शाम का समय,
सोनीपत - हरियाणा,
आज का मौसम बहुत सुहाना था । हल्की हल्की धूप के साथ कुछ बादल आसमान में छाए हुए थे और मंद मंद हवाएं बह रही थीं जो मन को सुकून देने वाली थीं ।
एक कॉलेज बस एक दिशा में आगे बढ़ रही थी । अपनी आंखों में भविष्य के सपने सजाए हुए बहुत से बच्चे उस बस में बैठे हुए थे ।
उन्हीं में एक लड़की भी बैठी हुई थी जिसकी उम्र 20 साल के आस पास रही होगी । उसने नीले रंग की जीन्स के साथ सफेद रंग का टॉप पहना हुआ था और साथ में एक डेनिम जैकेट डाल रखा था जो कि उसके हल्के सांवले रंग पर बहुत ही खिल रहे थे ।
उसके बाएं हाथ में सिंपल सी घड़ी थी और दाएं हाथ में महादेव का एक ब्रेसलेट था । उसके पैरों में काले रंग के लेडिज जूते थे । बालों की उसने पोनी बनाई हुई थी । उसके कान में छोटे छोटे बूंदे थें ।
उसका चेहरा गोल था और उसकी बड़ी बड़ी आंखें इस चेहरे पर और भी प्यारी लग रही थीं । उसके पतले गुलाबी होठों पर प्यारी सी मुस्कान थी ।
वो आराम से कानों में हेडफोन लगा कर अपने फोन में इंस्टाग्राम चला रही थी कि तभी उसकी नजर एक पोस्ट पर गई जहां वूमेन एंपावरमेंट और महिलाओं के अधिकार की बात की गई थी ।
उसे वो पोस्ट बहुत ही अच्छी लगी इसलिए वो उस प्रोफाइल पर चली गई और ऐसा करते ही उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई ।
उस प्रोफाइल पर बहुत सारी ऐसी ही पोस्ट्स थीं जिनमें महिलाओं के हित में बातें लिखी गई थीं और वो भी कविताओं और शायरियों के जरिए और सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो ये थी कि ये प्रोफाइल किसी लड़के की थी जिसका नाम था, समृद्ध निगम ।
वो लड़की एक - एक करके उसकी सारी पोस्ट्स देखती गई और बहुत ज्यादा प्रभावित भी हुई इसलिए वो तुरंत उस लड़के का चेहरा देखने के लिए उसकी प्रोफाइल पिक्चर देखने लगी लेकिन उसकी प्रोफाइल पिक्चर किसी एनीमे कैरक्टर की थी ।
उस लड़की ने निराशा के साथ मुंह बना कर कहा, " क्या यार, इस लड़के ने अपनी फोटो क्यों नहीं लगाई है अपनी प्रोफाइल पर ! "
उसने इतना ही कहा था कि इतने में किसी ने उसके कंधे पर हाथ रख कर शरारती अंदाज में कहा, " क्या हुआ तेजस ? किसकी फोटो देखे बिना चिढ़ रही है ! "
ये सब अचानक से हुआ था जिसकी वजह से तेजस का फोन उसके हाथ से छूट कर उछला और नीचे गिर पड़ा ।
तेजस ने हड़बड़ा कर अपना फोन उठाया और फिर सामने की ओर देख कर, जहां एक लड़की अपने कंधे पर एक बैग टांगे खड़ी थी, चिढ़न के साथ कहा, " कोई नहीं, तू अपना देख न ! "
उस लड़की ने पहले तेजस को अजीब तरीके से घूरा फिर अपने कंधे उठा कर कहा, " मैं तो अपना ही देख रही हूं, तभी तो उतर रही हूं बस से । "
फिर उसने अपनी भौंहें उठा कर कहा, " तू अपना देख ले । "
तेजस ने नासमझी से उसे देखा तो उसने बाहर की तरफ इशारा कर दिया । तेजस में तुरंत बाहर की तरफ गर्दन घुमाई तो उसकी आंखें बड़ी हो गईं । उनका बस स्टॉप आ चुका था ।
उसने अपना बैग उठाते हुए दूसरी लड़की के कंधे पर हल्के से मार कर कहा, " क्या सौम्या, पहले नहीं बता सकती थी ! "
और बस के गेट की ओर बढ़ने लगी । सौम्या ने उसके पीछे आते हुए कहा, " तुझे बताने ही तो आई थी, पर तू तो अलग ही दुनिया में थी । अब इसमें मेरी क्या गलती ! "
अब तक वो दोनों बस से उतर चुकी थीं । तेजस ने सौम्या की ओर पलट कर कहा, " बस, बस ! अब ज्यादा जुबान मत चला । "
और एक ओर बढ़ने लगी । सौम्या ने दूसरी ओर जाते हुए थोड़ी तेज आवाज में कहा, " कल फ्रेशर्स पार्टी है । भूल मत जाना । "
तेजस ने चिढ़ कर कहा, " हां, हां ! नहीं भूलूंगी । "
फिर उसने खुद से ही कहा, " पार्टी फ्रेशर्स की है और एक्साइटेड ये हो रही है । "
और इसी के साथ वो दोनों अपने अपने घर चली गईं ।
कुछ देर बाद,
तेजस ने कपड़े बदल लिये थे । फिलहाल उसने नीले रंग का सूट और सलवार पहन रखा था । उसके थोड़ा सा नाश्ता किया और फिर अपना फोन लेकर बैठ गई ।
वो जब से घर आई थी, उसने अपना फोन वैसे ही रख दिया था । जैसे ही उसने फोन अनलॉक किया वैसे ही उसकी आँखें बड़ी हो गईं और फोन फिर से एक बार उसके हाथों से उछलने लगा ।
तेजस ने कैसे भी अपना फोन संभाला और फिर लंबी लंबी सांसें लेने लगी । उसने फिर से फोन देखा जहां इंस्टाग्राम में मैसेज सेक्शन खुला हुआ था और समृद्ध को, " हेलो ! " का मैसेज सेंट हो चुका था ।
तेजस ने चिढ़ कर खुद से ही कहा, " ये क्या, ये, ये, इसे मैसेज कैसे चला गया । "
फिर उसने बस वाले इंसीडेंट को याद करके कहा, " सौम्या, इसे तो मैं छोडूंगी नहीं । सब इसी की वजह से हुआ है । तू कल मुझे मिल कॉलेज में, फिर बताती हूं मैं तुझे । "
फिर उसने वापस फोन को देख कर कहा, " पता नहीं, ये बंदा क्या सोच रहा होगा मेरे बारे में ! "
फिर वो खुद को बिजी करने के लिए डिनर तैयार करने किचन में चली गई ।
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कौन था समृद्ध निगम ?
क्या रिएक्शन होगा उसका, तेजस के मैसेज के लिए ?
इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए,
यू आर माई यूनिवर्स : बियोंड द बाउंड्रीज
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लेखक : देव श्रीवास्तव