रूही चलकर रुद्र के पास आई और कहां हां यह मेरे हस्बैंड है और तुमने क्या कहा था कि तुम मुझे हर खुशी दूंगे उसके लिए यह है और तुम्हें पता है यह मुझे बहुत प्यार करते हैं मेरे अलावा किसी और लड़की की तरफ देखते भी नहीं है मेरी खुशी के लिए कुछ भी कर सकते हैं तुम जितना प्यार रिया को नहीं करते होंगे इतना प्यार यह मुझे करते हैं
और जो चीज में डिजर्व करती हूं वो यह मुझे देते हैं मेरे कहने से पहले ही मेरे लिए हर चीज ला कर देते हैं इतना प्यार तुमने कभी रिया को नहीं दिया होगा जितना प्यारी है ये मुझे करते हैं
यह कहकर रूही मुस्कुरा दी राहुल जो पहले से यह सुनकर की रूही और रुद्र की शादी हो गई है गुस्से में था लेकिन जैसे ही उसने रूही के मुंह से रुद्र की तारीफ सुनी वो रूद्र को गुस्से में देखाने लगा
और रुही की तरफ देखकर कहा तुम बिल्कुल भी ऐसा नहीं लग रहीं थीं कि तुम शादी शुदा हो तुम बहुत खूबसूरत हो और रुद्र की तरफ देखकर कहा आप दोनों की जोड़ी बहुत अच्छी है यह कहकर जबरदस्ती मुस्कुरा दिया सुनीता जी हां तुमने सही कहा इन दोनों की जोड़ी को कभी किसी की नजर ना लगे यह कहकर वो दोनों की बलाए लेने लगी
रूद्र ने सुनीता जी से पूछा रुद्रा आंटी यह कौन है सुनीता जी बेटा यह मेरी रिया के मंगेतर थे दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे लेकिन भगवान को इनका प्यार पसंद नहीं आया जिसकी वजह से मेरी बेटी रिया को अलग कर दिया यह कहकर वह रोने लगी रूही जल्दी से अपनी मां के पास आई और कहा मां आप प्लीज रोना बंद करिए आपको पता है रिया ऊपर से आपको देख रही होगी उसको कितना बुरा लगेगा
कि आप उसकी वजह से रो रही हैं सुनीता जी हां तुम्हेंने सही कहा रिया को मेरा रोना अच्छा नहीं लगता था जब भी मैं रोती थी वो बहुत उदास हो जाती थी इसलिए मैं नहीं रहूंगी यह कहकर सुनीता जी ने आंसू पूछ लिए चलो सब डिनर करते हैं बहुत टाइम हो गया
रूही पर मा पापा तो अभी आए नहीं सुनीता जी उनको आने में देर हो जाएगी हम लोग करते हैं चलो नहीं मां जब तक पापा नहीं आएंगे जब तक मैं डिनर नहीं करूंगी सुनीता जी पर बेटा तुम्हारे पापा वही डिनर करके आएंगे वो अपने फ्रेंड के घर गए हैं इसलिए उनको देर हो जाएगी तुम कर लो जैसे ही रूही ने यह सुना उसने कहा ठीक है
फिर चारों ही डिनर करने बैठ गए रूही जो रुद्र के पास बैठी हुई थी राहुल जो रूही को अपनी प्यार भरी नजरों से देख रहा था रूही ने जैसे ही उसने अपने ऊपर किसी की नजर महसूस हुई उसने सर उठाकर रूद्र को दिखा और फिर चारों तरफ देखा उसकी आंखे जाकर राहुल की आंखों से टकराई रही थी
रूही ने जल्दी से अपनी निगाह वहां से हटाई और अपना डिनर करने लगी राहुल रूही को नजर चुराते देख मुस्कुराया और अपने मन में कहा ओफ्फ जान तुम सोच भी नहीं सकती तुमने मुझे अपना कितना दीवाना बना लिया तुम कितनी खूबसूरत हो तुम पहली नजर में ही मेरे दिल पर कब्जा कर लिया था
लेकिन मुझे यह बात बिल्कुल पसंद नहीं आई कि तुमने इस रुद्र से शादी कर ली तुम्हें तो सिर्फ मेरा होना था तुम सिर्फ मुझे डिस्टर्ब करती हो ना कि इस रूद्र को यह कहकर उसने गुस्से में रूद्र को देखा
रूद्र ने जैसे ही अपनी नजर उठाकर राहुल को दिखा राहुल ने घबराकर अपनी नज़रें नीचे कर ले थोड़ी देर बाद चारों ने अपन डिनर किया और हाल में आ गए राहुल ठीक है आंटी अब मैं चलता हूं यह कहकर उसने रूही को देखा और कहा दोबारा मुलाकात होगी फिर उसने रुद्र की तरफ देखा और उसे हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया और रूद्र ने एक नजर उसके हाथ को दिखा फिर उसका चेहरा दिखा उसका हाथ पकड़ लिया राहुल रुद्र के हाथ पकड़ने से उसके चेहरे पर दर्द नजर आने लगा
उसने जल्दी से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश की लेकिन रूद्र ने बड़ी मजबूती से उसका हाथ पकड़ रखा था थोड़ी देर बाद उसका हाथ छोड़ और कहां कोशिश करना कि दोबारा मूझसे मुलाकात ना हो राहुल जो रुद्र को गुस्से में घुरा रहा था जैसे ही उसकी बात सुनी वहां से चला गया
Cantinue