Manali,
Tahiri के घर में,
Tahiri, नताशा जी और हर्षित बातें कर ही रहे थी कि तभी उन के पापा यानि अभिजीत सेगल आ गए वहां।
जैसे ही ताहिरी ने अभिजीत जी को देखा वो बहुत ही ज्यादा खुश हो कर उन के पास जाकर बोली, " पापा मुझे स्कॉलरशिप मिल गई है और अब मैं अपनी पढ़ाई न्यू यॉर्क में जाकर पूरी कर पाऊंगी।"
तभी अभिजीत जी ने जैसे ही यह बात सुनी उनका चेहरा थोड़ा फीका सा पर गया।
जैसे ही ताहिरी ने अभिजीत जी का फीका चेहरा देखा वो थोड़ी उदास हो कर अभिजीत जी के पास जाकर बोली, " पापा आप इतना ज्यादा उदास क्यों लग रहे हो?"
अभिजीत जी ने जवाब देते हुए कहा, " मुझे कुछ नहीं हुआ है बस तुम्हारे यह से जाने की बात सुन कर थोड़ा सा उदास हो गया था। क्यों कि बचपन से ही तुम्हें मैं ने अपने आप से कभी कही भी दूर नहीं भेजा था ना इसीलिए।"
ताहिरी ने अभिजीत जी के बात को सुन कर कहा, " पापा अगर आप नहीं चाहते तो में यह सहर छोड़ कर आप को छोड़ कर कही भी नहीं जाऊंगी।"
तभी अभिजीत जी ने कहा, " अरे नहीं नहीं गुड़िया तुम अपने पराहि को जल्द से जल्द पूरा करके आ जाओ। वो हमेशा तुम बचपन से ही मेरे पास रही हो न इसीलिए थोड़ा सा भावुक हो गया था। लेकिन में तुम्हारे लिए बोहोत खुश हु। तुम्हे अच्छी तरह से पर लिख के अच्छा कोई भी जॉब या बिजनेस कुछ भी करना होगा। तुम्हे अपने लाइफ में खुश रहते और सफल होते हुए देख के हमे बहुत खुशी होगी खास करके में तो ऐसा ही चाहता हूं।"
जैसे ही ताहिरी ने अपने पापा के मुंह से यह बात सुनी वह काफी ज्यादा खुश भी थी लेकिन थोड़ा उदास भी।
उसने अपने आप को कंट्रोल नहीं कर पाए और अपने पापा को गले से लगा लिया।
अभिजीत जी ने भी उस को यानी ताहिरी को प्यार करने लग गए।
ताहिरी को ऐसे लाड प्यार करते हुए देख कर हर्षित भी अभिजीत जी से जाकर लिपट गए और उसे को भी अभिजीत जी ने प्यार करना शुरू कर दिया।
नताशा जी भी अपने परिवार को खुश रहते देख कर वह भी खुश हो गई।
दूसरी तरफ,
न्यू यॉर्क में,
नॉर्थ अटलांटिक ओसियन के बीचो-बीच एक जहाज चले जा रहा था।
उस जहाज में एक आदमी ब्लैक कलर का टी-शर्ट और जींस पहन कर रखा था। उस के बाल हवा में लहरा रहे थे और उसकी सिल्वर आंखों में एक अलग ही तरीके कि खालीपन दिखाई दे रहा था।
वो इंसान अपने हाथ में वाइन का गिलास लेकर समुद्र की तरफ देख रहा था।
तभी उस लड़के के पास एक करीब 25 साल का लड़का आ कर बोला, " अयान सर आप कब तक शहर की तरफ लौटेंगे आज एक हफ्ते से आप जहाज में ही समंदर के बीच रह रहे हैं और दूसरी तरफ वह यह सोच कर बैठा है कि आप तो अब इस दुनिया में नहीं रहे। आज करीब 15 साल हो चुका है लेकिन अभी तक आपने उन के खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं लिया।"
यह था अयान मल्होत्रा। पूरी दुनिया में इस को किंग के नाम से जाना जाता है। इस के नाम से ही सब थर-थर कांपने लगते हैं और सभी को इसका नाम सुनते ही यमदूत का नाम याद आता है। यह अंडरवर्ल्ड का किंग माना जाता था और एक बेरहम माफिया भी।
इस को इस चीज का अंदाजा ही नहीं है कि मोहब्बत किसे कहते हैं और इस को लगता है की मोहब्बत और प्यार जैसी चीजें इंसान को झक जोड़ के रख देता है।
अयान ने जवाब देते हुए कहा, " उस को मजे लेने दो बस कुछ और महीने की बात है उसके बाद तो उस को ऊपर ही जाना होगा। और हमारे उस डील का क्या हुआ?"
उस लड़के ने बोला, "हां वह डील बहुत जल्द हमारे हाथों में होगा लेकिन एक दिक्कत है कि मिस्टर थॉमसन मान नहीं रहे वह हमारे हाथ में यह डील देने के लिए।"
अयान ने कहा, " उस को अच्छी तरह से पता है कि जो मेरे साथ कॉर्पोरेट नहीं करेगा यानी किंग के साथ कॉर्पोरेट नहीं करेगा उस को किसी भी हाल में मरना होगा। एक बार जिस में मेरा दिल आ जाता है उस को जब तक मैं अपना ना बना लूं मुझे चैन नहीं मिलता। और अगर मेरे काम में कोई दखलंदाजी करता है यह भी मुझे मंजूर नहीं।"
वही 25 साल का खड़ा लड़का अपने मन में ही बोला, " हां इसीलिए तो आप को सभी डेविल कहते हैं या फिर यमदूत का दूसरा रूप। मुझे अच्छी तरह से पता है कि आप दो चीजों से सब से ज्यादा नफरत करते है।
पहले किसी भी चीज में अगर कोई भी आपके काम में मुश्किल पैदा करने की कोशिश करता है तो फिर आप उसको अपने रास्ते से हटा देते हैं क्योंकि आपको यह पसंद नहीं है।
और दूसरी आप धोखेबाजी से सख्त नफरत करते हैं। आप छोटी गलतियों को तो माफ कर सकते है लकिन धोखे को नहीं।
आप भले ही दुनिया वालों के नजर में एक बेरहम और क्रूएल माफिया है लेकिन आप ऐसा कैसे बन गए यह तो सिर्फ आप को ही पता है।"
आयान ने कहा, "तुम अपने मन में ही यह सब खिचुरी पकाना बंद करो और चुपचाप दो दिन में मेरे यहां से शहर लौटने की तैयारी करो क्योंकि मुझे उस इंसान को अपने हाथों से खत्म करना है। उस इंसान ने मेरे काम में रुकावट लाकर बहुत बड़ी गलती कर दिया है इसकी सजा उस को मिल कर रहेगी।"
इतना बोल कर वह पूरा वाइन एक ही बार में खत्म कर दिया और गिलास को वहीं पर छोड़ दिया और शिप के अंदर चला गया।
उस लड़के ने फिर से अपने मन में ही कहा, "इसके दिमाग में कब क्या चलता है यह तो सिर्फ इसी को पता है लेकिन इसकी बेरहम दिल को और इस खालीपन को क्या कभी कोई दूर कर सकता है या नहीं? मैं तो बस इतना चाहता हूं कि इसे भी फिर से मोहब्बत क्या होता है? प्यार क्या होता है? यह फिर से इसको हो जाए और समझ में आ जाए।"
वहीं दूसरी तरफ मनाली में,
ताहिरी अपने सूटकेस में सब कुछ पैक कर रही थी।
हर्षित बस उस का दिमाग खाए जा रहे थे।
तभी ताहिरी ने अपना सामान पैक करते-करते एक चीज पर जाकर उसकी नज़रें टिक गई। वो बस उसेl चीज को घूरे जा रही थी।
क्या होगा अब आगे?
आखिर कौन सी चीज पर ताहिरी कि नज़रे पारी थी?
किस को सबक सिखाने की बात कर रहा था आयान?
आखिर वह इतना बेरहम कैसे बन गया?
क्या हुआ था उस के साथ 15 साल पहले?
क्या कभी उसकी जिंदगी में असली प्यार क्या होता है समझ आएगा?
इन सभी सवालों के जवाब को जानने के लिए पढ़ते रहिए डेविल का इनोसेंट ऑब्सेशन सिर्फ प्रतिलिपि ऐप पर।
To be continued...