनकी जोड़ी - शहीद ( 1948 ) , पगड़ी और नदिया के पार , शबनम ( तीनों 1949 फिल्म ) और आरजू ( 1950 ) में काफी हिट रही है . बॉलीवुड में शादीशुदा एक्ट्रेस के साथ बहुत कम ऐसा सफल करियर देखने को मिलता है . कहा जाता है कि एक इंटरव्यू में स्वयं दिलीप कुमार ने कहा था कि वह उनका पहला प्यार थीं हालांकि कामिनी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था .
1948 में पहली बार फिल्म “ ज़िद्दी “ में उन्होंने सदाबहार एक्टर देव आनंद के साथ काम किया . उनके अनुसार लता मंगेशकर को पहली बार किसी हीरोइन के लिए गाने का अवसर मिला था . इसके पहले लता सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए गाया करती थीं . इसी फिल्म में लता और किशोर कुमार ने पहली बार डुएट गाया था .
1963 तक उनकी अन्य मुख्य फ़िल्में रही हैं - दो भाई , पारस , नमूना , आबरू , झंजार , बिराज बहू , बड़े सरकार , जेलर , चालीस बाबा एक चोर ,आस ,आंसू , नाईट क्लब , गोदान . इसके बाद सपोर्टिंग एक्ट्रेस के रूप में कामिनी कौशल ने राजेश खन्ना , संजीव कुमार , और मनोज कुमार के साथ अनेकों फिल्मों में काम किया है और लगभग ये सभी फ़िल्में हिट रही हैं .1965 में पहली बार फिल्म ‘ शहीद ‘ में मनोज कुमार के साथ सपोर्टिंग रोल में आयीं . इसके बाद भी 2022 तक वे फिल्मों में काम करती रहीं हैं - चेन्नई एक्सप्रेस ( 2013 ) , कबीर सिंह ( 2019 ) और लाल सिंह चड्डा ( 2022 ) .
कामिनी ने 111 फिल्मों में काम किया है . 1977 की मल्टीस्टारर मूवी ‘ ज्ञानीजी ‘ में कामिनी ने एक गाना भी गाया है . फिल्मों के अतिरिक्त टीवी में भी उन्होंने काम किया है - दूरदर्शन पर ‘ चाँद सितारे ‘ और 1989 से 19 91 में बच्चों के लिए लोकप्रिय पपेट शो लेकर आयीं . 1986 में उन्होंने एक एनिमेशन फिल्म ‘ मेरी परी ‘ भी बनाया है .
उन्होंने स्टार प्लस पर लोकप्रिय सीरियल “ शन्नो की शादी “ और “ वक़्त की रफ़्तार “ टीवी सीरियल ( दूरदर्शन नेशनल ) में भी काम किया है .
उन्होंने 1984 में ब्रिटिश टीवी सीरियल “ द ज्वेल इन द क्राउन ‘ में भी काम किया है . इसके अतिरिक्त उन्होंने बच्चों के लिए ‘ पराग ‘ पत्रिका में कहानी / लेख भी लिखा है .
पुरस्कार - कामिनी कौशल को देश विदेश में अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है -
1946 - फिल्म नीचा नगर Palme d ‘ Or ( Golden Palm ) , कान्स फ्रांस
1956 - फिल्म बिराज बहू बेस्ट एक्ट्रेस फिल्मफेयर अवार्ड
1964 - फिल्म शहीद BFJA बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवार्ड
2011 - कलाकार अवार्ड - लाइफ टाइम अचीवमेंट
2013 - कल्पना चावला एक्सीलेंस अवार्ड
2015 - फिल्मफेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
2015 - BBC's 100 वीमेन अवार्ड
2020 - फिल्म कबीर सिंह बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस स्क्रीन अवार्ड
उनकी लम्बी उम्र की कामना करते हुए उनसे और फ़िल्में व पुरस्कार की आशा की जा सकती है .
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