Momal :Diary ki gahrai - 20 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 20

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मोमल : डायरी की गहराई - 20

पिछले भाग में हमने देखा की अब्राहम और मोमल की शादी हो गई थी लेकिन उस दौरान एक बार अब्राहम पर जानलेवा हमला हुआ और एक बार रैन सड़क हादसे का शिकार होते होते बाल बाल बच गया। मोमल घर नहीं जाना चाहती थी क्योंकि वह नहीं चाहती थी के रैन को इन सब मुसीबतों के बारे में कुछ भी पता चले और उसे कोई भी चोट पहुंचे। अब्राहम और मोमल को तो इन भूतों की आदत पड़ गई थी और वो लोग कुछ न कुछ कर के अब तक उन से लड़ ही रहे हैं लेकिन रैन को इसका कोई अंदाज़ा नही था। मोमल और अब्राहम इतना तो समझ गए थे कि उन दोनों के आसपास के लोगों को भी वह शैतानी आत्माएं चोट पहुंचाना चाहती है। 
अब्राहम ने एक होटल बुक किया और फिर वह तीनों डिनर करने एक रेस्टोरेंट पर गए, रेस्टोरेंट पर काफी चमक धमक और चहल-पहल थी। लोग खाना खाते हुए हंसी मजाक कर रहे थे। कहीं कोई ठहाके लगा रहा था तो कहीं कोई प्रेमी जोड़ा हाथ पर हाथ लिए, बाहों में बाहें डाले बैठा हुआ था। कोई बच्चा भी इधर उधर दौड़-दौड़ कर खेल रहा था।
हर तरफ जो मनहुसियत फैली हुई थी उस से मोमल को घुटन होने लगी थी। यहां आकार उसे अब थोड़ा अच्छा महसूस हो रहा था।
वहां पर अब्राहम ने पहले एक चॉकलेट केक ऑर्डर किया। मोमल अब भी सहमी हुई इधर उधर देख रही थी। दिल में यही ख्याल आ रहा था कि इस अच्छे पल में भी किसी शैतान की बुरी नजर ना पड़ जाए, रात के अंधेरे में दिल में अलग ही दहशत छाई रहती है। 
कुछ देर में वेटर केक लेकर आया जिसे बहुत ही खूबसूरती से सजाया गया था। 
केक देख कर मोमल के चहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई, उसने बड़ी बड़ी आंखों से देखते हुए अब्राहम से पूछा :" ये केक रैन के बर्थडे के लिए है या फिर हमारी शादी के लिए? इस पर तो कुछ भी नहीं लिखा है।"

अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" यह टू इन वन केक है! रैन के बर्थडे के लिए भी और हमारी शादी के लिए भी। क्योंकि यहां हम तीन ही लोग हैं, दो केक मंगा लेता तो बर्बाद हो जाता और तुम्हें चॉकलेट केक पसंद है इसलिए मैंने चॉकलेट केक मंगाया है। I hope रैन को भी पसंद आयेगा।"
रैन खुश होता हुआ :" अरे हां हां जीजू मुझे भी चॉकलेट केक पसंद है।"

मोमल  :"लेकिन आपको कैसे पता कि मुझे चॉकलेट केक पसंद है ?

अब्राहम :" तुम्हारी डायरी में तुमने लिख रखा था।"

मोमल सर पर हाथ पटकते हुए बोली :" ओहो मैं तो भूल ही जाती हूं कि आपने मेरी पूरी डायरी पढ़ी हुई है।"

रैन हैरत में मुंह पर हाथ रखकर बोला :" ओह!.... तो आप दोनों के मिलने की वजह वह डायरी ही थी! आपने वो डायरी पढ़ी और दी से आपको प्यार हो गया! है ना जीजू!

अब्राहम मुस्कुरा कर :" हां बिलकुल!"

रैन :" वाह ये तो कोई फैरी टेल जैसी लगती है! एक उदास राजकुमारी की आपबीती पढ़कर राजकुमार को उसे बिना देखे ही प्यार हो जाता है।"

मोमल उस के गाल खींच कर बोली :" तुझे बड़ा पता है प्यार के बारे में!... फैरी टेल्स पर बिलीव मत कर, ये सब सिर्फ सुनने में अच्छे लगते हैं।"

फिर धीरे से बोली :" हमे डायरी ने नही, भूतों ने मिलाया है।"

अब्राहम ने अपनी जेब से वोही खुशबूदार  मोमबत्ती निकाल कर केक में लगाया जो बुरी शक्तियों को दूर रखने के लिए फादर ने दी थी। 

रैन ने हैरत में कहा :" जीजू आप कैंडल जेब में लेकर क्यों घूम रहे थे ? 

अब्राहम :" यह स्पेशल कैंडल है इसलिए !... चलो अब इसे बुझाओ!"

रैन ने कहा :" हम तीनों एक साथ बुझायेंगे! चलिए !..वन... टू... थ्री! फ्फू "

मोमल और अब्राहम ने हैपी बर्थडे सॉन्ग गया। फिर तीनों ने मिल कर केक काटा। एक दूसरे को खिलाया । अब्राहम ने उस मोमबत्ती को फिर से अपने जेब में रख लिया। 
डिनर वगैरह करके वह तीनों होटल पहुंचे। होटल बहुत शानदार था। रैन ने पहली बार फाइव स्टार होटल देखा था। हैरत में मुंह खोल कर इधर उधर देखते हुए जा रहा था। लिफ्ट में जा कर बोला :" वाह जीजू ये होटल तो अपने आप में एक दुनियां है।"

अब्राहम :" हां ये इस शहर का सब से अच्छा होटल है। चलो हमारे कमरे आ गए!"

स्टाफ ने उन्हे उनके कमरे दिखाए, रैन अपने कमरे में चला गया। 
मोमल ने कहा :"मेरा कमरा कौन सा है?
अब्राहम :" मेरा कमरा मतलब! हम दोनों का एक ही कमरा होगा ना! आज हमारी शादी हो गई है! हम तो शादी से पहले भी एक ही कमरे में रहते थे, हां वो अलग बात है कि हमारा बिस्तर अलग अलग था अब तो हम एक बिस्तर में सो ही सकते हैं।"

मोमल हिचकिचा कर बोली :" लेकिन अभी चर्च में शादी नहीं हुई है और, और...

अब्राहम बीच के बोल पड़ा :" और क्या?... मोमो!... मैं तुम्हें कहीं भी अकेले नहीं छोड़ सकता क्या पता रात में क्या हो ना हो! मुझे चिंता लगी रहेगी! क्या तुम्हें मेरी फिक्र नहीं होगी ?

मोमल :" हां चिंता तो लगी रहेगी! ठीक है लेकिन वो कैंडल रैन के कमरे में दे दीजिए !... आपको पता है ना की वह बुरी आत्मा हमारे अपनों के पीछे भी लगी है जैसे की डैड के साथ हुआ! मुझे रैन को लेकर डर लग रहा है कि कहीं उसके साथ कुछ गलत ना हो जाए, एक जानलेवा हादसा होते-होते बचा है।"

अब्राहम ने कहा :" हां मैं समझता हूं! एक काम करते हैं इस कैंडल को दो टुकड़ों में बांट देते हैं एक अपने कमरे में जला लेंगे और एक रैन के कमरे में वैसे भी यह जल्दी पिघलती नहीं है और पानी के गिलास में रखकर जलाएंगे तो देर तक जलेगी।"

उन्होंने वैसे ही किया। आधा टुकड़ा रैन के कमरे में जलाया और आधा टुकड़ा अपने कमरे में, कमरा बहुत बड़ा था और बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया हुआ था।


कमरे में आ कर मोमल घूम घूम कर देखने लगी। खिड़की पर लगे रेशमी परदों को हटाते हुए बोली :" यहां पर काफी सुकून है! अच्छा लग रहा है।" 
अब्राहम शरारती लहज़े में बोला :" हां मुझे तो लगा था के तुम होटल के हनीमुन कमरे में सुहागरात मनाना चाहती हो इस लिए होटल में रुकने को कहा।"
मोमल तिरछी नज़र से देखते हुए चिढ़ कर बोली :" मैं ने तो ऐसा कुछ नहीं सोचा था आप के ही दिमाग में चल रहा होगा ये सब इस लिए आप ने सोच लिया।"
अब्राहम हंस कर :" तीखी मिर्ची! मज़ाक कर रहा था।"

वो उसके पास खड़ा हुआ उसके हाथ में एक डिबिया थी। उसने मोमल से दबी आवाज़ में कहा :" मोमो ये हमारी वेडिंग रिंग्स है! मैं वहां तुम्हे पहना नही पाया क्यों के बहुत हड़बड़ी हो गई थी। उसके लिए सॉरी।"

मोमल बस टुकुर टुकुर देख रही थी। 
अब्राहम ने डिब्बी खोल कर दिखाया। दो हीरे की अंगूठियां थीं। 
मोमल देखते ही बोली :" लेकिन मिस्टर वाइल्ड! ये तो बहुत महंगे हैं, इतनी महंगी अंगूठी लेने की क्या जरूरत थी बस पहनना ही तो है! पता नही अमीर लोग फिजूल खर्ची क्यों करते हैं!"

अब्राहम ने गंभीरता से कहा :" अब मैं तुम्हारा हसबैंड हूं! क्या तुम मुझे मिस्टर वाइल्ड, मिस्टर वाइल्ड ही बुलाती रहोगी?.... और हां वेडिंग रिंग महंगे ही होने चाहिए! ये फिजूल खर्ची तो नही है, मैं बस अपने प्यार को खुश करना चाहता था लेकिन लगता है मैं भूल गया की मेरी मुहब्बत एक किताबों की कीड़ा है जो ज़रूरत से ज़्यादा ही समझदार है।"

मोमल ने देखा अब्राहम का मूड खराब हो गया। उसके चेहरे पर हल्की सी नाराज़गी दिखने लगी। 
मोमल ने उसके हाथ से अंगूठी ली और हाथ पकड़ कर पहनाते हुए बोली :" मुझे खुश करने के लिए आपको बड़ी-बड़ी चीज़े करने की जरूरत नहीं है! मैं छोटी-छोटी चीजों से ही खुश हो जाती हूं! और वही मुझे अच्छे लगते हैं जैसे आप मेरे बालों की चोटी बना दीजिएगा, बाल गीले हो तो ड्रायर से सुखा दीजिएगा ,किचन में आकर मुझसे बातें कीजिएगा, मैं कोई ड्रेस पहनू तो उसकी थोड़ी सी तारीफ कर दीजिएगा, मेरे कॉल्स और मैसेज का हमेशा जल्दी रिप्लाई कीजिएगा, मेरी फालतू की बकवास भी गौर से सुनिएगा और जब मैं उदास हो जाऊं तो एक warm hug दे कर बहला लीजिएगा ! बस यही तो काफी होता है। और हां मैं आपको मिस्टर वाइल्ड ही बुलाऊंगी।"

उसकी बातें सुनकर अब्राहम ने मुस्कुराते हुए उसके उंगली में भी अंगूठी डाली, माथे को चूमा और फिर धीरे से गले लगा कर बोला :" हमेशा ऐसे ही रहना बदलना मत। I love you मोमो!"

मोमल उसके बाहों में सिमट कर दबी दबी आवाज़ में बोली :" I love you too!"

कुछ देर के लिए दोनों ने ख़ामोशी से एक दूसरे को गले लगाकर रखा इसी बीच ज़ोर दार बादल गरजने की आवाज़ आई और बिजली की चमक से इलाका उजाला हो गया। 
मोमल अचानक चौंक उठी। अब्राहम ने बाहर की ओर झांकते हुए कहा :" मौसम खराब है! लगता है बारिश होने वाली है।"

मोमल ने जलते हुए मोमबत्ती को देखते हुए कहा :" खड़की बंद कर दीजिए ! पर्दे भी लगा दीजिए नही तो कैंडल बुझ जायेगी।"

देखते ही देखते हवा और बिजली के साथ तूफान शुरू हो गई, जोर-जोर से कड़कने और गरजने की आवाज़ें आ रही थी। हवाओं के साई साई सी आवाज़ गूंज रही थी। मोमल डरी सहमी सोफे पर सिकुड़ कर बैठ गई। अब्राहम उसके पास बैठा और उसके सर को अपने कंधे पर रखकर पीठ सहलाते हुए बोला :"क्या हुआ तूफान से डर लगता है?

मोमल :" नहीं लेकिन ये बिन मौसम तूफान है! हमारे पीछे सिर्फ लामिया ही नहीं पड़ी है बल्के कोई और भी है! पर मुझे समझ नहीं आ रहा है वो कौन है और क्यों हमारे पीछे पड़ा है।"

अब्राहम ने उसे समझाया :" मोमो! हमें पता है कि हमारे आसपास वह चुड़ैल खतरा बनकर मंडरा रही है और शायद उसने अपने भूत दोस्तों को भी हमें परेशान करने के लिए बुला लिया हो अपनी टीम बना रही हो लेकिन जो भी हो अब इन सब में ज्यादा ध्यान मत दो हम जितना ज्यादा गौर करेंगे जितना ज्यादा डरेंगे उनके दिमाग में उतने ही नए-नए ideas आते रहेंगे हमें डराने के लिए ! इसलिए जितना हो सके इग्नोर करो अगर तुम्हें कुछ दिखता भी है या सुनाई देता है तो ऐसा प्रिटेंड करो कि तुमने कुछ देखा ही नहीं कुछ सुना ही नहीं! ऐसा करने से उनका कॉन्फिडेंट गिर जाएगा और शायद उनकी बेहूदी हरकतों में कमी आ जाए!"

अब्राहम उसे समझा ही रहा था के खिड़की पर कुछ ज़ोर से टकराने की आवाज़ आई, आवाज़ इतनी ज़ोर दार थी के जैसे किसी बड़ी चीज़ के टकराने की वजह से खिड़की के कांच टूट कर बिखर गए हो। 
मोमल घबरा कर बोलने लगी :" खिड़की तोड़ दिया! क्या टकराया होगा खिड़की से?

अब्राहम उठ कर देखने जा रहा था की मोमल ने उसका हाथ पकड़ कर बैठा दिया और उसके गले से लग कर बोली :" मत जाओ कहीं! कुछ भी हो सकता है। हम किसी आवाज़ पर ध्यान नहीं देंगे! कुछ नही है सब नॉर्मल है।"

अब्राहम ने उसे ऐसे गोद में उठाया जैसे वो कोई छोटी सी बच्ची हो और बिस्तर में सुला दिया। चादर ओढ़ाते हुए बोला :" सोने की कोशिश करो! तुम्हारे दिमाग को भी रेस्ट चाहिए वरना बीमार हो जाओगी! डरो मत मैं कहीं नहीं जा रहा यही तुम्हारे पास हूं।"

उसके पास लेट कर उसके सर को अपने बाजू में रखा और बालों पर हाथ फेरने लगा।

मोमल घबराई हुई तो थी लेकिन अब्राहम के बाहों में बहुत सुकून का एहसास भी हो रहा था। जो खाली पन उसके दिल में था अब वो आबाद सा लग रहा था। उसे इस बात का अफसोस हो रहा था के वो अपने इन अच्छे पलों को सही ढंग से जी नही पा रही है। इन पलों की खुशियों को मेहसूस नही कर पा रही है। इस समय अब्राहम भी वोही मेहसूस कर रहा था जो मोमल कर रही थी। जैसे दो आधे चांद एक हो गए हों लेकिन उसके इर्द गिर्द काले बादलों ने डेरा डाल दिया हो। 

रात यूं ही गुजर गई, सुबह सवेरे अब्राहम उठ कर सबसे पहले खिड़की के पास आया लेकिन देखा तो खिड़की टस से मस नहीं हुई, न ही उसके कांच टूटे थे। मतलब जो आवाज उन्होंने सुनी थी वह बस उन्हें ही सुनाने के लिए थी।

(अगला भाग जल्द ही)