Momal :Diary ki gahrai - 30 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 30

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मोमल : डायरी की गहराई - 30

पिछले भाग में हम ने देखा कि मोमल को तलाश करते हुए अब्राहम को एक आठ साल का अनाथ बच्चा मिला जिसका नाम फीलिक्स था। इसके बाद उसने मार्को को अच्छी तरह पीट दिया था लेकिन मोमल ने उसके सर पर रॉड मार मार कर उसका कचूमर बना दिया। उसने उसकी लाश को नदी के फेंक दिया और खुद भी कूद गई, ये सब उस पर हावी निक्कू कर रहा था। उसे पानी में जाते देख अब्राहम भी बेझिझक नदी में कूद पड़ा। 

अब आगे :__
छोटा सा फीलिक्स वहां ये सब तमाशा देख कर दहशत में था। वो कार पर हाथ रखे सहमा हुआ अब्राहम के पानी से बाहर आने का इंतज़ार कर रहा था। 
इस खौफनाक घड़ी में पानी में चांद की चमकती हुई परछाई दिल वा दिमाग को विचलित कर रही थी। 
कुछ पल बाद अब्राहम मोमल को गोद में उठाए हुए पानी से बाहर आता दिखा। वो किसी तरह चल कर किनारे पर आया और बेहोश हुई मोमल को ज़मीन पर लिटाया। बे सबरी से उसे उठाने लगा :" मोमो!... मोमो उठो, मोमो आखें खोलो।"

मोमल ने आंखें खोली और अपने आंखो के सामने अब्राहम को पा कर उसके गले लग गई और बहुत रोई, उन दोनों ने अभी चैन की सांस भी नही ली थी के वहां तेज़ लाल सी रौशनी फैल गई, रौशनी देखते ही अब्राहम ने इधर उधर देखा तो पता चला के उनकी कार में आग लग गई है और फीलिक्स घबराया हुआ जलते हुए कार के पास ही खड़ा कार को देख रहा है। 
अब्राहम दौड़ कर आया और फीलिक्स को उठा कर कार से दूर भागा। इतने में कार ब्लास्ट हो गई, मोमल कमज़ोर सी धीरे धीरे उठी और उन दोनों के पास जा कर खड़ी हुई, उसने जलते हुए कार को देख कर कहा :" अब ये क्या है? ये आपकी कार है ना?

फिलिक्स मोमल से घबराया हुआ था। मोमल को देख कर उसे उसकी वो खूंखार हरकत याद आ रही थी जब वो वहशी की तरह मार्को को रॉड से मार रही थी। बच्चे को लग रहा था के यही वो औरत है जिसने अभी अभी बेरहमी से एक खून किया है। उसे ये नही मालूम था के उस पर कोई आत्मा हावी थी। 

अब्राहम ने फीलिक्स को गोद से उतार कर ज़मीन पर रखते हुए कहा :" तुम ठीक हो ना? 

फिलिक्स डरा हुआ बोला :" हां "

मोमल ने अपनी आंखों पर हाथ फेर कर आंसू साफ किए और कहा :" मिस्टर वाइल्ड! ये बच्चा कौन है? 

अब्राहम ने थके हुए लहज़े में कहा :" मैं तुम्हे बाद में बताऊंगा ! पहले हमे हॉस्पिटल जाना होगा! मैं डैनी को कॉल करता हूं।"

ये कह कर उसने जेब में से मोबाइल निकाला। मोबाइल देख कर मोमल ने कहा :" मोबाइल तो भीग गया है! ये तो बंद हो गया होगा ना!"

अब्राहम ने कॉल लगाते हुए कहा :" ये वॉटरप्रूफ मोबाइल है!.... हैलो डैनी! यार हम ज़िंदा तो बच गए है लेकिन बड़ी मुसीबत में फंसे हुए हैं! मेरी कार भी एक्सप्लोड हो गई है। मैं तुझे लोकेशन भेज रहा हूं जल्दी आ जा प्लीज़। मोमल की हालत ठीक नहीं है, उसे हॉस्पिटल ले जाना है।"

डेनियल ताज्जुब से बोला :" कार एक्सप्लोड हो गई है? लेकिन हुआ क्या है तुम लोगो के साथ? कार कैसे एक्सप्लॉड हो गई?

अब्राहम ने सर पकड़ कर कहा :" पता नही यार अब ये कैसे हो गया! कार तो एक साल पहले ही लिया था। अभी नई ही थी। तुम आ जाओ पहले फिर बात करते हैं।"

डेनियल :" हां हां मैं आ रहा हूं।"
जब तक अब्राहम डेनियल से बात कर रहा था तब तक फीलिक्स मोमल को खौफ खाए नज़रों से एक टूक देख रहा था। 
मोमल और अब्राहम दोनों ही ज़ख्मी थे। मोमल ने फीलिक्स के सर पर हाथ फेरना चाहा लेकिन फीलिक्स उस से डर कर अब्राहम के पीछे छुपने लगा। 
मोमल ने सोचा शायद शर्मिला बच्चा है।
कुछ देर तक वोही थके मांदे वे ज़मीन पर बैठे डेनियल के आने का इंतज़ार करते रहे, गाड़ी के जलने की बदबू बड़ी तेज़ थी। फज़ा धुवां धुवां सा हो रहा था। 
अब्राहम अपनी महंगी गाड़ी को जलते हुए बेबसी से देख रहा था। 
फिलिक्स उसकी ओर मासूम आंखों से देख रहा था जैसे कुछ कहना चाहता हो लेकिन कहने की हिम्मत जुटा नही पा रहा हो। उसके खामोश चहरे पर बहुत कुछ दिखता था। मोमल बस उसे ही देख रही थी और सोच रही थी के आखिर इस बच्चे की कहानी क्या होगी। अब्राहम को ये कहां मिला होगा। 
सभी के मन में कुछ न कुछ बाते चल रही थी। हॉर्न बजाते हुए डेनियल आ पहुंचा। वो जीप लेकर आया। 
अपनी गाड़ी से उतरते ही अब्राहम की जलती कार को हैरत में देखते हुए कहा :" अरे बाप रे!.... सत्यानास हो गया। और तुम लोग यहां कैसे ?

अब्राहम ने कहा :" रास्ते में बताता हूं! फिलहाल हमे हॉस्पिटल की ज़रूरत है।.... चलो आ जाओ फीलिक्स!"

सभी जीप में बैठे, फीलिक्स ने बैक सीट पर मोमल के साथ बैठने से इंकार कर दिया और अब्राहम का हाथ पकड़ कर बोला :" मुझे इन से डर लग रहा है!.... ये डरावनी है।

अब्राहम समझ गया के इस बच्चे ने मोमल का वो खूंखार रूप देख लिया और इस लिए डर गया है। 
अब्राहम ने उसे प्यार से समझाया :" बेटा ये मेरी पत्नी है! और ये बहुत अच्छी हैं। जो तुम ने उस समय देखा था वो ये नही थी इसके अंदर एक स्प्रिट ने वो सब किया!.... तुम्हे शायद अभी समझ नहीं आयेगा लेकिन तुम खुद समझ जाओगे के ये बहुत अच्छी है!"

मोमल ने उसका हाथ पकड़ा और प्यार से कहा :" मैं डरावनी नही हूं बेटा!... डरो मत और मेरे पास बैठो!"
फिलिक्स ने एक बार अब्राहम की ओर देखा जैसे उस से इजाज़त ले रहा हो। अब्राहम ने उसे बैठने का इशारा किया। तब जाके वो मोमल के बगल में बैठा। 

रास्ते में अब्राहम ने डेनियल को सारी बात बताई, ये सब सून कर डेनियल के रोंगटे खड़े हो रहे थे। उसने सारी बातें सुनने के बाद कहा :" क्या निक्कू की आत्मा अभी भी यहीं हैं? 

अब्राहम ने चैन की सांस लेते हुए कहा :" नहीं अब वो आज़ाद हो गया होगा! क्यों के उसने मार्को से अपना बदला ले लिया और उसे उसी तरह नदी में फेंका जिस तरह उसने उसकी लाश को फेंका था। वो मोमल को भी ले जाना चाहता था। अगर मैं ने उसे सही समय पर पानी से न निकाला होता तो मोमो की जान खतरे में पड़ सकती थी। Thanks to Felix, इसकी मदद से मैं सही जगह पहुंच पाया।"

डेनियल ने शक करते हुए कहा :" चलो ये सब तो सॉल्व हो गया लेकिन कार का एक्सप्लोजन मुझे कुछ अजीब लग रहा है! तुम्हारी कार तो महंगी थी और अच्छी भली खड़ी कार में अचानक कैसे आग लग गई? क्या ये अजीब नही है?

अब्राहम :" हां अजीब तो है! पता नही जो भी हो हमारी ज़िंदगी से मार्को और निक्कू चला गया इस बात से मैं खुश हूं।"

बातें करते हुए वे सब हॉस्पिटल पहुंचे। अब्राहम और मोमल दोनों ही पहले से ज़ख्मी थे। जब तक उनका इलाज चला तब तक उसने डेनियल से कह कर खाना मंगवाया और फीलिक्स को खिलाया। 
अब्राहम ने अपने बड़े भाई को कॉल कर के एक कार भेजवा देने को कहा। 
भाई ने तुरंत ड्राइवर को कार ले कर जाने के लिए कह दिया। 
कुछ देर में ड्राइवर आया और कार की चाबी अब्राहम को दे कर चला गया।
क़रीब आधी रात गुज़र चुकी थी। डेनियल ने अब्राहम से इजाज़त ली और अपने घर चला गया। 
फिलिक्स खाना खा कर आराम से हॉस्पिटल के बेड में सो गया था। पास के बेड पर मोमल लेटी हुई थी। उसके पास अब्राहम बैठा था। मोमल ने फीलिक्स को देखते हुए कहा :" कौन है ये बच्चा ? इसे देख कर मुझे इतनी दया क्यों आ रही है!"

अब्राहम  :" ये मुझे एक अजीब सी जगह में अकेला मिला! इसके मां बाप की जल कर मौत हो गई थी अब इसका कोई नही है!... मैं इसे वहां अकेले नहीं छोड़ पाया। इसने ही बताया के तुम नदी की तरफ गई हो।"

मोमल मुस्कुरा कर बोली :" क्या अब हम इसे भी एडॉप्ट करेंगे?
अब्राहम मुस्कुरा कर :" हां शायद !"

मोमल :" आपको पता है! बचपन में मैं जब भी किसी अनाथ बच्चे को देखती थी, किसी को भीख मांगते हुए तो किसी को मजदूरी करते हुए, कोई ढाबों में बर्तन भी धोते हुए दिखता था तब मैं ये सोचती थी के जब मैं बड़ी हो जाऊंगी तो इन जैसे बच्चों के लिए एक अनाथ आश्रम बनाऊंगी और उनको एक अच्छी ज़िंदगी देने की कोशिश करूंगी! और इस तरह मैं सब की अम्मा बन जाऊंगी!... लगता है ईश्वर ने मेरी वो बचपन की विश पूरी कर दी है।"

अब्राहम ने झुक कर उसके सर को चूमा फिर गालों को छूते हुए कहा :" ज़रा देखो तो! खुद बच्ची थी और बच्चों की अम्मा बनने की सोच रही थी। अब देखो अभी तुम्हारे कोख से बच्चे पैदा नही हुए और तुम पहले ही मां बन गई हो!... फिलिक्स और लूना के अलावा अगर तुम चाहो तो तुम अपने कोख से भी जन्म दे सकती हो! हम चार पांच बच्चों की परवरिश तो आराम से कर ही सकते हैं।"

मोमल आंखे बड़ी कर के :" चार पांच!... आप ज़्यादा नही सोच रहे हैं! अगर मैं ने जन्म दिया भी तो एक को ही दूंगी।"
अब्राहम हंस पड़ा।

दोनों बाते करते करते सो गए, कई दिनों बाद आज चैन की नींद नसीब हुई थी। 

एक बिस्तर में फीलिक्स सो रहा था एक में मोमल और अब्राहम। 
सन्नाटा छाया था उसी सन्नाटे में फीलिक्स के ज़ोर ज़ोर से सांसे लेने की आवाज़ आने लगी। धीरे धीरे कराहने भी लगा ऐसा लग रहा था की वो नींद में रो रहा हो। उसकी ये बेचैन आवाज़ सुन कर मोमल की नींद टूट गई और उठ कर उसके पास आई, उसे देख कर मोमल को अपनी Post traumatic stress disorder की याद आ गई, वो हैरान थी ये सोच कर के इस छोटे से बच्चे को भी PTSD है और वो इस कम उम्र में अपने बुरे सपनों से लड़ रहा है। उसने फीलिक्स के सर पर हाथ फेरते हुए उसे जगाया :" फीलिक्स, फीलिक्स उठ जाओ! तुम बुरा सपना देख रहे हो।"

फिलिक्स घबरा कर उठ कर बैठ गया। बड़ी बड़ी सांसे लेते हुए उसने इधर उधर देखा फिर एक लंबी सांस ली। मोमल ने उसके चहरे को हाथ में लेकर कहा :" करवट बदल कर सो जाओ! कोई बात नही हम दोनो यही हैं।"

वो खामोशी से सो गया। 

सुबह सुबह अब्राहम और मोमल घर जाने लगे। अब्राहम ने फीलिक्स का भी चेकअप करवाया ये देखने के लिए के उसे कोई फिजिकली प्रोब्लम तो नही है लेकिन डॉक्टर ने कहा के सब नॉर्मल ही लग रहा है बस न्यूट्रीशन की कमी है। अच्छे से खाना पीना खायेगा तो सब ठीक हो जाएगा। 

हॉस्पिटल से तीनों बाहर निकल कर एक मॉल में गए जहां उन्होंने फीलिक्स के लिए सभी ज़रूरी सामान लिए , जैसे उसके कपड़े, जूते, किताबें, टूथब्रश, और खेलने के लिए कुछ खिलौने। 
मॉल से निकलते समय फीलिक्स ने अब्राहम का हाथ पकड़ लिया और उसे रोकते हुए उसके सामने खड़ा हो गया। 
अब्राहम ने कहा :" क्या बात है फीलिक्स कुछ कहना चाहते हो?

फिलिक्स ने हां में सर हिलाया। 
अब्राहम :" क्या बात है बताओ! कुछ और चाहिए तुम्हे?

फिलिक्स ने मासूम आंखों से देखते हुए कहा :" आप की कार में मेरी वजह से आग लगी थी। गांव वाले कहते थे की मैं श्रापित पैदा हुआ हूं। मुझे माफ कर दीजिए अंकल!"

इस छोटे से बच्चे के मुंह से श्रापित जैसा भारी शब्द सुन कर अब्राहम और मोमल ने एक दूसरे को हैरत में देखा। उन्हे फीलिक्स में कुछ अलग तो लग रहा था लेकिन क्या अलग है ये उनके सोच से परे है। 

(अगला भाग जल्द ही)