My Wife is Student ? - 14 in Hindi Love Stories by zarna parmar books and stories PDF | My Wife is Student ? - 14

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My Wife is Student ? - 14

आदित्य जब स्वाति को ये सीसीटीवी फुटेज दिखाता हैं! तो स्वाति पूरी तरह से हैरान परेशान हो जाति हैं! उसकी आंखे बड़ी बड़ी हो जाति है! ओर उसके चेहरे पर पसीने की लकीरें छा जाती है! 


आदित्य: क्या हुआ?? ये तुम नई हो?? 

स्वाति  कुछ बोलने की हालत में ही नहीं थी! वो अपनी हकलाती हुई आवाज में कहती हैं: नहीं ... मतलब हां ..


आदित्य: क्या??? हा या ना??? 

स्वाति अपने आंखे बंध करते हुए गहरी सांस लेते हुए कहती हैं: जी हा! में ही हु ... 

आदित्य ये सुनते ही मुस्कुराने लगता है! ओर वो कहता हैं: ऐसा क्यों किया?? उसकी आंखो में तेज गुस्सा दिखाई दे रहा था! 

स्वाति घबराते हुए आवाज में कहती हैं: क्योंकि मुझे आप से शिकायत है!आप ने उस दिन मुझे खड़े रहने के लिए कहा.. क्लास में आने ही नहीं  दिया! ओर निया को आसानी से अपने अंडर आने के लिए कहा! 


आदित्य: हा तो क्या हुआ?? मेरा मन होगा.. में तब वो करूंगा! ओर कोई कंप्लेन हैं?? 

स्वाति: आप ने मुझे प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए कहा.. लेकिन आपने तो ... वो इतना कहती उसे पहले ही आदित्य अपने हाथ के इशारे से उसे बोलते हुए रोक लेता हैं.. ओर वो कहता हैं: बस।। ये सब तुमने किया .. उसका मेरे पास दो दो सुबूत हैं... 


स्वाति लगातार आदित्य की तरफ देख रही थी! आदित्य आगे बोलते  हुए उसे अपना फोन दिखा देता है ।।। जिसमें स्वाति ने अभी अभी ही कबूल किया था कि हा ये सब उसने ही किया हैं.. ये सुन कर स्वाति अब पहले से भी ज्यादा परेशान हो जाति है! 


स्वाति को परेशानी में देखते हुए आदित्य स्माइल करने लगता है!आदित्य कहता हैं: सोचो अगर ये फुटेज पूरी कॉलेज के सामने आ जाए?? क्या होगा???? 


ये बात सुनकर स्वाति अपने ख्यालों में चली जाति हैं.. तभी आदित्य चुटकी बजाते हुए कहता hain: अभी मेने कहा नहीं हैं.. फिकर मत करो ...


स्वाति हड़बड़ी में कहती है: नहीं नहीं ऐसा मत करिए ..... अच्छा आप मुझे माफ कर दीजिए .. में आप से माफी मांगती हु .. प्लीज आप मुझे माफ कर दीजिए .... वो अपने मन ही मन में कहती है : अगर इसी बात का पता चाचा को लगा तो वो तो पहले से ही मेरे खिलाफ है! ओर वापस से ओर हो जाएंगे .. ओर मम्मी को सब के सामने झुकना पड़ेगा वो तो अलग ....


आदित्य ये सुनते ही कहता हैं: अच्छा चलो तुम्हारी बात सुनकर ये फुटेज में किसी को नई दिखाऊंगा!

ये सुनते ही स्वाति  खुश हो जाति है! तभी स्वाति आगे आदित्य की आवाज सुनती hain! 

आदित्य: लेकिन तुम्हे मेरा काम करना होगा!

स्वाति: केसा काम??? 

आदित्य: जब जब में कहूं तब तब तुम्हे मेरे काम करने के लिए हाजिर होनी चाहिए ! क्या तुम्हे मंजूर हैं???? 


स्वाति: लेकिन केसे काम??? 

आदित्य: वो तुम्हे जल्द ही पता चल जाएगा! तुम सिर्फ हा ओर ना में कहो! 

स्वाति: ठीक हैं! मुझे मंजूर है! (उदासी भरी आवाज में कहती हैं) 

आदित्य; ठीक है! तो अभी तुम जा सकती हो! 

स्वाति ये सुनते ही एक बार आदित्य की ओर देखती है! ओर बाहर चली जाति है! उसके जाने के बाद आदित्य गहरी सांस लेता हैं और कहता है: अब आएगा मजा.. इस गलती की तुम्हे ऐसी सजा मिलेगी जो तुमने कभी सोचा नहीं होगा! वो इतना कह कर स्माइल कर देता हैं... 


 इधर ...स्वाति के बाहर आते ही स्वाति अपने आप से ही गुस्से में बात करते हुए कहती हैं: आखिर क्या जरूरत थी ऐसी हरकत करने की! करी तो सही लेकिन एक्सेप्ट क्यों किया?? अब तो में बहुत ही बुरी तरह फंस है हु! में क्या करू??? वो चिढ़ते हुए अपने हाथो से बालों में हाथ फिरते हुए कहती हैं..... 


वो अपने ही धुन में चल रही थी! उसको ये अंदाजा ही नहीं रहा कि कब वो अमन से टकरा गई! अमन को अपने सामने देखते हुए वो थोड़ी स्माइल कर देती है! ओर कहती हैं: i am really sorry. मुझे ये नई पता था कि आप सामने से आ रहे थे,n वरना.. vo हड़बड़ी में ओर घबराहट भरी आवाज से कहती है! 


अमन उसको देखते हुए कहता है: बस बस . इतना कुछ हुआ नहीं! तुम शांत हो जाऊ... वो इतना कह कर उसे smile कर देता है! 


स्वत उसे देख कर स्माइल कर देती है.. ओर अपने मन ही मन में कहती हैं: एक ये हैं! जिनके फेस पर हमेशा शांति होती है! ओर एक वो हैं! जिनके फेस पर हमेशा मुझे गुस्सा ही दिखाए देता है! कितना फरक है! ये दोनो भाई में .... तभी अमन उसके आंखो से सामन हाथ हिलाते हुए कहता हैं: तुम कहा पर खो गई??? 

।स्वाति अपने होश और आवाज में आती है! ओर कहती है: अरे कुछ नहीं . 

ठीक हैं.. वो इतना कह कर वहा से खड़े होते हुए चला जाता है! 


स्वाति भी वहा से क्लास में ही चली जाती है.... 

कॉलेज के खत्म होते ही! मानुषी और माया दोनो ही देख पा रहे थे स्वाति कुछ परेशानी में है! माया: क्या हुआ स्वाति?? 

स्वाति अपने होश में नई थी! वो आज जो हुआ उसके बारे में सोचते हुए चल रही थी! 

ये देख कर माया और मानुषी दोनो एक दूसरे के सामने देखने लगते है! माया मानुषी को इशारा कर देती है! जिसे मानुषी उसके कंधे पर हाथ रख देती है! उसके हाथ रखते ही स्वाति घबरा हुए कहती है: नहीं नहीं आप को कहेंगे में वो करुंगी

माया और मानुषी ये सुनकर  ही एक दूसरे के सामने देखने लगते है! 


To be continued 💫 🦋 💙