जब जय पुलिस स्टेशन से निकल कर बाहर आया तो उसने देखा की आकाश अपनी गाड़ी के पास खड़ा किसीको फोन कर रहा था।
आकाश थोड़ी दबी हुई आवाज में सामने वाले से बात करने लगा, "He asked.., about what you said. बट, मुझे लग रहा है की वो उस आदमी की साइड ले रहा है। मानो जैसे क्राइम हमने किया हो।" आकाश की आवाज में गुस्सा साफ झलक रहा था।
"आप टेंशन ना लो। इंस्पैक्टर खुद मीडिया में स्टेटमेंट रिलीज करेगा। I promise you about that. बस ध्यान रहे की आपकी बातो से वो आपको ना फसा ले। Behave normal." फोन पर बात कर रहे आदित्य ने आकाश से कहा।
"Hm.." इतना कहके आकाश ने फोन रख दिया। फोन रखते ही पीछे खड़े जय ने कहा, "मुझे घर छोड दोगे..? में अपनी कार नही लाया आज।"
"आए कैसे थे?" आकाश ने रुडली पूछा।
"टैक्सी से।" जय ने कैजुअली जवाब दिया।
"वैसे ही चले जाओ।" बिना अपने चेहरे के हाव भाव बदले आकाश ने जय से कहा।
भले ही बहुत समय बाद दोनो मिले थे, लेकिन आकाश ने आज से पहले जय को ऐसा रूड जवाब नहीं दिया था। जय की आंखो की मूवमेंट से ही समझा जा सकता हैं की वो खुद आकाश के बिहेवियर को लेके कन्फ्यूजन था। "मुझे तुमसे बात करनी है। अभी। आई डोंट वांट टू लिसन एनिथिंग।" इतना बोलते ही वो आकाश की कार में जाके बैठ गया।
"अब ये क्या मुसीबत है।" आकाश ने इरिटेट होकर खुद से कहा और फिर गाड़ी में जाके बैठ गया, ड्राइवर सीट पे।
पुलिस स्टेशन के मैन गैट से बाहर निकलने के बाद, चुप्पी तोड़ते हुए आकाश ने पूछा, "एड्रेस?"
जैसे ही जय कुछ कहता, उससे पहले आकाश ने कहा, "सर्च ऑन एन ऐप।"
जय ने उसकी कार के स्क्रीन में ऐड्रेस सर्च करते हुए कहा, "मिस सेहगल तुम्हारे लिए बहुत इंपॉर्टेंट है। है ना?"
"हा।" आकाश ने उसे रूडली जवाब दिया।
"उस दिन, रात को.." उसने हिचकिचाते हुए कहा, "उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया था।"
इससे पहले की जय आगे कुछ के पाता, आकाश में अपनी कार को साइड में रोकते हुए गुस्से से कहा, "see, तुझे आगे जो भी बोलना है, सोच समझ कर कहना। अब में गाड़ी रोकूंगा नही, सीधा एक्सीडेंट ही करूंगा। और मेरी इस बात को धमकी ही समझना।"
"चिल ब्रो.." जय ने उसे शांत करते हुए कहा। "I know, she is a decent person. मुझे लगता है की उन्होंने मुझे तेरे और श्रेया के बारे में पूछने के लिए ही बुलाया था। गट फीलिंग्स है मेरी, you know." जय ने उसे क्लियर करते हुए कहा लेकिन चिड़ाते हुए।
आकाश ने अपनी गाड़ी स्टार्ट की। उसकी कार की स्पीड कम थी। "गलती कर दी उसे बताकर।"
"क्या बताया?"
"Just a reason. Like what happened. What I left everything." आकाश ने हिचकिचाते हुए कहा। अब उसका गुस्सा थोड़ा शांत हो चुका था। पर वो इस बात से टेंशन में था की काव्या उसकी पिछली जिंदगी के बारे में अब क्यो जानना चाहती है? आज तक उसने खुद आकाश से भी वो बात नही पूछी थी।
आकाश के मन में चल रही बात से अंजान जय की बात से उसका ध्यान अपनी सोच से हटा। "आगे तो तू तब बता पता ना जब खुद तुझे पता हो।" जय ने दबी हुई आवाज में कहा।
"I can hear you. और वो भी मेने उन्हे अभी बताया है। रॉनी की जिद करने पर।"
इसकी बात के बीच में ही जय ने कहा, "तू उन दोनो से ही बहुत प्यार करता है। इंस्पैक्टर तो क्या कोई भी के सकता है.., उस आदमी की इस हालत के पीछे जरूर तेरा हाथ होगा।" उसकी बात सुनके आकाश के चेहरे का एक्सप्रेशन चेंज हो गया। आकाश का कोई जवाब ना आते हुए जय ने उससे पूछा, "आखिर हुआ क्या था, मिस सेहगल के साथ, पहले? और अभी कोई उनकी जान क्यों लेना चाहता है?"
आकाश ने कहा, "तुम सिर्फ उसके डॉक्टर हो। यह सब जानते की जरूरत तुम्हे नहीं है। जस्ट ट्रीट हर।"
"पर शायद तुम्हारा दोस्त तो हु में। राइट?" जय ने कहा।
आकाश ने उसकी इस बात का कोई जवाब नही दिया और ड्राइव करने लगा।
"और तुम्हे मुझे पानी ड्यूटीज समझाने की कोई जरूरत नहीं है। I know that very well."
Continues in the next episode....