अब आगे
रूद्र ने रूही की तरफ देखा और बोला मुझे बिल्कुल भी नहीं पसंद अगर तुम्हें कोई चोट पहुंचा या तुम्हारी तरफ नजर उठा कर देखें यह कहकर रूद्र जाने लगा
रुद्र की बात सुनकर रूही ने रुद्र की आंखों में देखकर बोली तुम मुझसे इतना प्यार करते हो रुद्र भी रुही की आंखों में देखकर बोला तुम मेरी जिंदगी हो तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं
अगर किसी ने तुम्हें मुझसे दूर करने की कोशिश की तो उसे मौत से बत्तर सजा मिलेगी रूही अगर मैं तुमसे दूर गई तो रुद्र ने रूही को कार में बैठाया और खुद भी बैठ गया और उसने रूही को अपने पास खींचा और सीरियस होकर बोला जान तुमने अब कह दिया है
दोबारा मत कहना और तुम मुझसे दूर जाने की कोशिश मत करना अगर तूम मुझसे दूर गई तो मैं तुम्हें सबसे दूर ले जाऊंगा जहां तुम तक कोई भी नहीं पहुंच सकता और तुम्हें यहां आजादी की जिंदगी जी रही हो वो कभी जी नहीं सकोगी समझी
यह कहकर रूद्र खिड़की की बाहर देखने लगा रूही जो रुद्र की ऐसी बातें सुनकर बहुत डर गई थी उसने अपना गला तर और बोली थैंक्यू भगवान जी आपने मुझे बचा लिया वरना यह डेविल मुझे सच में खा जाता फिर खिड़की के बाहर देखने लगी
थोड़ी देर बाद
कार आके रूही के घर के बाहर आकर रुकी रूद्र बाहर आया और रूही को गोद में उठा लिया रूही अब मुझे गोद में क्यों उठाया अब तो हम घर आ गए हैं ना मुझे नीचे उतरो रूद्र ने रूही की कोई भी बात नहीं सुनी और लेकर चलने लगा
रूही मैंने कहा प्लीज नीचे उतरो अंदर मां पापा है अगर उन्होंने हमें ऐसे देख लिया तो वो हमारे बारे में क्या सोचेंगे रुद्रा यही सोचे हैं कि मैं अपनी वाइफ से बहुत प्यार करता हूं इसलिए उसे गोद में लिया है
किसी और की वाइफ को तो नहीं लिया रुद्र की बात सुनकर रूही का मुंह खुला का खुला रह गया रुद्र रूही को लेकर विला के अंदर आया रूही ने जल्दी से अपना चेहरा रुद्र के सीने में छुपा लिया इस टाइम हाॅल में कोई नहीं था रूद्र रूही को लेकर सीधा अपने रूम में चला गया
सुबह का टाइम
रुद्र और दीपक जी हाॅल में बैठकर बात कर रहे थे रुद्रा हम विला में शिफ्ट हो रहे हैं अब दोनों भी अपना जो भी समान है वह पैक कर लीजिए हम 2 घंटे में यहां से निकल जाएंगे दीपक जी पर बेटा हम सामान क्यों पैक करें रुद्र क्योंकि आप दोनों भी हमारे साथ रहेंगे
दीपक जी यह क्या कह रहे हो हम कैसे तुम्हारे साथ रह सकते हैं रूद्र क्यों आप हमारे साथ क्यों नहीं रह सकते आप रूही को अपनी बेटी मानते हैं तो आपका उसे पर हक नहीं है दीपक जी ऐसी बात नहीं है बेटा हम रूही को अपनी बेटी ही मानते हैं लेकिन हम तुम्हारे साथ कैसे जा सकते हैं
तुम हमारे दामाद हो और दामाद के घर कैसे रह सकते हैं रुद्रा क्या आप मुझे अपना बेटा नहीं मानते में यह नहीं कह रहा की आपको अपनी बेटी के घर जाना है आपको अपने बेटे के घर रहना है और इससे आगे में और कुछ नहीं सुनूंगा मैं आपसे पूछ नहीं रहा हूं बता रहा हूं आपको हमारे साथ रहना है दीपक जी पर बैठे समाज वाले क्या कहेंगे कि मैं अपनी बेटी के ससुराल में रह रहा हूं
रुद्र मुझे किसी से फर्क नहीं पड़ता और आपको भी नहीं पढ़ना चाहिए लोग क्या कहते हैं उसे पर मत ध्यान दीजिए दीपक जी ठीक है हम तुम्हारे साथ रहेंगे रुद्रा ठीक है हम 2 घंटे बाद यहां से निकलेंगे यह कहकर कमरे में चला गया सुनीता जी दीपक जी से बोली अब हमें अपनी बेटी से दूर नहीं रहना पड़ेगा हमारी बेटी हमारे साथ ही रहेगी मैं बहुत खुश हूं
कि हमें रूद्र जैसा दमाद मिला दीपक जी सही कहा आज रुद्र की वजह से मुझे एक बेटा मिला है अब मुझे जिंदगी से कुछ नहीं चाहिए बस मेरे दोनों बच्चे हमेशा खुश रहें सुनीता जी सही कह रहे हैं उनको किसी की नजर ना लगे
यह कहकर दोनों ही मुस्कुरा दिए
रूही का कमरा रूही सोफे पर बैठकर मोबाइल चला रही थी इतने में रुद्र कमरे में आया और उसने रूही को देखा और बोला वाइफी हमें 2 घंटे में यहां से निकलना है इसलिए सामान पैक कर लो रूही एकदम से खड़ी हुई और कहां कहा निकालना है रुद्र रूही के पास आया और उसका हाथ पकड़ कर अपने पास खींच जिससे रूही रुद्र के सीने से लग गई
रूद्र ने हाथ से रूही के बाल कान के पीछे करें और कहां तुम शायद भूल रही हो मैंने तुमसे क्या कहा था तुम मुझसे दूर गई तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा लेकिन तुमने मेरी बात नहीं मानी इसलिए अब तुम्हें सजा तो मिलनी चाहिए और वह सजा मैं यहां नहीं दे सकता इसके लिए तुम्हें अपने घर चलना होगा और हम 2 घंटे में अपने घर जा रहे हैं यह कहकर कमरे से बाहर चला गया
आज मैंने काई पार्ट दिये है तो आप लोग भी अच्छी अच्छी रेटिंग और कमेंट देना प्लीज़ और फाॅलो भी करना
Cantinue