पिछले भाग में हम ने देखा के मोमल डर से हताश हो कर अब्राहम के गले से लिपटी थी। डेनियल को डर सता रहा था के शायद मोमल पर लामिया की बुरी आत्मा हावी है। लेकिन अब्राहम को यकीन था के वो मोमल ही है जो किसी से भाग कर आई है।
अब भी उसके हाथ पैर कांप रहे थे। अब्राहम ने उसे ड्राइंग रूम में बैठाया और पानी दिया।
उसने उसके सामने घुटनों पर बैठ कर प्यार से पूछा :" मोमो क्या हुआ है बताओ मुझे! किस से भाग रही थी?
मोमल ने एक घूंट पानी पी कर अटकते सांस लेकर बोली :" अंकल हैरी का बेटा!... अंकल हैरी के बेटे ने मेरे साथ बदतमीजी की उसने मुझे छूने की कोशिश की अब्राहम।"
ये कह कर वो रो पड़ी। अब्राहम को उम्मीद नहीं थी के ऐसी कोई बात हो सकती है। उसका खून खौल उठा और गुस्से से उसे ढूंढने बाहर जाने लगा। मोमल और डेनियल दोनों ने उसका हाथ पकड़ लिया और जाने से रोका।
मोमल :" मत जाओ प्लीज़।"
अब्राहम गुस्से से दांत पीसते हुए बोला :" मैं उसकी हड्डियां तोड़ दूंगा! उसकी हिम्मत कैसे हुई? जाने दो मुझे मैं उसे छोडूंगा नही!"
डेनियल ने उसे रोकते हुए कहा :" इस समय जाना सही नही है! बहुत रात हो गई है, अपने गुस्से पर काबू करो हम सुबह देख लेंगे उसे। देखो मोमल डरी हुई है पहले उसे संभालो।"
अब्राहम :" तुम उसे अरेस्ट करोगे सुबह, समझ गए!"
डेनियल :" हां मैं उसे देख लूंगा!.. लेकिन मोमल, अंकल हैरी के होते हुए उसने कैसे क्या किया सब ठीक से बताओ।"
अब्राहम को लुना और अंकल हैरी का ध्यान आया तो परेशान हो कर पूछने लगा :" लुना तो अंकल हैरी के कमरे में थी ना? और वो नालायक सिमोन कब आ गया वो तो शहर से बाहर था?
मोमल बोलने ही जा रही थी के अब्राहम का फोन बजने लगा। कमरे से डेनियल मोबाइल लाकर देते हुए बोला :" अंकल हैरी का फोन है।"
अब्राहम ने फोन उठाया तो अंकल हैरी परेशान परेशान हो कर बोलने लगे :"बेटा मोमल जाने कहां चली गई है! मैं उसे ढूंढ ढूंढ कर परेशान हो गया हूं! उसकी आवाज़ आई थी, मुझे लगा के उसने अंकल कह कर आवाज़ दी फिर मैं ढूंढने लगा।"
अब्राहम ने उन्हे शांत करते हुए कहा :" शांत हो जाइए अंकल ! वो यहां आ गई है, वो भूत से डर गई थी इस लिए भागती हुई आ गई है! आप लुना को लेकर सुबह आ जाइएगा।"
अंकल हैरी :" ओह अब मेरे जान में जान आई! ठीक है मैं सुबह आता हूं।"
फोन रखने के बाद उसने मोमल से पूछा :" अंकल हैरी को उन के बेटे के बारे में कुछ नहीं पता है !तो बताओ असल में क्या हुआ था?
मोमल की आवाज़ थर्रा रही थी फिर भी उसने कांपते हुए बताया :" अंकल हरी और लूना सो चुके थे मैं जब मेन गेट लगाने गई तो वो लड़का अंदर आया, पहले मैं उसे देख कर डर गई फिर समझ आया के वो अंकल हैरी का बेटा है। मैं ने उस से कहा के अंकल हैरी सो गए हैं आप अपने कमरे में चले जाओ! उसने पी रखी थी, उसने एक बार मेरी तरफ ललचाई नज़रों से देखा और अपने कमरे की ओर जाने लगा। वो जब जा रहा था तब उसके कदम लड़खड़ा रहे थे।
उनके घर की खिड़कियां बड़ी बड़ी हैं। मुझे नही पता था के वो रात को उठ कर इस तरह गेस्ट रूम में आ जायेगा। मैं खिड़की लगाना भूल गई और वो वहां से अंदर आ गया। आकर उसने मुझे हाथ लगाने की कोशिश की, मैं किसी तरह खुद को उस से छुड़ा कर बाहर निकल आई और अंकल के कमरे की तरफ गई तो देखा उनका कमरा बाहर से लगा हुआ था! उस कमीने ने बाहर से लगा दिया था। मैंने जैसे ही कमरे की कुंडी खोली उसने मुझे पकड़ लिया और मेरा मुंह बंद कर के ले जाने लगा, मैने उसे एक लात मारा और पास में रखे लकड़ी की कुर्सी उसके सर पर मार दिया और सीधा यहां भागी चली आई, एक बार पीछे मुड़ कर देखा तो वो मेरा पीछा कर रहा था लेकिन उसे चोट लगी थी इस लिए शायद भाग नही पाया। उस कमीने ने मुझे हाथ लगाया। मुझे गंदे नियत से छुआ।"
ये कह कर वो फिर से रोने लगी। अब्राहम ने उसे गले लगाया और शांत कर के कहा :" उसके हाथ तोड़ दूंगा मैं! चुप हो जाओ। तुम बहुत बहादुर हो! I'm proud of you!.... घबराओ मत मैं उसे इसकी सजा ज़रूर दिलाऊंगा।"
उसे चुप कराते हुए उसकी नज़र उसके हाथों पर पड़ी। उसने देखा के मोमल के हाथ में वो माला नही है जो फादर ने दी थी। वो चिंतित हो कर बोला :" तुम्हारे हाथ से माला कहां गया?
मोमल सहमी हुई बोली :" मुझे पकड़ने की कोशिश में उस लड़के ने तोड़ दिया! अब मैं क्या करूंगी! वो मोतियां गेस्ट रूम में बिखरी पड़ी होंगी।"
अब्राहम ने उसका हाथ पकड़ा और सीधा अपने कमरे में ले आया। बिस्तर में बैठा कर बोला :" मैं अंकल को बोल दूंगा वो सभी मोतियों को तलाश करे ठीक है! अभी परेशान न हो तुम, यहां सेफ रहोगी।"
कमरे के दरवाज़े के पास खड़ा हो कर डेनियल ने हिचकिचाते हुए कहा :" अब्राहम! मैं यहां ड्राइंग रूम में सो जाता हूं!"
अब्राहम :" हम्म सो जाओ।"
फिर उसने मोमल से कहा :" पैर ऊपर उठाओ! ठीक से बैठो, मैं आता हूं।"
वो जाने लगा तो मोमल ने हाथ पकड़ लिया और डरी हुई आंखों से देखते हुए बोली :" कहां जा रहे हैं आप? मत जाओ, मुझे डर लग रहा है!"
अब्राहम ने उसके चहरे से आंसु साफ करते हुए कहा :" बस पांच मिनट में आता हूं।"
वो कमरे से बाहर गया और मोमल बिस्तर पर सिकुड़ कर बैठ गई, अब उसे ठंड लगने लगी थी जिस वजह से बदन सिहर रहा था। उसने कंबल को अपने ऊपर रखा और किसी बच्ची की तरह बैठी रही।
कुछ देर में वो कप हाथ में लेकर आया और उसके बगल में बैठा और उसे कप देते हुए कहा :" मुझे लगा तुम्हे इस समय चाय की सख़्त ज़रूरत है! मैंने हर्बल चाय बनाई है इस से तुम्हे रिलैक्स फील होगा। चाय पियो और आराम से सो जाओ, मैं यही हूं, यहां सोफे पर! तुम बिलकुल फिक्र मत करो और सो जाओ कुछ देर"
मोमल ने चाय की प्याली हाथ में लिया और फिर मोमबत्ती को देख कर बोली :" ये कैंडल्स! ये कैंडल क्यों जलाया है?
अब्राहम ने कहा :" ये कुछ खास कैंडल्स फादर ने दिए हैं और कहा है की इनकी खुशबू से बुरी आत्माएं दूर रहतीं हैं।"
मोमल रुके रुके लहज़े में बोली :"अच्छा!.... मैं ने रैन को हमारे बारे में बता दिया है।"
अब्राहम सोफे पर जा बैठा जो बिस्तर से कुछ ही फासले पर था। उसने बैठते हुए कहा :" क्या बताया, यही के लामिया की आत्मा हमें परेशान कर रही है?"
मोमल :" नहीं! मैं ने आप के बारे में बताया।"
अब्राहम ताज्जुब से :" मेरे बारे में ! मेरे बारे में क्या?
मोमल रुक रुक कर बोली :" यही के हमारे कॉलेज के एक खडूस प्रोफेसर हैं जिनके घर में मैं रहती हूं! वो सब के लिए तो लोहे की तरह सख़्त है पर मेरे लिए मोम कि तरह हैं जो पिखल कर दरारों को भर देते हैं। मैं उन से और वो खुद को मुझसे दूर भी करते हैं तो किस्मत की डोर हमे एक दूसरे के पास खींच लाती है। मैं आप को....
मोमल आगे कहने ही जा रही थी के अब्राहम फौरन उसके पास आया और उसके मुंह पर हाथ रख कर बोला :" बस और कुछ मत कहो अभी! जब तुम मेरे बारे में मुझसे बात करती हो तो मेरा खुद पर काबू नहीं रहता फिर कहीं मैं होश न खो दूं और किसी तरह की लिमिट क्रॉस न कर दूं! इस लिए अब कुछ मत कहो और सो जाओ बहुत थक गई हो! सुबह होने में बस एक दो घंटे हैं, थोड़ी देर आराम कर लो। जब सब ठीक हो जायेगा फिर हम अपने बारे में बातें करेंगे।"
मोमल खामोश हो गई और चादर ओढ़ कर सो गई, अब्राहम वोही सोफे पर बैठा उसे देखता रहा। पूरी रात यूं ही गुज़र गई, मोमल की बातों से अब्राहम के दिल में इतनी हलचल पैदा हो गई के वो शांत हो कर एक पल भी सो नही पाया। उसका दिल ज़ोर ज़ोर से फड़फड़ा रहा था।
अंकल हैरी के घर में __
लूना सुबह सुबह उठते ही मोमल को ढूंढते हुए गेस्ट रूम में गई जहां उसे वो तो नही मिली लेकिन मोतियां बिघरी पड़ी मिली। वो मासूमियत से उन मोतियों को बैठ कर एक एक कर के उठाने लगी और उन्हे मुट्ठी में जमा करने लगी। अंकल हैरी उसे ढूंढते हुए आवाज़ लगा रहे थे :" लुना!... लुना बेटा चलो हमे मम्मा पापा के पास जाना है।"
उसे ढूंढते हुए उनकी नज़र दूसरे कमरे से निकलते हुए उनके बेटे पर पड़ी। जिसके सर पर पट्टी बंधी हुई थी। उसे अचानक देख कर अंकल हैरी हैरत में बोले :" अरे सिमोन! तुम कब आए? और ये चोट कहां से लगा कर आए हो? किसी से मार खा कर आए हो क्या?"
सिमोन ने बहाने बनाते हुए कहा :" ओह पापा ऐसा कुछ नही है !... मैं बारह बजे रात को आया हूं क्यों के मेरे वर्क प्लेस में मुझे चोट लग गई थी इस लिए इलाज कर के सीधा घर आ गया। आप सो गए थे इस लिए मैं ने जगाया नही।"
अंकल हैरी ने शक के नज़र से देखते हुए कहा :" तुम्हारे लिए दरवाज़ा किस ने खोला था? तुम खिड़की से कूद कर तो नही आए हो न!"
सिमोन बड़ी सफाई से झूट बोला :" हां एक खूबसूरत लड़की ने दरवाज़ा खोला था! पहले मुझे लगा वो मेरी बहन एलिस है लेकिन याद आया के एलिस तो नही रही! वो दरवाज़ा खोल कर गेस्ट रूम में चली गई और मैं अपने रूम में चला गया और सो गया था।... वैसे मेरी भांजी और वो दरवाज़ा खोलने वाली बहन कहां है? दिखाई नही दे रही है।"
अंकल हैरी ने उसके सवाल का जवाब तो नही दिया :" मैने नाश्ता बना दिया है! खाने का मन हो तो खा लेना।"
सिमोन :" आप कहीं जा रहे हैं?
अंकल हैरी बे रूखी से बोले :" मैं कहीं भी जाऊं तुम्हे इस से क्या? आए हो तो अपने काम से काम रखो।"
सिमोन :" पापा मैं आपका बेटा हूं आप मुझसे ऐसे बात क्यों करते हैं?
अंकल हैरी :" बेटा ? क्या सच में तुम मेरे बेटे हो!
सिमोन :" पापा बस कीजिए"
अंकल हैरी :" पहले अच्छा बेटा बनो फिर मैं भी अच्छा बाप बन जाऊंगा।"
ये कह कर वो गेस्ट रूम में गए जहां लुना उन मोतियों को जमा कर रही थी। कुछ मोतियां पलंग के नीचे चले गए थे जिनको उठाने के लिए वो पेट के बल लेट गई थी।
अंकल हैरी :" अरे ये मोतियां ऐसे कैसे बिखर गईं! ये तो मोमल और अब्राहम सर के लिए बहुत इंपोर्टेंट हैं!"
लुना :" हां मैंने पापा को कहते सुना था वो मम्मा से कह रहे थे की किसी भी हाल में इन मोतियों को पहने रहना लेकिन मम्मा ने इनको ऐसे फेंक क्यों दिया और वो कहां चली गईं हैं?
अंकल हैरी :" वो पापा के घर चली गई है उन्हे कुछ काम था इस लिए! चलो इन सभी मोतियों को जमा कर के हमे भी वहां जाना है।"
अब्राहम का कॉटेज __
अब्राहम कॉलेज के लिए तैयार हो गया था और अब डेनियल भी जा रहा था। उसने डेनियल से सिमोन को अरेस्ट करने के लिए कहा तो मोमल कमरे से बाहर आ कर बोली :" नहीं उसे अरेस्ट मत कीजिए ! वो अंकल हैरी का बेटा है मैं नही चाहती के उन्हे उसके इस गंदे हरकत के बारे में पता चले!"
अब्राहम चिढ़ कर :" मोमो तुम एक मुजरिम को बचा रही हो? रात भर में भूल गई उसने तुम्हारे सात क्या किया!"
मोमल :" मैं उसे क्यों बचाऊंगी! मैं ने तो उसे उसके किए की सज़ा भी दे दी है! अंकल हैरी को हर्ट नही कर सकती वो हमारे लिए इतना कुछ करते हैं।"
डेनियल दोनों को देखते हुए बोला :" यार पहले तुम दोनों कंफर्म कर लो फिर मुझे बता देना अभी मैं निकल रहा हूं मुझे देर हो जायेगी।"
अब्राहम :" ओके तुम जाओ! Take care"
डेनियल अलविदा कह कर चला गया । मोमल अब्राहम से :" आप को एक बात बतानी है।"
अब्राहम :" हां बोलो क्या बात है?
मोमल :" जब मैं रात को भाग रही थी तब मैने कुछ अजीब देखा!"
अब्राहम :" क्या देखा तुम ने?
मोमल :" जब मैं सुनसान रास्ते पर दौड़ रही थी तब मैंने देखा के दो या तीन अजीब अजीब परछाई मेरे आसपास घूमने लगी! क्यों के मेरे हाथ में सफेद मोतियों का माला नही था इस लिए वो रूहें मेरे क़रीब आ गई थी। उन परछाई में सिर्फ सर दिखाई दे रहा था। वो बहुत भयानक लग रहा था। मैं ने घबराहट में बाइबल के कुछ वर्स पढ़े और भागने लगी! मुझे इतना तो मालूम है की वो एक नही बल्के एक से ज़्यादा थे।"
अब्राहम कुछ देर सोच में पड़ गया। कुछ समझ नही आ रहा था के उनके साथ आखिर क्या हो रहा है। वो खुद को और मोमल को इस मुसीबत से कैसे महफूज़ रखेगा?
(अगला भाग जल्द ही)