Devil Ceo's Sweetheart - 65 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 65

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 65

अब आगे,

अब वो दोनो फीमेल एम्प्लॉय जल्दी से उठ खड़ी हुई और फिर रूही के पास जाकर अपने दोनों हाथो को जोड़ कर खड़ी हो गईं और रूही से कहने लगी, "मैम हमें माफ कर दीजिए, हम आइंदा ऐसी गलती बिलकुल भी नही करेंगे प्लीज हमें माफ कर दीजिए, नही तो हमारे परिवार वालो का क्या होगा क्योंकि हम दोनो का परिवार बहुत ज्यादा गरीब है और हम दोनो ही अपने अपने परिवार में सब से बड़ी है इसलिए ही हम दोनो यहां जॉब कर के अपने परिवार वालो की जरूरतों को पूरा करते हैं और अगर हमारी जॉब छूट गई या हमें कही और काम नही मिला तो हमारे परिवार वालो को बिना किसी गलती के सजा मिलेगी और साथ में हम लोग सड़क पर आ जायेगे..!" 

उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय की बात सुन कर, रूही को उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय पर दया आ गई और अब रूही ने उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय के हाथो को नीचे कर दिया..!

और हिम्मत कर के अपनी इकलौती दोस्त खुशी से कहने लगी, "प्लीज खुशी ऐसा मत करो इन की गलती की सजा इन के परिवार वालो को तो मत दो, प्लीज इन की जॉब इन लोगो से मत छीनो..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर भी खुशी ने उस से कुछ नही कहा, मगर अब अपने गुस्से से उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर से कहा, "कान में रुई डाल कर बैठे हो क्या, जाओ जाकर इन दोनो को यहां से धक्के देकर बाहर निकलवा दो और जो भी मैने कहा है उस को अगर तुम ने भूलने या फिर टालने की कोशिश भी करी ना तो तुम उस का अंजाम अच्छे से जानते ही हो...!" 

खुशी की बात सुन कर या ये कहो कि खुली धमकी सुन कर उस एक्सपेंसिव कपड़ो के शॉप के मैनेजर ने अब जल्दी से अपने गार्ड्स को देखते हुए कहा, "मेरा मुंह क्या देख रहे हो जाओ निकल फेको इन दोनो लड़कियों को...!" 

उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर की बात सुन कर अब दो गार्ड उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय के पास पहुंच गए और उन दोनो को जबरदस्ती वहा से ले जाने लगे..! 

जब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय देखा कि रूही से इतनी प्यार से भी बात करने पर भी हमारी जॉब चली गई और साथ में उन दोनो को धक्के देकर निकला जा रहा है..!

तो अब उन मे से पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय ने रूही को बुरा भला कहते हुए अब रूही से कहा, "इस दो कोड़ी की लड़की (रूही) के लिए हम जैसी खुबसूरत लड़कियों को निकल रहे हो जब की इस की तो कोई औकात भी नही है कि ये यहां इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के बाहर खड़ी होकर इस शॉप को निहार भी सके...!"

अब दूसरी फीमेल एम्प्लॉय भी रूही को कोश्ते हुए कहा, "हमे लगा था कि हम दोनो तुझ जैसी लड़की (रूही) जिस को ढंग के कपड़े पहनने का तरीका भी नही पता है उस लड़की को थोड़ी इज्जत देंगे तो ये हमारी जॉब को बचा लेगी मगर ये हमारी गलती थी और हमें तो तेरे से नही बल्कि इस लड़की (खुशी) से माफी मांगी चाहिए थी, भगवान तुझे कभी माफ नहीं करेगा तूने हम से हमारी जॉब छीन ली..!" 

उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय की बात सुन कर अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी का गुस्सा बढ़ गया और खुशी ने उस गार्ड को रोकते हुए उस से कहा, "रुक जाओ..!" 

रूही की इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब वो दोनो गार्ड अपनी जगह पर ही खड़े हो गए और अब खुशी ने रूही का हाथ पकड़ लिया..!

और उस को उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय के पास लेकर गई और रूही पर टोंट मारते हुए लगी, "क्या कहा था तूने कि मै इन दोनो फीमेल एम्प्लॉय से इन की जॉब न लू और जो अभी इस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय ने कहा वो तो तूने सुन ही लिया होगा क्योंकि तू जिन लोगो के आंखो में आंसुओ को देख कर उन पर दया खा रही थी वही दोनो तो तुझे ही बुरा भला कह रहे है तो अब क्या कहना चाहेंगी आप, रूही देवी जी...!" 

अपनी ही इकलौती दोस्त खुशी की इस तरह बात करने के तरीके को देख कर अब रूही ने अपना सिर नीचे कर लिया था..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।