Momal :Diary ki gahrai - 23 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 23

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मोमल : डायरी की गहराई - 23

पिछले भाग में हम ने देखा के मोमल अपने ससुराल गई थी और अब्राहम के पुराने कमरे में थी। वहां उसने लामिया की भयानक आंखों वाली आत्मा को देखा जो उसके सामने खड़ी थी। उसने दोहरा दोहरा कर ये कहा :" बेबी की मोमो!... वो बेबी की मोमो।"
फिर खी खी कर के हंसने लगी जैसे के उसे चिढ़ा रही हो। 
मोमल बिना डरे इसके सामने खड़ी थी। उसके आंखों में कोई भी खौफ नहीं था बल्के वो लामिया को गुस्से और नफरत की निगाह से देख रही थी। 

लामिया ने फटी हुई और भद्दी आवाज़ में कहा :" बड़ी निडर होकर खड़ी हो मेरे सामने! तुम जानती हो ना मैं बेबी को मार दूंगी तुम उसे बचा नहीं पाओगी !...बेचारी बेबी की मोमो।"

मोमल गुस्से भरी आवाज़ में बोली :" मेरे होते हुए तुम उन्हें छू भी नहीं सकती।"

लामिया ने हंस कर कहा :" लेकिन तुम तो छू सकती हो ना! उसकी बीवी जो ठहरी!.... हय इस कमरे में मुझे कितना सुकून मिल रहा है, यहां मेरी सारी बुरी यादें जो कैद है। अब तुम ही उसके मरने का ज़रिया बनोगी। मैं तुम्हारे शरीर को अपना घर बनाऊंगी।"

यह कहकर उसने मोमल की ओर कदम बढ़ाए, मोमल निडर होकर आंखों में आंखें डाल कर खड़ी थी जैसे वह इंतजार कर रही हो कि लामिया उसके करीब आए, जैसे ही लामिया उसके शरीर में प्रवेश करने के इरादे से क़रीब गई, मोमल ने फौरन उसके सीने में लगे खंजर को पकड़ लिया। उसके हाथ में वो सफेद मोती का माला भी था जिसे उसने हथेली में लपेट लिया था और उसी हाथ से खंजर पकड़ कर खींचने लगी। जैसे ही खंजर थोड़ी सी बाहर आने लगी। लामिया की भयानक चींख निकल पड़ी। उसकी आवाज़ मोमल के कान में तीर के तरह चुभ रही थी लेकिन फिर भी उसने खंजर नही छोड़ा। 
मोमल ने खंजर खींचते हुए कहा :" तुम्हे क्या लगा मैं बिना तैयारी के तुम्हारे सामने खड़ी हूं! बेवकूफ चुड़ैल!... ये सफेद मोती मुझे मिल गया था और मैं ने इसे छिपा कर रखा ताकि तुम समझो मैं निहत्था हूं! अलविदा हमेशा के लिए, अब तुम्हारा स्वागत जहन्नुम में होगा।"

यह कहकर वो पूरी ताकत से खंजर निकालने लगी। खंजर निकाला नही जा रहा था जैसे के उसके हड्डी में फंस गया हो इस लिए उसने एक लात उसके पेट में मारा, खंजर निकल गया और वह दूर जाकर कोने में गिरी। वह अब भी  चिल्ला रही थी उसकी आवाज़ रूह कंपा देने वाली थी। लेकिन ये आवाज़ सिर्फ उसी कमरे तक सीमित थी। अब उसके चीखने से कमरे में रखे सामान भी इधर-उधर उड़ने लगे। दीवारों पर लगे चार पांच फ्रेम उड़ कर मोमल से टकराए, कुछ पल में लामिया धुवां बन कर बिखर गई। जब वो धुवां बन गई तब सब कुछ शांत हो गया। सामानों का उड़ना बंद हो गया।
मोमल को सर पर चोटें लगी थी जिसमे से खून निकलने लगा था। खून बह कर उसके गाल तक आ गए थे। वो धीरे से चल कर बाहर जाने लगी लेकिन लड़खड़ा कर गिर गई और बेहोश हो गई। एक काम वाली बाई चाय पानी की ट्रे लेकर वहां आ रही थी। मोमल को फर्श पर पड़ा देख, नीचे बैठे अब्राहम को घबराहट में ज़ोर ज़ोर से आवाज़ देने लगी :" छोटे साहब! छोटे साहब!... जल्द आइए , हे भगवान ये क्या हो गया।"

उसने फर्श पर ट्रे रखा और मोमल को उठाने लगी। 
उसकी आवाज़ सुनते ही अब्राहम बेतहासे ऊपर के फ्लोर पर भागा। उसकी जान हलक पर आ गई थी। 
उसके पीछे घर के सभी लोग दौड़े, जा कर देखा तो मोमल को काम वाली बाई उठाने की कोशिश में लगी है। 
उसे इस हाल में देखते ही अब्राहम के मुंह से चीख निकल पड़ी :" मोमो!"

उसे जल्दी से उठाया और नीचे जाने लगा। बड़ी भाभी परेशानी में आवाज़ देते हुए बोली :" अब्राहम आराम से ! कहीं तुम ही न गिर जाओ।..... ड्राइवर गाड़ियां निकालो जल्दी!"

अब्राहम उसे उठाकर भागे जा रहा था। उसने जल्दी से उसे कार में बिठाया और तेजी से गाड़ी चलाते हुए अस्पताल की ओर जाने लगा । पीछे-पीछे दो गाड़ियां भाई भाभियों की जाने लगी। गाड़ी में सब एक दूसरे से यही सवाल कर रहे थे की अचानक उसे इतनी चोटें कैसे आई और कमरा इतना तहस नहस कैसे हो गया? 
उनके अंदाजें में भी ये बात नही आई के उन दोनों की ज़िंदगी में क्या चल रहा था। वे बस अपने ही सावलों में उलझे जा रहे थे। 

मोमल को हॉस्पिटल ले जाया गया। अब्राहम की जैसे सांस रुकी हो ,बेचैनी के मारे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें क्या नहीं। जब डॉक्टर ने उसे चेक करके बताया के घबराने की बात नहीं है! चोट गहरी नहीं है हम ट्रीटमेंट दे देते हैं, जल्दी ठीक हो जाएगी।" 
तब उसके जान में जान आई लेकिन चिंता खाए जा रही थी। वो तो अच्छी तरह समझ रहा था की ये किस का काम है लेकिन उसके भाई भाभी अब भी समझने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कुछ भी पल्ले नहीं पड़ रहा था। 
एक नर्स आई और अब्राहम को मोती का माला देते हुए बोली :" ये पेशेंट के हाथ में था।"

अब्राहम को भी ये नही मालूम था के मोमल ने माला फिर से जोड़ लिया है। उसने हैरत में माला देखते हुए दिल ही दिल कहा :" इसका मतलब मोमो को वो तीन मोती मिल गया था लेकिन उसने मुझे बताया क्यों नहीं!"

मझलि भाभी ने कहा :" अब्राहम! हमे कुछ समझ नहीं आ रहा है की ये सब कैसे हुआ ? क्या तुम कुछ बता सकते हो?
मीनल के आंखों में आंसू झिलमिला रहे थे। उसने भरी भरी आवाज़ में कहा :" चाचू मुझे पहले ही आपके रूम से अच्छे वाइब नही आ रहे थे। अजीब लग रहा था कमरे में इस लिए मैं वहां से आ गई थी!... I'm sorry चाचू।"

अब्राहम ने उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहा :" it's ok बेटा!... तुम्हारी गलती नही है।"

बड़े भैया ने भी पूछा  :" आखिर ऐसा कैसे हो सकता है!... क्या हुआ था हमे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा है।"

वो उनसे क्या कहे क्या नहीं। सच बताने के अलावा उसके पास और कोई बहाना नहीं था। उसने हिचकिचाते हुए कहा :" मैं जानता हूं आप लोगों को मेरी बातें जाहिलाना और बेहूदा लगेगी लेकिन यह सच है कि हमारे पीछे एक बुरी आत्मा पड़ी है और यह सब उसी ने किया है! हम पर हर वक्त खतरा मंडराता रहता है! मुझे भी कई बार गहरी चोटें आईं ,जानलेवा हमले भी हुए मुझ पर, और अब मोमल पर भी।"

जैकब ने डरते हुए कहा :" तो इसका मतलब डैड को भी इस बुरी आत्मा ने मारा था?"

बड़े भैया डांटते हुए बोले :" तुम दोनों यह क्या बकवास बातें कर रहे हो!...ऐसा कुछ नहीं होता, डेथ का कोई ना कोई रीज़न होता है लेकिन यह आत्मा वाली रीजन ,मतलब कुछ भी यार !

अब्राहम :" भैया पहले मैं भी यही सोचता था। मुझे भी यकीन नहीं था लेकिन मैं ने जब अपनी आंखों से देखा, सुना ,महसूस किया, तब समझ आया की पूरी दुनिया पागल नहीं है जो इन बातों पर विश्वास रखती है बुरी आत्माएं लोगों को परेशान करती है और ये सच है।"

वो बाते ही कर रहे थे की अब्राहम को डेनियल का कॉल आया। 
डेनियल का कॉल देखते ही उसने रिसीव किया  :" हां डैनी बोलो!"

डेनियल ने उधर से कहा :" यार ध्यान से सुन ! मैंने तुझे एक ज़रूरी बात बताने के लिए कॉल किया है ! लामिया का मर्डरर जो हमारे जेल में था आज दोपहर को उसका डेथ हो गया। हमने पोस्टमार्टम करवाया तो डेथ का कारण हार्ट अटैक आया लेकिन वह तो एकदम हेल्दी था !...मुझे लगता है यह काम उस लामिया का ही होगा! तुम लोग अपना ध्यान रखना और केयरफुल रहना मैं बस यही बताना चाहता था।"

यह खबर सुनकर अब्राहम का बदन सिहर गया। उसका दिल दुगनी रफ़्तार से धड़क रहा था। उसने फोन रखते हुए सफेद मोती के माला को देखा और दबे आवाज़ में कहा :" मोमल इसके वजह से बच गई! अगर वह खोया हुआ मोती नहीं मिलता तो पता नहीं आज क्या हो जाता!...थैंक यू गॉड मेरी मोमो को बचाने के लिए !"

डॉक्टर ट्रीटमेंट खतम कर के बाहर आए और कहा :" आपकी वाइफ बिल्कुल ठीक है लेकिन आज रात वह यही ऑब्जर्वेशन में रहेगी सुबह को उन्हें ले जा सकते हैं!... जाइए वह आपको बुला रही है।"

अब्राहम के साथ साथ सब लोग अंदर गए, मोमल को get well soon कह कर वापस बाहर आ गए, उनके होश उड़े हुए थे। कहीं न कहीं घर के सभी लोगों के दिल में भी बुरी आत्मा का डर बस गया था। 

अब्राहम ने उसे ऐसे गले लगाया जैसे उसके बेजान जिस्म को रूह मिली हो। उसके आंखों में आंसू झिलमिलाने लगे थे। 
लेकिन मोमल बहुत खुश थी। उसके आंखों में भी आंसू थे लेकिन खुशी के , उसने खुश हो कर कहा :" मिस्टर वाइल्ड!... मैंने उस चुड़ैल को खत्म कर दिया! हम जीत गए,अब वो हमारी जिंदगी में नहीं है!"

अब्राहम अचंभित हो गया और हैरत में बोला :" क ,क्या ! क्या तुम सच कह रही हो! लेकिन यह तुमने कैसे किया? क्या वह सच में हमारी दुनिया में नहीं है?

मोमल मुस्कुरा कर बोली :" हां मैं सच कह रही हूं!... जब मैं अंकल हैरी के गेस्ट रूम में गई तो मुझे याद आया कि सिमोन ने मेरा हाथ यही पकड़ा था और उस समय मोती टूट कर इधर-उधर बिखर गया था। वह तीन मोती मुझे वहां टेबल पर रखे फ्लावर पॉट के अंदर मिला! मैं ने चुपके से उसे छुपा कर रखा और जब आपके कमरे में वो लामिया मेरे सामने आई तब मैंने उस से नज़र बचाकर अपने हाथ में माला को लपेट लिया ताकि वह मेरे अंदर ना घुस पाए! वह मेरे अंदर घुसना चाहती थी और इसलिए वह मेरे करीब आई और मैं ने खंजर पकड़कर निकाल दिया! खंजर निकालते ही वह चीखते चिल्लाते धुवां बनकर उड़ गई! जब वो मुझे मार नही पाई तब वह मेरे हाथों आपको मारना चाहती थी इसलिए मेरे अंदर आना चाहती थी। वह खंजर आपके रूम में ही पड़ा होगा, किसी से कहकर खंजर को दफन करवा दीजिएगा।"

अब्राहम ऐसा खुश हुआ जैसे बंजर ज़मीन पर बरसो बाद बारिश हुई हो। उसने मोमल के माथे पर किस किया और प्यार भरी नज़रों से देखते हुए कहा :" मैं जानता था कि तुम बहुत बहादुर लड़की हो लेकिन इतनी हो, इसका अंदाज़ा नहीं था। My strong girl "

मोमल ने उसके हाथ को अपने हाथ में लेकर कहा :" हम साथ हैं तो सारी मुसीबतों से लड़ लेंगे! अब हम एक नॉर्मल लाइफ जिएंगे!"
ये कह कर उसने अब्राहम के गर्दन में अपना सर रख दिया। उस के सर में और गर्दन में चोटें आई थी। जब अब्राहम ने उसे अपनी बाहों में घेरा तो मोमल ने कराहते हुए कहा :" अ आह! मुझे यहां लगी है!"

अब्राहम संभल कर बोला :" ओह सॉरी, सॉरी!.... तुम लेट जाओ ,आराम करो! क्या खाओगी बताओ मैं लेकर आता हूं।"

वो दोनों अब बहुत खुश थे। मोमल ने कहा :" ससुराल में तो मैं ने कुछ नहीं खाया लेकिन हसबैंड यहां है तो ये हॉस्पिटल भी ससुराल है। मेरे लिए मसाला डोसा, चिकन रोल्स और चाय ले आइए !"

अब्राहम ताज्जुब से उसे देखते हुए बोला :" तुम हॉस्पिटल में हो, कुछ हेल्दी खा लो !"

मोमल बच्चों की तरह ज़िद करते हुए बोली :" नही नही मुझे आपके जैसे बोरिंग सैलेड डिनर नही करना है!... बहुत दिनों बाद मैं आज खुश हूं और खुशी में जंक फूड खाया जाता है!"

अब्राहम :" और ये किस ने कहा ?

मोमल :" मैं ने कहा ! अब आप लायेंगे या मैं बिना खाए सो जाऊं?

अब्राहम उसके आगे झुक कर बोला :" आपका हुकुम सर आंखों पर Mrs wylder "

वह खुश होकर खाना लाने हॉस्पिटल के बाहर गया। पास में ही एक अच्छा सा रेस्टोरेंट था। उसकी खुशी ज़्यादा देर नहीं टिकी जब खाना लेकर वापस लौटते समय उसने अस्पताल के बाहर सिमोन को दिखा।
वह सामने खड़ा अस्पताल को एक टूक देख रहा था। उसकी आंखें लाल और पलकें मोटी मोटी हो कर ढलकी हुई थी। वह जो अपने लंबे बालों को पोनीटेल बनाकर रखता था वह बाल बिखरे हुए थे। 
उसे देखते ही अब्राहम गुस्से से दांत पीसते हुए उसके करीब गया। जैसे ही क़रीब आया, उसके हाथ लगाने से पहले ही सिमोन को जैसे एक झटका लगा और वो बेहोश होकर गिर पड़ा। 

ये देख कर अब्राहम हल्का बक्का रह गया। समझ नहीं आ रहा था के उसे हॉस्पिटल ले जाए या यही पड़ा रहने दे? अभी उसे पीटने का दिल कर रहा था लेकिन जब वो बेहोश हो गया तो उसे अफसोस भी होने लगा ये सोच कर ये नालायक लड़का अंकल हैरी का बेटा है। 
अब्राहम ने अंकल हैरी के खातिर वहां बाहर खड़े वॉच मैन से आवाज़ देकर आने को कहा। एक आदमी स्ट्रेचर लाया और उसे उठा कर अस्पताल के अंदर ले गए। 
अब्राहम दिल ही दिल ये सोचते हुए मोमल के पास गया के जब वो होश में आ जायेगा तब उसे दो थप्पड़ लगा कर पूछूंगा के वो बार बार हमारा पीछा क्यों कर रहा है? उसने मोमल के साथ बद्तमीजी की अब वो क्या चाहता है? 


(अगला भाग जल्द ही)