Devil Ceo's Sweetheart - 67 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 67

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 67

अब आगे,

अब जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही को वो बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को लेने की बजाए पीछे हटते हुए देखा..!

तो अब खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से पूछा, "क्या हुआ लेना और तुझे पता तो है कि हमें फिर पार्लर जाकर तैयार भी होना है तभी तो हम दोनो मिल कर मेरी दोस्त की बर्थडे पार्टी में तहलका मचाएंगे ना..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब, रूही ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी से कहा, "वो तो ठीक है, मगर ये बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस कितनी महंगी है और मै इस को अफॉर्ड नही कर सकती हु..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर अब उस की इकलौती दोस्त खुशी ने उस से कहा, "महंगी है तो क्या हुआ और मैं तो बस तुझे ये ड्रेस ट्राई करने को बोल रही हूं ना कि अभी के अभी खरीद लेने को..!" 

अपनी बात कह कर अब खुशी ने रूही के हाथ में वो बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस पकड़वा दी और उस को चेंजिंग रूम की तरफ धक्का देते हुए अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहने लगी, "अब जा भी ज्यादा समय नही है हमारे पास..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने उस के हाथ से वो बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को ले लिया और न चाहते हुए भी चेंजिंग रूम की तरफ बढ़ गई..! 

रूही को जाता हुआ देख कर अब उस की इकलौती दोस्त खुशी के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ गई और उस ने अपने आप से कहा, "अगर ये बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस तेरे पर अच्छी लग गई न तो तुझ को ये ड्रेस दिलवाने के लिए मुझ को ही कुछ करना पड़ेगा कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे..!" 

अपनी बात कह कर अब खुशी भी अपने लिए और ड्रेस देखने लगी..! 

करीब दस मिनट बाद,

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी, अब अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही के चेंजिंग रूम का दरवाजा खटखटाते हुए और साथ में रूही को ताना मारते हुए उस से कहने लगी, "अरे ओ रूही, अंदर सो गई क्या, वही जल्दी से बाहर निकल आ, नही तो वो ब्यूटी पार्लर वाले मेरी अपॉइंटमेंट कैंसिल कर देंगे..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने अपने चेंजिंग रूम का थोड़ा सा दरवाजा खोल दिया तो उस की इकलौती दोस्त खुशी ने उस दरवाजे को पकड़ कर पूरा ही खोल दिया और उस ने जैसे ही रूही को देखा तो देखती ही रह गई..! 

क्यूंकि हमारी रूही उस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस में आसमान से उतरी हुई किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी और साथ में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी वो भी बिना किसी मेकअप के..!

खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही को देखा ही था कि रूही ने झट से अपने चेंजिंग रूम का दरवाजा बंद कर लिया तो उस की इकलौती दोस्त खुशी कन्फ्यूज्ड होकर अब अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही के चेंजिंग रूम के दरवाजे को देखने लगी..! 

और फिर अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से पूछा, "क्या हुआ मेरी जान, तूने ऐसे अपने चेंजिंग रूम का दरवाजे को फिर से बंद क्यू कर लिया, बता ना क्या हुआ और जब तक मुझे पता नही चलेगा तुझे हुआ क्या है मै, तेरी मदद केसे कर पाऊंगी..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने उस से बहुत धीरे से कहने लगी, "वो...वो..!" 

रूही का ऐसे एक एक शब्द कहने से अब उस की इकलौती दोस्त खुशी फ्रस्ट्रेटेड हो गई और उस ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहा, "अरे तू कहना क्या चाहती हैं और एक एक शब्द कर के क्यू बोल रही है और तू इतनी धीरे से क्यू बोल रही है कि मुझे तेरी आवाज तक सुनाई नही दे रही है फिर तूने क्या बोला वो केसे समझ में आयेगा..!" 

अपनी बात कह कर अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से दुबारा से कहने लगी, "रुक तू एक मिनट के लिए अपने चेंजिंग रूम का दरवाजा खोल मै अंदर घुस जाऊंगी फिर बताना कि आखिर तुझे हुआ क्या है, अब तो ठीक है ना...!" 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।