Ananta - 1 in Hindi Horror Stories by zarna parmar books and stories PDF | अनंता - पार्ट 1

Featured Books
Categories
Share

अनंता - पार्ट 1

काले अंधारा था.. चारो ओर ज्वाला जल रही थी! पूरी तरह से वो किसी नर्क का रास्ता लग रहा था! उसमे ...

हा हा हा हा.... तुम्हारा अंत निश्चित है! ... तुम मेरे सामने कुछ नही बालक.... एक कला साया एक नन्हे बच्चे को धमकाते हुए कहता है! वो बच्चा बड़ी हैरानी से उस काले साए की ओर देख रहा था! ... वो बच्चा बहुत ही घबरा हुआ था! 

वो काला साया वापस से कहता हैं: तुम्हरी मां अभी तक नही आई .. तुम्हें बचा ने के लिए?? क्या हुआ वो दर गई! 

वो काला साया पूरा धुएं की तरह था! उसके पास से एक गंदी सी और अजीब सी बदबू आ रही थी! लेकिन वो वो बच्चा बड़ा हैरानी से लेकिन हिम्मत जुड़ा ते हुए खड़ा था! 


तभी पीछे से एक महिला की आवाज सुनाई देती है! तुम मेरे बच्चे को कुछ नही कर सकते .. तुम्हारी हिम्मत ही नहीं है! अगर तुमने कुछ किया.. तो मुझे बुरा कोई नही होगा.... Us महिला की हालत बहुत ही बुरी थी! उसके फटे हुए कपड़े उसके बिखरे हुए बाल... और उसके चेहरे पर मार पीट के निशान ... बहुत ही जख्मी हालत में।थी! लेकिन अपने बच्चे को बचा ने के  लिए वो कुछ भी करना चाहती थी....... 


तभी वो काला साया हस्ते हुए कहता है: क्या?? तुम मेरा कुछ बिगाड़ पाओगी??? क्या लगता हैं तुम्हे?? तुम्हारी बातो से मुझे हसी आ रही है! तभी वो काला साया एक जपत में नन्हे बच्चे की ओर चले जाता है! और उसे पकड़ लेता है! वो बच्चा बहुत ही दर्द भरी आवाज में चिल्लाते हुए कहता है: मां मां...... मां.. कुछ करो .. मां कुछ करो......... 

उसकी मां ये देख कर बहुत ही हैरान हो जाति है! और चिल्लाते हुए कहती है: मेरे बच्चे को छोड़ो .. अगर मेरे बच्चे को नही छोड़ा तो तुम्हे में नही छोडूंगी....... तभी वो काला साया अपने धुएं से उस महिला के कपड़े निकाल ने लगता है! ये देख कर वो महिला चिल्लाते हुए कहती है: ये क्या कर रहे हो??? 

तुम ऐसा नहीं कर सकते .... वो अपने बच्चे के सामने अपनी ऐसी हालत केसे होने देती! 

तभी उसे दूर से एक ज्वाला दिखाए देती है! और वो महिला काले साया को गुमराह करते हुए कहती है: ठीक है! में कहने के लिए त्यार हु.. वो तुम्हे कब और कैसे।मिलेगी.. लेकिन उसे पहले तुम्हे मुझे छोड़ ना होगा.. और मेरे बच्चे को भी! 

तभी वो काला उसके बच्चे को छोड़ देता है! और उसकी मां उसको कहती है: बेटा तुम उस पत्थर के पीछे छिप जाओ. जल्दी जल्दी बेटा.. जल्दी जल्दी ...... 

वो बच्चा अपनी मां की बात सुनकर वह से चले जाता है! और जाते जाते उसकी मां उसको गले लगा देती है! और उसके कानो में कहती है: किसी भी हालत में किसी भी परिस्थिति में .. हार नहीं मान नि हैं... अपने अच्छे पन को सदेव बरकरार रखना.... और आने वाले समय में तुम्हारा बहुत ही बड़ा महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है!.... तुम अपने आप को हिम्ममत देना... अब जाऊ.. जल्दी से... 


लेकिन ma.. वो बच्चा उसकी मां को देखते हुए कहता है! 

लेकिन उसकी मां कहती है: जाऊ जल्दी जल्दी । उसकी बात सुनकर वो बच्चा वहा से चले जाता है! और अपने मां के कहने पर एक पत्थर के पीछे जा कर छिप जाता है! 

उसकी मां उस काले साए को देख कर कहती है: उसका जन्म....... वो चलते चलते जा रही थी! तभी उसके नजदीक एक ज्वाला आ गई होती है! और वो अपनी हिम्मत करते हुए कहती है: उस बच्ची का जन्म तुम्हारे अंत के लिए होगा.. नरभक्ष....... तुम्हारे अंत के लिए वो पृथ्वी पर जन्म लेगी.... तुम्हारा अंत आने वाले समय में नक्की है! वो इतना कह कर अपने हाथो में पकड़ा हुआ त्रिशूल उस काले साए को दिखा देती है! जिसको वजह से वो काला साया बड़े ही जोर जोर से चिल्ला ने लगता है! ............. और उस महिला ने अपने हाथो में पकड़े हुए त्रिशूल को अपने ही हाथो पर मार देती है! जिसे उसकी पवित्र खून की बूंदे.. नीचे गिर जाति है! और वो कुछ बूंदे उस काले साए के अपर डाल देती है..... जिसे वो  काला साया चिल्लाते हुए उस ज्वाला में नीचे दस्ता जा रहा था! और थोड़ी देर बाद ... वहा पर सब कुछ नोर्मल हो जाता है! और वो काला साया उस वैरान पड़ी हुई जमीन के नीचे चले जाता है! ................


100 साल के बाद ......

गुजरात में .....

नवरात्रि का माहौल था... चारो ओर जोर जोर से dj और ढोल की आवाज सुनाई दे रही थी।।। तभी वहा पर एक लड़का आता है! और वो माइक पर एनोउस करते हुए कहता है: चलिए जल्दी जल्दी वक्त हो गया है.... आरती का.. आज हमारी मां अंबे का.. पहल नोरता है! यानी की पहली नवरात्रि है! आज मां अंबे का स्वागत हम पूरे जोश और उत्साह से करेंगे .... 


सारे लोग माताजी की आरती के लिए आ जाते है! और सभी लोग मां अम्बे की आरती में मग्न हो जाते है! .... दूसरी ओर नन्हे बच्चे खेल रहे होते है.... लेकिन एक लड़की एक लैंप के नीचे खेल रही होती है! जिसे पता भी नही था की उसके ऊपर वाला लेंप पूरी तरह से हिल रहा है....... ये देख कर ......वहा पर सारे बच्चे उस लड़की को वहा से हट ने के लिए कह रहे थे.. लेकिन उस लड़की को देख कर ऐसा लग रहा था की वो लड़की सुन नही पा रही है! यानी की वो बहरी है....


आरती के बीच में एक लड़की की नजर उस छोटी बच्ची पर जाति है! और अब लेंप उसके उपर गिर ने ही वाला होता है! ये देख कर वो लड़की सारी भीड़ में से जगह बनाते हुए उस लड़की को बच्चा ने के लिए जाति है! 

तभी वो लैंप पूरी तरह से निकल जाता है! और उसे लड़की के उपर गिर पाता उसे पहले ही वो लड़की नन्हे बच्ची को बचा लेती है! 

 

To be continued 💫 💙