Momal :Diary ki gahrai - 12 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan Naaz books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 12

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मोमल : डायरी की गहराई - 12

मोमल को अब ऐसे आवाज़ सुनने की आदत होने लगी थी लेकिन आज उसने उस बुरी शक्ति को कुछ बोलते हुए सुना इस लिए वो बेहद घबरा गई थी। वो लुना को गोद में उठा कर परेशान सी अंकल हैरी और अब्राहम के पास हांफती हुई आई, वो दोनो डिनर सर्व कर के बैठे थे। उसकी आंखों में ये दहशत देख कर अब्राहम फौरन समझ गया के इसने फिर से कुछ देखा या सुना होगा। अंकल हैरी ने पूछा :" सब ठीक है ना बेटा? 
मोमल ने उनसे बात छुपाया और खुद को नॉर्मल दिखाने को कोशिश करते हुए कहा :" कुछ नहीं अंकल ! वो मुझे कॉकरोच दिखा कमरे में इस लिए भागी चली आई!"

अंकल :" ओह वो कॉकरोच फिर से आ गया? कोई बात नही लुना को जगाओ और खुद भी खा लो।"

सब ने खाना खाया, अब्राहम मोमल को सवालिया नज़रों से बार बार देख रहा था। 
अंकल हैरी उठते हुए बोले :" मैं गेस्ट रूम में हूं अगर लुना रात को जाग जाए या रोए तो मुझे ज़रूर बताइएगा! ठीक है?

मोमल :" जी आप सो जाइए!"

जब अंकल चले गए तो अब्राहम ने पूछा :" क्या बात है कोई परेशानी है?

मोमल उसके कान के पास धीरे से बोली :" लुना के सामने नहीं! जब वो सो जायेगी तब बात करेंगे।"

अब्राहम :" ओके"

लुना बहुत खामोश थी। सुनी सुनी आंखों से दोनो को देखते हुए अपनी मीठी सी आवाज़ में बोली :" क्या आप दोनों मम्मी पापा जैसे हैं? मेरे मम्मी पापा हमेशा लड़ते रहते थे इस लिए मुझे उनके साथ अच्छा नही लगता था! आप दोनो तो नही लड़ेंगे न?

अब्राहम ने प्यार से उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहा :" नही बेटा! हम नही लड़ते, आप को हमारे साथ बहुत अच्छा लगेगा।" 

मोमल ने भी उसे प्यार से कहा :" चलो बेटा अब आप सो जाओ! बहुत रात हो गई है ना!"

मोमल उसे ले जाने लगी फिर जाते हुए मुड़ कर बोली :" आप कुछ देर के लिए इस कमरे में बैठ सकते हैं प्लीज़!"

अब्राहम उठा और इसके साथ गया। मोमल लुना को बिस्तर पर लिटा कर उसके पास बैठी उसे थपकियां देकर सुलाने लगी। अब्राहम वहां रखे एक विंडो सीट जैसे सोफे पर बैठा उसे देख रहा था। 
मोमल उसे थपकी देते हुए एक लोरी धीरे धीरे गुनगुनाने लगी। उस लोरी के बोल कुछ इस तरह थे। :_
वो नन्ही सी चिड़िया
तुम चहचहाओ तो ज़रा
ये आवाज़ न कम हो कभी
इसे शोर न समझो गुड़िया।

वो नन्ही सी चिड़िया
तुम तारा हो आंखों का
आसमान में न दिखना कभी
रौशनी हो तुम मेरे घर का।

वो नन्ही सी चिड़िया।
ये तुम्हारी नूरानी अंखिया
अश्कों से वास्ता न हो कभी 
झिलमिलाए सदा इनमे खुशियां।

वो नन्ही सी चिड़िया...

अब्राहम भी इस लोरी को गौर से सुन रहा था। जैसी शांति घर में छाई हुई थी वैसी शांति इस लोरी को सुन कर महसूस हो रही थी। जब उसने गाना बंद कर दिया तो उसने कहा :" और गाओ न! अच्छा लग रहा है।"

मोमल ने लुना को सोता हुआ देखते हुए कहा :" लुना सो गई है और आप बच्चे नही है।"

अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" सिंगिंग तुम्हारी हॉबी है लेकिन सच में तुम बहुत अच्छा गाती हो!" 

मोमल के चहरे पर डर और चिंता साफ दिखाई दे रही थी। अब्राहम ने इस डर को पहचान कर कहा :" क्या बात है मोमो! तुम डरी सहमी सी क्यों लग रही हो? डर का माहौल है लेकिन तुम फिर भी डरी हुई नही दिखी, अब ऐसा क्या हुआ?

मोमल धीमी आवाज़ में बोली :" मैने बहुत अजीब और चिंताजनक बात सुनी इस कमरे में ! इस लिए मुझे यहां इस कमरे में डर लग रहा है और इस लिए आपको यहां बैठने को कहा।"

अब्राहम  :" क्या सुना तुम ने ?

मोमल ने अलमारी से आने वाली आवाज़ के बारे में बता दिया और ये भी बताया के वो क्या कह रही थी। ये सुनने के बाद अब्राहम भी गहरे चिंता में पड़ गया। 
मोमल ने कहा :" वो किस बेबी की बात कर रही थी? क्या वो बेबी लुना है? मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा है! ये तो एक मासूम बच्ची है!"

अब्राहम कुछ देर सोच में डूबा रहा फिर उसका जवाब दिया :" नही अभी कुछ कह नहीं सकते! कल हम फादर को यहां बुलाते हैं। तुम सो जाओ।"

मोमल :" एक तो मुझे जल्दी नींद नहीं आती और फिर ये बुरी आत्मा! मुझे डर लग रहा है अगर उसने लुना के साथ कुछ गलत कर दिया तो?

अब्राहम ने कहा :" ठीक है तुम सोने की कोशिश करो मैं यही रहता हूं! नींद आए तो सोफे पर सो जाऊंगा।"

मोमल :" क्या आप वहां सो पाएंगे ठीक से ? 

अब्राहम :" हां तुम फिक्र मत करो मैं कहीं भी सो सकता हूं।... मैं चादर लेकर आता हूं।"

दूसरे ही पल अब्राहम अपने कमरे से चादर ले आया और सोफे पर बैठे बैठे बोला :"एक बात बताओ मोमो! तुम तो किसी पर भरोसा नहीं करती फिर मुझ पर इतना भरोसा कैसे के अपने कमरे में रहने के लिए कह दिया?

मोमल लेटे लेटे हुए ही बोली :" क्यों के आपका एक हाथ बंधा हुआ है, कंधे की हड्डी टूटी हुई है! वैसे भी आप कुछ कर नही सकते अगर कोई गलती की भी तो मैं आसानी से आपको मार सकती हूं।"

ये जवाब सुन कर अब्राहम का मुंह खुला रह गया। उसने हैरत से उसे देखते हुए कर कहा :" क्या लड़की हो यार तुम!... मुझे लगा के मैं तुम्हे अच्छा लगता हूं और तुम मुझे मारने की बात कर रही हो? तुम ऐसा सोच भी कैसे सकती हो ? अगर ऐसी बात थी तो तुम ने मेरा इतना खयाल क्यों रखा ? मेरी आपबीती सुन कर आंसू क्यों बहा रही थी?... बताओ!"

मोमल उसे एक दम सीरियस होते हुए देख कर मुस्कुराई और बोली :" ज़्यादा मत सोचिए सो जाइए!... इंसान को ठीक से जानने में एक से तीन साल लग जाते हैं, लेकिन जहां तक मैने आपको जाना है वहां तक तो आप मुझे अच्छे ही लगे। अब आगे क्या होता है ये नही मालूम।"

अब्राहम ने धीरे से कहा :" अब मुझे एक से तीन साल तक तुम्हारा वेट करना पड़ेगा लेकिन फिर भी मैं तुम्हे पसंद आऊंगा या नही ये कहना भी मुश्किल है।"

मोमल ध्यान से सुनते हुए बोली :" क्या, क्या कहा आप ने!... आप मेरा वेट क्यों करेंगे?

अब्राहम ये बड़बड़ा कर चादर ओढ़ कर लेट गया" कुछ नही पागल लड़की! लगता ही नहीं है के ये वोही डायरी वाली मोमल है।"

मोमल :" मैने सुना।"

अब्राहम :" इसका मतलब है तुम बहरी नही हो।"

दोनों नोक झोंक करते हुए सो गए।



एक छोटा सा खाली कमरा, वहां फर्श पर अधमरी बैठी भूखी प्यासी मोमल, जिसके दोनों हाथो को पीछे बांधा गया है, पैरों को मोटे रस्सियों से बांध दिया है। होंठ सुख कर सफेद हो गए हैं। आंखों में रोने की वजह से लाल घेरे पड़े हैं और पलकें सूझी हुई है। मद्धम सी रौशनी में एक हट्टा कट्टा नौजवान आया और उसके सामने बैठ कर उसका गला घोंटने लगा। मोमल का चहरा लाल हो गया , आंखे फटी हुई, उसकी सांसे टूटने ही वाली थी के अब्राहम ने आवाज़ दी :" मोमो!... मोमो उठो तुम बुरा सपना देख रही हो।"

उसकी आवाज़ से मोमल हड़बड़ा कर उठ गई और बिस्तर पर बैठ कर बड़ी बड़ी सांसे लेने लगी। उसे पसीना आ गया था। अब्राहम ने पास के टेबल में रखे पानी का ग्लास दिया। उसने थोड़ा सा पिया। अब्राहम की ओर देखते हुए बोली :" आपको कैसे पता चला की मैं सपना देख रही हुं?

अब्राहम :" तुम बिस्तर पर हाथ पैर मार रही थी और कराह रही थी इस लिए मैं समझ गया के तुम्हे वोही नाइटमेयर आया होगा जिसका ज़िक्र तुमने डायरी में किया है।"

मोमल :" शुक्रिया जगाने के लिए "

अब्राहम :" अब तुम करवट बदल कर सो जाओ।"

सुबह सुबह जब मोमल की आंख खुली तो न कमरे में लुना थी ना अब्राहम। वो आंखे मलते हुए बाहर निकली तो देखा लुना को अंकल हैरी तैयार कर रहे हैं और अब्राहम कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रहा है। उसे देख कर अंकल हैरी ने कहा :" आपको भी जाना है ना ! नाश्ता तैयार है खा लिजिए और चलिए सब साथ में निकलते हैं।"

मोमल भी जल्दी जल्दी फ्रेश हुई और सब साथ में कॉलेज के लिए निकले। 
कॉलेज पहुंचते ही सब की नज़र अब्राहम की कार पर थी। मोमल को कार से बाहर आते देख सब का मुंह खुला रह गया। जिसे जिसे शक था के उनके बीच कुछ है भी या नही अब उन्हें भी यकीन हो गया के ये दोनों कमिटेड हैं। लुना को साथ देख कर किसी को कुछ समझ नही आ रहा था। अब्राहम ने मोमल से कहा :" लुना तुम्हारे साथ लाईब्रेरी में रहेगी! कोई परेशानी हो तो मुझे कॉल कर लेना।"

मोमल जी ठीक है कह कर लुना को लेकर चली गई , सब अपने अपने काम पर लगे। अब्राहम कहीं खोया खोया हुआ सा था। वो किसी सोच में डूबा हुआ था। आसपास क्या बातें हो रही है उन सब पर उसका बिलकुल ध्यान नहीं था। 
सब उसे देख कर कुछ न कुछ बाते कर रहे थे लेकिन किसी में इतनी हिम्मत नही थी के उसके पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ पूछे , स्टूडेंट्स के बीच मोमल और अब्राहम का टॉपिक छिड़ा हुआ था। कुछ लड़कियों का दिल जल रहा था तो कुछ लड़को को अब लाइब्रेरी जाने का दिल नहीं कर रहा था। 
उन सब ने दिन भर काम करते हुए बिताया। लुना को लाइब्रेरी में अच्छा लग रहा था। वो इधर उधर फुदक फुदक कर खेल रही थी। जिसने भी उसके बारे में पूछा मोमल ने सब को बताया के वो अंकल हैरी की नवासी है और ज़्यादा कुछ नहीं बताया।
अंकल हैरी हॉस्टल से मोमल का समान ले आए, नीलम को बुरा तो लग रहा था लेकिन मोमल ने उसे समझाया के जब सब ठीक हो जाएगा तो वो साथ में रहेंगी।

घर वापस आते ही अब्राहम अपने कंप्यूटर में कुछ काम करने में बहुत व्यस्त हो गया। लुना और मोमल बहुत सारी बाते कर रही थी। मोमल ने शाम की कॉफी बनाई और लुना को कप देते हुए बोली :" जाओ, वो जो रूम में बैठे हैं न उनको दे दो! मैं आपके लिए मिल्क शेक बनाकर लाती हूं।"

लुना अपने छोटे छोटे हाथों से कप लेकर अब्राहम के पास आई और उसे टेबल पर रखते हुए बोली :" पापा!.... मम्मा ने देने के लिए कहा है।" 

पापा सुनते ही अब्राहम ने उसे ताज्जुब से देखा जो नीली नीली आंखों से उसे बड़े मासूमियत से देख रही थी। 
इतने में मोमल एक हाथ में मिल्क शेक का ग्लास और दूसरे हाथ में चाय का कप लेकर आई, लुना को पास बुला कर उसे ग्लास देते हुए बोली :" ये लो, इसे पूरा खत्म करो!"

फिर अब्राहम के बगल में खड़ी हो गई और कंप्यूटर स्क्रीन में देखते हुए बोली :" ये आप क्या कर रहे हैं? आप किसी लड़की की फोटो क्यों देख रहें हैं! ये पसंद आ गई क्या?

अब्राहम ने उसकी ओर एक बार देखा फिर स्क्रीन पर देखते हुए बोला :" इसे ध्यान से देखो! जिस बुरी आत्मा को तुम ने देखा था क्या वो इसकी तरह थी? मतलब कुछ तो मिलता जुलता होगा।"

मोमल ने ध्यान से देखा तो वो चौंक गईं, इस लड़की की फोटो उस आत्मा से मिलती जुलती थी जैसे के उसके बाल और बॉडी स्ट्रैक्टर, उसने हैरत में कहा :" हां ये तो बहुत हद्द तक मिलती जुलती है! मुझे चहरा तो याद नही लेकिन उसके बाल ऐसे ही थे। लेकिन ये है कौन ?

अब्राहम ने कॉफी पीते हुए कहा :" यही लामिया है! किस्मत भी किस मोड़ पर ले आई है, जिसका नाम लेना भी मुझे पसंद नही आज उसे ढूंढना पड़ रहा है।"

मोमल कंफ्यूज हो कर बोली :" मुझे कुछ समझ नही आ रहा है! आप लामिया को क्यों ढूंढ रहे हैं और उस आत्मा से इसका क्या कनेक्शन है?

अब्राहम ने एक लंबी सांस ली और कहा :" इसका कनेक्शन नहीं, वो बुरी आत्मा लामिया की ही है!... वो शायद मर चुकी है लेकिन सब को लग रहा है वो लापता है क्यों की उसकी लाश नही मिली और उसके घर वालों ने पुलिस में उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है पर अब तक उसका कोई अता पता नहीं है मतलब वो मर चुकी है और हमारे ज़िंदगी में काला साया बन कर मंडरा रही है।"

अब्राहम गुस्से में था। उसे यकीन हो गया था के वो लामिया ही है। 

मोमल ने परेशान हो कर कहा :" लेकिन आप यकीन से कैसे कह सकते हैं! सिर्फ उसके बालों से हम ये नही कह सकते के ये बुरी आत्मा वोही है और तो और अभी उसके मरने की बात भी कन्फर्म नही है।"

अब्राहम ने कहा :" ये वोही है! अब बस मुझे ये जानना है की वो अब मुझसे क्या चाहती है! उसका इरादा क्या है? उसकी मौत कैसे हुई और उसकी लाश कहां है।"

मोमल हैरान खड़ी लामिया की फोटो को देख रही थी। अब्राहम यकीन से साथ कह रहा था लेकिन उसे अब भी यकीन नही हो रहा था के वो बुरी आत्मा लामिया की ही है लेकिन साथ ही वो ये भी सोच रही थी के अब्राहम लामिया को बेहतर जानता है उसे कुछ ऐसी बात पता चली है जिस से उसे पूरा यकीन हो गया है।

(अगला भाग जल्द ही)