आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं हम एक नया उपन्यास जिसका नाम है तीन दोस्त यह कहानी तीन दोस्तों कहानी पर आधारित है जो बचपन में एक साथ खेलते हैं हंसते हैं उठा के लगते हैं लेकिन किसी कारणवशु एक दूसरे से बिछड़ जाते हैं और फिर कभी मिल नहीं पाते। अब देखना यह की बहुत समय बाद जब दूसरे से मिलते हैं तो क्या एक दूसरे को पहचान पाएंगे कहानी के मुख्य पात्र आपको कहानी के पहले भाग में ही पता चलेंगे। लेकिन एक बात तो सब जानते हैं दोस्त तुम्हारे किसी के होते हैं आपके भी है मेरे भी है और शायद होंगे भी लेकिन असली दोस्ती वही दोस्ती है जो किसी के काम आए जो वक्त पढ़ने पर दूसरे के काम आए वही दोस्त हो सकता है अन्यथा दोस्ती तो सब करते हैं लेकिन उसे निभाने क का पर्यटन कोई महान आदमी ही कर सकता है कोई महान आदमी ही दोस्ती निभा सकता है एक उदाहरण तो आपने सुना ही होगा भगवान कृष्ण और सुदामा की दोस्ती इस तरह कोई महान व्यक्ति ही दोस्ती निभा सकता है साधारण व्यक्ति दोस्ती कर सकता है लेकिन निभाने के बारे में नहीं सोच सकता हमारी कहानी ऐसी ही दोस्ती पर आधारित है जो आपके अंदर एक नया उत्साह पैदा कर देगी और होना भी चाहिए आपके अंदर उत्साह होगा तभी हमने लिखने की हिम्मत होगी और हम लिख पाएंगे।
हम पूरी कोशिश करेंगे इस उपन्यास को बेहतर से बेहतर बनाने की बाकी सब आप पर निर्भर है कोशिश होगी कि पहला भाग बेहतर रहेगी कहानी पूर्णतया काल्पनिक है लेकिन इसके अंदर जो भावनाएं हैं वह सत्य की है वह एक मानव आदर्श की है कि अगर आप दोस्ती करते हैं तो उसे निभाने की हिम्मत करें अन्यथा दोस्ती का कोई मतलब नहीं है कुछ लोगों के मन में सवाल होगा कहानी का शीर्षक तीन दोस्ती क्यों क्योंकि यह कहानी आधारित थी तीन दोस्तों पर है तीन दोस्त जो बचपन में बढ़ जाते हैं और जब मिलते हैं तब क्या होता है यही में कहानी का आधार है क्या वह एक दूसरे को पहचान पाते हैं और पहचानते हैं तो वह एक दूसरे के साथ क्या करते हैं क्या उनकी दोस्ती में वैसा रंग दिखता है जैसा बचपन का थाकहानी के पात्रों के नाम तो आपको कहानी के पहले भाग में ही पता चलेंगे कहानी का पहला भाग बनाने की बजाय कहानी का पहला ट्रेलर बनाना हमने ज्यादा बेहतर समझा क्योंकि कुछ विशेष बातें जो इसके बारे में बता दी जाए तो ज्यादा बेहतर है हमारा पूरा विश्वास है कि यह कहानी आपको आनंद देगी आपके अंदर ए अगर कहीं कोई भी गलती हो तो उसके लिए हम क्षमा के प्रार्थी होंगे हमें भी उठ चुका है आपको भी हो सकता है की कहानी का पहला भाग कैसा होगा पहला भाग हम कल प्रकाशित करने वाले वाले हैंकहानी ऐसी ऐसी पेश की जाती है जिसमें एक दोस्त अंधा होता है एक दोस्त लंगड़ा होता है और एक कुछ और होता है लेकिन इस कहानी में ऐसा कुछ भी नहीं है तीनों दोस्त बेहतर हैं लेकिन मौजूदा हालात के भजन से एक दूसरे से बिछड़ना पड़ता है हमको भी इंतजार है आपको भी इंतजार है कहानी के पहले भाग का