स्वाति ये सुनते ही कहती है; दरहसल बात ये हैं कि .. में मेरी फ्रेंड के कमरे से बाहर निकल गई! ओर में पार्टी हॉल में आकर एक साइड खड़ी हो गई थी! क्योंकि में वह पर किसी को नहीं जानती थी! लेकिन में देखती हु कि एक लड़का मेरी ओर ही बढ़ रहा था! वो अच्छे घर का ही लग रहा था! ये देख कर में भी उनके सामने देख मुस्कुरा देती हु! वो आकर मुझे कहता है: कैसी हो??
स्वाति: में ठीक हु!
वो लड़का अपना हाथ स्वाति को देते हुए कहता है: hi मेरा नाम मानव!
स्वाति उसके सामने मुस्कुराकर कहती है: मेरा नाम स्वाति!
मानव: यह पर अकेले हो??
स्वाति: नहीं .. मेरी एक फ्रेंड है!
मानव: अच्छा कौन??
स्वाति: अश्विनी..
मानव: तो फिर वो कहा पर है ??
स्वाति ये सुनते ही सिर झुका देती है! ओर कहती है: शायद वो अपने दोस्त के साथ होगी!
मानव: कोई बात नहीं में हु न! तुम मेरे साथ एंजॉय कर सकती हो.. में तुम्हे आज एकल फील नहीं होने दूंगा! मानव ये कहते हुए मुस्कुराने लगता है!
स्वाति भी हा में सिर हिला कर हा में कह देती है!
मानव: क्या पीना चाहोगी??
स्वाति: कुछ नहीं!
मानव: ऐसा नहीं करता: कहो न! क्या पीना पसंद करोगी??
स्वाति: ornage juice 🥤
मानव: ठीक है! में लेकर आता हूं वो इतना कह कर जूस काउंटर पर चले जले जाता है! स्वाति उसके सामने देख रही थी! वो भी उसकी ओर देख कर मुस्कुरा रहा था! वो स्वाति के पास आते हुए उसे ऑरेंज जूस दे देता है! मानव पर भरोसा करके वो पी तो लेती है!लेकिन उसे अच्छा नहीं लगता उसे उल्टी जैसा महसूस हो रहा था! इसलिए वो कहती है: excusme
मानव: क्या हुआ??
स्वाति: कुछ नहीं उल्टी जैसा हो रहा है! वो इतना कह कर आगे बढ़ती है!
मानव: रुको में भी आता हु! अचानक क्या हो गया??
स्वाति के साथ वो उसे एक कमरे के बाथरूम में ला देता है! उसके आते ही वो कमरे का दरवाजा बंद कर देता है! ओर स्वाति की ओर देखने लगता है!
स्वाति जब बाथरूम से बाहर आती है! तो देखती है! कमरे का दरवाजा बंद ओर मानव अपनी शर्त उतार रहा था! ये देख कर में घबरा गई! मेने कहा ये क्या कर रहे हो! वो मुझे देख कर स्माइल करने लगता है! ओर कहता है; कहा था न आज एंजॉय कराऊंगा! तो देखो .. में आज एंजॉय कर रहा हु!
ओर तुम्हे भी कराऊंगा! ये सुनकर में भाग ने की कोशिश करती हु! लेकिन मानव के हाथो ने मुझे बहुत ही जोर से जकड़ लिया था! में चिल्लाने लगती हु! मुझे कोई बचाओ! लेकिन लाउडस्पीकर की वजह से कोई सुन ही नहीं पा रहा था! तभी मेरी नजर बाजू में रखे हुए वास पर जाति है! मानव मेरे ऊपर आकर अभी मेरे कपड़े .. 😞 उसे पहले ही मैने उसके फेस ऊपर फ्लावरपॉट मार दिया! जिसे उसको दर्द होता है! ओर वो नीचे गिर जाता है! में मौका पाकर बचने के लिए दरवाजा खोल रही थी! लेकिन वो दरवाजा बाहर से बंध था! शायद मानव के साथीदार ने किया होगा!
आदित्य उसकी बात बड़े ही गोर से सुन रहा होता है!
मानव दर्द से चिल्ला रहा था! तभी मेने दरवाजे पर हाथ मर देती हु! ओर उसे मारते हुए मानव की ओर भी देखती हु! बाद में कोई था! जिसने दरवाजा खोला! ओर में जल्दी से बाहर आकर उसे टकरा जाती हु! ओर थैंक यू बोलते हुए चली जाति हु! मुझे नहीं पता है! वो आदमी कौन था! लेकिन वो मेरे लगे मसीहा बन कर आया था! ..
तबसे मुझे लग रहा है! मानव के आदमी मुझे ढूंढ रहे है! एक बार मार्केट में भी यही हादसा हो चुका है!
आदित्य: तुम एक आदमी से टकरा गई थी! ओर वो पार्टी कौनसी थी??
स्वाति: वो एक new year पार्टी थी!
आदित्य: कहा पर??
स्वाति: the blue moon hotel!
आदित्य: क्या उस आदमी ने एक जैकेट पहनी हुई थी! ब्ल्यू कलर की!
स्वाति: वो याद नहीं लेकिन हा ब्ल्यू कलर याद है! जिसने मुझे बचाया है! में केसे भूल सकती हु! तभी उसे कुछ दिमाग में चमकता है! ओर हैरानी भरी नजरों से आदित्य की ओर देखने लगती 😳
आदित्य जो स्वाति का फेस देख कर हसने लगता है!
स्वाति: तो उस वक्त आप ही थे??
आदित्य उसकी बातो का जवाब न देकर वो कार के ब्रेक वायर को ठीक करने लगता है!
स्वाति: सच में सर वो आप थे जो मेरे लिए मसीहा बन कर आए थे??
आदित्य: अब वही समझ लो!
ये सुनते ही स्वाति कार को ठीक कर रहे आदित्य की ओर लगातार देखने लगती है!
नसीब हमे हमारे हमसफर से मिलवा देती है!
चाहे वो कही पर भी क्यों न हो!
To be continued 💫 🦋 💙