Devil Ceo's Sweetheart - 69 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 69

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 69

अब आगे,

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी, रूही के चेंजिंग रूम से बाहर निकल गई थी और बाहर निकल कर ही उस ने उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के किसी एम्प्लॉय को इशारा करा..!

और वहा पर जितने भी एम्प्लॉय थे सब के सब रूही की इकलौती दोस्त खुशी के पास पहुंच गए क्योंकि उन होने उस का खतरनाक रूप पहले ही देख लिया था और अब वो कुछ और नहीं देखना चाहते थे..! 

उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के सभी एम्प्लॉय में से ही एक मेल एम्प्लॉय ने हिम्मत कर के रूही की इकलौती दोस्त खुशी से हकलाते हुए पूछने लगा और जिस को खुशी ने इशारा कर के बुलाया था, "जी..जी मैम आप ने मुझे बुलाया..!" 

उस मेल एम्प्लॉय की बात सुन कर, रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने उस से कहा, "मैने सिर्फ तुम्हे ही बुलाया था तो ये सब यहां क्यू आ गए..!" 

रूही की इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर ही उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के वो बाकी एम्प्लॉय ऐसे गायब हो गए जैसे गधे के सिर से सींग..! 

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी के सामने वो मेल एम्प्लॉय ही खड़ा हुआ था वैसे तो वो उन सब मेल एम्प्लॉय की हेड था और वो आज तक किसी लड़की से इतना नही डरा था जितना वो आज खुशी के सामने खड़े होने से भी डर रहा था..! 

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने उस मेल एम्प्लॉय से कहा, "यहां पर एक बैक लेस हॉट एंड सेक्सी बहुत ही खूबसूरत सी ड्रेस रखी हुई थी मुझे उस के लिए ही एक नेट का अपर चाहिए जिस से वो उस ड्रेस का डीप बैक कुछ हद तक ठीक हो सके तो मेरे पास ज्यादा समय नही है इसलिए मुझे वो जल्द से जल्द लाकर दो..!"

रूही की इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर ही उस मेल एम्प्लॉय ने झट से अपना सिर हां मे हिला दिया और अब झट से वहा से भाग कर नेट अपर सेक्शन मे पहुंच कर सारे एम्प्लॉयस को काम पर लगा दिया..! 

वही रूही, अपनी इकलौती दोस्त खुशी का इंतजार कर रही थी पर वो ऐसे ही चेंजिंग रूम से बाहर नही जा सकती थी बस इस लिए ही उस ने अपने चेंजिंग रूम का दरवाजा खोला ही था कि किसी ने एक दम से पूरा का पूरा दरवाजा ही खोल दिया..! 

और जब अब अपने सामने खड़े इंसान को रूही ने देखा तो वो घबरा गई क्योंकि वहा एक करीब 25 - 26 साल का एक लड़का खड़ा हुआ था और जब उस लड़के ने अपने सामने खड़ी रूही को देखा तो वो उस को देखता ही रह गया था..!

वैसे तो मेल और फीमेल का चेंजिंग रूम अलग अलग बनाया हुआ था पर मेल कस्टम के चेंजिंग रूम फुल हो चुके थे और इसी वजह से वो लड़का यहां चेंज करने आ गया होगा..! 

वही वो लड़का, रूही को एक टक निहार रहा ही था और रूही शर्म से पानी पानी हो रही होती थी वो बार बार उस चेंजिंग रूम के दरवाजे को बंद करनी की कोशिश कर रही थी..!

मगर कर नही पा रही थी क्योंकि उस लड़के ने अपना एक हाथ से उस चेंजिंग रूम के दरवाजे को पकड़ा हुआ था..! 

वही जैसे ही रूही ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी को देखा तो उस ने झट से उस को आवाज लगाते हुए कहा, "खुशी देखो ना ये चेंजिंग रूम का दरवाजा नही छोड़ रहे हैं..!"

खुशी ने जैसे ही अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की आवाज सुनी तो पीछे मुड़ कर देखा तो पाया कि एक लड़के ने रूही के चेंजिंग रूम का दरवाजा पकड़ा हुआ था..!

और रूही को ही देखे जा रहा था और उस को देख कर रूही की इकलौती दोस्त खुशी का गुस्सा फिर से बढ़ गया और अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी गुस्से से उस लड़के के पास पहुंच गई..! 

और जैसे ही उस ने उस लड़के के कंधे को पकड़ कर अपनी तरफ करते हुए उस लड़के से कहा, "तेरी इतनी हिम्मत तूने मेरी ही सब से अच्छी दोस्त रूही के साथ बातामीजी करने की कोशिश करी, तुझे तो मैं छोडूंगी नही..!" 

रूही की इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब वो लड़का अपने होश में वापस आ चुका था और वो जैसे ही खुशी की तरफ मुड़ा तो खुशी उस को देखती ही रह गाई और उस के मुंह से एक ही शब्द निकला, "आप...!" 

To be Continued...❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।