राजीव के घर से आकर जया अपनी स्कट्टी से सीधे अपने ऑफिस दी न्यूज टाइम्स में चली जाति है ।
जया के बारे में जान लेते है हम पहले । जया का पूरा नाम जया शुक्ला है । उसकी उम्र 24 साल है । प्रोफेसन से पत्रकार है ये । जया ने डेनिम जीन्स विथ वाइट कुर्ता पहन रखा था , गले में इसने अपना स्कार्फ डाल रखा था । कानो में सिल्वर झुमके और पैरो में कोल्हापुरी चप्पल पहन रखी थी ।
इसकी आंखो का कलर गहरा नीला है । हाइट इसकी 5 फूट 4 इंच है । चहरा ऐसा जेसे की भगवान ने इसे बहुत ही फुर्सत से बनाया था । जया जिंदगी अपनी शर्तो पर जीती है हमेशा । ये अपने चाचा चाची और उनके 2 बच्चो के साथ रहती है । जया के मां बाप बचपन में ही इसको छोड़ कर चले गए थे भगवान के पास जब जया 15 साल की थी । तब से ही ये अपने चाचा चाची से साथ रहती है ।
जया ऑफिस आते ही सबसे पहले अपने सर उज्जवल गुप्ता के पास जाति है । उज्जवल जया का बॉस होने के साथ उसका बचपन का दोस्त भी था । उज्जवल की उम्र 27 साल थी । ये जया का स्कूल में सीनियर था । बचपन से उज्जवल ने हमेशा जया का सपोर्ट किया था हर चीज में।
जया उज्जवल को सारी बात बताती है ।
उज्जवल जया को डांटते हुए कहता है ।-——— जया मैंने तुम्हें कहा था ना, उस डेविल के घर नहीं जाना, तुम्हें कुछ हो जाता तो। तुम उसके घर से जिंदा कैसे लौट आये ?
जया उज्जवल को बताती है ।-——— पहले तो मैं पकड़ी गई थी, फिर आपने आपने ही छोड़ दिया उसने मुझे। मुझे भी लगा मेरा मरने का दिन आ गया।
उज्जवल उसे कहता है । -——— तुम गई ही क्यों थी वहा अकेली, एक ही दोस्त हो तुम मेरी, वो भी ऐसी डेविल की ग़ुफ़ा में चली गई । दूसरी दोस्त कहा से लाऊंगा मैं, तुम्हें कुछ हो जाता तो।
जया उसको कहती है ।——— - नई दोस्त बनाओ तुम अब , क्योंकि मैं तो उस डेविल राजीव को जेल में डालने से पहले नहीं मरने वाली हु ।
उज्जवल उसे कहता है । -——— ऐसी बात क्यू कर रही हो तुम, उसके पास जाओगी तो वो डेविल तुम्हें मार देगा । तुम्हे नही खो सकता मै किसी भी कीमत पर , एक छोटी सी न्यूज के लिए तुम्हारी जान दाव पर नही लगा सकता मै , तुम्हें पता है ना मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं।
जया उसको गुस्से में कहती है ।——— - उज्जवल मैं नहीं करती हूं तुमसे प्यार। लाख बार कह चुकी हु तुम्हे , एसी फेलिंग्स नही लाओ मेरे लिए। । मुझे किसी से भी प्यार नहीं करना है , नफ़रत है मुझे प्यार नाम से।
उज्जवल उसे कहता है ——— - हम बचपन के दोस्त हैं जया ,क्या बुराई है प्यार करने में ,तुम्हारे चाचा चाची से भी बात कर लूंगा मैं हमारे लिए । पूरी जिंदगी साथ रहेंगे फिर ।
जया उज्जवल को कहती है ।——— - उज्जवल तुम्हें बोल चुकी हूं मैं, वो हमें कभी साथ नहीं रहने देगा। मुझे भूल जाओ। मुझे इजाजत नहीं है किसी से भी प्यार करने की। उसको पता चल गया किसी दिन की कोई लड़का मुझसे प्यार करता है, उस लड़के का आखिरी दिन होगा वो। तुम क्या चाहते हो तुम्हे मार दे वो ।
उज्जवल उसे कहता है ।——— क्यू डरती हो तुम उससे , मैं हूं ना तुम्हारे साथ । उसने बस तुम्हारे मन में डर बैठा रखा है ,प्यार का , मैं सब हैंडल कर लूंगा ।
जया उसे कहती ।——— - मुझे भूल जाओ, तुम क्या चाहते हो हम दोस्त नही रहे । मैं नहीं करती हूं तुम्से प्यार, दोस्त मानती हूं तुम्हें बस अपना । तुम्हे क्या लगता है ,मैं तुमसे 1 % भी प्यार करती तो वो तुम्हे एसे जिंदा छोड़ता । वो हमेशा मुझपर नजर रखता है । ……
तुम्हारे लिए ये ही अच्छा है मेरे दोस्त बनकर रहो बस । इससे ज्यादा कुछ भी नही । फिर से अगर तुमने मुझे ये बोला ना की तुम मुझसे प्यार करते हो , तो मैं ये जॉब छोड़ दूंगी। फिर सोच लेना तुम्हारे अखबार की बिक्री बंद हो जाएगी । तुम्हे पता है ना तुम्हारा अखबार लोग बस जया शुक्ला की न्यूज पढ़ने के लिए खरीदते है ।
उज्जवल अपना हाथ जोड़ते हुए जया को कहता है । -——— मुझपर ऐसा जुल्म करने की कोई जरूरत नहीं है जया जी । नहीं बोलूंगा दोबारा कभी तुम्हे की मैं तुमसे प्यार करता हु । हम दोस्त ही ठीक हैं। खुश ?
जया उज्जवल को हग कर लेती है ।
जया उसे कहती है ।——— बहुत खुश । चलो आइसक्रीम पार्टी करते है , मेरे उस डेविल की गुफा से जिंदा आने की खुशी में। ·
❓ क्या मोड लेंगी जया और राजीव की जिंदगी ?
❓ प्यार से नफरत करने वाली जया क्या कभी राजीव की अपनी जिन्दगी में आने देंगी ?