शाम के टाइम
रूही जो हाॅल में सोफे पर बैठ कर टीवी देख रही थी दारबाजे पर किसने nok किया सुनीता जी ने जैसे ही दरवाजा खोला अरे बेटा तुम आओ अंदर बाड़े दिनों बाद आए हो आंटी में काम से बाहर गया हुआ था इसलिए नहीं आ सका
रूही ने जैसे ही आवाज़ सुनी तो खड़ी हो गई रूही गुस्से में उसे लड़के को घूरने लगी सुनीता जी राहुल है रिया के रूही मुझे पता है मामा रिया ने मुझे इनके बारे में बताया था राहुल की तरफ देखकर कहा राहुल यह है मेरी बेटी रूही राहुल कंफ्यूज होकर पर आंटी आपकी तो एक ही बेटी थी
रिया फिर सुनीता जी हां लेकिन अब दो बेटी हैं ठीक है तुम बात करो मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को लाती हूं यह कहकर वो चली गई राहुल जो रूही को घूर-घूर देख रहा था उसने रूही की तरफ हाथ पढ़ाया और कहा हेलो तुमसे मिलकर अच्छा लगा
रूही ने नफरत से राहुल को और फिर उसके हाथ को दिखा उसने कहा लेकिन मुझे आपसे मिलकर अच्छा नहीं लगा राहुल आपका कहने का क्या मतलब है रूही झूठी हंसी-हंसी और कहां मेरे कहने का मतलब यह है कि मुझे आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा
राहुल रूही की बात सुनकर मुस्कुराया और का आप बहुत अच्छा मजाक कर लेती हैं यह कहकर दोनों ही सोफे पर बैठ गए रूही ने राहुल की तरफ देखकर कहा वैसे आपकी गर्लफ्रेंड आपके साथ नहीं आई
राहुल कंफ्यूज होकर मेरी गर्लफ्रेंड मेरी तो कोई गर्लफ्रेंड नहीं है रूही मुझसे मजाक कर रहे हैं राहुल नहीं मैं सच कह रहा हूं रिया के अलावा कोई गर्लफ्रेंड नहीं है लेकिन नेहा तो आपकी गर्लफ्रेंड लगती है क्योंकि वह हर वक्त आपसे चुपकी रहती राहुल नेहा मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है वह तो सिर्फ रिया की दोस्त थी जिसकी वजह मैं उससे बात कर लेता हूं लेकिन जैसा तुम सोच रही हो वो सच नहीं है नेहा मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है
रूही ओ अच्छा लेकिन वो आपसे ज्यादा ही क्लोज है जिसकी वजह से मुझे लगा कि वो आपकी गर्लफ्रेंड है राहुल नहीं ऐसी बात नहीं है इतने में सुनीता जी कुछ खाने को ले आई राहुल आंटी आपको यह सब करने की जरूरत नहीं थी सुनीता जी कैसे बात कर रहे हो बेटा तुम इतने दिनों बाद आए हो जब से रिया हमें छोड़कर गई है
तब से तुम कभी कभी कभार आते हो राहुल आंटी आपको पता है ना जब से रिया मुझे छोड़कर गई तब से मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता और ना ही जीने की इच्छा है सुनीता जी पर बेटा तुम्हें तो आगे बढ़ना होगा कब तक तुम रिया की यादों के सहार अकेले रहोगे
अब तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए रूही सही कहा मामा वैसे भी तुम्हें लड़कियों की कमी नहीं है राहुल ने रूही से पूछा तुम्हारा कहने का क्या मतलब है रूही मेरा कहने का मतलब यह है तुम स्मार्ट हो हैंडसम और इतने अच्छे हो तुमसे तो कोई भी लड़की शादी करने को तैयार हो जाएगी क्यों सही कहा ना मामा मैंन
सुनीता जी सही कहे रही है राहुल रूही अब तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए राहुल ने रूही की तरफ देखा और बोला क्या तुम करोगी मुझसे शादी तुम्हें किसी चीज की कमी होने नहीं दूंगा हर वो खुशी दूंगा जो तुम डिजर्व करती हो
सुनीता जी और रुही ने राहुल को गुस्से में घूरने लगी राहुल ने जैसे ही वहां का माहौल सही नहीं लगा उसने हंसकर कहा आप दोनों तो सीरियस हो गई मैं तो मजाक कर रहा था यह कह कर हंस दिया इतने में रुद्र की गुस्से में आवाज आई हिम्मत भी मत करना ऐसा मजाक करने की वरना क्या पता जिंदा रहो या ना राहुल ने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा तो हडवडा करकर खड़ा हुआ
और कहा सर आप यहां लेकिन आप यहां कैसे मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा कि आप यहां हैं सुनीता जी राहुल तुम्हें इन्हें जानते हो राहुल कैसी बात कर रही हैं आप आंटी इन्हें कौन नहीं जानता कितने बड़े बिजनेसमैन है इनको हर कोई जानता है वैसे ये यहां आई मीन सुनीता जी क्योंकि यह रूही के हस्बैंड है जैसे ही राहुल ने यह सुना उसने रुही की तरफ देखा जैसे पूछ रहा हो क्या यह सच है रूही राहुल के इस तरह देखने से समझ गई और चलकर रुद्र के पास आई
Cantinue