My Devil Hubby Rebirth Love - 42 in Hindi Love Stories by Naaz Zehra books and stories PDF | My Devil Hubby Rebirth Love - 42

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My Devil Hubby Rebirth Love - 42

रूही वाशरूम में अइने के सामने खड़ी अपने गले के निशान को देख रही थी जो रूद्र के वाइट करने से निला हो गया था रूही भगवान जी देखो ना कैसे वैंपायर की तरह कटा है कितना दूख रहा है

अगर अभी यह  मेरे घर में नहीं होते तो जारू बदला लेती लेकिन मजबूर हो यह कहकर उसने हल्के से वाशरूम का दरवाजा खोल कर देखा जब उसने रूद्र को पूरे रूम में नहीं देखा तो जल्दी से बाहर आईं जैसे ही रूही बेड के पास पहुंची

किसी के दरवाजा नोंक करने की आवाज आई रूही कहीं डेविल तो नहीं रूद्र जो बालकनी में खड़ा हुआ था दरबाजे की आवाज सुन‌ कर कमरे में आया उसने रूही को देखा जो कुछ सूच रही थी वो अपनी पॉकेट में हाथ डाले रूही को देखने लगा 

रूही जो अपने में गुम था इतने में सुनीता जी की आवाज आई रूही अपनी मम्मी की आवाज सुनकर जल्दी से दरवाजा खोला  सुनीता जी साॅरी बेटा तुम्हे इतनी रात को परशान किया रूही कोई बात नहीं मां सुनीता जी ने जैसे ही रूही के पीछे रूद्र को दिखा और कहा यह लो बेटा मैं तुम्हारे  लिए रात को पहनने के लिए कपड़े  लाई हूं रूही पर मां मेरे पास तो पहले से ही है तो आप क्यों लेकर आई सुनीता जी मैं तुम्हारी लिए नहीं लाई दामाद जी के लिए लाई हूं

रुही अभी कुछ और बोलते उससे पहले ही रुद्रा आगे बढ़कर ‌सुनीता जी से कपड़े ले लिए और कहां  थैंक यू आंटी रूही ने रुद्र को अपने रूम में दिख कर कहा तुम मेरे रूम में किया कर रहे हो सुनीता जी कि तरफ देख‌कर मां आप‌  इनको‌ दोसरा रूम देदो

सुनीता जी कैसी बात कर रही हो तुम दोनों पति पत्नी। हो तो एक रूम में रहोगे ना रूही नहीं मां मेने कहा ना इनको दोसरा रूम देदो ‌सुनीता जी यह नहीं हो सकता क्योंकि कोई कमरा साफ़ नहीं है इसलिए रूद्र तूम्हारे साथ ही रहेगा

यह कहकर सुनीता जी चाली गाई रूही तुम मेरे साथ नहीं रहे सकते रूद्र जो रूही के एक कदम की दुरी पर खड़ा था रूही के उपर झुक कर कहा तुम अब मुझसे दूर नहीं जा सकती ये अपने छोटे से दिमाग में बेटालो यह कहकर  फ्रेश होने चला गया

रूही ने गुस्से में रूद्र को जाते देखकर  कहां मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं है डेविल फिर पैर पटक कर सोने चली गई थोड़ी देर बाद रुद्र वॉशरूम से बाहर आया उसने एक नजर रूही को दिखा और चाल कर रूही के पास आया रूही जो ब्लैंकेट से अपने आप को डाक कर लेटी थी रूद्र ने वेलकिट खींच और जहां वाइट करने से निला हो गया था वहां दवाई लागने लागा

रूही जो रूद्र के वेलकिट खींच ने से डर गई थी उसने रूद्र से कहा तुम यहां क्या कर रहे हो रूद्र ने रूही की आंखों में देख कर कहा तूम्ह दर्द हो रहा होगा रूही ‌वेयपयर के काट ने से पहले सुचना  चाहिए था ना रूद्र ने रूही को घूरा और कहा तुम भी मुझे से दूर जाने से पहले सुचना चाहिए था ना कि मैं तुम्हारे साथ क्या क्या कर सकता हूं यह कहकर रूही के होंठों पर हल्के से किस कर दिया रूही ने गुस्से में रूद्र से कहा तुम्हेरी हिम्मत भी कैसे हुई मुझे दोबारा किस करने की रूद्र जो बेंड पर लेटा होआ था और अपने दोनों हाथ सार के नीचे रखें होए थे उसने रूही की तरफ देख कर कहा हिम्मत है

वइफी में चहो तो बहुत कुछ कर सकता हूं तुम काहो तो कर के दिखा सकता हूं यह कहकर रूही को आंख मार दि रूही हडवडा के दोबारा वेलकिट में घुस गई रूद्र रूही को देख कर मुस्कुरा दिया

Cantinue