UnEthical - doctor Patient love story in Hindi Love Stories by raj books and stories PDF | UnEthical - doctor Patient love story

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UnEthical - doctor Patient love story

एक लड़की एक डेंटिस्ट के क्लीनिक में आती है , 
क्लीनिक में इस वक्त डेंटिस्ट और उसका अस्टिटेंट मौजूद था । 
वो लड़की जिसका नाम शिवि था वो आते ही डेंटिस्ट और उनके असिस्टेंट को मुस्कुरा कर हाय करती है।  
असिस्टेंट तो हाय कर लेता है, पर डेंटिस्ट जिनका नाम राघव था वो बिना उसकी तरफ ध्यान दिए शिवि को पूछते है । 
"आज क्या समस्या है आपको?"

शिवि उसको कहती है। "दांत में दर्द है, सर, बहुत जोर से । "

राघव उसको एक चेयर की तरफ ईसरा करते हुए कहता है । : "बैठिए वहां चेयर पर।"

शिवि खुशी खुशी चेयर पर बैठ जाती है। राघव उसे मुंह खोलने के लिए कहते हैं और फिर उसके दांतों की जांच करता हैं। 
दांत की अच्छे से जांच करने के बाद , राघव अपनी डेंटिस्ट की चेयर पर बैठ जाते हैं। 

राघव उसको कहते है । : "दांत तो बिल्कुल सही हैं आपके।"

शिवि उसके सामने बैठते हुए कहती है। : "दांत में दर्द होता है जब ठंडा पानी पीती हूँ।"

हेल्पर धीरे से शिवि को कहता है । "ठंडा पानी पीना बंद कर दो, मैम।"

शिवि उस हेल्पर को धीरे से कहती है:
: "शादी होने दो, फिर सबसे पहले तुम्हें ही नौकरी से निकाल दूंगी।"

हेल्पर उसको कहता है : "मैंने आपका क्या बिगाड़ा है मैम ?"

राघव थोड़ी जोर से शिवि को कहता है : "आप जाइए, दूसरे पेशेंट भी हैं लाइन में, अपॉइंटमेंट है। उन्हें देर हो रही है।"

शिवि उसको कहती है : "और अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकती हूँ मैं, मुझे कोई समस्या नहीं है, सर।"

राघव उसको कहता है : "आज की सारी बुक हैं।"
 
शिवि उसको कहती है : "हाँ, बोल दो मुझे, फिर अपॉइंटमेंट की जरूरत नहीं होगी।"

राघव उसको कहता है । : " 10 हजार रुपये हुए आपके।"

शिवि उसको हैरानी से कहती है । "आपने कहा ना कि दांत ठीक हैं मेरे, फिर किस बात के पैसे, सर? वो भी 10 हजार ! "

हेल्पर उसको कहता है । : "हमारा तो टाइम वेस्ट हुआ ना, मैम।"

शिवि अपने फोन से पेमेंट करते हुए कहती है । "भेज दिया है ऑनलाइन। लूट मचा रखी है आपने।"

शिवि एक नजर राघव की तरफ देखती है ,जो उसकी तरफ नहीं देखता ,वो वहां से चली जाती है।

हेल्पर राघव को कहता है । "सर, आप उनको हाँ क्यों नहीं बोलते?"

राघव अपनी फाइल में कुछ रिकॉर्ड लिखते हुए कहता है । : "नहीं बोल सकता।"

हेल्पर उसे कहता है । : "आप मैम से प्यार करते हो ,।"

राघव उसे कहता है । : "गलती कर दी मेने ।"

हेल्पर उसे कहता है । : "मुझे आपके साथ काम करते हुए दो महीने हो गए हैं, सर। ये मैम रोज़ आती हैं आपके पास कोई ना कोई बहाना लेकर। आपसे रोज़ शादी के लिए पूछती हैं, और आप उन्हें कभी हाँ नहीं कहते। इतना तो मैं भी देख सकता हूँ कि आप भी प्यार करते हैं मैम से, शादी करने से क्यों डर रहे हो?"

राघव इस बार उसकी बात का जवाब ना देखने बात बदलते हुए कहता गौ । : "नेक्स्ट पेशेंट को बुलाओ।"

हेल्पर उसे कहता है । : "हाँ बोल दो, सर। वरना कौन सी गर्लफ्रेंड रोज़ 10- 20 हजार रुपये लगाती है अपने बॉयफ्रेंड पर? मैम सबसे अलग हैं, सच्चा प्यार करती हैं आपसे।" 

राघव अभी भी कुछ भी नहीं कहता है , next पेशेंट अंदर आ जाता है ,राघव उस से बात करने लगता है।   

अगले दिन:

शिवि डॉक्टर राघव के केबिन में आती है। राघव को आने में देर हो रही थी, इसलिए शिवि हेल्पर से बात कर रही थी।

हेल्पर उसको पूछता है : "आपके पास पैसे ज्यादा हैं क्या, मैम? रोज इतने पैसे कहां से आते है आप के पास "

शिवि उसको कहती है । : " पैसे नहीं प्यार ज्यादा है मेरे पास ,एसे तो ये मुझसे मिलते नहीं ,तो एसे ही अपॉर्नेंट बुक करनी पड़ती है इनसे मिलने के लिए , कितने महंगा इलाज करते है ये ,इतना खर्चा था मेरा दांतों के ब्रिसेस लगाए थे तब नहीं हुआ था ,जो अब इनसे मिलने के लिए हो गया । ।"

हेल्पर उसे कहता है । : "सर नहीं मानने वाले, फालतू में आपके पैसे लग रहे हैं। मैंने भी बहुत मनाया उन्हें, वो नहीं करेंगे आपसे शादी।"

शिवि उसको कहती है । : "ऐसा समझ लो, आज नहीं तो कभी नहीं।"

हेल्पर उसे कहता है । : "पैसे खत्म हो गए क्या आपके?"

शिवि उसको कुछ नहीं कहती है ,थोड़ी देर बाद वो उसे कहती है । : "कितनी देर में आएंगे वो? बहुत महंगा पड़ रहा है उनका प्यार। पहले पता होता तो किसी और से प्यार कर लेती। कितने पैसे बचते मेरे। रोज़ आती हूँ अपने प्यार को डिस्काउंट भी नहीं दे सकते आपके सर, पैसे पूरे लेते हैं। आज अगर हाँ बोल दिया, तो सारे पैसे वापस ले लूंगी, दहेज में, इंटरेस्ट के साथ।"

तभी डॉ. राघव केबिन में आते हैं। वो अपनी चेयर पर बैठते हुए शिवि से पूछते है। 

 "आज क्या समस्या है आपको?"

शिवि उसको कहती ।
"आप ने कहा था ना, ब्रिसेस निकलवाने के बाद हर तीन महीने में जांच करवाना तो पापा ने कहा है आज करवा लो ।" 

राघव उसे कहता है । "नहीं है आपको ज़रूरत, सही है अब आप के दांत । आप जा सकती है । " 

शिवि उसको कहती है ।: "पापा ने भेजा है।"

राघव उसे कहता है । : " ठीक है चेयर पर बैठिए।"

शिवि जल्दी से चेयर पर बैठती है, और राघव और उनका हेल्पर टूल्स की जांच करने लगते हैं।

हेल्पर शिवि को कहता है । " आपने अपने पापा को भी बता दिया क्या, सर के बारे में?"

शिवि उसे कहती है । : "नहीं, उनसे तो सर ही बात करेंगे हमारे बारे में ।"

हेल्पर उसे पूछता है । : "फिर आपके पापा ने आपको क्यों भेजा है?"

शिवि उसे कहती है : " वो क्या है ना कल लड़के वाले देखने आ रहे हैं मुझे तो आज भेज दिया मुझे ।"

शिवि की बात सुनते ही राघव के हाथ से टूल गिर जाता है। जिसको वो जल्दी से उठा कर साफ करने लगता है । 

शिवि फिर से कहती है । : "पापा ने कहा है बहुत मना कर दिया मैंने रिश्तों के लिए, अब मुझे शादी करनी ही होगी। लड़का पापा के दोस्त का बेटा है। पापा ने तो कहा है लड़का अच्छा है, कर लूं उससे शादी। देखना भी पापा बस फॉर्मेलिटी के लिए ही करना चाहते हैं, ताकि हम दोनों मिल लें। पापा को अब बहुत जल्दी है मेरी शादी की। लड़का यूएसए में रहता है, वहीं जॉब है उसकी। मुझे भी अपने साथ ले जाएगा शादी के बाद।"

हेल्पर उसे कहता है । : "कॉनग्रेचुलेशन्स, मैम। अब आपकी शादी हो जाएगी।"

शिवि उसे थैंक यू कहती है । शिवि राघव की तरफ देख कर उसको कहती है । 

 "आपको पता है, वो भी डेंटिस्ट है। प्यार करके हाँ बोलने से नहीं डरेगा वो। सबसे बड़ी बात, शादी करने के लिए भी तैयार है वो मुझसे। तभी तो कल मुझे देखने आ रहा है।"


हेल्पर उसको कहता है । "आप कर लोगी उनसे शादी?"

शिवि की आँखों में आँसू आ जाते हैं, वो उसको कहती है । 

शिवि उसे कहती है : "कर लूंगी। मुझे पता है ना सुनकर कैसा लगता है। क्या पता शादी के बाद हो जाएगा मुझे फिर से प्यार। शायद कल रोका भी हो जाएगा। आज के बाद नहीं आऊं तो समझ जाना क्यों नहीं आई मैं वापस। " 

शिवि राघव को कहती है । " और हा सुसाइड नहीं करूंगी, इतनी पागल भी नहीं हूँ मैं। भूल जाऊंगी अपने प्यार को, जैसे मेरे प्यार को मैं याद नहीं हूँ। आप भूल गए हमारे प्यार को, मैं भी कोशिश कर लूंगी।"

हेल्पर उसे टिशू पेपर देता है। वो टिशू पेपर लेकर अपने आँसू पोंछने लगती है।

शिवि राघव को कहती है : "आज नहीं पूछूंगी आपसे, आखिरी बार मना नहीं सुनना मुझे। दिल को तसल्ली दे दूंगी कि आखिरी बार पूछ लेती तो शायद हाँ हो जाती।"

शिवि एक गहरी साँस लेती है और हेल्पर से पूछती है:: "आज की अपॉइंटमेंट के कितने रुपये हुए?"

हेल्पर उसे कहती है : " अभी तो कुछ किया ही नहीं मैम ।"

शिवि अपने फोन से पेमेंट करते हुए कहती है । " आप का टाइम तो वेस्ट हो गया ना,सच में लुट मचा रखी है आप ने । 

शिवि वहां से उठ कर जाने लगती है । 

हेल्पर राघव को कहता है । "सर, रोक लो मैम को। कब तक सोसाइटी के बारे में सोचोगे?"

राघव शिवि को आवाज लगता है : "शिवि !"

शिवि रुक जाती है।

राघव उसे कहता है : "बात करनी है मुझे आपसे।"

हेल्पर उनको प्राइवेसी देते हुए बाहर चला जाता है।

शिवि उसके पास आ जाती है ,राघव उसे कहता है । : "आपको पता है ना आप मेरी पेशेंट हो।"

शिवि उसे कहती है : "मैंने कहा था क्या आपको मुझसे प्यार करने के लिए? प्यार तो दोनों के दिल में है ना।"

राघव उसे कहता है । : "नहीं कर सकता मैं अपने पेशेंट से शादी।"

शिवि उसे थोड़े गुस्से में कहती है । : "क्यों नहीं कर सकते? ना हमारी उम्र में ज्यादा फर्क है, ना जाति को लेकर कोई समस्या है। एक-दूसरे से प्यार करते हैं, फिर क्या समस्या है आपको शादी से, सिर्फ इस बात की कि मैं आपकी पेशेंट हूँ?"

राघव उसे कहता है । : "गलत है ये।"

शिवि उसे कहती है : "हो गया आपको अपनी पेशेंट से प्यार, क्या गलत हो गया इसमें?"

राघव उसे कहता है । : " UnEthical है ये।"

शिवि उसे लगती है । : "प्यार कर सकते हो, शादी नहीं कर सकते। ये बात आपके लि Ethical है?"

राघव उसे कहता है । : "शिवि , तुम मुझे क्यों नहीं समझना चाहती?"

शिवि : "आप मुझे क्यों नहीं समझते?"

राघव उसे कहता है : " शिवि मै समझना ..."

शिवि उसको बात को बीच में काटते हुए कहती है। : "मुझे किसी और के साथ देख सकते हो क्या आप? पेशेंट तो मैं आपकी एक साल पहले तक ही थी बस, प्यार तो हम दो साल से कर रहे हैं ना एक-दूसरे को। प्यार पहले मुझे हुआ था, राघव। कन्फेशन तो दोनों ने साथ में किया था ना एक-दूसरे को।"

शिवि रोने लगती है। वो उसे कहती है "अब शादी से क्यों भाग रहे हो आप? मुझे प्यार करने से ही मना कर देते, मेरा दिल तो नहीं टूटा ना?"

राघव से उसका रोना बिलकुल नहीं देख जा रहा था वो उसे हग कर लेता है । 

शिवि उसे कहती है । : "आपसे दूर रहकर मैं कभी खुश नहीं रह सकती। आ जाओ मेरे घर रिश्ता लेकर, नहीं तो मेरे पापा मेरी शादी किसी और से करा देंगे। फिर कभी नहीं मिल पाऊंगी मैं आपसे। तरस जाओगे मुझे देखने के लिए भी। कर लो बात मेरे पापा से।"

राघव उसे कहता गज । : "कर लूंगा बात तुम्हारे पापा से।"

शिवि की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था उसकी बात सुन कर वो उसके सिने से अपना सर हटा कर उसको आंखो मे देख कर पूछती है ।  

 "तो आप मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो ना?"

राघव उसके माथे पर kiss ✨ करके कहता है : "हां, करूंगा मैं तुमसे शादी ..."

राघव आगे कुछ भी कहता उससे पहले ही उसके कानो में हेल्पर की आवाज आती है । 
"सर, आपने रोका क्यों नहीं मैम को? उन्होंने मुझसे कहा था कि वो आज आपसे आखिरी बार पूछ रही हैं, फिर वो नहीं आएंगी। सर, बहुत बड़ी गलती कर रहे हो आप।"

राघव एक गहरी सास लेकर हेल्पर को कहता है । : "नेक्स्ट पेशेंट को बुलाओ।"


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The End
Story by Rajshree Chouhan