आकाश और जय बाते कर रहे थे। आकाश ने जय को बताया की कॉलेज टाइम पर कैसे वो काव्या का पीछा करता था।
"अगर वो.. मिस सेहगल को परेशान करने की वजह से जेल में था तो, तो छूटा कैसे?" जय ने आकाश से पूछा।
"ही वास माइनर, बैक धेन।" आकाश ने कहा।
"I was scared.. at that moment, when I saw her. On the floor, helpless. तुझे उस आदमी को ऐसे नही छोड़ना चाहिए था, ब्रो।" जय के चेहरे पर साफ साफ गुस्सा दिख रहा था।
आकाश इस बात से हैरान था की हमेशा शांत रहने वाला उसका दोस्त जय इतना रिबेलियस कैसे हो गया... वो भी एक अनजान लडकी के लिए। "जहा तक में तुझे जनता हु, यू वर नेवर धीस काम, आई मीन ऐसा भी क्या हो गया?"
"मेने जब हॉस्पिटल ज्वॉइन किया था.. may be I was 19. तब से, उस टाइम में ही। मेने लोगो को कुछ क्रिमिनल्स की वजह से इतना सफर करते हुए देखा है। That made me think like this. अगर में टाइम पे नही आता तो... मिस सेहगल.." जय ने कहा।
"थैंक यू।" आकाश ने कहा।
"सीरियसली...?" जय को आकाश का इस तरह फॉर्मली बात करना पसंद नही आया।
आकाश ने क्लेरिफाई करने की कोशिश करते हुए कहा, "मतलब, देख.।.. जान है वो मेरी। उसे कुछ जो जाता तो.. नही, सोच तक नहीं पता में।"
"You love her, right?" जय ने कन्फ्यूज होके कहा।
"Of course. एवन अगर वो मेरी लाइफ में नही आती तो... अब तक में अपनी लाइफ से ही give up कर चुका होता।" आकाश की आंखे ये बोलते हुए नम थी।
"गर्लफ्रेंड है?" जय ने धीरे से पूछा।
जय की इस बात पे आकाश ने तुरंत कहा, "तुझे ऐसा क्यों लगता है?"
"कोई भी बोल सकता है, तेरी ऐसी बाते सुनके।"
"आज तक तो किसीने नहीं कहा मुझे।" आकाश ने कुछ सोचते हुए कहा।
"आज तक श्रेया के बारे में तो ऐसा नहीं कहा तूने।"
जय की बात सुनके आकाश के चेहरे के भाव तुरंत बदल गए, "वो सब पुरानी बाते है और वो थोड़ी न मेरी गर्लफ्रैंड थी?"
जय ने इसके सामने देखते हुए कहा, "तू अभी भी उससे प्यार करता है। एक्सेप्ट ईट। देखा है मेने।"
"और वो कहा देख लिया?" आकाश ने पूछा।
"उस दिन, तेरे घर पे। जब में आया था.., कैसे तेरी नजरे छुप छुप कर उसे देख रही थी।" उसकी बात सुनके आकाश चुप होके ड्राइव कर रहा था। "तुम दोनो को क्या लगता है.. मुझे समझ नहीं आएगा, तुम्हारा एक दूसरे को ऐसे नजरे चुरा चुरा के देखना। "
"Shut up." आकाश ने उसे चुप कराते हुए कहा। कुछ सोचने के बाद आकाश ने कहा, "सब ठीक चल रहा है, श्रेया की लाइफ में?"
"मुझे कैसे पता?" जय ने उसे चिड़ाते हुए कहा। "तेरी नेबर है वो। How do I know?"
"मेरे जाने के बाद?"
आकाश की इस बात पे थोड़ी देर बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जय ने कहा, "वैसे तो साथ मे नहीं थे हम, ऑल द टाइम। थोड़े बहुत लड़के आए उसकी लाइफ में... बट आई डोंट थिंक सो.. की उसने किसीको एक्सेप्ट किया हो। आई मीन, वो भी तुझे नहीं भूल पाई शायद।" थोड़ी देर बाद जय ने सीरियस होते हुए कहा, "तुझे देखके भी नहीं लगता की तू उसे भूल पाया है।"
"थिंग्स आर नॉट धाट ईजी, राजशेखर।" आकाश की यह बात सुनके जय चुप हो गया था।
"We have arrived." आकाश ने कार को ब्रेक करते हुए कहा।
"चल घर, डिनर करके जाना।"
"Nope.. sorry bro. मॉम भी आज आई है ऐंड अंकल भी। मुझे बहुत सवालों के जवाब देने है। मॉम को ऊपर से कल जो हुआ उसके बारे में कुछ नही पता। अब उनकी प्यारी बेटी को इतना सफर कराया है मेने, तो आज में और रॉनी तो गए। और आई डोंट थिंक की अंकल भी आज मॉम से हमे बचा पाएंगे। ऊपर से रॉनी के पैरेंट्स भी कल सुबह आ रहे है। डबल डोज ऑफ डांट। वी गौना डाई, फॉर श्योर।"
जय ने हसते हुए उसे बाई कहा, "बाई, अहूजा।"
"Good night, राजशेखर..।"
Continues in the next episode.....
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