You Are My Choice - 29 in Hindi Short Stories by Butterfly books and stories PDF | You Are My Choice - 29

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You Are My Choice - 29

जैसे ही आकाश अपनी कार गैरेज से बाहर लेके आया, उसने श्रेया को किसका इंतेज़ार करते हुए देखा। आकाश ने श्रेया के पास अपनी कार रोकते हुए कहा, "क्या हुआ? ड्रॉप कर दूं कही?"

"नहीं, मेने कैब बुक कराई है।" श्रेया ने अपना फोन चेक करते हुए कहा।

"कोई नहीं, उसे कैंसिल कर दो.., और चलो मेरे साथ। में ड्रॉप कर दूंगा।" आकाश ने उसे अपने साथ चलने को कहा।

श्रेया के मना करने के बाद आकाश ने कार से उतर कर उसके लिए डोर खोला। आकाश के इतना इन्सिस्ट करने के बाद श्रेया भी अपनी कैब कैंसिल करके कार में बैठ गई।

दोनो ही पूरे रास्ते चुप थे। बिना कोई बात किए डेस्टिनेशन पहुंच गए।


शाम 7 बजे 

शाम के वक्त, राखी कपूर मेंशन पहुंची। उसे तुरंत ही आने के लिए रॉनित ने कहा था। जैसे वो अंदर गई, उसने देखा कि रॉनित अपना सिर पकड़कर बैठा हुआ था। कोरियोग्राफर आलिया को गरबा सिखा रहा था। वो 2 घंटे से प्रैक्टिस कर रही थी पर एक भी स्टेप्स नहीं सिख पा रहीं थी।

रॉनित ने जैसे ही राखी को देखा, उसने उसे ऑर्डर देते हुए कहा, "जस्ट हैंडल हर। मेने तुम्हे एक अच्छी लडकी लाने को कहा था। शी इस सो चिपकू। मेक हर अंडरस्टैंड।"

रॉनित जाके काउच पे बैठ गया और राखी आलिया को समझाते हुए गरबा प्रैक्टिस कराने लगी। रॉनित राखी को ही देख रहा था। 

थोड़ी देर बाद, रॉनित ने अचानक कहा, "तुम.. व्हाट्स यौर नेम अगेन?"

"आलिया" राखी ने कहा

"या... शी कैन गो नाऊ।" रॉनित ने राखी के सामने देखते हुए कहा।



आकाश अपने ऑफिस के बाद अपने अपार्टमेंट आया था। अपने हाथ में कुछ पेपर्स और कार की चाबी लेके जैसे ही अपने घर से बाहर निकला, सामने उसे श्रेया मिली। दोनो ने ही एक दूसरे को देखके 'hi' कहा।

जैसे ही आकाश उसे बाई बोलके जाने लगा, श्रेया ने उसे रोकते हुए कहा, "कॉफी पियोगे?"

"हुह्ह.." आकाश का रिएक्शन देख उसने कहा, "मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।"

"ठीक है। कही बाहर..." आकाश की बात को बीच में टोकते हुए श्रेया बोली, "नहीं.. इस वक्त कॉफी पीना ठीक नहीं है। ऑलमोस्ट डिनर टाइम हो चुका है।"

"मॉम मुझे डांटेगी अगर में बाहर डिनर करके गया आज तो फिर।" 

उसकी बात पे हल्का से मुस्कुराते हुए श्रेया ने कहा। "चलो, फिर में तुम्हे स्मूदी पिलाती हु। में बहुत अच्छी बनाती हु।" श्रेया ने अपने घर का दरवाजा खोला।

"आकाश के चेहरे पर ये सुनते ही हलकी सी मुस्कुराहट आ गई।"

आकाश अपने फोन में कुछ काम करते हुए नजरे चुराकर थोड़ी थोड़ी देर में श्रेया को देख रहा था। थोड़ी देर में श्रेया ने टेबल पर दो ग्लास में स्मूदी लाके रखी। आकाश ने ग्लास पकड़ के टेस्ट की। "इट्स सो टेस्टी। लाइक, बिलकुल पहले की तरह। नथिंग चेंजेड।"

आकाश की बात सुन श्रेया ने कहा, "पर तुम काफी बदल गए हो।"

"May be.. तुम भी थोड़ा तो चेंज हुई हो।" आकाश ने अभी भी श्रेया से आंखे मिलाके बात नहीं की थी। वो बस उससे नजरे चुराने की कोशिश ही करता था हमेशा। 

"मुझे तो नहीं लगता। जय को भी नहीं लगता। उसके हिसाब से तो में बिलकुल वैसी ही जैसे पहले थी।" श्रेया ने उसकी आंखो में देखते हुए कहा।

आकाश ने उससे फोरन नज़र हटा ली, "शायद वो तुम्हे... अच्छे से जानता है।" आकाश की आवाज में मायूसी साफ झलक रही थी।

"तुम्हारी गलती है सारी।" श्रेया ने उसे ताना देते हुए कहा।

"में.. मैंने क्या किया?" आकाश ने तुरंत पूछा।

"सब का रीजन तुम ही तो हो।" श्रेया की बात सुन के आकाश के मन में सारी पुरानी बाते दोहराने लगी थी। तभी उसे बुलाते हुए श्रेया बोली, "आकाश.. तुम मुझसे अच्छे से बात भी कहा करते हो, जबसे हम मिले है।" आकाश अभी भी अपना सिर झुकाए बैठा था। "न मेरी तरफ देखते हो। कभी कोशिश की है तुमने मेरी तरफ देखने की। क्यों... क्यों ऐसे अवॉइड कर रहे हो मुझे?"

आकाश और श्रेया आगे बात कर पाते उससे पहले आकाश के फोन पर उसकी बॉस की बेटी का कॉल आया। जिसका नाम उसने " मिस खन्ना " के नाम से सेव किया था।

"हेलो... । (थोड़ी देर बाद) ... ओके, जस्ट गिव मि 10 मिनिट्स। नीचे ही आ रहा हु में।"

कॉल रखने के बाद उसने श्रेया से कहा, "आईं आम सो सॉरी, श्रेया। मुझे जाना पड़ेगा। थोड़ी सी इमरजेंसी है।" इतना कहके उसे फटाफट बाई बोलके आकाश चला गया।



Continues in the next episode.....


Stay tuned.