Devil I Hate You - 6 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | Devil I Hate You - 6

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Devil I Hate You - 6





फ्लैशबैक अंत

अपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर नकली मुस्कान ला,,,,,अंश की तरफ चली जाती है,,,

और वही डोली जानवी को देख ,,,आज मैं तुम्हारी वह हालत करूंगी,,,,,कि तुम किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचूंगी ,, बहुत शौक है ना ,,,तुम्हें ,,,अंश के जीवन में आने का,,,, तो अब तुम देखती जाओ,,,,, कि मैं तुम्हारे साथ,,,,, क्या करती हूं,,,, तो रुको और देखो,,

हाँ कह डोली,,,,वेटर के पास चली जाती है,,,,

और वही सोफ़े पर,,,आलिया उफ़ (जानवी),,,,,अंश के साथ बैठी थी,,,, और मुस्कुराहट करते हुए,,,,,वाह दोनों अपने दोस्तों से बातें कर रहे थे,,,

कि तभी उनके पास एक वेटर आ ,,,आलिया को कोल्ड ड्रिंक सर्वे करता है ,,,, आलिया बिना हिचकिचाहट के वाह कोल्ड ड्रिंक ,,,,उठा अपने होठों से लगा लेती है,,,, कि तभी अंश को हिचकी आने लगती है है ,,,,जिसे सुन आलिया अपना कोल्ड ड्रिंक अंश की तरह बढ़ाते हुए,,,,; यह लो अंश,,,इससे तुम्हारा हिचकी ठीक हो जाएगी,,,अंश उसकी तरफ देख ,,,,नो थैंक्स,,, इसकी कोई जरूरी नहीं है,,, और वैसे भी तुम्हें,,,,,मेरे सामने दिखावा करने की,,, कोई जरूरत नहीं है,,,

आलिया उर्फ ​​(जानवी) अंश की बात सुन ,,,,देखो अंश मुझे इसमें दिखाया जाए ,,,,कि कोई जरूरत नहीं है ,,,,तुम्हें हिचकी आ रही थी ,,, इसलिए मैं तुम्हें कोल्ड ड्रिंक दे रही थी,,,, तुम्हें नहीं पीना तो मत पियो ,,,,

कि थभी अंश का एक दोस्त आता है ,,,और फिर अश् की तरफ देखते हुए ,,,अंश क्या कोई समस्या है,,,,,,अंश अपने दोस्त की बात सुन,,,, नहीं,, नहीं,, कोई दिक्कत नहीं है,,,फिर वह आलिया,(जानवी) के हाथों से कोल्ड ड्रिंक ले जल्दी से,,,पी लेता है,,

और वही डोली ,,,,याह क्या,,, वह ,,,कोल्ड ड्रिंक तो अंश ने पी ली ,,,,मैं तो चाहती थी की,,

यह कोल्ड ड्रिंक,,,,,जानवी पिए, , और उसके बाद,,, जब जानवी सब के सामने अपने कपड़े उतारेगी ,,,,,,तो क्या मजा आता,,,, जब इसकी इज्जत सब के सामने उतरती,

,, लेकिन ये कोल्ड ड्रिंक अंश ने पी ली,,,, अब क्या होगा,,,, और फिर वह जल्दी से वहां से भाग जाती है ,,,,,,क्योंकि उसे आज के गुस्से का अंदाज़ा था,,,,

और वही अंश,,,,बैठ अपने दोस्तों से फिर से बातें करने लगा है,,,, कि तभी उससे अचानक से गर्मी लगने लगी,,,,, उसका चेहरा पसीना ,,, और उससे कुछ अलग सा महसुस होने लगा,,,, आब उसे अपने अंदर एक बेचैयेनी सी होने लगी ,,,,और फिर वह,,,,अपनी बेचैयेनी को कम करने के लिए ,,,,जल्दी से अपनी ताईको खोल देता है,,,

और उसी के पास बैठे,,,जानवी,,,,,अंश की ऐसी हालात देख ,,,जल्दी से,,,, क्या हुआ,,, अंश,,,,,,,,,, तुम्हें इतना पसीना क्यों आने लगा,,,,

तुमसे मतलब ,,,,याह कहे अंश जल्दी से अपने कमरे की तरफ चला गया,,,

अंश कमरे में जल्दी से आ ,,,वॉशरूम में जा ,,,,अपना मुंह धुलता है और खुद को सामान्य करने की पूरी कोशिश करने लगा,,

और उसकी हालत ,,,,अब खराब होती जा रही थी ,,,,उसे बहुत ज्यादा गर्मी लग रही थी ,,,,जब उसने खुद को आईने में देखा,,,, तो वाह हेयरन रह गया ,,,,,,उसकी आंखें एकादम लाल थी,,,,, उससे अंदर से गर्मी लग रही थी,,,,,

याह देखकर अंश समझ गया ,,,,कि किसी ने उसे कोई नशा दिया है ,,,,,,लेकिन यह किया,,,किसने होगा,,,,,, कि तभी याद आया कि जब से उसने जानवी के हाथ का वाह,,,,, ठंडा; पिया,,,, तब से उसे ये बेचारी हो रही है

यह याद कर ,,,अंश खुद से ,,,,मुझे जल्दी से यहां से निकलना होगा,,,, लेकिन कैसे,,,,,नीचे पार्टी चल रही है,,,, अगर किसी को भी पता चला,,,, किसी ने मुझे कोई नशा दिया है,,,,, तो बहुत बड़ा हंगामा हो सकता है ,,,,

और फिर वह जल्दी से वॉशरूम से बाहर आने लगता है ,,,,,,,की तभी वॉशरूम में जानवी आ जाती है,,,,जानवी अंश को देख ,,,, अंश तुम्हें क्या हुआ है,,,, और तुम यहां,,, वॉशरूम में,,,,, क्या कर रहे हो ,,,,मुझे तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं लग रही,,,, तुम कहो तो ,,, डॉक्टर को बुलाऊं,,,

और इधर अंश ,,,,जानवी को अपने सामने देख,,,, उसके पास आ,,,, उसे खींचते हुए शॉवर के नीचे खड़ा कर,,,,,उसका गला दबा,,,,,,,;उसे पर गुस्से से चिखते हुए ,,,,,, यह सब तुमने किया है ना,,,, बोलो मुझे ,,,,,मुझे सब पता है ,,,,यह सब तुम्हारा प्लान है,,,

और फिर अंश की नजर,,,,,, उसके चेहरे से होते हुए ,,,,,उसके होठों पर गाई ,,,,,जिसे देख वह बहकने लगा,,,,, अब वो उसे,, सजा देने की,, ,बजाये उसके होठों को पीना चाहता था,,,

और ऊपर से,,, उसके सर पर,,, तेज चलता शॉवर का पानी ,,,,,,जो उसके पुरे शरीर को अब तक भीगा चुका था ,,,,,जिसे देख अब उसको कंट्रोल करना मुश्किल था ,,,,

और फिर अंश की नजर उसके होठों को छोड़ ,,,,अब उसकी नजर,,,, जानवी की खुली कमर पर गई,,,, अंश की नजर जानवी के कमर पर पडते ही ,,,,अंश उसके गले को छोड़,, ,,,, उसके कमर को पकड़,,,,,,उसे अपने करीब खींच,,,,,, उसके होठों पर अपने होठ रख देता है,,,,

जानवी को तोह ,,,,अंश की कुछ बात पल्ले ही नहीं पड़ी ,,,,,उसका कहने का क्या मतलब था,,,,, उसकी वजह से ख़राब,,,,, उसकी वजह से ख़राब हुई,,,,,, क्योंकि उसे नहीं पता था,,,,, कि अंश को इस वक्त, किसी ने ड्रग्स दिया है,,,,

वाह याह सब सोच ही रही थी,,,,कि तब तक अंश अपने होठों को जानवी के होठों पर रख ,,,,उसे चूमने लगता है,,,,

और वही यह सब जानवी को तो ,,,,कुछ समझ ही नहीं आ रहा था,,,, के अंश को,,,,,हो क्या गया है ,,,,वाह उसके साथ इस तरह कैसा ट्रीट कर सकता है,,,, अभी कुछ देर पहले,,, वो मेरा गला दबा ,,,,मुझे मरना चाहता था,

,, या कुछ ही देर बाद,,,,वो मुझे मरने की जगह ,,,,,किस कर रहा है,,,याह सब सोच जानवी अपने होश में आती है,,,,,,और फिर ,,, उससे खुद से ,,, दूर करने की पूरी कोशिश करने लगती है,,,, लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी,,,

क्योंकि ,,,अंश के ऊपर ,,,,अब ड्रग्स खत्म हो चुका था,,,,

अंश जानवी के ठंडे शरीर पर ,,,,अपना गर्म और मजबूत हाथ चला रहा था ,

,,,वाह जानवी के ठंडे शरीर से अपना गर्मी कम करना चाहता था,,,,और वही जानवी को चुम्बन, करते-करते अंश की बेचैनी और बढ़ती जा रही थी ,,,

अब वाह इसे आगे बढ़ना चाहता था ,,,,,वाह जानवी को खुद में समा लेना चाटा था,,,, अंश को इस वक्त जानवी की ठंडा जिस्म,,,, एक राहत दे रहा था,,,, इसलिए वाह जल्दी से ,,,अपने एक हाथ से जानवी के दोनों हाथ पकड़,,,,,, उसके होठों पर चुंबन करते हुए,,,,अपने दूसरे हाथ से,,,, उसकी , साड़ी,,, उसके शरीर से अलग कर देता है,,,,इधर जानवी को तो जैसे कुछ समझ ही नहीं आया हो,,,,, वो तो बस,,,, अंश को कैसे भी कर,,,, खुद से दूर करने की कोसिस कर रही थी,,,, वाह भले ही अंश से मोहब्बत करती हूं,,,, लेकिन अंश का कोई हक नहीं,,,,,,,उसके साथ ऐसा बरताव करने का,,,,,आखिर में वह भी एक इंसान है,,,,, इसलिए जानवी ,,,अंश से बचने के लिए,,,, जल्दी से अपने पैरो का इस्तमाल कर,,,,,अंश के पैरो के बीच मन्ने ही वाली थी ,,,,,कि तभी अंश जल्दी से,,, जानवी के पैरो को पकड़,,, अपने पैरो से दबा देता है,,,अंश को तो,,,, जैसे पहले ही जानवी के इस एक्शन का पता था,,,,

और फिर अंश जल्दी से इस का फ़ैदा उठा,,,, उसके दोनों हाथों को पकड़,,,,उसकी दीवार से लगा,, उसकी गर्दन पर,,,,जबरदस्ती किस करने लगता है,, जानवी ने पूरी कोशिश की,,,,, की अंश उसे दुर हो जाए ,,,,,लेकिन जानवी जितनी कोशिश करती है,,, अंश उसे और कसकर पकड़ जाता है,,,

अब यह गरमी,,, जैसे अंश के aape से बहार हो रहा था,,,, इसलिए वाह जल्दी से ,,,,,,जानवी को अपनी बाहों में उठा ले जा ,,,,,बेड पर पटक दिया,,,,

जब जानवी ने भाग कर,,,,, बिस्तर के दूसरे साइड से उतरने की कोशिश की,,,तब अंश ,,,, उसके ऊपर आ कर,,,, उसके दोनों हाथों को पकड़ कर,,,,,,, उसे बेड पर  पुश किया ,,,,और अब उसकी होठो को,,,, एक बार फिर,,,किस करने लगा,,,,

वो अंश से छूटना चाह रही थी ,,,,,लेकिन अंश उसे हिलने भी नहीं दे रहा था ,,,,,,जानवी ने अंश के कंधे पर काट लिया ,,,,,,याह सोचकर,,,,, की इससे,,,,अंश अपने होश में आ जाएगा,,,,, या उसे छोड़ देगा,,,,, लेकिन अंश पर,,,, जैसा जुनून सवार हो चूका था,,,,, उसने जानवी की बच्ची कुची ड्रेस को,,,,, एक झटके में,,, उसके शरीर से फाड़ कर अलग कर दिया,,,,जानवी का उसकी बाहों में चटपटाना भी,,,,अंश को,,,, अब महसुस नहीं हो रहा था,,,,, शिवाय उसे बेचयेनी और गर्मी की,,,,, जो उसे,,, उस ड्रिंक की वजह से अंदर से जला रहा था ,,,,

कुछ समय मैं ही,,,,जानवी ने संघर्ष करना बंद कर दिया ,,, वाह भी आब,,, पूरी तरह से ,,,हाथ pair मारते हुए,,, थक चुकी थी,,,, और उसने अब विरोध करना बंद कर दिया,,,,, अंश ने आब उसे जगह-जगह काटने का निशान दे दिया,,, फिर अंश ठक्कर जानवी के ऊपर ही सो गया,,,,

जानवी की भी ,, aab उठ कर ,,,वहां से जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी,,, क्योंकि आज अंश ने ,,,,जो उसके साथ किया था,,, ,,, चाहे वो अपना आपा खो खर ,,,,,,यह चाहे ,,,,उस,, डि्क की वजह से ,,किया हो,,,, लेकिन जानवी के लिए ,,,,इसे भूल पाना आसान नहीं था,,,,

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