अंतिम मुक़ाबला
निधि ने इस सच्चाई को जानने के बाद अजय का सामना करने का फैसला किया। उसने उसे अस्पताल में ही रोककर सारी सच्चाई का पर्दाफाश किया। अजय ने अपने गुनाहों को कबूल कर लिया, लेकिन कहा कि वह अपने मकसद में सफल होगा क्योंकि निधि अब रोहन पर भरोसा नहीं कर सकती।
लेकिन निधि ने अजय को गलत साबित किया। उसने अपने पति रोहन के सामने सारी सच्चाई बताई। रोहन ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और कहा कि वह अतीत को भूलकर नए सिरे से जीवन की शुरुआत करना चाहता है।
सस्पेंस का अंत
अजय को पुलिस के हवाले कर दिया गया और उस पर कई अपराधों के आरोप लगे। निधि और रोहन ने अपने जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने का फैसला किया।
इस पूरे हादसे ने निधि को यह सिखाया कि हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती, और जीवन में कभी भी किसी को पूरी तरह से समझना आसान नहीं होता। उसने अपने जीवन को फिर से संतुलित किया और अपने पति के साथ मिलकर उन गलतियों को सुधारने का प्रयास किया, जो उन्होंने अनजाने में की थीं।
इस तरह, एक खतरनाक साजिश का अंत हुआ, लेकिन इसने निधि और रोहन को जीवन में नए सिरे से सोचने और जीने का रास्ता दिखाया।
अतीत की परछाइयाँ
अजय के जेल जाने के बाद, निधि और रोहन ने अपनी ज़िंदगी को सामान्य करने की कोशिश की। लेकिन अतीत की परछाइयाँ इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़तीं। अजय की साजिश ने उनके रिश्ते में गहरे घाव छोड़े थे। निधि अब रोहन पर विश्वास तो करना चाहती थी, लेकिन उसके मन में बार-बार अजय की बातें गूंजने लगीं।
रोहन भी अपनी गलतियों का प्रायश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था। उसने निधि के साथ समय बिताना शुरू किया और अपने व्यापार में हुए धोखे के बारे में खुलकर बात की। यह सब निधि के लिए समझना आसान नहीं था, लेकिन उसने धीरे-धीरे रोहन को माफ करने का प्रयास किया।
नए ख़तरे
जब सब कुछ फिर से सामान्य होता दिख रहा था, तब अचानक निधि को अपने अस्पताल में कुछ अजीब घटनाओं का सामना करना पड़ा। उसकी कुछ महत्वपूर्ण फाइलें गायब होने लगीं, और अजय के केस से संबंधित सबूतों को भी छेड़ा गया था। यह सब निधि को फिर से भयभीत करने लगा।
निधि को शक हुआ कि अजय के अलावा भी कोई और इस साजिश का हिस्सा था, जो अभी भी बाहर था और उन पर नजर रख रहा था। उसने रोहन के साथ इस मामले पर चर्चा की और दोनों ने तय किया कि वे इस बार कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे।
छुपा हुआ दुश्मन
निधि और रोहन ने खुद से अस्पताल में जांच शुरू की। उन्होंने पुराने कर्मचारियों, मरीजों और अजय के संपर्कों से बात की। धीरे-धीरे, उन्हें पता चला कि अजय के साथ एक और व्यक्ति शामिल था—डॉ. विकास, जो निधि का एक पूर्व सहयोगी था।
डॉ. विकास ने अजय के साथ मिलकर यह साजिश रची थी क्योंकि वह निधि से व्यक्तिगत दुश्मनी रखता था। विकास हमेशा से निधि की सफलता से जलता था और उसे नीचा दिखाने के लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार था। अजय के साथ मिलकर उसने यह योजना बनाई थी ताकि वह निधि को बदनाम कर सके और उसकी जिंदगी को बर्बाद कर सके।
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अंतिम साज़िश
डॉक्टर.....