Do you also believe that Kali Yuga will be of 400,000 years? in Hindi Spiritual Stories by Review wala books and stories PDF | क्या आप भी कलियुग को चार लाख साल का मानते हैं?

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क्या आप भी कलियुग को चार लाख साल का मानते हैं?

कुछ लोग कलियुग को चार लाख बत्तीस हजार वर्ष का मानते हैं, उनके लिए अच्छी खबर ले कर आया है यह लेख। हो सके तो वे लोग पहले एक किताब
   "The Holy Science" 
को पड़ लें जो १८९६ मे लिखी गई थी और आज तक प्रमाणिक मानी जाती है,। इसके लेखक विश्व प्रसिद्ध परम हँस योगानंद जी के गुरु जी थे, विकिपीडिया पर जा कर अधिक जानकारी अवश्य लीजिये उनके बारे मे और पुस्तक के बारे मे भी) 

(बारह संख्या भी  काफी राज़ छुपाये हुए...है.. 
ज़रा गौर करते जाइये) 
    

      इसके लिए १२००० साल का चक्र जो ascending, और descending दोनो ही होता है, समझना चाहिए।इसके बारे मे होली साइंस नाम की पुस्तक मे स्वामी श्री युक्तेश्वर जी ने समझाया है। 
     वे कहते हैं कि सारा राज़ सूर्य के एक ऐसे movement मे है जो एक बृहम् नाभि के इर्द गिर्द २४००० साल मे घूमता है, किसी तारे को dual की तरह ले कर । जब सूर्य इस नाभि बिंदु के सबसे करीब होता है तो मानव आत्मा  और ईश्वर विषयक सभी के बारे मै आसानी से जान लेता है,यही सत्य युग होता है । जब सबसे दूर होता है तो विद्युत आदि किसी भी विषय का ज्ञान नही रहता और मानव जाति अज्ञान के अंधकार मे डूबी रहती है। यही काल कलियुग के नाम से जाना जाता है। 

24,000 साल के युग चक्र पर विस्तार से चर्चा 

    परिचय:
24,000 साल का युग चक्र एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जो हिंदू ब्रह्मांड विज्ञान में वर्णित है। यह चक्र चार युगों - सत्य युग, त्रेता युग, द्वापर युग, और कलियुग - में विभाजित है। प्रत्येक युग की अपनी विशेषताएँ और अवधि होती हैं।

    युगों का विवरण:हर एक युग (ascending और descending) होता है. अवरोह द्वापर के बाद अवरोह कलियुग शुरू हुआ.. फिर आरोही द्वापर शुरू हुआ था. 
1. सत्य युग 
   - अवधि: 4,800 वर्ष 
   - विशेषताएँ: यह युग सत्य और धर्म का युग है। इसमें मानवता की नैतिक और शारीरिक स्थिति सर्वोत्तम होती है।मनुष्य ईश्वरी सत्य जानने की स्थिति में इसी युग में होता है. 

2. त्रेता युग:
   - अवधि: 3,600 वर्ष 
(ascending और descending)


   - विशेषताएँ: इस युग में सत्य और धर्म की स्थिति थोड़ी कम हो जाती है। यह युग रामायण के समय का है।

3. द्वापर युग:
   - अवधि: 2,400 वर्ष 
   - विशेषताएँ: इस युग में धर्म और सत्य की स्थिति और भी कम हो जाती है। इस descending युग में महाभारत का युद्ध हुआ था. 

4. कलियुग:
   - अवधि: 1,200 वर्ष 
   - विशेषताएँ: यह युग अधर्म और असत्य का युग है। य़ह 1799 मे समाप्त हो गया था, तब से ascending द्वापर युग शुरू हुआ है. 

    युग चक्र का महत्व:
24,000 साल का युग चक्र यह दर्शाता है कि समय चक्रीय है और हर युग के बाद एक नया युग आता है। यह चक्र मानवता की नैतिक और शारीरिक स्थिति में परिवर्तन को भी दर्शाता है। 

24,000 साल का युग चक्र हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जो समय की चक्रीय प्रकृति और मानवता की नैतिक स्थिति को दर्शाता है। यह चक्र हमें यह सिखाता है कि हर युग का अपना महत्व और विशेषता होती है।


         संक्षेप मे .....१२०० साल का कलियुग, २४०० साल का द्वापर, ३६०० साल का त्रेता और ४८०० साल का सत्य युग होता है, सब को आरोही अवरोह मिला कर काल गणना होती है यानी २४००० साल मे दो दो बार यही युग आयेंगे, अधिक सूचना के लिए यह पुस्तक पढ़ लें तो बेहतर। इस समय ascending द्वापर चल रहा है और communication मे क्रांति आई हुई है ,ठीक वैसा ही जैसा उपरोक्त पुस्तक मे कहा गया था। 
     वे कहते है कि ४९९ ई मे कलियुग शुरू हुआ और १७९९ ई मे द्वापर शुरू हो चुका है। यह ४१९९ तक चलेगा और यह ascending phase है यानी ज्ञान की उतरोतर बढ़त दिखेगी। 

     (यह ज्ञात है कि श्रीकृष्ण लगभग पांच हजार वर्ष पहले अवतरित हुए जो descending द्वापर युग था, ३१०२ ईसा पूर्व   ( bc) को उन्होंने कृष्ण लोक के लिए प्रस्थान किया था, यह भी कई विशेषज्ञ बता चुके है) 

   इतिहास गवाह है कि उस कलियुग काल मे मानव ने अमानवीय अत्याचार किये। 
       द्वापर के शुरू होते है विद्युत, चुम्बक शक्ति आदि के बारे में ज्ञान प्राप्ति और अविष्कार करने की शुरुआत हो गई। विद्युत के बारे मे जो प्रयोग शुरू हुए वो १७९१ से  फलीभूत होने लगे थे और विद्युत शक्ति आदि मानव मन को और अबिष्कर के लिए प्रोत्साहित करने लगे। १८७८ मे बिजली बल्ब बना लिया गया। १८४१ मे फोन का भी अविष्कार कर लिया गया यानी मानवीय ज्ञान बढ़ने लगा। १८३१,३२ मे जेनरेटर और मोटर बना लिए गए, अधिक तर आधुनिक युग के अविष्कार १८०० ई के बाद ही हुए हैं, जैसे आण्विक शक्ति, आदि। 

      
   (  आगे यह कहा गया है कि टेलीपैथी आदि का विकास त्रेता युग मे होगा।उस युग मे मानव इन्ही गुणों का विकास कर लेगा। भौतिक युग का अंत होता जाएगा , ऐसा मुझे लगता है 
   अपने विचार जरूर बताईये। )