अब आगे,
अपने बड़े पोते राजवीर की बात सुन कर कि वो कुछ दिन बाद आएगा तो अब राजवीर के दादा रघुवीर जी ने अपने बड़े पोते राजवीर को कुछ नही कहा और कॉल कट कर दिया..!
वही अब अभय ने राजवीर से पूछा, "तूने अपने दादा जी से ऐसा क्यू कहा कि तू कुछ दिन बाद आएगा जबकि हमारा सारा काम आज के आज ही निपट जायेगा..!"
अपने दोस्त अभय की बात सुन कर, अब राजवीर ने उस से कहा, "हां मै जानता हूं कि हमारा काम आज पूरा हो जायेगा मगर मै कुछ दिन और यहां बनारस में रुकना चाहता हूं..!"
अपने दोस्त राजवीर की बात सुन कर, अब अभय ने उस से कहा, "कभी कभार मुझे तेरे कुछ समझ में नही आता है कि तू करना क्या चाहता है और कहा तो तू बनारस जैसे छोटे शहर में आना नही चाहा रहा था और अब जब आ गया है तो यहां से जाना नही चाहा रहा है..!"
अपने दोस्त अभय की बात सुन कर, अब राजवीर ने उस से कहा, "मै दिल्ली से अकेला जरूर से आया था मगर मैं पहली बार इस शहर से किसी को अपने साथ लेकर ज़रूर से जाऊंगा..!"
राजवीर की बात सुन कर, उस के दोस्त अभय के होश ही उड़ चुके थे और फिर उस ने कुछ सोचने के बाद उस के दोस्त अभय के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई थी..!
और उस ने अपने दोस्त राजवीर से पूछा, "क्या वो लड़की रूही ही है जिस को तू अपने साथ लेकर जाने की बात कर रहा है..?"
अपने दोस्त अभय की बात सुन कर, राजवीर के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ गई जिस को देख कर ही राजवीर के पी ए दीप और पर्सनल बॉडीगार्ड देव भी हैरान रह गए..!
अपने दोस्त राजवीर का इशारा देख कर अभय खुश हो गया था मगर उस को भी एक बात का डर था कि क्या रूही, राजवीर के गुस्से को शांत कर पाएगी या फिर राजवीर अपने दीवानगी मे सारी हदें ही पार कर देगा..!
वही अब राजवीर के दोस्त अभय ने उस से पूछा, "क्या तुझे रूही से प्यार हो गया है..?"
अभय ने ये अपने दोस्त राजवीर से पूछा ही था कि अब कुछ टूटने की आवाज आई और सब ने जैसे ही अपने पीछे देखा तो वहा अभय का पी ए आकाश खड़ा हुआ था और उस के आस पास जमीन पर पानी, कांच के गिलास के टुकड़े और ट्रे पड़ी हुई थी..!
क्योंकि राजवीर की हाईटेक रसोई से अभय का पी ए आकाश अपने बॉस के लिए पानी लेकर आ रहा था और उस ने जैसे ही अपने बॉस अभय की बात सुनी उस के हाथ से पूरी की पूरी ट्रे ही नीचे गिर गई थी..!
अब जब उस ने अपने बॉस अभय और बॉस के दोस्त राजवीर की नजर अपने ऊपर महसूस करी तो अब अभय का पी ए आकाश के पसीने छूट गए..!
और उस ने हकलाते हुए अपने बॉस अभय से कहा, "वो... वो बॉस गा..गलती से हो गया, मै.. मै अभी साफ करवा देता हु..!"
अपनी बात कह कर अब अभय का पी ए आकाश जल्दी से वहा से वापस राजवीर की हाईटेक रसोई की तरफ भाग गया..!
वही अभय के पी ए आकाश के जाने के बाद अब राजवीर ने हंसते हुए अभय से कहा, "मुझे यानी "राजवीर सिंघानिया" को प्यार वो भी उस लड़की से (रूही से) जिस से मै अभी सिर्फ एक बार ही मिला हु, कही तेरा दिमाग तो अपनी जगह पर से हट तो नही गया है क्योंकि प्यार उस इंसान को होता है जिस के पास दिल हो और मेरे पास तो दिल न कभी था और न कभी है और न ही कभी होगा..!"
राजवीर की बात सुन कर, उस के दोस्त ने अपने मन में कहा, "यार तू इतना बुरा नही है जितना तूने अपने आप को बना लिया है पर अगर वो लड़की (रूही) तुझे बदल सकती है ना तो बप्पा (भगवान) से मेरी एक यही विनती है कि मुझे मेरा पुराना वाला दोस्त वापस से मिल जाए..!"
वही राजवीर की बात सुन कर, राजवीर के पी ए दीप ने अपने मन में कहा, "कितनी बुरी किस्मत होगी उस लड़की (रूही की) जो मेरे बॉस को पसंद आ गई है और पता नही ये "डेविल" रूही मैम के साथ क्या करेंगे..!"
और ऐसे ही वहा खड़े राजवीर का पर्सनल बॉडीगार्ड देव, उस का पी ए दीप, अभय का पर्सनल बॉडीगार्ड राज बस राजवीर को देखे जा रहे थे..!
To be Continued......❤️✍️
हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।